1.

योग्यता-विस्तारःप्रश्न 1.हिन्दी अर्थ-हितोपदेश के रचयिता नारायण पण्डित हैं। हितोपदेश में भारतीय जनमानस के परिवेश से प्रभावित होने वाली कथाएँ हैं। हितोपदेश की कथाएँ अत्यन्त सरल, रस से युक्त और अच्छी प्रकार से ग्रहण करने योग्य होती हैं। सभी कथाएँ परस्पर एक-दूसरे पर आश्रित हैं। हितोपदेश में कथाएँ चार भागों में विभाजित हैं-1. मित्रलाभ2. सुहृद्भेद3. विग्रह4. सन्धि

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ANSWER:

विद्यालयों में श्लोक पाठ प्रतियोगिता, नाटक प्रतियोगिता, प्रश्न मञ्च, कथाकथन, श्रुतिलेख, गीत प्रतियोगिता इत्यादि प्रतियोगिताएँ होती हैं। जब ये कार्यक्रम एक सप्ताह तक होते हैं, तो वह "संस्कृत सप्ताह’ कहा जाता है।

सुधीर-क्या ये प्रतियोगिताएँ सभी विद्यालयों में होती हैं?

जयेश- हाँ।



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