InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
यौगिक के (IUPAC) नाम लिखिए : `CH_3-O-CH_2-underset(CH_3) underset(|)(CH)-CH_3` |
| Answer» 1-मिथोक्सी-2-मेथिल प्रोपेन, | |
| 2. |
यौगिक के (IUPAC) नाम लिखिए : |
| Answer» 2, 6-डाइमेथिल फीनॉल, | |
| 3. |
यौगिक के (IUPAC) नाम लिखिए : |
| Answer» 2, 5-डाइमेथिल फीनॉल, | |
| 4. |
दो एन्जाइम उत्प्रेरकों के नाम एवं इनके उद्योगों में उपयोग लिखिए। |
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Answer» (i) `(C_6H_10O_5)_noverset("Diastase")to C_12H_22O_11` (शीरा उद्योग), (ii) `C_6H_12O_6overset("Zymase")toC_2H_5OH` (ऐल्कोहॉल उद्योग) |
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| 5. |
प्रोपीन से आरम्भ करके प्रोपिल और आइसोप्रोपिल ऐल्कोहॉल कैसे प्राप्त करोगे? अभिकर्मकों और अभिक्रिया अवस्थाओं को निर्देशित कीजिए। |
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Answer» (i) `CH_3-CH=CH_2underset(H^+)overset(H_2O)to underset("(प्रोपेनॉल-2)")(CH_3CHOHCH_3)` (ii) `CH_3-CH=CH_2underset(H_2O_2)overset(B_2H_6)to underset("(प्रोपेनॉल-1)")(CH_3CH_2CH_2OH)` |
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| 6. |
ईथर की वाष्पशीलता, समावयवी ऐल्कोहॉल से उच्च होती है, क्यों? |
| Answer» ईथर में अन्तराणुक H-बन्ध नहीं होते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल में अन्तराणुक H-बन्ध होते हैं। | |
| 7. |
`CH_2SH,CH_3OH` में से कोन अधिक अम्लीय है तथा क्यों? |
| Answer» `CH_3SH,`चूँकि `CH_3S^(-),CH_3O^(-)` की तुलना में अधिक स्थायी है | | |
| 8. |
शुष्क `CH_3OH` अथवा `C_2H_5OH` प्राप्त करने के लिए निजल `CaCl_2` का प्रयोग नहीं किया जाता, क्यों? |
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Answer» क्योंकि ये `CaCl_2` के साथ में ठोस यौगिक बनाते हैं। `CaCl_2+4CH_3OHtoCaCl_24CH_2OH` `CaCl+4CH_3CH_2OH to CaCl_24CH_3CH_2OH` |
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| 9. |
निम्न अभिक्रिया में प्रयुक्त अभिकर्मकों के नाम बताइए: प्राथमिक ऐल्कोहॉल का कार्बक्सिलिक अम्ल में ऑक्सीकरण |
| Answer» `K_2Cr_2O_7//H_2SO_4` या `KMnO_4//H_2SO_4` द्वारा ऑक्सीकरण | |
| 10. |
निम्न अभिक्रिया में प्रयुक्त अभिकर्मकों के नाम बताइए: ब्यूटेन-2-ऑन से ब्यूटेन-2-ऑल |
| Answer» `NaBH_4"या" LiAlH_4 "या" H_2//Ni` द्वारा अपचयन | |
| 11. |
निम्न अभिक्रिया में प्रयुक्त अभिकर्मकों के नाम बताइए: प्रोपेन-2-ऑल का प्रोपीन में निर्जलन |
| Answer» सान्द्र `H_2SO_4433K` ताप पर निर्जलीकरण | |
| 12. |
निम्नलिखित की पहचान कैसे करोगे? फीनॉल एवं एथिल ऐल्कोहॉल। |
| Answer» एथिल ऐल्कोहॉल आयोडोफॉर्म परीक्षण देगा तथा फीनॉल `FeCl_3 (aq.)` के साथ बैंगनी रंग देगा। | |
| 13. |
स्पष्ट कीजिए कि जल में निम्नलिखित ऐल्कोहॉलों की विलेयताओं का क्रम निम्नलिखित है- n- ब्यूटिल ऐल्कोहॉल gt द्वितीयक व्यूटिल ऐल्कोहॉल gt तृतीयक ब्यूटिल ऐल्कोहॉल |
| Answer» जल विरोधी गुण बढ़ने के साथ ऐल्कोहॉल व जल के अणुओं के बीच बनने वाले H-बन्ध की प्रबलता घटती है जिस कारण विलेयता घटती है। इसी प्रकार ऐल्किल समूह का शाखाकरण बढ़न के साथ इसका + I प्रभाव बढ़ता जाता है जिससे ऐल्कोहॉल के द्वारा बनने वाला H-बन्ध दुर्बल होता है। | |
| 14. |
ऐल्कोहॉलों का अणुभार बढ़ने पर जल में इनकी विलेयता घटती है, क्यों? |
| Answer» ऐल्कोहॉलों की जल में विलेयता, अन्तराणक H-बन्ध के कारण होती है। ऐल्किल समूह बड़ा होने के साथ इस H-बन्ध का प्रबलत। घटती है तथा अणु में जल विरोधी समूह (hydrophobic part) का प्रभाव अधिक होता जाता है। यही कारण है कि अणुभार बढ़ने के साथ इनकी जल में विलेयता घटती जाती है तथा उच्च ऐल्कोहॉल जल में अविलेय होते हैं। | |
| 15. |
निम्नलिखित अभिक्रिया पहले मन्द गति से होती हैं तथा कुछ समय पश्चात् इसकी गति बढ़ जाती है। क्यो? `CH_3COOC_2H_5+H_2Oto CH_3COOH+C_2H_5OH` |
| Answer» अभिक्रिया में बनने वाले उत्पाद `CH_3COOH` से मुक्त होने वाले `H^(+)` अभिक्रिया को उत्प्रेरित करते हैं। यह स्व:उत्प्रेरण (aulecatalysis) का उदाहरण है। | |
| 16. |
निम्न अभिक्रिया में प्रयुक्त अभिकर्मकों के नाम बताइए: फीनॉल का 2,4,6-ट्राइब्रोमोफीनॉल में ब्रोमीनन |
| Answer» `Br_2//H_2O` द्वारा फीनॉल को अभिकृत करके | |
| 17. |
किसी ऐल्कोहॉल की किसी एक निर्जलीकरण अभिक्रिया की रासायनिक समीकरण लिखिए। |
| Answer» `CH_3CH_2OHunderset(160-170^@C)overset("सान्द्र" H_2SO_4)to underset("एथीन")(CH_2=CH_2)+H_2O` | |
| 18. |
ऐथनॉल एवं मैथिलपेन्टेन -ऑल से प्रारम्भ करके एथोक्सि-मैथिलपेन्टेन के विलयमसन संश्लेषण की अभिक्रिया लिखिए । |
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Answer» `underset("3-मैथिलपेन्टेन-ऑल ")(CH_(3)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-underset(OH) underset(|)(CH)-CH_(3))overset(Na)toCH_(3)-CH_(3)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-O^(-)-Na^(+)` `underset("एथेनॉल")(C_(2)H_(5)OH)overset(+HBr)to C_(2)H_(5)Br+H_(2)O` `CH_(3)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-ONa +C_(2)H_(5)Br overset(-NaBr)to underset("2-एथोक्सि-3-मैथिलपेन्टेन")( CH_(3)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-OC_(2)H_(5))` |
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| 19. |
ऐसी दो अभिक्रियाएँ लिखिए, जिनमें फीनॉल की अम्लीय प्रकृति प्रदर्शित होती हो। |
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Answer» (a) फीनॉल सक्रिय धातुओं जैसे Na के साथ क्रिया करके `H_2` गैस देता है। `2C_6H_5OH+2Nato underset("सोडियम फीनॉक्साइड")(2C_6H_5ONa)+H_2` (b) यह NaOH के साथ क्रिया करके सोडियम फीनॉक्साइड तथा जल देता है। `C_6H_5OH+NaOH to C_6H_5ONa +H_2O` |
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| 20. |
जल व ऐल्कोहॉलों के मिश्रण का आयतन, इनके आयतन के योग से कम होता है, क्यो? |
| Answer» प्रबल H-बन्घ के कारण जल व ऐल्कोहॉल के अणु, जल-जल अथवा ऐल्कोहॉल-ऐल्कोहॉल अणुओं की तुलना में निकट रहते है | | |
| 21. |
ईथर को रंगीन बोतल में पूर्ण रूप से भरकर रखा जाता है, क्यों? |
| Answer» ईथर प्रकाश व वायु की उपस्थिति में परॉक्साइड बनाते हैं जो विषैले होते हैं। | |
| 22. |
ईथर को कभी-भी शुष्कता तक गर्म नहीं करते है, क्यों? |
| Answer» ईथर के ऑक्सीकरण से बने परॉक्साइड विस्फोटक होते हैं, जो शुष्कता तक गर्म करने पर विस्फोट कर सकते हैं। | |
| 23. |
निम्न परिवर्तन को किस प्रकार किया जा सकता है? बेन्जिल क्लोराइड `to` बेन्जिल ऐल्कोहॉल |
| Answer» `C_6H_5CH_2Cloverset("जलीय"NaOH)toC_6H_5CH_2OH+NaCl` | |
| 24. |
फीनॉल अम्लीय होते हैं, किन्तु `NaHCO_3` के साथ क्रिया करके `CO_2` नहीं देते, क्यों? |
| Answer» `H_2CO_3` (कार्बोनिक अम्ल), फीनॉल से प्रबल अम्लीय होता है. तथा जल में फीनॉल क्षीण अम्ल व `NaHCO_3` क्षीण क्षार होता है। अत: फीनॉल, बाइकार्बोनेट से `CO_2` को मुक्त नहीं करता है| | |
| 25. |
p-क्रीसॉल जल व तनु HCI में अविलेय है, किन्तु NaOH विलयन में विलेय है, क्यो? |
| Answer» चूंकि यह अम्लीय होता है तथा NaOH के साथ लवण बना लेता है। | |
| 26. |
ईथर की बोतल में `Cu_2O` की सूक्ष्म मात्रा मिला देते हैं, क्यों? |
| Answer» ईथर परॉक्साइड के निर्माण को रोकने के लिए। `Cu_2O` ऋणात्मक उत्प्रेरक का कार्य भी करता है। | |
| 27. |
निम्नलिखित ईथरों के नाम लिखिए - `CH_(3)-O-CH_(2)-CH_(2)Cl` |
| Answer» 2 - क्लोरो -1 - मेथाक्सी एथेन | |
| 28. |
निम्नलिखित ईथरों के नाम लिखिए - `CH_(3)-CH_(2)-CH_(2)-O-CH_(3)` |
| Answer» 1 - मेथेकसी प्रोपेन | |
| 29. |
परिशुद्ध ऐल्कोहॉल (absolute alcohol ) को इसके जलीय मिश्रण के सरल आसवन (simple distillation) से प्राप्त नहीं किया जा सकता, क्यों? |
| Answer» `95%C_2H_5OH "तथा "5%H_2O` का मिश्रण, स्थिर क्वथनांकी मिश्रण (azcotropic mixture) होता है अत: द्रव व वाष्प दोनों मे मिश्रण का संघटन समान होता है। | |
| 30. |
एथीन के जलयोजन से ऐथेनॉल प्राप्त करने की क्रिया-विधि लिखिए। |
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Answer» `H_2SO_4toH^(+)HSO_4^(-)` `CH_2=CH_2+H^+toCH_3overset(+)CH_2overset(O^(-)SO_2OH)tounderset("एथिल हाइड्रोजन सल्फेट")(CH_3CH_2OSO_2OH)` एथिल हाइड्रोजन सल्फेट को जल के साथ उबालने पर ऐथेनॉल प्राप्त होता है। `CH_3CH_2OSO_2OH+H_2OtoH_2SO_4+CH_3CH_2OH` |
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| 31. |
निम्नलिखित ईथरों को के साथ गरम करने से प्राप्त मुख्य उत्पाद लिखिए - `CH_(3)-CH_(2)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)-O-CH_(2)-CH_(3)` `(ii) CH_(3)-CH_(2)-CH_(2)-O-underset(CH_(3))underset(|)overset(CH_(3))overset(|)C-CH_(2)-CH_(3)` |
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Answer» `CH_(3) - CH_(2) - underset("मेथिल ब्यूटेन -ऑल ")underset(CH_(3))underset(|)CH-CH_(2)OH +CH_(3)CH_(2)I` `(ii) CH_(3)-CH_(2)-CH_(2)-OH+CH_(3)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)overset(CH_(3))overset(|)C-I` |
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| 32. |
ऐल्कोहॉल दुर्बल क्षार की तरह व्यवहार क्यों करता है ? |
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Answer» इसके निम्न कारण हैं - (I ) अधिक ऋणविधुती होने के कारण ऑक्सीजन पर ऋणावेश उत्पन्न होता है (ii) ऐल्किल समूह का प्रभाव ऑक्सीजन को अधिक ऋणात्मक बनाता है । (iii) ऑक्सीजन पर एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म होता है, अतः यह दुर्बल क्षार के समान व्यवहार करता है । |
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| 33. |
ऑर्थो तथा पैरा-नाइट्रोफीनॉलों के मिश्रण को भाप आसवन द्वारा पृथक् करने में भाप-वाष्पशील समावयवी का नाम बताइए। इसका कारण दीजिए। |
| Answer» आर्थो-नाइट्रोफीनॉल में अन्तःअणुक H-बन्धों के कारण यह भाप-वाष्पशील है जबकि अन्तराणुक H-बन्धों के कारण p-नाइट्रोफीनोल भाप-वाष्पशील नहीं होता है। | |
| 34. |
क्लोरोबेन्जीन से फीनॉल बनाने की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए । |
| Answer» समूह के प्रबल तथा प्रभाव के कारण के कारण बन्ध पर इलेक्ट्रॉन घनत्व घट जाता है, अतः प्रोटॉन आसानी से मुक्त हो जाता है । प्रोटॉन खोने के पश्चात नाइट्रो फीनॉक्साइड आयन अनुनाद द्वारा स्थायित्व प्राप्त करता है । ऑर्थों नाइट्रो फीनॉक्साइड आयन अनुनाद स्थानी प्राप्त होता है , अतः नाइट्रो फीनॉल से एक प्रबल अम्ल बनाता है । दूसरी तरफ समूह का प्रभाव के कारण बन्ध पर इलेक्ट्रॉन घनत्व बढ़ जाता है, अतः प्रोटॉन का खोना कठिन हो जाता है अब मेथॉक्सी फीनॉक्साइड आयन जो कि प्रोटॉन के खोने के बाद शेष रहता है, अनुनाद के कारण विस्थायी जो जाता है । | |
| 35. |
मेथेनॉल जल में विलेय है , किन्तु आयोडोमेथेन नहीं क्यों ? |
| Answer» मेथिल एक ध्रुवीय अनु है , जो जल के अणुओं के साथ हाइड्रोजन बंध बनाता है अतः जल में विलेय है, जबकि आयोडीमीथेन जल के अणुओं के साथ हाइड्रोजन बंध नहीं बनाता अतः अविलेय है । | |
| 36. |
ऑर्थों तथा पैरा-नाइट्रोफीनॉलों के मिश्रण को भाप आसवन द्वारा पृथक करने में भाप वाष्पशील समावयवी का नाम बताइए। इसका कारण दीजिए । |
| Answer» o- नाइट्रो फीनॉल अन्तः अणुक हाइड्रोजन बंध ( Intra-molecular hydrogen bonding )के कारण भाप वाष्पशील होता है , जबकि नाइट्रो फीनॉल अन्तरा-अणुक हाइड्रोजन बंध (Intermolecular hydrogen bonding ) के कारण कम वाष्पशील होता है । | |
| 37. |
समतुल्य अणुभार वाले हाइड्रोकार्बनों की अपेक्षा ऐल्कोहॉल जल में अधिक विलेय होते हैं । इस तथ्य को समझाइए। |
| Answer» समतुल्य अणुभार वाले हाइड्रोकार्बनों की अपेक्षा ऐल्कोहॉल जल में अधिक विलेय होते है क्योकि ऐल्कोहॉल अणु जल के साथ हाइड्रोजन बंध बनाते हैं । हाइड्रोकार्बन जल के साथ हाइड्रोजन बंध नहीं बनाते हैं । | |
| 38. |
ग्रिगनार्ड अभिकर्मक तथा `LiAlH_(4)` के लिए ऐल्कोहॉल का उपयोग विलायक के रूप में नहीं किया जा सकता क्यों ? |
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Answer» क्योकि ऐल्कोहॉल दोनों से क्रिया कर लेता है - `CH_(3)OH +RMgX to RH +Mg (OCG_(3))X` `4CH_(3) OH +LiAIH_(4) to LiAl (OCH_(3))_(4)+4H_(2)` |
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| 39. |
कारण बताइए कि मेथॉक्सी मेथेन की तुलना में एथेनॉल का क्वथनांक उच्च क्यों होता हे ? |
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Answer» ऋणाविधुति ऑक्सीकरण परमाणु से हाइड्रोजन परमाणु के जुड़े होने के कारण एथेनॉल अन्तरा अणुक हाइड्रोजन बन्ध पाया जाता है जिसके परिमाणस्वरूप एथेनॉल संयुग्मी अणु के रूप पाया जाता है , अंत H - बन्धो तो तोड़ने के लिए ऊर्जा की अत्यधिक मात्रा की आवश्यकता पड़ती है अंत : एथेनॉल का क्वथनांक मेथेन जो कि हाइड्रोजन बन्ध नहीं बनता से उच्च होता है `underset("अंतर अणुक H -बन्ध ")("------"H^(+delta )"___"overset(" "C_(2)H_(5))overset(" "|_(-delta) )O "-----"overset(+delta )H"_____"overset(" "C_(2) H_(5))overset(" "|_(+delta) )O"------"overset(+delta )H"_____"overset(" "C_(2)H_(5))overset(" "|_(-delta) )O"-------")` |
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| 40. |
जल के डाइएथिल व्युत्पन्न है -A. एनहाइड्राइडB. ऐल्कोहॉलC. कीटोनD. ईधर |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 41. |
हैलोजनीकृत ईधरो से उच्चतर ईधर बनाने में उपयोग किया जाने वाला अभिकर्मक है -A. सांद्र `H _(2 ) SO _(4 )`B. सोडियम ऐल्कॉक्साइडC. शुष्क सिल्वर ऑक्साइडD. ग्रिगनाइड अभिकर्मक |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 42. |
ईधर समवयती प्रदर्शित करता है -A. ऐल्डीहाइडB. कीटोनC. ऐल्कोहॉलD. a व b दोनों |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 43. |
एथेनॉल से डाइएथिल ईधर का बनना किस अभिक्रिया पर आधारित है -A. निर्जलीकरणB. विहाइड्रोजनीकरणC. हाइड्रोजनीकरणD. विषमांगी विखंडन |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 44. |
IUPAC पध्दति में `CH _(2 )=CH _(2 ) O CH _(3 ) ` को नाम है -A. एलिल मैथिल ईधरB. 1 -मेथाक्सी -2 - प्रोपेनC. 3 - मेथाक्सी -1 - प्रोपेनD. विनाइल डाइमेथिल ईधर |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 45. |
जब सोडियम एथॉक्साइड और एथेनॉल क्लोरोडाइड को गर्म किया जाता है , तो निम्लिखित में से कौन- सा उत्पाद बनता है -A. डाइएथिल ईधरB. एथिल ऐल्कोहॉलC. एसीटैल्डिहाइडD. एथिल इथेनोएट |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 46. |
जब ऐल्किल हैलाइड की सोडियम एल्कोक्साइड से क्रिया कराई जाती है , तो संभवित उत्पाद -A. एक ऐल्डीहाइडB. एक कीटोनC. एक ईधरD. एक कार्बोक्सिलिक अम्ल |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 47. |
किसकी क्रिया द्वारा मेथिल फेनिल ईधर प्राप्त किया जा सकता है -A. फिनोलेटआयन एवं मैथिल आयोडाइडB. मेथाक्साइड आयन और ब्रोमोबेंजीनC. मेथेनॉल एवं फीनॉलD. ब्रोमो बेंजीन ब्रोमाइड |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 48. |
ईधर का समान्य अणुसूत्र है -A. `C_(n) H_(2n) O `B. `C_(n)H_(2n+I)O`C. `C_(n)H_(2n+2)O`D. `C_(n)H_(2n)OC_(n)H_(2n)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 49. |
ऐल्कोहॉलो के अन्तरा- अणुक निर्जलन से प्राप्त होती है:A. ऐल्कीनB. कीटोनC. ऐल्काइनD. ईथर |
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Answer» Correct Answer - D `2R-OHtoR-O-R+H_2O` |
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| 50. |
निम्नलिखित में से कौन एथेनॉल के साथ शीघ्रता से अभिक्रिया करता है?A. p -नाइट्रोबेन्ज़िल ब्रोमाइडB. p-क्लोरोबेन्ज़िल क्लोराइडC. p -मेथॉक्सीबेन्ज़िल ब्रोमाइडD. p - मेथिलबेन्ज़िल ब्रोमाइड |
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Answer» Correct Answer - C अभिक्रिया की क्रिया विधि `S_(N^(1))` तथा मध्यवर्ती कारब्धानायं बनता है| p- स्थिति पर उपस्थित `-CH_3`समूह करबध्नायान को स्थायित्व प्रदान करता है | |
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