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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

राजा कुमारवर्मा की जगह पर यदि तुम होते तो अकाल की समस्या से कैसे जूझते?

Answer»

राजा कुमारवर्मा की जगह पर यदि मैं होता तो अकाल की समस्या से इस प्रकार जूडता :

  • राज्य के धान्यागार में से धान लेकर सबको बाँट दूँ।
  • अडोस – पडोस के राज्यों के राजाओं से धन – धान्य आदि उदार लेकर जनता में बाँट दूँ।
  • नीतिशास्त्र, धर्मशास्त्र आदि को पढ़कर समस्या को हल करने का प्रयत्न करूँ।
  • नीति कोविद, धर्मकोविद, ज्योतिष्य कोविदों को बुलाकर उनसे अकाल के कारणों के बारे में चर्चा करता।
  • वेदों में लिखा गया है कि यज्ञ यागादि कार्य करने से अकाल की स्थिति दूर होगी। – इस कथन के अनुसार मैं यज्ञ यागादि कार्यक्रम करता।
  • शास्त्र, सांकेतिक वैज्ञानिकता की सहायता से मेघ मदन कार्यक्रम करता।
2.

अकाल की समस्या के निवारण के लिए राजा ने क्या-क्या उपाय सोचे होंगे?

Answer»

राजा कुमार वर्मा ने अकाल की समस्या के निवारण के लिए कई बुद्धिमानों और विद्वानों को बुलवाया होगा। राजभंडार का अनाज प्रजा में बाँट दिया होगा। अडोस – पडोस के राज्यों से अनाज़ उधार लिये होंगे। सभी तरह से खुशहाल किसी राज्य के राजा से, वहाँ के शासन नियमों के पता प्राप्त करने भेंट किये होंगे।

3.

राजा कुमारवर्मा के राज्य में अकाल की स्थिति क्यों उत्पन्न हुई होगी?

Answer»

अकाल की स्थिति तो प्रकृति से संबंधित अंश है। अकाल की स्थिति का कारण वर्षा की कमी है। यदि वर्षा की कमी हो या वर्षा बराबर नहीं हो तो अकाल की स्थिति उत्पन्न होगी। इसी कारण राजा कुमारवर्मा के राज्य में अकाल की स्थिति उत्पन्न हुई होगी।