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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

किसी प्रकाशीय उपकरण में `lambda_1`=4000Å तथा `lambda_2`= 6000Å तरंगदैर्घ्यों के प्रकाश प्रयुक्त किये जाते हैं। इसकी विभेदन- क्षमताओं का अनुपात क्या होगा ?

Answer» विभेदन-क्षमता RP `prop 1/lambda` अत: `(PR_1)/(RP_2)=lambda_1/lambda_2=6000/4000`.
2.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक की फोकस-दूरी 1.25 सेमी तथा नेत्रिका की फोकस-दूरी 5 सेमी है।यदि सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन-क्षमता 30 हो, तो अभिदृश्यक और पत्रिका के बीच की दूरी ज्ञात कीजिए।

Answer» अभिदृश्यक और पत्रिका के बीच की दूरी `L=u_o +|u_e|`
दिया है : `f_o` = 1.25 सेमी, `f_e`=5 सेमी , m=-30
सूत्र : `m=-v_o/ u_o(1+D/f_e)` में मान रखने पर ,
`-30=(-v_o)/u_o(1+25/5)`या `30=v_o/u_o(1+5)` या `v_o/u_o=30/6=5` या `v_o=5u_o`
किन्तु `u_o` ऋणात्मक होता है ।
`therefore v_o=-5u_o`
सूत्र : `1/(f_o)=1/v_o-1/u_o` में मान रखने पर ,
`1/1.25=1/(-5u_o)-1/u_o`
`1/1.25=(-1)/(5u_o)-1/u_o=(-6)/(5u_o)`
`therefore 5u_o` =-6 x 1.25
`therefore u_o=(-6xx1.25)/5=-1.5`
समीकरण (1 ) में मान रखने पर , `v_o`=-5 x (-1.5) =7.5 सेमी
अब सूत्र `1/(f_e)=1/v_e -1/u_e` से , (`v_e`=-25 सेमी )
`1/5=1/(-25)-1/u_e`
या `1/u_e=-1/25-1/5=(-1-5)/25=(-6)/25`
`therefore u_e=(-25)/6=-4.16`
`therefore ` अभिदृश्यक और नेत्रिका के बीच की दूरी `L=v_o +|u_e|`
=7.5+4.16 =11.66 सेमी
3.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता 32 है। यदि अभिदृश्यक की आवर्धन क्षमता 8 हो, तो नेत्रिका की आवर्धन क्षमता कितनी होगी।

Answer» Correct Answer - 4
`m_0=8 , m=32 , m_e`= ?
`m_e=m/m_o=32/8`=4
4.

सरल सूक्ष्मदर्शी का प्रयोग करते समय अंतिम प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर प्राप्त करने के लिए वस्तु को कहाँ रखना चाहिए ?

Answer» लेंस के प्रकाश केन्द्र और फोकस के बीच
5.

एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक और नेत्रिका की फोकस- दूरियाँ क्रमशः 8 मिमी और 2.5 सेमी हैं। वस्तु को नेत्रिका से 9 मिमी की दूरी पर रखा जाता है। दोनों लेंसों के बीच की दूरी ज्ञात कीजिए। सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता भी ज्ञात कीजिए।

Answer» Correct Answer - 9.47 सेमी.,-88
`f_o=0.8` मिमी , `f_e`=2.5 सेमी , `u_o`=-0.9
`m_e=v_e/u_e=1+D/(f_e) rArr (-25)/u_e=1+25/2.5`
`u_e=-25/11=2.27` सेमी
`1/(f_o)=1/(v_o)-1/u_o`
`1/(v_o)=1/(f_o)+1/mu_o`
`=1/0.8-1/0.9=(0.9-0.8)/0.72`
`v_o=0.72/0.1=7.2`
`L=(v_o) +u_e=7.2+2.27` =9.47 सेमी
`m=-v_o/u_o[1+D/f_e]`
`=(-7.2)/0.9[1+25/2.5]`=-88
6.

किसी संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के अभिदृश्यक से वस्तु 1 सेमी. की दूरी पर रखी है। लेंसों के बीच की दूरी 30 सेमी. तथा बीच में बनने वाला प्रतिबिम्ब नेत्रिका लेंस से 5 सेमी. दूरी पर है। आवर्धन क्षमता ज्ञात कीजिये।

Answer» सूत्र - `m=(-v_o)/(u_o).D/u_e`
दिया है - `u_e`=-5 समी ., L=30 समी ., `u_o` -1 समी
`therefore L=v_o +|u_e|` से , `v_o=L-|u_e|=30-5=25 ` सेमी.
सूत्र में मान रखने पर , `m=-v_o/u_o D/u_e=-25/1xx25/5`
=-125
7.

सरल सूक्ष्मदर्शी में प्रयुक्त लेंस किस प्रकार का होता है ?

Answer» कम फोकस-दूरी का उत्तल लेंस ।
8.

आवर्धक लेंस से देखते समय नेत्र का लेंस के पास ही होना चाहिये। यदि नेत्र को लेंस से दूर रखें तो कोणीय आवर्धन (अर्थात् आवर्धन-क्षमता) किस प्रकार प्रभावित होगा ?

Answer» यदि नेत्र आवर्धक लेंस से कुछ दूरी पर है तो वस्तु द्वारा नेत्र पर बनाया गया कोण वस्तु द्वारा लेंस पर बनाये गये कोण से कम होगा। अत: कोणीय आवर्धन कुछ कम हो जायेगा।
9.

एक दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास 1 मीटर है। 4538 Å तरंगदैर्घ्य के प्रकाश के लिए उसकी विभेदन सीमा ज्ञात कीजिए।

Answer» Correct Answer - `5.5xx10^(-7)` रेडियन
`d=(1.22delta)/(d theta)=(1.22xx4538xx10^(-10))/1`
`=5.5xx10^(-7)` रेडियन
10.

उस दूरदर्शी अभिदृश्यक का व्यास क्या होगा, जो `103^@` डिग्री के कोण से पृथक् हुए दो तारों को विभेदित कर सकें ? प्रकाश का तरंगदैर्घ्य 5000 Å है।

Answer» Correct Answer - `1.07xx10^(-5)` मीटर।
`d=(1.22lambda)/(d theta)=(1.22xx5000xx10^(-8))/(10^(-3)xx180/pi)=1.07xx10^(-5)` मी
11.

दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास बढ़ाने पर उसकी विभेदन क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

Answer» विभेदन क्षमता बढ़ जाती है
12.

दूरदर्शी के अभिदृश्यक का व्यास बढ़ा देने पर उसकी आवर्धन क्षमता पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

Answer» आवर्धन क्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता
13.

संयुक्त सूक्ष्मदर्शी में देखी जाने वाली वस्तु को कहाँ रखते हैं ?

Answer» अभिदृश्यक के फोकस के बाहर।
14.

बेलनाकार लेंस द्वारा नेत्र के किस दोष का निवारण किया जाता है ?

Answer» Correct Answer - दृष्टि वैषम्य
15.

सूक्ष्मदर्शी और दूरदर्शी में उच्च आवर्धन-क्षमता के साथ-साथ पर्याप्त विभेदन-क्षमता भी होनी चाहिए, क्यों?

Answer» आवर्धन-क्षमता अधिक होने से वस्तु बड़ी और स्पष्ट दिखाई देती है। किन्तु यदि विभेदन-क्षमता कम है, तो उसकी संरचना स्पष्ट नहीं होगी।
16.

दूरदर्शी में अभिदृश्यक का व्यास अधिक होता है, क्यों ?

Answer» ताकि उसकी विभेदन क्षमता अधिक हो।
17.

आँख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा किस प्रकार स्वयं नियंत्रित होती है ?

Answer» अधिक प्रकाश पड़ने पर पुतली का आकार छोटा तथा कम प्रकाश पड़ने पर बड़ा हो जाता है ।
18.

सूक्ष्मदर्शी और दूरदर्शी के मूल कार्य क्या हैं ?

Answer» Correct Answer - दर्शन कोण बढ़ाना।
19.

आपको एक संयुक्त सूक्ष्मदर्शी और एक दूरदर्शी दिया गया है ? कैसे पता लगाओगे कि कौन-सा सूक्ष्मदर्शी है और कौन-सा दूरदर्शी ?

Answer» अभिदृश्यक के द्वारक को देखकर, दूरदर्शी के अभिदृश्यक का द्वारक बड़ा होता है।
20.

किसी माध्यम के अपवर्तनांक एवं क्रांतिक कोण में क्या संबंध होता है?

Answer» Correct Answer - `mu=1/(sin C)`
21.

जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है, तो इसका वेग ____जाता है।

Answer» Correct Answer - बढ़
22.

निकट दृष्टिदोष का कोई व्यक्ति दृष्टि के लिए - 1.0 D क्षमता का चश्मा उपयोग कर रहा है। अधिक आयु होने पर उसे पुस्तक पढ़ने के लिए अलग से + 2.0 D क्षमता के चश्मे की आवश्यकता होती है । स्पष्ट कीजिए ऐसा क्यों हुआ ?

Answer» यहाँ P=-1 D
`therefore f=100/"-1"`= -100 सेमी
व्यक्ति के लिए दूर बिंदु 100 सेमी. है तथा निकट बिंदु 25सेमी. । अवतल लेंस का उपयोग करने से उसकी आँख अनंत पर रखी वस्तु को 100 सेमी. तक लाती है। निकट रखी वस्तु को ( 100 सेमी. से 25 सेमी. की दूरी पर) देखने के लिए वह आँखों को समंजित करने की क्षमता का उपयोग करते हैं। लेकिन अधिक आयु होने पर यह क्षमता कम हो जाती है तथा व्यक्ति का निकट बिंदु 50 सेमी. हो जाता है। अत: 25 सेमी. दूरी पर रखी वस्तु को देखने के लिए u=-25 सेमी ., v=-50 सेमी ,
`therefore 1/f=1/v-1/u=1/(-50)+1/25=1/50`
f=50 सेमी
अतः क्षमता `P=100/f=100/50` =+2 D
अत: +2 D क्षमता का अभिसारी अर्थात् उत्तल लेंस आवश्यक होगा ।
23.

हीरे का चमकना ____ की घटना है।

Answer» पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
24.

क्या अकेला लेंस वर्ण-विपथन का दोष दूर कर सकता है ?

Answer» Correct Answer - नहीं
25.

लेंस का एक भाग टूटा हुआ है। क्या इस लेंस से किसी वस्तु का पूरा प्रतिबिम्ब प्राप्त हो सकता है ?

Answer» हाँ, किन्तु प्रतिबिम्ब धुँधला बनेगा।
26.

सामान्य दूरी पर रखी पुस्तक को अमित के चाचाजी को पढ़ने में परेशानी का अनुभव होता है । वे चिकित्सक का खर्च नहीं उठा सकते इसलिए डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं। अमित को जब यह पता लगता है तो वह नेत्र चिकित्सक के पास अपने चाचाजी को ले जाकर दिखाता है और उनका इलाज करवाता है तथा डॉक्टर की सलाह पर उनके लिए अपनी पॉकेट खर्च से उचित फोकस दूरी के लेंस का चश्मा लाकर देता है। अब चाचाजी की नेत्र से संबंधित समस्या दूर हो चुकी है तथा वे प्रसन्न होकर अपने भतीजे को दुवायें व आर्शीवाद देते हैं। इस दोष को दूर करने के लिए कौन-सा लेंस प्रयुक्त करते हैं ?

Answer» इस दोष को दूर करने के लिए पर्याप्त फोकस दूरी का उत्तल लेंस का चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है।
27.

सामान्य दूरी पर रखी पुस्तक को अमित के चाचाजी को पढ़ने में परेशानी का अनुभव होता है । वे चिकित्सक का खर्च नहीं उठा सकते इसलिए डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं। अमित को जब यह पता लगता है तो वह नेत्र चिकित्सक के पास अपने चाचाजी को ले जाकर दिखाता है और उनका इलाज करवाता है तथा डॉक्टर की सलाह पर उनके लिए अपनी पॉकेट खर्च से उचित फोकस दूरी के लेंस का चश्मा लाकर देता है। अब चाचाजी की नेत्र से संबंधित समस्या दूर हो चुकी है तथा वे प्रसन्न होकर अपने भतीजे को दुवायें व आर्शीवाद देते हैं। अमित द्वारा अपने चाचाजी के लिए प्रदर्शित दो जीवन मुल्यों को बताइये।

Answer» दूसरों के प्रति सहयोग, आदर एवं सहानुभूति की भावना स्पष्ट दिखाई देती है।
28.

एक दिन अचानक चेतना की माताजी ने पेट दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें एण्डोस्कोपी की सलाह दी जिसमें बहुत अधिक खर्च लगना था । चेतना ने अपनी शिक्षिका से इसकी चर्चा की तो उन्होंने भी कुछ पैसों की व्यवस्था करवाई क्योंकि चेतना एक गरीब परिवार की थी। डॉक्टर से यह बताने पर उन्होंने भी कुछ छूट तथा माताजी का परीक्षण किया। एण्डोस्कोपी में प्रकाश का कौन सा सिद्धान्त प्रयुक्त होता है?

Answer» एण्डोस्कोपी (Endoscopy)- प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन पर आधारित है। इसमें एक प्रकाशीय पाइप जिसमें प्रकाशीय तंतु होते हैं पेट में डालते हैं तथा पेट के विभिन्न भागों की आंतरिक प्रकाशिक तंतु द्वारा सूचना को बाह्य तंतुओं तक भेजा जाता है जिसकी अंतिम प्रतिबिंब प्राप्त कर व्यवस्था की जाती है।
29.

सामान्य दूरी पर रखी पुस्तक को अमित के चाचाजी को पढ़ने में परेशानी का अनुभव होता है । वे चिकित्सक का खर्च नहीं उठा सकते इसलिए डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं। अमित को जब यह पता लगता है तो वह नेत्र चिकित्सक के पास अपने चाचाजी को ले जाकर दिखाता है और उनका इलाज करवाता है तथा डॉक्टर की सलाह पर उनके लिए अपनी पॉकेट खर्च से उचित फोकस दूरी के लेंस का चश्मा लाकर देता है। अब चाचाजी की नेत्र से संबंधित समस्या दूर हो चुकी है तथा वे प्रसन्न होकर अपने भतीजे को दुवायें व आर्शीवाद देते हैं। उम्र के साथ व्यक्ति की स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी क्यों बढ़ जाती है?

Answer» पश्चगामी तंत्रिकाओं से दृढ़ हो जाने के कारण अधिक उम्र के लोगों के नेत्र गोलक लचीलापन खो देते हैं जिससे उनकी नेत्र समंजन क्षमता कम हो जाती है।
30.

एक दिन अचानक चेतना की माताजी ने पेट दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें एण्डोस्कोपी की सलाह दी जिसमें बहुत अधिक खर्च लगना था । चेतना ने अपनी शिक्षिका से इसकी चर्चा की तो उन्होंने भी कुछ पैसों की व्यवस्था करवाई क्योंकि चेतना एक गरीब परिवार की थी। डॉक्टर से यह बताने पर उन्होंने भी कुछ छूट तथा माताजी का परीक्षण किया। इस स्थिति में चिकित्सक के कार्यों को आप किस प्रकार देखते हैं?

Answer» चेतना के गरीब परिवार को परीक्षण में छूट देकर चिकित्सक सहानुभूति मानवता एवं सामाजिक दायित्व के निर्वाह का परिचय देते है।
31.

एक दिन अचानक चेतना की माताजी ने पेट दर्द की शिकायत की। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें एण्डोस्कोपी की सलाह दी जिसमें बहुत अधिक खर्च लगना था । चेतना ने अपनी शिक्षिका से इसकी चर्चा की तो उन्होंने भी कुछ पैसों की व्यवस्था करवाई क्योंकि चेतना एक गरीब परिवार की थी। डॉक्टर से यह बताने पर उन्होंने भी कुछ छूट तथा माताजी का परीक्षण किया। शिक्षिका द्वारा किए गये कार्यों से क्या प्रदर्शित होता है ?

Answer» इससे सहयोग, सहानुभूति, दान एवं सहदयता की भावना कक्षा शिक्षिका की प्रदर्शित होती है।
32.

दो अमिश्रणीय द्रव जिनके अपवर्तनांक `mu_1` और`mu_2` हैं, एक बीकर में रखे गये हैं। यदि पहले और दूसरे द्रव की गहराइयाँ क्रमश: `h_1` व `h_2` हो, तो बीकर की तली में अंकित चिन्ह की आभासी गहराई क्या होगी?

Answer» आभासी गहराई=`"वास्तविक गहराई"/mu=h_1/mu_1+h_2/mu_2`
33.

किसी सरल सूक्ष्मदर्शी की आवर्धन क्षमता उसकी फोकस दूरी के व्युत्क्रमानुपाती होती है। तब हमें अधिकाधिक आवर्धन क्षमता प्राप्त करने के लिए कम से कम फोकस दूरी के उत्तल लेंस का उपयोग करने से क्यों रोकता है ?

Answer» कम से कम फोकस दूरी का उत्तल लेंस प्राप्त करना आसान नहीं है यदि फोकस दूरी अधिक होगा। अतः हम आवर्धन क्षमता 3 से अधिक का साधारण कम होती है, तब गोलीय एवं वर्णिक विपणन उत्तल लेंस की प्रायोगिकता नहीं प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन विपणन सुधार की क्रिया द्वारा इसे 10 गुणक तक बढ़ाया जा सकता है।
34.

20 सेमी फोकस-दूरी के दो अवतल लेंसों को मिलाकर एक लेंस बनाया गया। संयुक्त लेंस की फोकस-दूरी क्या होगी?

Answer» Correct Answer - 10 सेमी
35.

एक अवतल दर्पण और एक उत्तल लेंस पानी में रखे गये हैं। उनकी फोकस-दूरियों में क्या परिवर्तन होगा?

Answer» अवतल दर्पण की फोकस-दूरी में कोई परिवर्तन नहीं होगा, क्योंकि फोकस-दूरी वक्रता-त्रिज्या की आधी होती है। दर्पण की वक्रता-त्रिज्या माध्यम पर निर्भर नहीं करती। उत्तल लेंस को पानी में डुबाने पर उसकी फोकस-दूरी बढ़ जाती है।
36.

किसी व्यक्ति जिसके लिए D का मान 50 सेमी है के पढ़ने के लिए चश्मे के लेंस की फोकस दूरी क्या होगी?

Answer» सामान्य दृष्टि की दूरी 25 सेमी है। अत: यदि पुस्तक की नेत्र से दूरी u = -25 सेमी. प्रतिबिम्ब v = - 50 सेमी दूर बनना चाहिए। अति: वांछित फोकस दूरी होगी।
`1/f=1/v-1/u`
`1/f=1/(-50)-1/(-25)=1/50`
f=+50 सेमि (उत्तल लेंस )
37.

जल के भीतर वायु का बुलबुला कैसा व्यवहार करता है ?

Answer» अपसारी लेंस की तरह व्यवहार करता है। जल का अपवर्तनांक वायु के अपवर्तनांक से अधिक होता है। अत: वायु के बुलबुले को जल में रखने पर उसकी प्रकृति बदल जाती है।
38.

धूप के चश्मे के काँच वक्रीय (Curved) होते हैं, फिर भी इनकी क्षमता शून्य होती है, क्यों ?

Answer» धूप के चश्मे के काँच की बाहरी और आंतरिक सतहें परस्पर समान्तर होती हैं तथा उनकी वक्रता-त्रिज्या बराबर होती है। फलस्वरूप चश्मे के काँच की फोकस-दूरी अनन्त होती है। अत: क्षमता शून्य होती है।
39.

फ्यूज बल्ब में पानी भरकर देखने पर किताब के अक्षर बड़े दिखाई देते हैं। क्यों ?

Answer» बल्ब की दीवारें उभरी हुई होती हैं। पानी डालने पर वह उत्तल लेंस की तरह कार्य करने लगता है। अत: अक्षर आवर्धित होकर बड़े दिखाई देते हैं।
40.

किसी कमरे की एक दीवार पर लगे विद्युत् बल्ब का किसी बड़े आकार के उत्तल लेंस द्वारा 3 मी. दूरी पर स्थित सामने की दीवार पर प्रतिबिम्ब प्राप्त करना है। इसके लिए उत्तल लेंस की अधिकतम फोकस दूरी क्या होनी चाहिए ?

Answer» माना u=-x सेमी , v=(3-x) सेमी ,
सूत्र - `1/f=1/v-1/u`
`1/f=1/(3-x)-1/(-x)=1/(3-x)+1/x`
`1/f=(x+3-x)/((3+x)x)`
(3-x) x =3f
`3x-x^2=3f`
f के न्यूनतम मान के लिए `d/(dx)(3f)=0`
3-2x=0
2x=3
`x=3/2`
समी (1 ) के मान रखने पर , `3xx3/2-(3/2)^2=3f`
`9/2-9/4=3f`
`3f=9/4`
`f=3/4=0.75 `मी
41.

एक तालाब 5 मीटर गहरा है। पानी की सतह से 6 मीटर ऊपर एक लो रखी गई है। यदि पानी का अपवर्तनांक `4/3` हो, तो लौ का प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा?

Answer» पानी की सतह से 6 मीटर नीचे बनेगा, क्योंकि लौ का प्रतिबिम्ब परावर्तन द्वारा बनता है न कि अपवर्तन द्वारा । यहाँ पानी की सतह दर्पण की भाँति कार्य करती है।
42.

अपवर्तनांक और प्रकाश की चाल में क्या सम्बन्ध होता है ?

Answer» Correct Answer - `mu=c/v`
43.

एक आयताकार कमरे की दो आसन्न दीवारों एवं छत में दर्पण लगे हुए हैं।बताइए किसी वस्तु के कितने प्रतिबिम्ब बनेंगे?

Answer» कर्मरे की दीवारे परस्पर लंबवर्त है ।
`therefore` सूत्र `n=(360^@)/theta -1` से
`n=360^@/90^@-1=3`
दो दीवारों में लगे दर्पणों के साथ छत में लगा दर्पण `90^@` का कोण बनायेगा। कमरे की दीवारों में लगे दर्पणों से बने तीन प्रतिबिम्ब छत में लगे दर्पण में तीन प्रतिबिम्ब बनायेंगे। वस्तु का एक प्रतिबिम्ब भी उस दर्पण में बनेगा।
अत: कुल प्रतिबिम्बों की संख्या = 3 + 3 + 1 = 7.
44.

वायु में रखे किसी बिन्दु स्रोत से प्रकाश काँच के किसी गोलीय पृष्ठ पर पड़ता है। (`mu` = 1.5 तथा वक्रता त्रिज्या = 20 सेमी) । प्रकाश स्रोत की काँच के पृष्ठ से दूरी 100 सेमी है। प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा ?

Answer» दिया है - `mu_1=1 , mu_2=1.5 , u=-100` सेमी , R=20 सेमी
सूत्र - `mu_2/v-mu_1/u=(mu_2-mu_1)/R`
`1.5/v+1/100 =(1.5-1)/20`
`1.5/v+1/100=1/40`
`1.5/v=1/40-1/100`
`=(5-2)/200`
`1.5/v=3/200`
`v=(200xx1.5)/3=100 `सेमी
प्रतिबिम्ब आपतित प्रकाश कि दिशा में काँच के पृष्ठ से 100 सेमी दूरी पर बनेगा ।
45.

सामान्य कॉँच की तुलना में हीरे का अपवर्तनांक काफी अधिक होता है ? क्या हीरे को तराशने वालों के लिए इस तथ्य का कोई उपयोग होता है ?

Answer» हीरे का अपवर्तनांक 2.42 है जो कि काँच (`mu_g`= 1.5) के अपवर्तनांक की अपेक्षा बहुत अधिक है। हीरे का क्रान्तिक कोण लगभग `24^@` है जो काँच के लिए क्रान्तिक कोण की अपेक्षा बहुत कम है। हीरे का कौशल कारीगर हीरे को `24^@` से `90^@` तक के कई कोणों से प्रकाश आपतित कर इस बात की पुष्टि करता है कि प्रकाश की किरण का अधिकतम फलकों से पूर्ण परावर्तन हो सके जिससे. उसमें ज्यादा चमक उत्पन्न हो।
46.

एक उत्तल दर्पण की फोकस दूरी f है। एक वस्तु इस दर्पण से f दूरी पर स्थित है उसका प्रतिबिम्ब कहाँ बनेगा ?

Answer» सूत्र- `1/f=1/u+1/v`
दिया है - फोकस दूरी =f, u=-f
सूत्र में मान रखने पर , `1/f=1/(-f)+1/v`
`1/f=2/f`
`v=f/2`
प्रतिबिम्ब वस्तु के दूसरी ओर `f/2` दूरी पर बनेगा ।
47.

निर्वात में एकवर्णी प्रकाश का तरंगदैर्घ्य 6000 Å है। यदि काँच का अपवर्तनांक 1.5 हो तो काँच में प्रकाश का तरंगदैर्घ्य क्या होगा?

Answer» Correct Answer - 4000Å
`._amu_g=lambda_d/lambda_g` से , 1.5=`"6000Å"/lambda_g rArr lambda_g="6000Å"/1.5`=4000 Å
48.

काँच में किस रंग के प्रकाश के लिए चाल न्यूनतम और किस रंग के लिए चाल अधिकतम होती है ?

Answer» बैगनी , लाल क्योकि `mu=c/v` से, `v prop 1/mu` तथा `mu_"बैगनी" gt mu_"लाल "`
49.

एक अवतल दर्पण की फोकस-दूरी f है। वस्तु की फोकस से दूरी x है । रैखिक आवर्धन की गणना कीजिए।

Answer» सूत्र - गोलीय दर्पण के लिए ,
`m=f/(f-u)`
अवतल दर्पण के लिए f ऋणात्मक होगा ।
दिया है - u=-(f+x)
अतः `m=(-f)/(-f+(f+x))=(-f)/x`.
50.

काँच, हीरा तथा जल के अपवर्तनांक 1.5, 2.0 और 1.3 हैं। इनमें से किस माध्यम में प्रकाश की चाल सर्वाधिक होगी?

Answer» जल में , क्योकि `vprop 1/u`