InterviewSolution
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………. उपभोग तथा आय का अनुपात है।(A) APS(B) APC(C) MPS(D) MPC |
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Answer» सही विकल्प है (B) APC |
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राष्ट्रीय आय की परिभाषा दें। |
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Answer» डर्नबर्ग के अनुसार, “राष्ट्रीय आय एक देश के सामान्य निवासियों की एक वर्ष में मजदूरी, ब्याज, लगान तथा लाभ के रूप में अर्जित साधन आय है। यह घरेलू साधन आय और विदेशों से अर्जित शुद्ध साधन आय का योग है।” |
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बजट से क्या अभिप्राय है? भारत सरकार के बजट की आय तथा व्यय की मुख्य मदें कौन सी हैं? |
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Answer» बजट- बजट व्यय और वित्त प्रबन्ध सम्बन्धी सरकार की योजना का विवरण होता है। जब सरकार कर लगाती है और व्यय करती है तब वह ये कार्य बजट के ढांचे के अन्तर्गत ही करती है। इस प्रकार सरकारी बजट एक प्रकार की वित्तीय योजना होती है जिसके अन्तर्गत व्यय और आय दोनों ही आते हैं। परम्परागत रूप से सरकार साल में एक ही बार बजट पेश करती है। भारत सरकार सामान्यतया प्रति वर्ष 28 फरवरी को अपना बजट लोकसभा में प्रस्तुत करती है।
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सरकारी बजट से क्या आशय है? यह कितने प्रकार का हो सकता है? |
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Answer» सरकारी बजट सरकार द्वारा प्रस्तावित वार्षिक आय तथा व्यय का ब्यौरा होता है। सरकार का बजट तीन प्रकार का हो सकता है
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बचत का बजट किसे कहा जाता है? |
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Answer» बचत का बजट वह बजट है जिसमें सरकार की आय, उसके व्यय की तुलना में अधिक होती है। |
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सन्तुलित बजट का क्या अर्थ है? |
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Answer» सन्तुलित बजट वह बजट है जिसमें सरकार की आय तथा व्यय दोनों बराबर होते हैं। |
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मुद्रा-स्फीति से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» मुद्रा-स्फीति का अर्थ है-कीमतों में लगातार वृद्धि तथा मुद्रा के मूल्य में लगातार कमी। |
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सार्वजनिक व्यय से आप क्या समझते हैं? सार्वजनिक व्यय कितने प्रकार का हो सकता है? |
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Answer» सार्वजनिक व्यय- सरकार द्वारा किए गए व्यय को सार्वजनिक व्यय कहा जाता है। ये चार प्रकार के हो सकते हैं।
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भारत में मुद्रा पूर्ति में कौन-कौन से तत्त्व शामिल किये जाते हैं? |
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Answer» भारत में मुद्रा पूर्ति में निम्नलिखित तत्त्व शमिल किये जाते हैं-
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विदेशी सहायता से क्या अभिप्राय है? इसके मुख्य प्रकार कौन-से हैं? |
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Answer» विदेशी सहायता से अभिप्राय विदेशी पूंजी, विदेशी ऋण तथा विदेशी अनुदान से है। विदेशी सहायता के प्रकार-विदेशी सहायता के मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं-
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मुद्रा-स्फीति का मुख्य कारण क्या है? |
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Answer» मांग का पूर्ति की तुलना में बढ़ना। |
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भुगतान सन्तुलन की परिभाषा दें। |
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Answer» एक देश की संसार के अन्य देशों से एक वर्ष में जो लेनदारी होती है तथा जो देनदारी होती है-उसके लेखा को भुगतान सन्तुलन कहा जाता है। |
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राजकोषीय नीति के मुख्य उद्देश्य बताइए। |
Answer»
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विदेशी सहयोग से क्या आशय है? |
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Answer» विदेशी सहयोग, विदेशी पूंजी का एक रूप है। इसके अन्तर्गत विदेशी तथा देशी उद्यमी संयुक्त रूप से उद्यम स्थापित करते हैं। |
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विदेशी उदारता का उदाहरण हैं। |
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Answer» विदेशी उदारता का उदाहरण हैं विदेशी ऋण। |
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प्रतिकूल भुगतान शेष से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» यदि विदेशों को किए जाने वाले भुगतान देश को विदेशों से प्राप्त होने वाली आय से ज्यादा हों तो देश का भुगतान शेष प्रतिकूल कहलाता है। |
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मुद्रा स्फीति क्या है? |
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Answer» सामान्य कीमत स्तर में अत्यधिक वृद्धि। |
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मुद्रा-स्फीति की धारणा की व्याख्या करें। |
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Answer» मुद्रा-स्फीति आज के युग की सबसे गम्भीर समस्याओं में से एक है। विश्व का शायद ही कोई ऐसा देश हो जो इससे प्रभावित न हुआ हो। वास्तव में, विश्व का प्रत्येक देश चाहे वह विकसित हो या अल्प-विकसित, पूंजीवादी हो या समाजवादी, इस समस्या का शिकार रहा है। अन्तर केवल यही रहा है कि कुछ देशों को इससे बहुत अधिक नुक्सान हुआ है जबकि अन्यों को अपेक्षाकृत कम। आमतौर पर कीमत स्तर में होने वाली निरन्तर वृद्धि को मुद्रा-स्फीति कहा जाता है। प्रो० पीटर्सन के शब्दों में, “विस्तृत अर्थों में मुद्रा-स्फीति से अभिप्राय सामान्य कीमत स्तर में होने वाली स्थायी और निरन्तर वृद्धि से है।” मुद्रा-स्फीति के कई कारण हो सकते हैं, परन्तु इसका मुख्य कारण मांग का पूर्ति से अधिक होना है। जब वस्तुओं की मांग उनकी पूर्ति से अधिक हो जाती है तो कीमतें बढ़ने लगती हैं तथा मुद्रा-स्फीति उत्पन्न हो जाती है। |
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स्वचालित निवेश क्या होता है? |
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Answer» जो आय व लाभ की मात्रा से स्वतन्त्र होता है। |
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व्यापार शेष से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» दृश्य वस्तुओं जैसे-उपज, मशीनें, चाय, तम्बाकू आदि के आयात-निर्यात का अन्तर व्यापार शेष कहलाता है। |
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संरचनात्मक बेरोज़गारी तथा तकनीकी बेरोज़गारी में क्या अन्तर हैं? |
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Answer» संरचनात्मक बेरोज़गारी तथा तकनीकी बेरोज़गारी में अन्तर-
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छिपी बेरोजगारी से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» अदृश्य अथवा छिपी बेरोजगारी से अभिप्राय किसी विशेष आर्थिक क्रिया में उत्पादन के लिए आवश्यकता से अधिक मात्रा में श्रमिकों के लगे होने से है। |
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पूर्ण रोजगार की अवस्था में किन किस्मों की बेरोजगारियां पाई जा सकती हैं? |
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Answer» परम्परावादी अर्थशास्त्रियों के अनुसार, किसी भी अर्थ-व्यवस्था में पूर्ण रोजगार की अवस्था में निम्नलिखित किस्मों की बेरोज़गारियां पाई जा सकती हैं
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पूर्ण रोजगार की परिभाषा दें। |
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Answer» पूर्ण रोज़गार वह अवस्था है जिसमें वे सारे व्यक्ति जो मज़दूरी की प्रचलित दर पर कार्य करने के इच्छुक हैं, कार्य प्राप्त कर लेते हैं। |
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संघर्षात्मक बेरोजगारी से क्या आशय है? |
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Answer» यह बेरोज़गारी कच्चे माल की कमी, श्रमिकों की गतिहीनता, विशेष किस्म के रोज़गार सम्बन्धी अवसरों की कमी से, मशीनों की टूट-फूट के कारण पाई जाती है। |
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कुल निवेश व शुद्ध निवेश में अन्तर स्पष्ट कीजिए। |
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Answer» कुल निवेश = शुद्ध निवेश + प्रतिस्थापन निवेश। प्रतिस्थापन निवेश वह निवेश है जो पूंजी की घिसावट के कारण नष्ट हो जाने के फलस्वरूप उनके नवीनीकरण या प्रतिस्थापन के लिए किया जाता है। यह निवेश पूंजी के वर्तमान स्तर को बनाए रखता है। शुद्ध निवेश वह निवेश है जिसके कारण पूंजी के स्टॉक में वृद्धि होती है। कुल निवेश में से घिसावट व्यय या प्रतिस्थापन निवेश को घटा कर शुद्ध निवेश प्राप्त किया जा सकता है। शुद्ध निवेश = कुल निवेश – प्रतिस्थापन निवेश। |
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पोर्टफोलियो निवेश किसे कहते हैं? |
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Answer» पोर्टफोलियो निवेश विदेशी पूंजी का एक रूप है। यह निवेश विदेशी कम्पनियों द्वारा किसी देश की कम्पनियों के शेयर पूंजी या डिबेन्चर आदि में किया जाता है। |
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निवेश का एक निर्धारक बताएं। |
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Answer» ब्याज की दर। |
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औसत उपभोग प्रवृत्ति क्या है? |
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Answer» कुल व्यय व कुल आय के अनुपात को कहते हैं। |
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निवेश क्या है? |
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Answer» पूंजी भण्डार में वृद्धि। |
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साधन आय से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» उत्पादन में सहायता के लिए, उत्पादन के विभिन्न साधनों के मालिकों को जो आय प्राप्त होती है, उसे साधन आय कहते हैं। |
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स्वचालित निवेश की परिभाषा दें। |
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Answer» वह निवेश जो आय, उत्पादन तथा लाभ में परिवर्तनों से स्वतन्त्र होता है, उसे स्वचालित निवेश कहा जाता है। |
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राष्ट्रीय आय की परिभाषा दें। राष्ट्रीय आय तथा घरेलू आय में क्या अन्तर है? |
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Answer» राष्ट्रीय आय- राष्ट्रीय आय एक देश के सामान्य निवासियों की एक वर्ष में अर्जित साधन आय है। घरेलू आय- राष्ट्रीय आय में से यदि विदेशों से शुद्ध साधन आय को घटा दिया जाए तो जो आय बचेगी, उसे घरेलू आय कहा जायेगा अर्थात् – घरेलू आय = राष्ट्रीय आय – विदेशों से शुद्ध साधन आय विदेशों से प्राप्त शुद्ध साधन आय = देशवासियों द्वारा विदेशों से साधन सेवाओं के बदले प्राप्त साधन आय गैरदेशवासियों को देश की घरेलू सीमा के अन्दर साधन सेवाएं प्रदान करने के बदले प्राप्त साधन आय। |
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आधारभूत धारणाएं क्या हैं? |
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Answer» वे शब्द जिनका अर्थशास्त्र में विशेष अर्थ होता है। |
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रिक्त स्थानों की पूर्ति-……….. आय एक वर्ष में एक देश के सामान्य निवासियों द्वारा अर्जित की गई साधन आय है। (राष्ट्रीय/प्रति व्यक्ति)मनुष्य की आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करने के लिए उत्पादित वस्तुओं व सेवाओं का प्रयोग ……….. है। (उपभोग/उत्पादन)……….. में वृद्धि निवेश कहलाता है। (उपभोग/पूँजी)……… = उपभोग / आय (MPC/APC)……….. को बचत में परिवर्तन तथा आय में परिवर्तन के अनुपात के रूप में मापा जाता है। (MPC/MPS)सरकार की आय व्यय तथा ऋण सम्बन्धी नीति को ………… नीति कहा जाता है। (राजकोषीय/मौद्रिक)उपयोगिता का सृजन ………… है। (उपभोग/उत्पादन)भारत के केन्द्रीय बैंक की स्थापना …………… में हुई। (1935/1945) |
Answer»
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स्थिर कीमतों पर राष्ट्रीय आय का अर्थ बताओ। |
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Answer» यदि राष्ट्रीय आय का माप करने के लिए आधार वर्ष की कीमतों का प्रयोग किया जाए तो राष्ट्रीय आय को स्थिर कीमतों पर राष्ट्रीय आय कहते हैं। |
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चालू कीमतों पर राष्ट्रीय आय का अर्थ बताओ। |
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Answer» यदि राष्ट्रीय आय का माप करने के लिए चालू वर्ष की कीमतों का प्रयोग किया जाए तो राष्ट्रीय आय को चालू कीमतों पर राष्ट्रीय आय कहते हैं। |
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राजकोषीय नीति से क्या अर्थ है? |
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Answer» सरकार की आय-व्यय तथा ऋण सम्बन्धी नीति को राजकोषीय नीति कहा जाता है। |
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राजकोषीय नीति का एक उद्देश्य बताएं। |
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Answer» आर्थिक विकास। |
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मौद्रिक नीति के मुख्य उद्देश्य कौन-से हैं? |
Answer»
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तरलता अनुपात से क्या आशय है? |
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Answer» प्रत्येक बैंक को अपनी जमा राशि का एक निश्चित अनुपात अपने पास ही नकद राशि के रूप में रखना पड़ता है, इसे तरलता अनुपात कहते हैं। बैंक इस राशि को उधार नहीं दे सकती। |
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प्रेरित निवेश क्या होता है? |
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Answer» जो आय व लाभ की मात्रा पर निर्भर करता है। |
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मौद्रिक नीति का एक उद्देश्य बताएं। |
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Answer» मौद्रिक नीति का एक उद्देश्य कीमत स्थिरता है। |
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उदार और अनुदार ऋणों में अन्तर स्पष्ट कीजिए। |
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Answer» जो विदेशी ऋण लम्बी अवधि के लिए ब्याज की कम दर पर प्राप्त होते हैं, उन्हें उदार ऋण कहा जाता है। इसके विपरीत जो ऋण कम अवधि के लिए ब्याज की अधिक दर पर प्राप्त होते हैं, उन्हें अनुदार ऋण कहा जाता है। |
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राजकोषीय नीति के मुख्य उपकरण कौन-से हैं? |
Answer»
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विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय का क्या अर्थ है? |
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Answer» देशवासियों को साधन सेवाओं के बदले विदेशों से प्राप्त साधन आय तथा गैर-देशवासियों को देश की घरेलू सीमा के अन्दर साधन सेवाएं प्रदान करने के बदले प्राप्त साधन आय के अन्तर को विदेशों से प्राप्त निवल साधन आय कहते हैं। |
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राजकोषीय नीति का एक उपकरण बताएं। |
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Answer» राजकोषीय नीति का एक उपकरण है करारोपण। |
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“देश के सामान्य निवासी” का अर्थ बताओ। |
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Answer» देश के सामान्य निवासी का अर्थ है वह व्यक्ति या संस्था जो साधारणतः देश में रहती है और उसका लाभ या हानि उस देश के साथ ही है। |
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उपभोग से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» उत्पादित की गई वस्तुओं और सेवाओं का प्रयोग करके मानवीय आवश्यकताओं की प्रत्यक्ष रूप से सन्तुष्टि करने को उपभोग कहते हैं। |
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प्रेरित निवेश से क्या अभिप्राय है? |
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Answer» वह निवेश जो आय तथा लाभ की मात्रा पर निर्भर करता है, प्रेरित निवेश कहलाता है। |
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