InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
एक यौगिक A में केवल कार्बन व हाइड्रोजन परमाणु उपस्थित हैं तथा उसका आणविक द्रव्यमान 72 है । यह प्रकाशक्लोरीनीकरण पर केवल एक मोनोक्लोरो तथा दो डाइक्लोरो-हाइड्रोकार्बनों का मिश्रण देता है । प्रारम्भिक यौगिक A तथा इसके क्लोरोनीकृत उत्पादों की संरचनाएँ ज्ञात कीजिए । |
|
Answer» दिया गया यौगिक एक हाइड्रोकार्बन है तथा इसका अणुभार 72 है । चूँकि क्लोरीन के साथ क्रिया करने पर यह प्रतिस्थापन अभिक्रिया देता है अत: यह एक संतृप्त हाइड्रोकार्बन होगा तथा इसका सामान्य सूत्र `C_(n)H_(2n+2)` होगा । अतएव, `(12 xx n) + 1(xx 2n + 2) = 72` या n = 5 अत: यौगिक A पेन्टेन है तथा इसका अणुसूत्र `C_(5)H_(12)` है । A के प्रकाशक्लोरीनीकरण (photochlorination) पर एक मोनोक्लोरो तथा दो डाइक्लोरो व्युतपन्न प्राप्त होते हैं । अतएव A में उपस्थित सभी हाइड्रोजन परमाणु एकसमान होने चाहिए अर्थात A की संरचना सममितीय होनी चाहिए । अत: A निओपेन्टेन है तथा इसकी संरचना अग्र प्रकार है - `{:(" "CH_(3)),(" |"),(CH_(3) - C- CH_(3)),(" |"),(" "CH_(3)),("2,2-डाइमेथिलप्रोपेन"),("(निओ पेन्टेन)"):}` प्रकाश क्लोरीनीकरण पर यह एक एकल प्रतिस्थापित व्युतपन्न तथा दो द्विप्रतिस्थापित व्युतपन्न देगा । `{:(" "CH_(3)),(" |"),(CH_(3)-C-CH_(2)Cl),(" |"),(" "CH_(3)),("1-क्लोरो-2, 2-डाइमेथिलप्रोपेन"),(("मोनोक्लोरो व्युतपन्न")):}{:(" "CH_(3)" "CH_(3)),(" | |"),(CH_(3)-C- CH_(2)Cl" "CH_(3) - C -CHCl_(2)),(" | |"),(" "CH_(2)Cl" "CH_(3)),("1,3-डाइक्लोरो-2, 2-"" ""1,1-डाइक्लोरो-2, 2-"),(ubrace("डाइमेथिलप्रोपेन"" ""डाइमेथिलप्रोपेन")_(("डाइक्लोरो व्युतपन्न"))):}` |
|
| 2. |
सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में उबलती हुई टालूइन में क्लोरीन गैस प्रवाहित करने पर निम्नलिखित योगिक का निर्माण होता है -A. क्लोरोबैंजीनB. बैंजीन क्लोराइडC. उपरोक्त दोनोंD. इनमे से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 3. |
एक हाइड्रोकार्बन, `C_(5)H_(10)` अन्धेरे में क्लोरीन से क्रिया नहीं करता है परन्तु सूर्य के तेज प्रकाश में क्लोरीन से क्रिया करके केवल एक मोनोक्लोरो यौगिक `C_(5)H_(9)Cl` देता है । हाइड्रोकार्बन की पहचान कीजिए । |
| Answer» यौगिक `C_(5)H_(10)` साइक्लोपेन्टेन होना चाहिए क्योंकी यह संतृप्त यौगिक के समान व्यवहार प्रदर्शित करता है तथा सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में केवल एक मोनोक्लोरो व्युतपन्न बनाता है । | |
| 4. |
`C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` तथा `C_(6)H_(5)CHClC_(6)H_(5)` में कौन जलीय KOH द्वारा आसानी से जल अपघटित होता है ? |
| Answer» `C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` एक प्राथमिक `(1^(@))` ऐरिलऐल्किल हैलाइड है, जबकि `C_(6)H_(5)CHClC_(6)H_(5)` एक द्वितीयक `(2^(@))` ऐरिलऐल्किल हैलाइड है । `S_(N)1` क्रियाविधि द्वारा जल अपघटन में क्रियाशीलता अभिक्रिया में बने कार्बोकैटायन के स्थायित्व पर निर्भर करती है । `C_(6)H_(5)CHClC_(6)H_(5)` से प्राप्त `2^(@)` कार्बोकैटायन `C_(5)H_(5)overset(+)(C)HC_(6)H_(5), C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` से प्राप्त `1^(@)` कार्बोकैटायन `C_(6)H_(5)overset(+)(C)H_(2)` से अधिक स्थिर है क्योंकी यह दो बैंजीन रिंगो पर विस्थानीकरण करने में सक्षम है । अतएव `C_(6)H_(5)CHClC_(6)H_(5)` अधिक आसानी से जल अपघटित हो जाएगा । यदि अभिक्रिया `S_(N)2` क्रियाविधि सम्पन्न होती है तो `C_(6)H_(5)CH_(2)Cl` का जल अपघटन अधिक आसानी से होगा । | |
| 5. |
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के प्रमुख उत्पाद कि संरचना लिखिए - (i) `CH_(3)CH_(2)CH_(2)Cl + NaI underset("Heat")overset("Acetone")(rarr)` (ii) `(CH_(3))_(3)CBr + KOH underset("Heat")overset("Ethanol")(rarr)` (iii) `CH_(3)CH(Br)CH_(2)CH_(3) + NaOH overset("Water")(rarr)` (iv) `CH_(3)CH_(2)Br + KCN overset("Aq. ethanol")(rarr)` (v)`C_(6)H_(5)ONa + C_(2)H_(5)Cl rarr` (vi) `CH_(3)CH_(2)CH_(2)OH + SOCl_(2) rarr` (vii) `CH_(3)CH_(2)CH = CH_(2) + HBr overset("Peroxide")(rarr)` (viii) `CH_(3)CH = C(CH_(3))_(2) + HBr rarr` |
|
Answer» (i) `CH_(3)CH_(2)CH_(2)Cl + NaI underset(underset(("Finkelstein reaction"))("Heat"))overset("Acetone")(rarr) underset("1-iodopropane")(CH_(3)CH_(2)CH_(2)I + NaCl)` (ii) `(CH_(3))_(3) CBr + KOH underset("Heat")overset("Ethanol")(rarr) underset("2-methylpropene")(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(C) = CH_(2)) + KBr + H_(2)O` (iii) `CH_(3)CH(Br)CH_(2)CH_(3) + NaOH overset("Water")(rarr) underset(Butan-2-ol")(CH_(3)-overset(OH)overset(|)(CH)-CH_(2)-CH_(3)) + NaBr + H_(2)O` (iv) `CH_(3)CH_(2)Br + KCN overset("Ethanol")(rarr)underset("Propanenitrile")(CH_(3)CH_(2)CN) + KBr` (v) `C_(6)H_(5)ONa + C_(2)H_(5)Cl rarr underset("Phenetole")(C_(6)H_(5)-O-C_(2)H_(5)) + NaCl` (vi) `CH_(3)CH_(2)CH_(2)OH + SOCl_(2) rarr underset("1-chloropropane")(CH_(3)CH_(2)CH_(2)Cl) + SO_(2) + HCl` (vii) `CH_(3)CH_(2)CH = CH(2) + HBr underset(("Anti Markownikoff addition"))overset("Peroxide")(rarr) underset("1-bromobutane")(CH_(3)-CH_(2)-CH_(2)-CH_(2)Br` (viii) `CH_(3)CH = C(CH_(3))_(2) + HBr rarr underset("2-bromo-2-methylbutane")(CH_(3)-CH_(2)-underset(CH_(3))underset(|)overset(Br)overset(|)(C)-CH_(3))` |
|
| 6. |
रासायनिक समीकरण की सहायता से दो पदों में 2-ब्रोमोप्रोपेन को 1-ब्रोमोप्रोपेन में किस प्रकार परिवर्तित करेंगे ? |
| Answer» `{:(" "Br),(" |"),(underset("2-ब्रोमोप्रोपेन")(CH_(3) - CH - CH_(3)) underset(-HBr)overset(KOH(alc.))rarr underset("प्रोपीन")(CH_(3)-CH= CH_(2))underset("बैन्जॉयल परॉक्साइड")overset(HBr)(rarr)underset("1-ब्रोमोप्रोपेन")(CH_(3)-CH_(2)-CH_(2)Br)):}` | |
| 7. |
निम्नलिखित प्रत्येक युग्म में से कौन-सा यौगिक `HO^(-)` के साथ तीव्रता से `S_(N)2` अभिक्रिया देता है ? (a) `CH_(3)Br` या `CH_(3)I` (b) `(CH_(3))_(3)"CCl"` या `CH_(3)Cl` (c) `CH_(2) = CHBr` या `CH_(2) = CH - CH_(2)Br` |
|
Answer» (a) `CH_(3)I` (b) `CH_(3)Cl` (c) `CH_(2)=CH-CH_(2)Br` |
|
| 8. |
निम्नलिखित परिवर्तन किस प्रकार किये जाते है ? केवल रासायनिक अभिक्रियाएँ व परिस्थितियाँ लिखिए - (i) 1-ब्रोमोप्रोपेन को 2-ब्रोमोप्रोपेन में (ii) प्रोपेनोन को आयोडोफॉर्म में |
| Answer» (i) `CH_(3)CH_(2)CH_(2)Br overset("KOH (ऐल्को.)")rarr CH_(3)-CH=CH_(2) overset(HBr)rarr CH_(3)-overset(Br)overset(|)(CH)-CH_(3)` | |
| 9. |
`CH_(3)CH_(2)CH_(2)Br + Mg overset("शुष्क ईथर")rarr X" ,"` उत्पाद X है -A. `CH_(3)CH_(2)CH_(2)MgBr`B. `CH_(3)CH_(2)MgBr`C. `CH_(3)MgBr`D. `CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(3)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 10. |
क्या क्लोरोबैन्जीन फ्रीडल-क्राफ्ट अभिक्रियाएँ देता है ? यदि हाँ तो उदाहरण दीजिए । |
| Answer» Correct Answer - हाँ | |
| 11. |
अभिक्रिया, `CH_(3)Br + OH^(-) rarr CH_(3)OH + Br^(-)`, सम्पन्न होती है -A. `S_(N)1` क्रियाविधि द्वाराB. `S_(N)2` क्रियाविधि द्वाराC. `S_(E)1` क्रियाविधि द्वाराD. `S_(E)2` क्रियाविधि द्वारा |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 12. |
`S_(N)1` अभिक्रिया की प्रगति के दौरान निर्मित मध्यस्थ स्पीशीज है -A. कार्बोकैटायनB. कार्बोऐनायनC. मुक्त मुल्कD. संक्रमण अवस्था |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 13. |
हैलोऐल्केनस तथा हैलोऐरीनस अभिक्रिया, `CH_(3)CH_(2)Br + KSH rarr CH_(3)CH_(2)SH + KBr`, सम्पन्न होती है -A. `S_(E)1` क्रियाविधि द्वाराB. `S_(E)2` क्रियाविधि द्वाराC. `S_(N)1` क्रियाविधि द्वाराD. `S_(N)2` क्रियाविधि द्वारा |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 14. |
हैलोऐल्केनस जल में अविलेय होते हैं क्योंकि -A. इनके अणु अध्रुवीय हैB. ये जल के साथ हाइड्रोजन आबंध का निर्माण नहीं कर सकते हैC. इनके अणु अत्यधिक ध्रुवीय हैD. इनके अणु अल्प ध्रुवीय है परन्तु ये जल में पहले से विघमान हाइड्रोजन आबंधो को तोड़ने में असमर्थ रहते है । |
| Answer» Correct Answer - B::D | |
| 15. |
निम्नलिखित में से कौन `2^(@)` ऐल्किल हैलाइड है ?A. `CH_(3)CH_(2)Br`B. `CH_(3) - overset(Br)overset(|)(CH)-CH_(2)CH_(3)`C. `(CH_(3))_(2)C.Cl`D. `CH_(3)Br` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 16. |
प्राइमरी ऐल्किल क्लोराइड्स की सोडियम ऐसीटेट के साथ न्युक्लियोफिलिक प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ सोडियम आयोडाइड द्वारा उत्प्रेरित होती हैं । क्यों ? व्याख्या कीजिए । |
| Answer» NaI की उपस्थिति में, ऐल्किल क्लोराइड्स अधिक सक्रिय ऐल्किल आयोडाइड्स में परिवर्तित हो जाते हैं जिसके कारण अभिक्रिया उत्प्रेरित होती है । | |
| 17. |
कथन : हैलोऐल्केनस नाभिकस्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रियाओं के प्रति अत्यधिक सक्रिय होते हैं । कारण : हैलोजन परमाणु पर आंशिक ऋणावेश की उपस्थिति, नाभिकस्नेही द्वारा हैलाइड आयन के निष्कासन को सुगम बनाती है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य हैं तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है तथा कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है तथा कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 18. |
`3^(@)` ऐल्किल हैलाइड `S_(N)1` क्रियाविधि द्वारा प्रतिस्थापन अभिक्रिया देते हैं जबकि `1^(@)` ऐल्किल हैलाइड `S_(N)2` क्रियाविधि द्वारा प्रतिस्थापन दर्शाते हैं । कारण स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» `3^(@)` कार्बोकैटायन के `1^(@)` कार्बोकैटायन की अपेक्षाकृत अधिक स्थायी होने के कारण `3^(@)` ऐल्किल हैलाइड `S_(N)1` क्रियाविधि द्वारा प्रतिस्थापन को वरीयता देते हैं, जबकि `1^(@)` ऐल्किल हैलाइड `S_(N)2` क्रियाविधि द्वारा प्रतिस्थापन को वरीयता देते हैं । | |
| 19. |
कथन : हैलोऐल्केनस की क्रिया AgCN के ऐल्कोहॉलीय विलयन से करने पर ऐल्किल सायनाइड्स मुख्य उत्पाद के रूप में प्राप्त होते है । कारण : सायनाइड आयन एक ऐम्बीडेन्ट आयन है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य हैं तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है तथा कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है तथा कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 20. |
एम्बिडेन्ट (ambident) समूह क्या है ? पोटैशियम सायनाइड, ऐल्किल हैलाइड से क्रिया करके नाइट्रिल बनाते हैं जबकि सिल्वर सायनाइड आइसोनाइट्रिल बनाते हैं । व्याख्या कीजिए । |
|
Answer» ऐसे समूह जिनमे दो नाभिक स्नेही स्थल (site) उपस्थित होते हैं, ऐम्बीडेन्ट समूह कहलाते हैं । उदाहरणार्थ - `: bar(C) -= N: harr : C = N: bar` |
|
| 21. |
क्लोरोबैंजीन की क्रिया क्यूप्रस ऑक्साइड की उपस्थिति में अमोनिया से करने पर प्राप्त होता है -A. फिनॉलB. एनिलीनC. बैंजीनD. बेन्जोइक एसिड |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 22. |
अनार्द्र `AlCl_(3)` की उपस्थिति में क्लोरोबैंजीन, मेथिल क्लोराइड के साथ क्रिया करके निम्नलिखित मुख्य उत्पाद बनाता है -A. B. C. D. |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 23. |
एक प्राथमिक ऐल्कीन हैलाइड `C_(4)H_(9)Br` (a) ऐल्कोहलीय KOH से क्रिया कर यौगिक (b) देता है । यौगिक (b) HBr से क्रिया कर यौगिक (c) देता है, जो (a) का एक समावयवी है । यौगिक (a) की क्रिया सोडियम धातु से करने पर यौगिक (d), `C_(8)H_(18)` प्राप्त होता है, जो n-ब्यूटिल ब्रोमाइड के सोडियम से क्रिया से प्राप्त यौगिक से भिन्न है । यौगिक (a) का संरचना सूत्र दीजिए तथा सभी अभिक्रियाओं की समीकरण लिखिए । |
|
Answer» (i) संरचना सूत्र `C_(4)H_(9)Br` से निम्न प्राथमिक ऐल्किल हैलाइड सम्भव हैं - `underset(underset(("n-butyl bromide"))("1-bromobutane"))(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)Br)" "underset(underset(("Isobutyl bromide"))("1-bromo-2-methylpropane"))(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)Br)` (ii) यौगिक (a) को आइसोब्यूटिल ब्रोमाइड होना चाहिए क्योंकी यह सोडियम धातु से क्रिया कर (d) बनाता है, जो n-ब्यूटिल ब्रोमाइड से प्राप्त यौगिक से भिन्न है । यौगिक (d) को 2, 5-डाइमेथिलहेक्सेन होना चाहिए । `underset("n-butyl bromide")(2CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)Br)+2Na underset(-2NaBr)overset("Wurtz reaction")(rarr) underset("n-octane")(CH_(3)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(2)CH_(3))` `underset("Isobutyl bromide Compound (a)")(2CH_(3)overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)Br) + 2Na underset(-2NaBr)overset("Wurtz reaction")(rarr) underset(underset(("Different from n-octane obtained from n-butyl bromide"))("2, 5-dimethylhexane Compound (d)"))(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)-CH_(2)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(3))` (iii) यौगिक (a) की ऐल्कोहलीय KOH से क्रिया से प्राप्त यौगिक (b) को 2-मैथिलप्रोप-1-ईन होना चाहिए । `underset("Isobutyl bromide Compound (a)")(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)Br) underset(-HBr)overset(KOH (alc.))(rarr) underset("2-methylprop-1-ene Compound (b)")(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(C)=CH_(2))` (iv) यौगिक (b) HBr से क्रिया कर 2-ब्रोमो-2-मेथिल प्रोपेन देगा, जो आइसोब्यूटिल ब्रोमाइड (यौगिक a) का समावयवी है । अतएव यौगिक (c) को 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन होना चाहिए । `underset("2-methylprop-1-ene Compound (b)")(CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(C)=CH_(2))overset(HBr)(rarr) underset(underset("Compound (c)")("2-bromo-2-methyl propane (t-butyl bromide)"))(CH_(3)-underset(Br)underset(|)overset(CH_(3))overset(|)(C)-CH_(3))` |
|
| 24. |
ऐल्किल क्लोराइड्स कि जलीय KOH से क्रिया करने पर ऐल्कोहल प्राप्त होते हैं लेकिन ऐल्कोहलीय KOH की उपस्थिति में ऐल्कीन मुख्य उत्पाद के रूप में प्राप्त होते हैं । स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» जलीय KOH लगभग पूर्ण रूप से आयनीकृत होकर काफी मात्रा में `OH^(-)` आयन होता है । `OH^(-)` आयन प्रबल न्यूक्लोफाइल होने के कारण प्रतिस्थापन अभिक्रिया द्वारा ऐल्कोहल का निर्माण करते हैं । इसके विपरीत ऐल्कोहलीय KOH विलयन में ऐल्कॉक्साइड `(RO^(-))` आयन उपस्थित रहते हैं, हो `OH^(-)` की तुलना में अधिक प्रबल न्यूक्लोफाइल हैं और विहाईड्रोहैलोजनीकरण द्वारा ऐल्कीन का निर्माण करते हैं । | |
| 25. |
कथन : क्लोरोबैंजीन पर पोटैशियम सायनाइड की क्रिया कराने पर बेन्जोनाइट्राइल प्राप्त होता है । कारण : सायनाइड `(CN^(-))` आयन एक प्रबल न्यूक्लियोफाइल है ।A. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य हैं तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथन तथा कारण दोनों सत्य है तथा कारण कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है तथा कारण असत्य है |D. यदि कथन असत्य है तथा कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 26. |
एक ऐल्किल क्लोराइड (A) की शुष्क ईथर की उपस्थिति मे मैग्नीशियम से क्रिया कराने के पश्चात ऐथेनॉल से क्रिया कराने पर 2-मेथिलब्यूटेन प्राप्त होता है । (A) की सभी संभावित संरचनाएँ लिखिए । |
| Answer» `CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)CH_(2)Br, CH_(3)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-underset(Br)underset(|)(CH)-CH_(3), BrCH_(2)-overset(CH_(3))overset(|)(CH)-CH_(2)CH_(3), CH_(3)-underset(Br)underset(|)overset(CH_(3))overset(|)(C)-CH_(2)CH_(3)` | |
| 27. |
61.5 ग्रा. 1-ब्रोमोप्रोपेन को ऐल्कोहॉलिक KOH से क्रिया कराने पर प्रोपीन `(CH_(3)-CH = CH_(2))` की कितनी मात्रा प्राप्त होगी, यदि उत्पादकता 40% है ? |
|
Answer» अभिक्रिया में १-ब्रोमोप्रोपेन का विहाइड्रोहैलोजनीकरण (dehydrohalogenation) निम्न प्रकार से होता है - `{:(underset(("आणविक भार = 124 ग्राम मोल"^(1)))underset("1 मोल")underset("ब्रोमोप्रोपेन")(CH_(3)CH_(2)CH_(2)Br),overset("KOH(alc.)")(rarr),underset(("आणविक भार = 42 ग्राम मोल"^(1)))underset("1 मोल")underset("प्रोपीन")(CH_(3)-CH=CH_(2)),+,HBr),(,,,,):}` यदि उत्पादकता 100% है तो, 123 ग्राम 1- ब्रोमोप्रोपेन से प्राप्त प्रोपीन की मात्रा = 42 ग्राम 61.5 ग्राम 1- ब्रोमोप्रोपेन से प्राप्त प्रोपीन की मात्रा `= (42)/(123) xx 61.5 = 21` ग्राम परन्तु अभिक्रिया की उत्पादकता 40% है । अतएव प्राप्त प्रोपीन की वास्तविक मात्रा `= (21 xx 40)/(100) = 8.4` ग्राम |
|
| 28. |
ऐथिल ब्रोमाइड को शुष्क सिल्वर ऑक्साइड के साथ गर्म करने पर प्राप्त होता है -A. `C_(2)H_(5)OH`B. `CH_(2) = CH_(2)`C. `C_(2)H_(5)-O-C_(2)H_(5)`D. |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 29. |
34.0 g 1-आयोडोप्रोपेन को ऐथेनॉलिक KOH के साथ गर्म करने पर प्रोपीन का कितना द्रव्यमान प्राप्त होगा यदि अभिक्रिया की प्राप्यता (yield) 36% है । |
|
Answer» Correct Answer - 3.024 g दी गयी अभिक्रिया निम्न प्रकार है - `underset((170 g))underset("1-आयोडोप्रोपेन")(CH_(3)CH_(2)CH_(2)I) + KOH("ऐल्को.") rarr underset((42 g))underset("प्रोपीन")(CH_(3)-CH=CH_(2))+KI + H_(2)O` समीकरण से स्पष्ट है की 170 g 1-आयोडोप्रोपेन विहाइड्रॉहैलोजनीकरण पर 42 g प्रोपेन देता है, यदि प्राप्ति 100% हो । `therefore` 34 g 1- आयोडोप्रोपेन से प्राप्त प्रोपेन की सैध्दांतिक मात्रा `= (42)/(170) xx 34 = 8.4 g` चूँकि अभिक्रिया की प्राप्यता केवल 36% है, अत: प्रोपीन की वास्तविक प्राप्ति `=(8.4 xx 36)/(100) = 3.024 g` |
|
| 30. |
`C_(2)H_(5)OH` तथा ब्लीचिंग पाउडर (विरंजक चूर्ण) से `CHCl_(3)` के निर्माण मे किस प्रक्रम का उपयोग नहीं होता ?A. जल-अपघटनB. ऑक्सीकरणC. निराकरणD. क्लोरीनीकरण |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 31. |
फॉस्जीन है -A. `PH_(3)`B. `POCl_(3)`C. `CS_(2)`D. `COCl_(2)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 32. |
जब क्लोरोफॉर्म सांद्र नाइट्रिक अम्ल से अभिक्रिया करता है तो निम्न में से क्या बनता है ?A. `CHCl_(3)NO_(2)`B. `C(NO_(2))Cl_(3)`C. `CHCl_(3)HNO_(3)`D. `CHCl_(2)NO_(2)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 33. |
अभिक्रिया `CH_(3)CHBrCH_(2)CH_(3) overset("Alc. KOH")rarr` का मुख्य यत्पाद है -A. प्रोपीन-1B. ब्यूटीन-2C. ब्यूटेनD. ब्यूटाइन-1 |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 34. |
अभिक्रिया `C_(6)H_(6)+Cl_(2) overset(hv) to` उत्पाद में उत्पाद है:A. `C_(6)H_(5)Cl`B. `o-C_(6)H_(4)Cl_(2)`C. `C_(6)H_(6)Cl_(6)`D. `p-C_(6)H_(4)Cl_(2)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 35. |
आयोडोऐल्केनस का निर्माण ऐल्कोहॉल, KI तथा ............... की क्रिया द्वारा किया जाता है । स्थान भरिए -A. तनु HClB. 95% HClC. 95% `H_(2) SO_(4)`D. 85% `H_(3)PO_(4)` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 36. |
निश्चेतक के रूप मे प्रयोग करने से पूर्व क्लोरोफॉर्म के नमूने की जाँच की जाती है -A. फेहलिंग विलयन सेB. अमोनिकल क्यूप्रस क्लोराइड सेC. अमोनिकल सिल्वर नाइट्रेट सेD. alc. KOH के साथ उबालने के पश्चात सिल्वर नाइट्रेट से |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 37. |
ऐल्किल हैलाइड्स की क्रियाशीलता का घटता हुआ कर्म है -A. RI gt RCl gt RBrB. RBr gt RCl gt RIC. RI gt RBr gt RClD. RCl gt RBr gt RI |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 38. |
अभिक्रिया `CH_(2) - CH - CH_(3) + Cl_(2) overset(773 K) rarr X + HCl`, में X है -A. `CHCl = CH - CH_(3)`B. `CH_(2) = overset(Cl)overset(|)(C)-CH_(3)`C. `CH_(2) = CH - CH_(2)Cl`D. `CH_(2)Cl - CHCl - CH_(3)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 39. |
एक ऐल्केन के हैलोजनीकरण में हाइड्रोजन परमाणुओं के विस्थापन की सहजता का कर्म निम्नलिखित है -A. `3^(@)H`-परमाणु gt `2^(@)H`-परमाणु gt `1^(@)H`-परमाणुB. `2^(@)H`-परमाणु gt `3^(@)H`-परमाणु gt `1^(@)H`-परमाणुC. `1^(@)H`-परमाणु gt `3^(@)H`-परमाणु gt `2^(@)H`-परमाणुD. `1^(@)H`-परमाणु gt `2^(@)H`-परमाणु gt `3^(@)H`-परमाणु |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 40. |
प्राइमरी, सैकेण्डरी तथा टर्शयरी हैलोएल्केनस को विहाइड्रोहैलोजनीकरण की सहजता के घटते क्रम में व्यवस्थित कीजिए । |
| Answer» `3^(@) gt 2^(@) gt 1^(@)` | |
| 41. |
निम्नलिखित के IUPAC नाम लिखिए- (a) n-ब्यूटिल ब्रोमाइड (b) टर्श-ब्यूटिल ब्रोमाइड (c) सैकेण्डरी-पेन्टिल ब्रोमाइड (d) निओ-पेन्टिल क्लोराइड |
|
Answer» (a) 1-ब्रोमोब्यूटेन (b) 2-ब्रोमो-2-मेथिलप्रोपेन (c) 2-ब्रोमोपेन्टेन (d) 1-क्लोरो-2, 2-डाइमेथिलप्रोपेन |
|
| 42. |
निम्नलिखित यौगिकों में से कौन आयोडोफॉर्म परीक्षण देता है ? ब्यूटेन-1 ऑल, ब्यूटेन-2 ऑल, टर्श-ब्यूटिल एल्कोहॉल, एथेनॉल, प्रोपेनॉल, प्रोपेनोन, ब्यूटेन-2-ओन, पेन्टेन-3-ओन, साइक्लोहेक्सेनॉल, 1-मेथिलसाइक्लोहेक्सेनॉल, 1-फेनिलयेथेनॉल, 2-फेनिलयेथेनॉल |
| Answer» ब्यूटेन-2-ऑल, एथेनॉल, प्रोपेनोन, ब्यूटेन-2-ऑन, 2-फेनिलयेथेनॉल | |
| 43. |
निम्नलिखित यौगिकों के युग्म में किसको आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा विभेदित किया जा सकता है ? (a) मेथेनॉल तथा एथेनॉल (b) मेथेनॉल तथा ब्यूटेन-1-ऑल (c) ब्यूटेन-1-ऑल तथा ब्यूटेन-2-ऑल |
| Answer» Correct Answer - (a) तथा (c) | |
| 44. |
क्लोरोबैंजीन में C-Cl आबंध लम्बाई क्लोरोमेथेन की अपेक्षा कम क्यों होती है ? |
| Answer» क्लोरोबैंजीन `(sp^(2))` तथा क्लोरोमेथेन `(sp^(3))` में C के भिन्न संकरण के कारण । | |
| 45. |
आयोडोफॉर्म परीक्षण क्या है तथा किस प्रकार के यौगिक यह परीक्षण देते हैं ? क्या आप पेन्टेन-2-ओन तथा पेन्टेन-3-ओन को इस परीक्षण द्वारा विभेदित कर सकते हैं ? |
| Answer» पेन्टेन-2-ओन तथा पेन्टेन-3-ओन को आयोडोफॉर्म परीक्षण द्वारा विभेदित किया जा सकता है क्योंकी पेन्टेन-2-ओन इस परीक्षण को देता है जबकि पेन्टेन-3-ओन यह परीक्षण नहीं देता है । | |
| 46. |
क्लोरोबैंजीन में C-Cl आबंध क्लोरोमेथेन की तुलना में कम धुर्वीय होता है । कारण स्पष्ट कीजिए । |
| Answer» कार्बन की संकरण अवस्था में भिन्नता के कारण । | |
| 47. |
क्लोरोबैंजीन का व्यावसायिक निर्माण किया जाता है -A. डाऊ प्रक्रम द्वाराB. डिकन प्रक्रम द्वाराC. रैशिग प्रक्रम द्वाराD. इटार्ड प्रक्रम द्वारा |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 48. |
निम्नलिखित यौगिकों मे से सर्वाधिक क्वथनांक किस यौगिक का है ?A. `CH_(4)`B. `CH_(3)OH`C. `CH_(3)Cl`D. `CH_(3)OCH_(3)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 49. |
निम्नलिखित मे से कौन जलीय NaOH के प्रति सर्वाधिक क्रियाशील है ?A. `C_(6)H_(5)Cl`B. `C_(6)H_(5)_(CH_(2)Cl`C. `C_(6)H_(5)Br`D. o-डाइब्रोमोबैंजीन |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 50. |
निम्नलिखित यौगिकों के IUPAC नाम लिखिए- (a) `CH_(3)-overset(Br)overset(|)(CH)-overset(Br)overset(|)(CH)-COOC_(2)H_(5)` (b) `(CH_(3))_(3)C.CH_(2).CH_(2)Cl` (c) `CH_(3)-CH_(2)-underset(Br)underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)overset(CH_(3))overset(|)(C)-CH_(3)` (d) `CH_(3)-CH_(2)-underset(Br)underset(|)(CH)-underset(CH_(3))underset(|)overset(CH_(3))overset(|)(C)-CH_(2)Cl` |
|
Answer» (a) एथिल-3-ब्रोमो-2-मेथिलब्यूटानोएट (b) 1-क्लोरो-3, 3-डाइमेथिलब्यूटेन (c) 3-ब्रोमो-4, 5, 5-ट्राइमेथिलहेक्सेन (d) 1-क्लोरो-2, 3-डाइब्रोमो-2-मेथिलपेन्टेन |
|