InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
निम्नलिखित हैलाइडो के नाम आईयूपीएसी (IUPAC) पध्दति में लिखिए तथा उनका वर्गीकरण, ऐल्किल, ऐलिलिक, बेन्जिलिक (प्राथमिक, द्वितीयक एवं तृतीयक) वाइनिल अथवा ऐरिल हैलाइड के रूप में कीजिए : `CH_(3)CH_(2)C(CH_(3))_(2)CH_(2)I` |
| Answer» 1-आयोडो-2,2-डाइमेथिल ब्यूटेन,`1^(@)` ऐल्किल हैलाइड | |
| 52. |
अनुनाद, विनाइल क्लोराइड के द्विध्रुव आघूर्ण को कैसे प्रवाहित करता है ? |
|
Answer» द्विध्रुव आघूर्ण का मान बढ़ा देता हैं। `CH_(2)=CH-Cl larr rarr ""^(-)CH_(2)-CH=Cl^(+)` |
|
| 53. |
क्लोरोबेन्जीन में C-Cl बंध की लम्बाई कितनी होती है? |
| Answer» `1.69 Å` जो सामान्य C-Cl बन्ध की लम्बाई से कम होती है। | |
| 54. |
निम्नलिखित प्रत्येक अभिक्रिया में बनने वाले मुख्य कार्बनिक उत्पाद की संरचना लिखिए : `CH_(3)CH_(2)CH_(2)OH+SOCl_(2)to` |
| Answer» `CH_(3)CH_(2)CH_(2)OH+SOCl_(2) to CH_(3)CH_(2)CH_(2)Cl+HCl+SO_(2)` | |
| 55. |
निम्नलिखित प्रत्येक अभिक्रिया में बनने वाले मुख्य कार्बनिक उत्पाद की संरचना लिखिए : `CH_(3)CH=C(CH_(3))_(2)+HBr to` |
| Answer» `{:(" "CH_(3)" "CH_(3)),(" "|" "|),(CH_(3)-CH=C-CH_(3)+HBr to CH_(3)-CH_(2)-C-CH_(3)),(" "2-मेथिलब्यूट-2-ईंन""|),(" "Br),(" "2-ब्रोमो-2-मेथिलब्यूटेन):}` | |
| 56. |
निम्नलिखित प्रत्येक अभिक्रिया में बनने वाले मुख्य कार्बनिक उत्पाद की संरचना लिखिए : `CH_(3)CH_(2)CH=CH_(2)+HBr overset(परॉक्साइड) to` |
| Answer» `CH_(3)underset(ब्यूट-1-ईंन)(CH_(2)CH)=CH_(2)+HBroverset(परॉक्साइड) to underset(1-ब्रोमोब्यूटेन)(CH_(3)CH_(2)CH_(2)Br)` | |
| 57. |
एक कार्वनिक यौगिक ओजोनीकरण पर फॉर्मेल्डिहाइड उत्पाद के रूप में देता है। यह सुनिश्चित करता है:A. एक त्रिबन्धB. दो द्विबन्धC. एक विनाइल समूहD. एक आइसोप्रोपिल समूह |
|
Answer» Correct Answer - C जो कार्वनिक यौगिक ओजोनीकरण पर HCHO बनाते है उनमें C=C किनारे पर होता है, `(CH_(2)=C….)` |
|
| 58. |
निम्नलिखित प्रत्येक अभिक्रिया में बनने वाले मुख्य कार्बनिक उत्पाद की संरचना लिखिए : `CH_(3)CH(Br)CH_(2)CH_(3)+NaOH overset(जल) to ` |
| Answer» `{:(" "जल),(CH_(3)-CH-CH_(2)CH_(3)+NaOH to CH_(3)-CH-CH_(2)CH_(3)+NaBr+H_(2)O),(" "|" "जल-अपघटन|),(" "Br " "OH),(2-ब्रोमोब्यूटेन " "ब्यूटेन-2-ऑल):}` | |
| 59. |
निम्नलिखित प्रत्येक अभिक्रिया में बनने वाले मुख्य कार्बनिक उत्पाद की संरचना लिखिए : `CH_(3)CH_(2)Br+KCN overset(जलीय एथेनॉल) to ` |
| Answer» `CH_(3)underset(ब्रोमोएथेन)(CH_(2))Br+KCN overset(जलीय एथेनॉल) to underset(प्रोपेन नाइट्राइल(एथिल सायनाइड))(CH_(3)CH_(2)CN)+KBr` | |
| 60. |
`C_(6)H_(5)CH_(2)CH_(3)` से `C_(6)H_(5)CH=CH_(2)` प्राप्त करने के लिए अभिकर्मकों के प्रयोग करने का क्रम है :A. `SOCl_(2),H_(2)O`B. `SO_(2)Cl_(2),alc. KOH`C. `Cl_(2)//hv,H_(2)O`D. `SOCl_(2),alc.KOH` |
|
Answer» Correct Answer - B `C_(6)H_(5)CH_(2)CH_(3)overset(SO_(2)Cl_(2)) to C_(6)H_(5)CHClCH_(3) overset(Alc.KOH) to C_(6)H_(5)CH=CH_(2)+KCl+H_(2)O` |
|
| 61. |
अभिक्रिया को पूर्ण कीजिए- `RX overset(KCN) to Aoverset([H]) to B` |
| Answer» `Rxoverset(KCN) to underset([A])(RCN)overset(4[H]) to underset([B])(RCH_(2)NH_(2))` | |
| 62. |
o-डाइक्लोरोबैंजीन का गलनांक, p-डाइक्लोरोबैंजीन की अपेक्षाकृत उच्च होता है । |
|
Answer» Correct Answer - B p-समावयवी के समपित होने के कारण। |
|
| 63. |
`CHCl_(3)` के स्थान पर अब अन्य निश्चेतक प्रयोग किए जाते हैं, क्यों? |
| Answer» वायु द्वारा ऑक्सीजन होकर `CHCl_(3)` ,अत्यन्त विषैली फॉस्जीन `(COCl_(2))` देता है। वैसे भी इसका यकृत एवं गुर्दे पर हानिकारक होता है, अतः अब इसकी जगह अन्य निश्चेतक पदार्थ प्रयोग किए जाते हैं । | |
| 64. |
R-Cl, R-I, R-Br को स्थायित्व के घटते क्रम में व्यवस्थित करो। |
| Answer» `RCl gt RBr gt RI` | |
| 65. |
विहाइड्रोहेलोजन पर एलिल क्लोराइड देता है:A. प्रोपाडाइनB. प्रोपाइलीनC. एलिल ऐल्कोहॉलD. ऐसीटोन |
|
Answer» Correct Answer - A `CH_(2)Cl-CH=CH_(2) overset(ऐल्कोहॉलीय KOH) to CH_(2)=C=CH_(2)+KCl+H_(2)O` |
|
| 66. |
निम्न में से किसका नाभिकसनेही प्रतिस्थापन केवल `S_(N^(1))` क्रयविधि से होता है?A. एथिल क्लोराइडB. आइसोप्रोपिल क्लोराइडC. क्लोरोबेंजीनD. बेन्जिल क्लोराइड |
|
Answer» Correct Answer - D `C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` से प्राप्त कार्बधनायन `C_(6)H_(5)overset(+)(C)H_(2)` अनुनाद के कारण स्थायी हों जाता है। इसलिए अभिक्रिया की क्रियाविधि`S_(N^(1))` है। |
|
| 67. |
क्या होता है जब ? शुष्क ईथर की उपस्थिति में ब्रोमोबेन्जीन की अभिक्रिया मैग्नीशियम से होती है। |
| Answer» फेनिल मैग्नीशियम ब्रोमाइड `(C_(6)H_(5)MgBr)` बनता है। | |
| 68. |
क्या होता है जब ? क्लोरोबेन्जीन का जल-अपघटन किया जाता है। |
| Answer» जलीय NaOH के साथ साधारण ताप कोई अभिक्रिया नहीं होती है परन्तु उच्च तप और डाब पर सोडियम फीनोक्साइड `(C_(6)H_(5)ONA)) बनता है। | |
| 69. |
RCl का ROH में जल-अपघटन का वेग KI मिलाने पर बढ़ जाता हैं क्यों ? |
|
Answer» KI, RCl को RI में परिवर्तित कर देता हैं, जो RCl से अधिक क्रियाशील है। `RCl+Kiunderset(-KCl)to Riunderset(-HI)overset(HOH) to ROH` |
|
| 70. |
`S_(N^(1))` अभिक्रिया के प्रति सबसे अधिक क्रियाशील कौन है?A. `C_(6)H_(5)CH(C_(6)H_(5))Br`B. `C_(6)H_(5)CH(Br)CH_(3)`C. `C_(6)H_(5)C(CH_(3))(C_(6H_(5))Br`D. `C_(6)H_(5)CH_(2)Br` |
|
Answer» Correct Answer - C यह तृतीयक हैलाइड है तथा प्राप्त कार्बधनायन अनुनाद द्वारा स्थायित्व प्राप्त करता है। |
|
| 71. |
`S_(N^(2))` अभिक्रिया vidhi के प्रति सक्रियता का घटता क्रम है :A. `R_(2)CHX gt R_(3)CX gt RCH_(2)CH_(2)X`B. `RCH_(2)X gt R_(3)CX gt R_(2)CHX`C. `RCH_(2)X gt R_(2)CHX gt R_(3)CX`D. `R_(3)CX gt R_(3)CHX gt RCH_(2)X`(X=हैलोजन) |
|
Answer» Correct Answer - C `S_(N^(2))` अभिक्रिया में `3^(@)` ऐल्किल हैलाइड सबसे कम सक्रिय होते है जबकि `1^(@)` ऐल्किल हैलाइड सर्वाधिक सक्रिय होते है। |
|
| 72. |
विहाइड्रोहेलोजनीकरण अभिक्रिया में हैलाइडो की सक्रियता का क्रम है:A. `R-F gt R-Cl gt Br gt R-I`B. `R-I gt R-Br gt R-Cl gt R-F`C. `R-I gt R-Cl gt Br gt R-F`D. `R-F gt R-I gt R-Br gt R-Cl` |
|
Answer» Correct Answer - B R-I में C-I आबन्ध सरलता से टूट जाता है। |
|
| 73. |
निम्नलिखित से -आयोडोब्यूटेन प्राप्त करने की समीकरण लिखिए। ब्यूट-1-ईंन |
| Answer» `underset(ब्यूट-1-ईंन)(CH_(2)CH_(2)CH=CH_(2)) underset(ऐंटीमार्कोनीकोफ़ योग)overset(HBr//परॉक्साइड) to underset(1-ब्रोमोब्यूटेन)(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)Br) underset(फिनकलस्टीन अभिक्रिया)overset(KI) to underset(1-आयोडोब्यूटेन)(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)I)` | |
| 74. |
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे ? ब्रोमोमेथेन से प्रोपेनॉन |
| Answer» `CH_(3)Broverset(KCN (ऐल्कोहॉलीय)) to CH_(3)CN underset(H_(3)O^(+))overset(जल अपघटन) to CH_(3)COOH overset(Ca(OH)_(2)) to underset(Ca-ऐसीटेट)((CH_(3)COO)_(2))Ca overset(आसवन) to underset(प्रोपेनॉल)(CH_(3)COCH_(3))+CaCO_(3)` | |
| 75. |
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे ? ब्यूट-1-ईंन से ब्यूट-2-ईंन |
| Answer» `CH_(3)CH_(2)underset(ब्यूट-1-ईंन)(CH)=CH_(2)underset(मार्कोनीकोफ़ योग)overset(HBr) to CH_(3)-CH_(2)-underset(2-ब्रोमोब्यूटेन)underset(Br)underset(|)CH-CH_(3) underset(-HBr)overset(KOH(एल्कोहॉलीय)Delta) to CH_(3)-underset(ब्यूट-2-ईंन(मुख्य उत्पाद))(CH=CH)-CH_(3)` | |
| 76. |
निम्नलिखित परिवर्तन आप कैसे करेंगे ? एथेनॉल से ब्यूट-1-आइन |
|
Answer» `underset(एथेनॉल)(CH_(3)CH_(2)OH)underset(-SO_(2),-HCl)overset(SOCl_(2),पिरिडीन) to underset(क्लोरोएथेन(A))(CH_(3)CH_(2)-Cl)underset(एसिटिलीन)(HC-=CH)+NaNH_(2)overset(द्रव NH_(3),196 K) to underset(सोडियम एसिटिलाइड(B))(HC-=C^(-)Na^(+))+NH_(3)` `A+B to underset(ब्यूट--आईंन)(CH_(3)CH_(2)-C)-=+NaCl` |
|
| 77. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? एथेनॉल से ब्यूट-2-आइन |
| Answer» `underset(एथेनॉल)(CH_(3)CH_(2)OH) overset(P//I_(2),Delta) to CH_(3)CH_(2)I overset(KOH(ऐल्कोहॉलीय)) to underset(एथीन)(CH_(2)=CH_(2))overset(Br_(2)//C Cl_(4)) to underset(Br)underset(|)CH_(2)-underset(Br)underset(|)CH_(2)underset(डिहाईड्रोहेलोजीनेशन)overset(KOH(ऐल्कोहॉलीय),Delta)to HC-=CHunderset(196)overset(NaNH_(2),द्रवNH_(3))to underset(डाइसोडियम ऐसीटिलाइड)(Na^(+)C^(-)-=C^(-)Na^(+))overset(CH_(3)I(अधिकता में)) to CH_(3)-underset(ब्यूट-2-आइन)(C-=C-CH_(3))` | |
| 78. |
`CHI_(3), AgNO_(3)` के साथ गर्म करने पर पीला अवक्षेप देता हैं,जबकि `CHCl_(3)` नहीं देता, क्यों ? |
| Answer» C-I बन्ध, C-Cl बन्ध से क्षीण होता हैं अतः गर्म करने पर C-I बन्ध से`I^(-)` मुक्त हो सकते हैं, C-Cl बन्ध से `Cl^(-)` नहीं। | |
| 79. |
`o-` तथा `m-` समवयवीयो की तुलना में p-डाइक्लोरोबेंजीन का गलनांक उच्च एवं विलेयता निम्न होती है, विवेचना कीजिए। |
|
Answer» p-डाइक्लोरोबेंजीन अधिक सममित अणु है इसके अणु क्रिस्टल जलक में अच्छी प्रकार फिट होते है। अंतराआण्विक आकर्षण बल -समावयव में प्रबलतम होते है। अतः इसका गलनांक अधिक होता है। जब कोई ठोस पिघलता है या तब क्रिस्टल जलक टूट जाता है। p-डाइक्लोरोबेंजीन के क्रिस्टल जलक को तोड़ने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसी कारण p-समावयव o-तथा m-डाइक्लोरोबेंजीन की तुलना में कम विलेय होता है। |
|
| 80. |
समझाइए क्यों: ग्रिगनार्ड अभिकर्मक (Grignard reagent) का विरंचन निर्जलीय अवस्थाओं में करना चाहिए ? |
|
Answer» (iii) चूँकि ग्रिगनार्ड अभिकर्मक बहुत क्रियाशील होता है तथा जल (नमी),`CO_(2)`, ऐल्कोहॉलीय आदि से अभिक्रिया कर लेता है। इसी कारण इसे निर्जल परिस्थितियों में बनाया जाता है। `RMgX+H_(2)O to RH+Mg(OH)X` |
|
| 81. |
`C_(5)H_(11)Cloverset(प्रभावी आसवन) to M`(समावयव उत्पाद) N और M संख्या है :A. 6,6B. 6,4C. 4,4D. 3,3 |
|
Answer» Correct Answer - B `CH_(3)-underset(CH_(3))underset(|)CH-CH_(2)-CH_(3) overset(Cl_(2)//hv) to CH_(3)-underset((1 तथा 2)प्रकाशिक समावयवी)underset(CH_(2)Cl)underset(|)overset(**)(C )H-CH_(2)-CH_(3)+CH_(3)-underset((3))underset(CH_(3))underset(|)overset(Cl)overset(|)C-CH_(2)-CH_(3)+CH_(3)-underset(4 तथा 5(प्रकाशिक समावयवी))underset(CH_(3))underset(|)CH-overset(**)(C )HCl-CH_(3)+CH_(3)-underset((6))underset(CH_(3))underset(|)CH-CH_(2)-CH_(2)Cl` 1 और 2 व 4 और 5 प्रकाशिक समावयवी है। 1 और 2 का क्वथनांक बराबर है। इसी प्रकार 4 तथा 5 क्वथनांक बराबर है। इसलिए प्रभावी आसवन से 4 समावयवी (1,3,4 और 6 ) प्राप्त होते है । |
|
| 82. |
वेस्ट्रोन व वेस्ट्रोसॉल के रासायनिक नाम लिखो। |
| Answer» वेस्ट्रोन : 1,1,2,2,-टेट्राक्लोरो एथेन, वेस्ट्रोसॉल : 1,1,2-ट्राइक्लोरो एथीन | |
| 83. |
फ्रेऑन क्या हैं ? |
| Answer» क्लोरो फ्लुओरोकार्बन। | |
| 84. |
निम्नलिखित में से किसका द्विध्रुव आघूर्ण सर्वाधिक होगा ? `CH_(2)Cl_(2)` `CHCl_(3)` `C Cl_(4)` |
|
Answer» `Cl-underset((CH_(2)Cl_(2)))underset(Cl)underset(|)overset(H)overset(|)C-H` (ii) `Cl-underset((CHCl_(3)))underset(Cl)underset(|)overset(Cl)overset(|)C-H` (iii) `Cl-underset((C Cl_(4)))underset(Cl)underset(|)overset(Cl)overset(|)C-Cl` चूँकि इसमें प्रथम योगिक में C-Cl तथा C-H के द्विध्रुव आघूर्ण एक दूसरे में जुड़ जाते है। इसका द्विध्रुव सबसे अधिक है। |
|
| 85. |
क्लोरोबेन्ज़ीन बनाने की व्यापारिक विधि का नाम लिखो। |
| Answer» Correct Answer - रेशिग विधि। | |
| 86. |
`C Cl_(4)` का व्यापारिक नाम क्या है ? |
| Answer» Correct Answer - पाइरीन। | |
| 87. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? 2-मेथिल-1-प्रोपीन से 2-क्लोरो-2-मेथिल प्रोपेन |
| Answer» `{:(" "2-क्लोरोब्यूटेन),(" "CH_(3)" "CH_(3)),(" "|" "HCl" "|),(" "CH_(3)-C=CH_(2) to CH_(3)-C-CH_(3)),(2-मैथिल-1-प्रोपीन|),(" "Cl),(" "2-क्लोरो-2-मैथिल प्रोपेन):}` | |
| 88. |
निम्नलिखित परिवर्तन कैसे सम्पन्न किए जा सकते है? एथिल क्लोराइड से प्रोपेनोइक अम्ल |
| Answer» `CH_(3)CH_(2)Clunderset(जलीय-ऐल्कोहॉलिक)overset(KCN) to CH_(3)CH_(2)Cnunderset(जल-अपघटन)overset(H^(+)//H_(2)O) to CH_(3)CH_(2)COOH` | |