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1.

एक के बदले दूसरे खाते में सही राशि से सही पक्ष में लिखा जाये तब उस भूल को ……………………….. कहा जायेगा ।(अ) क्षतिपूरक भूल(ब) वीसरचूक भूल(क) सिद्धांत की भूल(ड) उचित खाते न ले जाने की भूल

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सही विकल्प है (क) सिद्धांत की भूल

2.

सकल तलपट न मिले तब कामचलाऊ आधार पर …………………………. द्वारा सकल तलपट मिला ली जाती है ।(अ) व्यापार खाता(ब) लाभ-हानि खाता(क) उचिंत खाता(ड) आर्थिक चिट्ठा

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सही विकल्प है (क) उचिंत खाता

3.

उचित खाते पर टिप्पणी लिखिए ।

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उचित खाता (Suspense Account) : सामान्यतः हिसाब सही से लिखे गये हो और उसमें अगर कोई भूल न हो तब सकल तलपट मिल जाता है और उसके बाद वार्षिक हिसाब तैयार किये जाये है । अगर सकल तलपट अनेक प्रयत्नों के बाद भी न मिले तब सकल तलपट का अंतर जिस तरफ आ रहा हो उस तरफ उचिंत खाते से अंतर की राशि रखकर सकल तलपट मिला दिया जाता है । सामान्यतः, सकल तलपट में कोई भूल न रहे इसके लिये संभवित तमाम प्रयत्नों को किया जाता है । उसके बावजूद अगर उसमें भूल रह जाये तब उन भूलों को खोजने में काफी समय लग जाता है और वार्षिक हिसाब समय से तैयार नहीं हो सकते । ऐसी स्थिति में सकल तलपट में आनेवाला अंतर उचिंत (उपलक) खाते लिखकर उसका योग समान कर वार्षिक हिसाब तैयार किये जाते है । उदा. सकल तलपट के उधार पक्ष का योग रु. 12,000 बताता है, जबकि जमा पक्षा का योग रु. 11,000 बताता है । तब अंतर की राशि जमा पक्ष में रु. 1,000 उचिंत खाते लिखकर सकल तलपट मिला दी जाती है ।

अगर सकल तलपट के उधार पक्ष में अंतर आये तब उधार पक्ष में कम आनेवाली अंतर की राशि उचिंत खाते लिखी जाती है और उसे आर्थिक चिट्ठा के संपत्ति-लेना पक्ष में बताया जाता है ।

अगर सकल तलपट के जमा पक्ष का अंतर आये तब जमा पक्ष में कम आनेवाली अंतर की राशि उचित खाते लिखी जाती है और उसे आर्थिक चिट्ठा के पूँजी-दायित्व पक्ष में दर्शाया जायेगा ।

सकल तलपट में आनेवाला अंतर उचित खाते लिखकर आर्थिक चिट्ठा लिया जाता है । दूसरे वर्ष के प्रारंभ में या वर्ष के दरम्यान पहले के वर्ष में हुई भूल सुधारने के लिए अंतर उचित खाते लिखने के बाद उचिंत खाते की मदद ली जाती है ।

इस प्रकार, जिस भूल में उधार या जमा एक ही तरफ जुड़े हो, अर्थात् एक ही पक्ष की भूल हो तब भूल सुधारने के लिये सही खाता उधार या जमा किया जाता है और उसके सामने उचित खाता उधार या जमा किया जाता है । सभी भूलों को सुधारने पर उचिंत खाता अपने आप बंद हो जाता है ।

भूल सुधार के सिवाय उचिंत खाते के अन्य उपयोग भी है, जब किसी व्यवहार में कौन-सा खाता उधार या कौन-सा जमा करना यह तय न हो तब कामचलाऊ आधार पर राशि को उचिंत खाते उधार या जमा कर दिया जाता है । जब किस खाते असर देना यह तय हो जाने के बाद उस खाते असर देकर उचिंत खाता बंद कर दिया जाता है ।

4.

हिसाबी भूलों के प्रकार बताइए ।

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हिसाबी भूलों के दो प्रकार है :

  1. सकल तलपट पर असर न करनेवाली भूलें
  2. सकल तलपट पर असर करनेवाली भूलें