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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | बैरोमीटर कितने प्रकार के होते हैं? | 
| Answer» बैरोमीटर तीन प्रकार के होते हैं ⦁ साधारण बैरोमीटर ⦁ फोर्टिन बैरोमीटर ⦁ एनीरोइड बैरोमीटर | |
| 2. | बैरोमीटर क्या है? | 
| Answer» बैरोमीटर, वायुमण्डल का वायुदाब नापने का यन्त्र है। | |
| 3. | मौसम मानचित्रों में H और I. अक्षरों से क्या प्रकट होता है? | 
| Answer» मौसम मानचित्रों में H अक्षर उच्च दाब और L अक्षर निम्न दाब को प्रकट करता है। | |
| 4. | आर्द्रता किस यन्त्र से ज्ञात की जाती है? | 
| Answer» आर्द्रता, आर्द्र एवं शुष्क बल्ब तापमापी द्वारा ज्ञात की जाती है। | |
| 5. | वर्षा किस यन्त्र से नापी जाती है? | 
| Answer» वर्षा, वर्षामापी यन्त्र द्वारा नापी जाती है। | |
| 6. | मौसम चिह्नों का सर्वप्रथम प्रयोग किसने किया था? | 
| Answer» मौसम चिह्नों का सर्वप्रथम प्रयोग एडमिरल ब्यूफोर्ट (1805) ने किया था। | |
| 7. | मौसम मानचित्रों एवं चार्टी को किस प्रकार तैयार किया जाता है तथा ये हमारे लिए कैसे उपयोगी हैं? | 
| Answer» मौसम मानचित्र पृथ्वी या उसके किसी भाग का अल्प समय (एक दिन) के मौसमी परिघटनाओं का समतल धरातल पर प्रदर्शन है। इन मानचित्रों पर एक निश्चित दिन के विभिन्न मौसम तत्त्वों; जैसे—तापमान, वर्षा, सूर्य का प्रकाश, मेघमयता, वायु की दिशा एवं वेग, वायुदाब इत्यादि को दर्शाया जाता है। इनको तैयार करने में केन्द्रीय कार्यालय द्वारा प्राप्त सूचनाओं, अभिलेख, निर्धारित प्रतीक या चिह्न और मौसम मानचित्र विधियों का प्रयोग किया जाता है। अतः मौसम मानचित्र बनाने के लिए मौसम सम्बन्धी सूचनाओं और प्रतीकों का सम्यक् ज्ञान आवश्यक है। इन्हीं चिह्नों या प्रतीकों को विभिन्न स्थानों की सूचनाओं के साथ निर्धारित केन्द्रों पर अवस्थित किया जाता है। भारत में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना के बाद से मौसम मानचित्र एवं चार्यों को नियमित रूप से तैयार किया जाता है। मौसम चार्ट में मौसम सम्बन्धी सूचनाओं एवं प्रतीकों को प्रदर्शित किया जाता है। इस चार्ट के माध्यम से कम स्थान पर मौसम सम्बन्धी अधिकतम सूचनाएँ प्राप्त हो जाती हैं। इनको तैयार करने में मानचित्र की आवश्यकता नहीं होती, केवल मौसम सूचनाओं को प्रतीकों द्वारा क्रमबद्ध रूप से संयोजन किया जाता है। मौसम मानचित्र एवं मौसम चार्ट सम्बन्धित स्थान की मौसम दशाओं को समझने में अत्यन्त उपयोगी हैं। इनके आधार पर निर्धारित स्थान की मौसम दशाओं के आधार पर कृषि एवं अन्य कार्यों की विशेष योजनाएँ तैयार की जा सकती हैं जो सामाजिक-आर्थिक विकास की दृष्टि से अत्यन्त महत्त्वपूर्ण होती हैं। | |
| 8. | मौसम पूर्वानुमान का प्राथमिक यन्त्र है(क) तापमापी(ख) दाबमापी(ग) मानचित्र(घ) मौसम चार्ट | 
| Answer» सही विकल्प है (क) तापमापी | |
| 9. | तापमान किस यन्त्र से नापा जाता है? | 
| Answer» तापमान को तापमापी (थर्मामीटर) नामक यन्त्र से नापा जाता है। | |
| 10. | समान दाब वाले स्थानों को जोड़ने वाली रेखाओं को क्या कहा जाता है?(क) समदाब रेखाएँ(ख) समवर्षा रेखाएँ(ग) समताप रेखाएँ(घ) आइसोहेल रेखाएँ | 
| Answer» सही विकल्प है (क) समदाब रेखाएँ | |
| 11. | प्रत्येक दिन के लिए भारत के मौसम मानचित्र का निर्माण कौन-सा विभाग करता है?(क) विश्व मौसम संगठन(ख) भारतीय मौसम विभाग(ग) भारतीय सर्वेक्षण विभाग(घ) इनमें से कोई नहीं | 
| Answer» सही विकल्प है (ख) भारतीय मौसम विभाग | |