InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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जब स्वायत्त निवेश और उपभोग व्यय (A) 50 करोड़ ₹ हो और सीमांत बचत प्रवृत्ति (MPS) 0.2 तथा आय (y) का स्तर 4,00,000 करोड़ ₹ हो तो प्रत्याशित समस्त माँग ज्ञात करें। यह भी बताएँ कि अर्थव्यवस्था संतुलन में है या नहीं (कारण भी बताएँ)। |
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Answer» आय का स्तर y = ₹ 4,00,000 स्वायत्त निवेश और उपभोग व्यय (A) = ₹ 50 करोड़ सीमांत बचत प्रवृत्ति (MPS) = 0.2 ( \(\therefore\) MPC = 1 - MPS ) सीमांत उपभोग प्रवृत्ति = 1 - 0.2 = 0.8 y = \(\overline A\) + C x y = 50 + 0.8 x 4000 ( \(\therefore\) C = MPC ) = 50 + 3200 = ₹ 3250 करोड़ प्रत्याशित समस्त माँग = ₹ 3,250 करोड़ |
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| 2. |
प्रत्याशित निवेश और यथार्थ निवेश में क्या अंतर है? |
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Answer» प्रत्याशित अथवा इच्छित निवेश वह निवेश है जो निवेशकर्ता किसी विशेष उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आय तथा रोजगार के विभिन्न स्तरों पर करने की इच्छा रखते हैं। यथार्थ अथवा वास्तविक निवेश वह निवेश है, जो निवेशकर्ता किसी विशेष उद्देश्य की प्राप्ति के लिए आय तथा रोजगार के विभिन्न स्तरों पर वास्तव में करते हैं। उदाहरण-मान लीजिए कि एक उत्पादक वर्ष के अंत तक अपने भंडार में 200 ₹ के मूल्य की वस्तु जोड़ने की योजना बनाता है। अतः उस वर्ष उसका प्रत्याशित निवेश 200 ₹ है। किंतु बाजार में उसकी वस्तुओं की माँग में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण उसकी विक्रय में उस परिमाण से अधिक वृद्धि होती है, जितना कि उसने बेचने की योजना बनाई थी। इस अतिरिक्त माँग की पूर्ति के लिए उसे अपने भंडार से 60 ₹ के मूल्य की वस्तु बेचनी पड़ती है। अतः वर्ष के अंत में उसकी माल-सूची में केवल 200 ₹ – 60 ₹ = 140 ₹ की वृद्धि होती है। इस प्रकार, उसको प्रत्याशित निवेश 200 ₹ है, जबकि उसका यथार्थ निवेश केवल 140 ₹ है। |
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| 3. |
सीमांत उपभोग प्रवृत्ति किसे कहते हैं? यह किस प्रकार सीमांत बचत प्रवृत्ति से संबंधित है? |
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Answer» सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) – आय के परिवर्तन के कारण उपभोग में परिवर्तन के अनुपात को सीमांत उपभोग प्रवृत्ति (MPC) कहते हैं। यह बढ़ी हुई आय का वह भाग है जो उपभोग पर खर्च किया जाता है उपभोग में परिवर्तन (∆C) को आय में परिवर्तन (∆y) से भाग करके MPC को ज्ञात किया जाता है। सूत्र के रूप में MPC = ∆C/∆y यहाँ ∆C = उपभोग में परिवर्तन, ∆y = आय में परिवर्तन। MPS = ∆S/∆y यहाँ, ∆S = बचत में परिवर्तन, ∆y = आय में परिवर्तन। |
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