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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

पंडित शादीराम अपना ऋण क्यों नहीं उतार पाते थे ?(अ) वे अत्यंत गरीब थे ।(ब) बचे हुए पैसे किसी न किसी तरह खर्च हो जाते थे ।(क) रुपये देने की उनकी दानत ही नहीं थी ।(ड) पैसे देने जितनी रकम इकट्ठी ही नहीं होती थी ।

Answer»

(ब) बचे हुए पैसे किसी न किसी तरह खर्च हो जाते थे ।

2.

पंडित शादीराम को अलबम के कितने रुपये मिले ?(अ) एक हजार(ब) दो सौ(क) दो हजार(ड) एक सौ

Answer»

सही विकल्प है (अ) एक हजार

3.

पंडित शादीराम पुरानी पत्रिकाएँ क्यों नहीं बेच देते थे ?

Answer»

पंडित शादीराम के स्वर्गीय बड़े भाई के समय की पत्रिकाओं को देखकर रोते बच्चों के आंसू थम जाते थे। इसलिए पंडित शादीराम पुरानी पत्रिकाएँ नहीं बेचते थे।

4.

पंडित शादीराम के बचाए हुए अस्सी रुपये किसमें खर्च हो गये ?

Answer»

पंडित शादीराम के बचाए हुए अस्सौ रुपये लड़के की बीमारी में खर्च हो गए।

5.

सदानंद ने शादीराम को पुरानी पत्रिकाओं से क्या करने की सलाह दी ?

Answer»

लाला सदानंद ने शादीराम को पुरानी पत्रिकाओं से अच्छीअच्छौ तस्वीरें अलग छोट लेने की सलाह दी।

6.

सदानंद का मन प्रसन्नता से नाच उठा क्योंकि …..(अ) उन्हें अपने पैसे वापस मिल गए ।(ब) पंडित शादीराम की उदारता और सज्जनता के कारण ।(क) परमात्मा ने उनकी बात स्वीकार कर ली ।(ड) मारवाड़ी सेठ ने अलबम खरीद लिया था ।

Answer»

(ड) मारवाड़ी सेठ ने अलबम खरीद लिया था ।

7.

शादीराम पुरानी पत्रिकाएँ बेचते नहीं थे क्योंकि ……(अ) उनकी कोई ज्यादा रकम नहीं मिल सकती थी ।(ब) उनके भाई की अमानत थी ।(क) उनके रोते हुए बच्चे उनमें के चित्रों को देखकर चुप हो जाते थे ।(ड) पत्रिकाएँ उन्हें बहुत प्रिय थीं ।

Answer»

(क) उनके रोते हुए बच्चे उनमें के चित्रों को देखकर चुप हो जाते थे ।

8.

लाला सदानंद की बीमारी के समय पंडित शादीराम किस तरह सेवा करते थे ?

Answer»

पंडित शादीराम लाला सदानंद के लिए दिन-रात माला फेरते थे। यही उनकी औषधी थी जिसे वे अपनी आत्मा की पूरी शक्ति और मन से कर रहे थे।

9.

पंडित शादीराम के दिल में क्यों शांति नहीं थी ?

Answer»

पंडित शादीराम गरीब थे, पर दिल के बुरे न थे। उन्हें अपने यजमान लाला सदानंद से लिया गया कर्ज बोझ के समान लगता था। वे चाहते थे कि जिस तरह भी हो, उनका रुपया अदा कर दें। वैसे लाला सदानंद को इस रकम की ज्यादा परवाह न थी। वे चाहते थे कि शादीराम रुपए देने की कोशिश न करें। उन्होंने इसके लिए कभी तकादा तक नहीं किया था, पर शादीराम सोचते थे कि वे कुछ नहीं कहते, तो क्या हुआ, इसका मतलब यह थोड़े ही है कि मैं भी निश्चिंत हो जाऊँ! इसलिए शादीराम के दिल में शांति न थी।

10.

शादीराम का ऋण उतरने की बजाय दुगुना क्यों हो गया ?

Answer»

पंडित शादीराम की कर्ज मुक्ति के लिए अलबम बनवाकर लाला सदानंद ने मारवाडी सेठ को बिकवा दिया। इन पैसों से पंडित शादीराम ने लाला सदानंद का कर्ज उतार दिया। जब पंडित शादीराम ने जाना कि अलबम मारवाडी सेठ के बजाय लाला सदानंद ने खरीदा है, तब वे समझ गए कि पहले का कर्ज तो अदा नहीं हुआ और इस अलबम के लिए दिए गए पैसों के रूप में कर्ज बड़कर दुगुना हो गया।

11.

पंडित शादीराम कर्ज अदा करने के लिए क्यों बेचैन थे ?

Answer»

पंडित शादीराम ने कई साल पहले लाला सदानंद से कर्ज लिया था। पर भले मानस लाला सदानंद कभी उनसे पैसों का तकादा नहीं करते थे। पंडित शादीराम पेट काट-काटकर पैसे बचाते, फिर भी कोई-न-कोई काम निकल आता कि सारा पैसा उड़ जाता। इस कारण शादीराम कर्ज अदा करने के लिए बेचैन थे।

12.

‘अलबम सेठ से मैंने मँगवा लिया है ।’ – ऐसा सदानंद ने शादीराम से क्यों कहा ?

Answer»

शादीराम ने सदानंद के सिरहाने अलबम देख लिया था। इसलिए वह अलबम छीनकर सदानंद ने शादीराम से कहा कि अलबम सेठ से मैंने मंगवा लिया है’ ताकि उन्हें शंका न हो।

13.

पंडित शादीराम लाला सदानंद से यह क्यों न कह सके कि वे झूठ बोल रहे हैं ?

Answer»

रोगी लाला सदानंद के सिरहाने अलबम देखकर पंडित शादीराम समझ गए कि किसी सेठ ने नहीं बल्कि लाला सदानंद ने खरीदा था। होश आने पर लाला सदानंद ने कहा कि सेठ से उन्होंने अलबम मंगवा लिया। इस पर पंडित शादीराम समझ गए कि लाला सदानंद झूठ बोल रहे हैं लेकिन पहले से भी अधिक सज्जन, अधिक उपकारी और उच्च मनुष्य से वे यह कह न पाए।

14.

लाला सदानंद ने शादीराम की समस्या का क्या हल निकाला ?

Answer»

कर्ज को लेकर परेशान शादीराम की समस्या का हल निकालने के लिए लाला सदानंद ने शादीराम के घर पर पड़ी सुंदर तस्वीरोंवाली पत्रिकाओं से अच्छी-अच्छी तस्वीरें छांटने के लिए उनसे कहा। इन तस्वीरों का अलबम बनाकर विज्ञापन देने पर कलकत्ते के मारवाड़ी सेठ ने पत्र लिखकर यह अलबम खरीद लिया। इस तरह लाला सदानंद ने शादीराम की समस्या का हल निकाला।

15.

लाला सदानंद के चरित्र पर अपने विचार स्पष्ट कीजिए ।

Answer»

लाला सदानंद एक सज्जन, भले मानस, संवेदनशील और दूसरों की मदद करनेवाले व्यक्ति हैं। उन्होंने कई वर्ष पहले अपने पुरोहित पंडित शादीराम को कर्ज दिया था, लेकिन इतने दिनों बाद भी उन्होंने शादीराम से पैसों का कभी तकादा नहीं किया, बल्कि उनकी विवशता को देखते हुए वे चाहते थे कि वे रुपए न लौटाएं तो अच्छा हो। दूसरों की मदद करने में भी वे पीछे नहीं रहते।

पंडित शादीराम की सहायता करने के उद्देश्य से ही उन्होंने उनसे पत्रिकाओं से अच्छे चित्र छांटकर जमा करने के लिए कहा था। उन्होंने चित्रों से स्वयं अलबम बनाया, विज्ञापन दिया और किसी सेठ के नाम से पत्र भेजकर अलबम स्वयं अपने पास रखकर शादीराम को रुपए दिलाए। यह सब उन्होंने इसलिए किया, ताकि शादीराम के आत्मसम्मान पर आंच न आए और उन्हें यह लगे कि रुपए उन्हें अपनी चीज के मूल्य के रूप में मिले हैं, दान में नहीं। इतना ही नहीं, अपने घर में पंडित शादीराम के हाथ में अलबम देखकर वे उनका विश्वास बनाए रखने के लिए झूठ बोलते हैं कि ‘अलबम अब उन्होंने सेठ साहब से मंगवा लिया है।’

16.

लाला सदानंद शादीराम से रुपए क्यों नहीं लेना चाहते थे?

Answer»

पंडित शादीराम गरीब थे, पर दिल के बुरे नहीं थे। वे लाला सदानंद के कर्ज के रुपए अदा करने का पूरा प्रयास करते थे, पर किसी-न-किसी कारण से इकट्ठा किया गया रुपया उन्हें खर्च कर देना पड़ता था। इसलिए उन्हें मन मारकर रह जाना पड़ता था। लाला सदानंद अपने पुरोहित शादीराम की विवशता को जानते थे। उन्हें इस रकम की परवाह न थी और चाहते थे कि शादीराम कर्ज के रुपए देने का प्रयास न करें। इसीलिए उन्होंने शादीराम को कभी तकादा भी नहीं किया था।

17.

शादीराम के विल में क्या नहीं था?A. श्रद्धाB. शांतिC. चिंताD. आशा

Answer»

सही विकल्प है B. शांति

18.

कलकत्ते के मारवाडी सेठ ने पत्र क्यों लिखा?A. पैसे मंगवानेB. साड़ियाँ मंगवाने के लिएC. अलबम भेजने के लिएD. कपड़ों के लिए

Answer»

C. अलबम भेजने के लिए

19.

अलबम के पाँचसौ रुपये किसे मिले ?A. पंडित वंशीधर कोB. पंडित शादीराम कोC. पंडित अलोपीदिन कोD. पंडित मनमोहनजी को

Answer»

B. पंडित शादीराम को

20.

अलबम भेजने के लिए किसने पत्र लिखा था?A. कलकत्ते के मारवाडी शेठ नेB. बिहार के मारवाडी शेठ नेC. दिल्ली के सेठ नेD. अहमदाबाद के मारवाडी सेठ ने

Answer»

A. कलकत्ते के मारवाडी शेठ ने

21.

पंडित शादीराम की अलमारी में क्या था?A. पुस्तकेंB. पत्रिकाएँC. अलबमD. चित्र

Answer»

सही विकल्प है B. पत्रिकाएँ

22.

लाला सदानंद के सिरहाने रखी सख्ख चीज क्या थी?

Answer»

लाला सदानंद के सिरहाने रखी सख्त चीज वही अलबम था जो किसी सेठ ने नहीं, बल्कि स्वयं लाला सदानंद ने खरीदा था।

23.

पंडित शादीराम खुशी से क्यों झूमने लगा ?

Answer»

लाला सदानंद ने पंडित शादीराम से अलबम बनाने के लिए पत्रिकाओं से अच्छी तसवीरे छाँटने के लिए कहा, तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ कि उनका यह प्रयत्न सफल होगा। लेकिन जब सौ-दो सौ बढ़िया चित्र जमा हो गए, तो उन्हें देखकर वे उछल पड़े। वे चित्रों की ओर इस तरह देखते जैसे हर चित्र दस-दस का नोट हो। यद्यपि आशा अभी दूर थी, पर लाला सदानंद की दी हुई आशा पर अब उन्हें पूरा विश्वास हो गया। इसलिए पंडित शादीराम भविष्य की कल्पना करते हुए खुशी से झूमने लगे।

24.

लाला सदानंद ने शादीराम से अपने रुपयों का कभी तगादा क्यों नहीं किया?

Answer»

लाला सदानंद ने शादीराम से उसने रुपयों का कभी तगादा नहीं किया, क्योंकि वे उनकी विवशना जानते थे।

25.

सदानंद के कहने पर शादीराम ने पत्रिकाओं के चित्रों का क्या किया ?(अ) बेच दिए(ब) अलबम बनाया(क) बच्चों को बाँट दिये(ड) दीवारों पर सजा दिये

Answer»

(ब) अलबम बनाया

26.

शादीराम ने अपना कर्ज कैसे चुकाया ?

Answer»

कर्ज को लेकर परेशान शादीराम को कर्ज से मुक्त करने के लिए लाला सदानंद ने शादीराम के घर पर पड़ी सुंदर तस्वीरोवाली पत्रिकाओं से अच्छी-अच्छी तस्वीरें छाँटने के लिए उनसे कहा। इन तस्वीरों का अलबम बनाकर विज्ञापन देने पर कलकते के मारवाड़ी सेठ ने पत्र लिखकर यह अलबम खरीद लिया। उन पैसों से शादीराम ने अपना कर्ज चुका दिया।

27.

वह करवट आदमी की नहीं थी तो किसकी थी?A. भाग्यB. संभावनाC. आशाD. धीरज

Answer»

सही विकल्प है A. भाग्य

28.

शादीराम पुरानी पत्रिकाएँ …A. मित्रों को बांटते थे।B. बेचते थे।C. बेचते नहीं थे।D. बेचकर बड़ी कमाई करते थे।

Answer»

C. बेचते नहीं थे।