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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

थर्मोक्लाइन तथा होलोक्लाइन में अन्तर बताइए।

Answer»

थर्मोक्लाइन-थर्मोक्लाइन होलोक्लाइन के नीचे होती है। यहाँ लवणता की मात्रा बहुत कम पाई जाती है। इसकी मात्रा 34.6 तथा 34.9 प्रतिशत तक होती है। इसी को थर्मोक्लाइन क्षेत्र कहा जाता है।
होलोक्लाइन-इसकी स्थिति ऊपरी सतह पर उथले धरातल पर होती है। यहाँ उच्च लवणता पाई जाती है। इसके बाद लवणता कम होती जाती है।

2.

महासागरीय उच्चावच की दो आकृतियों-मध्य महासागरीय कटक एवं समुद्री टीला का वर्णन कीजिए।

Answer»

1. मध्य महासागरीय कटक-मध्य महासागरीय कटक पर्वतों की दो श्रृंखलाओं से बनी आकृति है जो एक विशाल अवनमन द्वारा अलग होती है। इन पर्वत श्रृंखलाओं के शिखर की ऊँचाई 2,500 मीटर तक हो सकती है। किन्तु इनमें से कुछ समुद्र की सतह तक भी पहुँच जाती हैं; जैसे—आइसलैण्ड, जो मध्य अटलाण्टिक कटक का एक भाग है।
2. समुद्री टीला-ये नुकीले शिखरों वाले सागरीय पर्वत हैं। ये पर्वत या टीले महासागरीय सतह तक | नहीं पहुँच पाते हैं। इनकी उत्पत्ति ज्वालामुखी द्वारा होती है। इनकी ऊँचाई प्रायः 3,000 से 4,500 मीटर के आसपास होती है।

3.

अन्ध महासागर एवं प्रशान्त महासागर की तापमान विभिन्नताओं पर प्रकाश डालिए।

Answer»

अन्ध महासागर-अन्ध महासागर में गर्म एवं ठण्डी धाराओं का प्रभाव समताप रेखाओं के वितरण पर विशेष रूप से षड़ता है। उत्तरी अन्ध महासागर में समताप रेखाएँ पश्चिम की ओर परस्पर मिलती हैं, जबकि उत्तर-पूर्व में समताप रेखाएँ दूर-दूर स्थित हैं। मध्यवर्ती अन्ध महासागर में समताप रेखाओं का वितरण बड़ा ही असंयमित है, क्योंकि यहाँ सागर एवं मौसम की दिशा अनिश्चित रहती है।
प्रशान्त महासागर-प्रशान्त महासागर में समताप रेखाएँ प्रायः अक्षांश रेखाओं के समानान्तर मिलती हैं, क्योंकि यह महासागर आकार में सबसे बड़ा है, जिससे स्थलीय क्षेत्रों एवं पवनों का विशेष प्रभाव यहाँ नहीं पड़ता है। यहाँ विषुवत् रेखा के समीपवर्ती भागों में तापमान 25° सेल्सियस पाया जाता है जो घटते-घटते 60° उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांशों के समीपवर्ती भागों में हिमांक बिन्दु के समीप पहुँच जाता है। दक्षिणी प्रशान्त महासागर में स्थलखण्ड की कमी के कारण समताप रेखाएँ लगभग पूर्व-पश्चिम दिशा में ही विस्तृत मिलती हैं।

4.

महासागरीय लवणता वितरण की विभिन्नता के दो महत्त्वपूर्ण कारणों का उल्लेख कीजिए।

Answer»

महासागरों में लवणता वितरण की भिन्नता के दो महत्त्वपूर्ण कारण निम्नांकित हैं
1: स्वच्छ जल की आपूर्ति-महासागरों में स्वच्छ जल की आपूर्ति जितनी अधिक मात्रा में होती है, लवणता उतनी ही कम होती है। इसीलिए भूमध्य रेखा के निकट वर्षा की अधिकता के कारण | लवणता कम तथा आयन रेखाओं के निकट कम वर्षा होने के कारण लवणता अधिक मिलती है।
2. वाष्पीकरण की मात्रा एवं तीव्रता-वाष्पीकरण की मात्रा की अधिकता के कारण लवणता की मात्रा में वृद्धि होती है। कर्क व मकर रेखाओं के निकट निर्मल आकाश व प्रखर सूर्य की किरणों के कारण वाष्पीकरण की मात्रा अधिक रहती है। इसी कारण लाल सागर में लवणता 40% मिलती है।

5.

महाद्वीपीय मग्नतट का क्या अर्थ है? इनकी मुख्य विशेषताएँ बतलाइए।

Answer»

महाद्वीपीय मग्नतट महासागरों व महाद्वीपों के मिलन-स्थल होते हैं। इसका ढाल 1° से 3° तक, गहराई 200 मीटर तक तथा चौड़ाई कुछ किमी से 1,000 किमी तक होती है। विश्व में सबसे अधिक मग्नतट अन्ध महासागर में विद्यमान हैं। महाद्वीपीय मग्नतटों की मुख्य विशेषताएँ निम्नांकित हैं–
⦁    पृथ्वी पर महासागरों के कुल क्षेत्रफल का लगभग 7.5 से 8.5% भाग महाद्वीपीय मग्नतट के रूप में अवस्थित है।
⦁    महाद्वीपीय मग्नतट समुद्री खाद्य पदार्थों की उपलब्धता, मत्स्य आखेट और खनिज तेल एवं गैस उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र होते हैं।
⦁    महाद्वीपीय मग्नतट मत्स्य उत्पादन के अनुकूल क्षेत्र होते हैं। विश्व के विशालतम मत्स्य संग्रहण क्षेत्र डॉगर बैंक और ग्राण्ड बैंक इन्हीं तटों पर स्थित मिलते हैं।
⦁    ये तट प्रकाश और गर्मी की उपस्थिति के कारण जल-जीवों तथा सागरीय वनस्पति के विपुल । भण्डार होते हैं।

6.

प्रमुख महासागरों के नाम लिखिए।

Answer»

प्रमुख महासागरों के नाम निम्नलिखित हैं–
⦁    प्रशान्त महासागर
⦁    अटलाण्टिक महासागर
⦁    हिन्द महासागर
⦁    आर्कटिक महासागर
⦁    दक्षिणी हिम महासागर

7.

विश्व के प्रसिद्ध महासागरीय पठार का नाम व स्थिति लिखिए।

Answer»

विश्व का प्रसिद्ध महासागरीय पठार अटलाण्डिटक महासागर के मध्य में स्थित मध्य अटलाण्टिक कटक’ है। इसके अतिरिक्त पूर्वी प्रशान्त महासागर में स्थित ‘एल्बटरॉस पठार’ भी सागरीय पठार का अच्छा उदाहरण है।

8.

समुद्र विज्ञान से आप क्या समझते हैं?

Answer»

समुद्र विज्ञान वह विज्ञान है जिसमें समुद्र के जल, जलधारा, ज्वारभाटा तथा अन्य सम्बन्धित तथ्यों का अध्ययन किया जाता है।

9.

पृथ्वी के कितने भाग पर जल पाया जाता है?

Answer»

पृथ्वी के 71% भाग पर जल पाया जाता है।

10.

महासागरीय जल की लवणता समझाइए।

Answer»

सागरीय जल के भाग तथा उसमें घुले हुए पदार्थों के भार के अनुपात को लवणता कहते हैं। एक किग्रा समुद्री जल में घुले हुए ठोस पदार्थों की मात्रा ही लवणता है। सामान्यतया महाद्वीपीय जल में प्रति हजार ग्राम में 35 ग्राम लवणता पाई जाती है (35%)।

11.

निम्नलिखित में से कौन-सी लघु उच्चावच आकृति महासागरों में नहीं पाई जाती है?(क) समुद्री टोला (ख) महासागरीय गभीर(ग) प्रवालद्वीप (घ) निमग्न द्वीप

Answer»

सही विकल्प है (ग) प्रवालद्वीप

12.

महाद्वीपीय ढाल की औसत गहराई निम्नलिखित के बीच होती है|(क) 2-20 मीटर (ख) 20-200 मीटर(ग) 200-2,000 मीटर (घ) 2,000-20,000 मीटर

Answer»

सही विकल्प है (ख) 20-200 मीटर

13.

उस तत्त्व की पहचान करें जो जलीय चक्र का भाग नहीं है-(क) वाष्पीकरण(ख) वर्षण(ग) जलयोजन(घ) संघनन

Answer»

सही विकल्प है (ग) जलयोजन

14.

विश्व के समुद्रों की औसत लवणता मात्रा कितनी है?

Answer»

समुद्र के एक हजार ग्राम जल में औसत 35 ग्राम लवण घोल के रूफ़ में विद्यमान हैं। इस प्रकार विश्व के समुद्री जल की औसत लवणता 35 प्रति हजार (35%) है।

15.

महासागरीय जल के तापमान वितरण की प्रमुख विशेषता क्या है?

Answer»

महासागरीय जल के तापमान वितरण में क्षेत्रीय विविधता पाई जाती है। भूमध्यरेखा के समीप महासागरीय जल सबसे अधिक गर्म और ध्रुवों की ओर क्रमशः ठण्डा होता जाता है।

16.

विश्व के सर्वाधिक लवणता वाले क्षेत्र बतलाइए।

Answer»

विश्व में सर्वाधिक लवणता वाले क्षेत्र आयनमण्डल में पाए जाते हैं। अटलाण्टिक महासागर में आयनमण्डलों के समीप लवणता लगभग 37 प्रति हजार है। स्थल से घिरे समुद्रों में संयुक्त राज्य अमेरिका की ग्रेट साल्ट लेक में 220, मृत सागर में 240 तथा तुर्की की वान झील में 330 प्रति हजार लवणती सबसे अधिक है।

17.

विश्व के किस भाग में महाद्वीपीय मग्नतट की अनुपस्थिति मिलती है?

Answer»

विश्व में दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमी तट पर महाद्वीपीय मग्नतट लगभग अनुपस्थित मिलते हैं।

18.

विश्व के महासागरीय गत का वितरण लिखिए।

Answer»

विश्व के लगभग 7% भाग पर, महासागरीय गर्गों का विस्तार है। कुल 57 गर्गों में से 32 प्रशान्त महासागर में, 19 अटलाण्टिक महासागर में और 6 हिन्द महासागर में स्थित हैं। मेरियाना (प्रशान्त महासागर) नाम का महासागरीय गर्त लगभग 11 किमी गहरा है जो विश्व का सर्वाधिक गहरा महासागरीय गर्त है।

19.

निम्न में से कौन-सा सबसे छोटा महासागर है?(क) हिन्द महासागर(ख) अटलाण्टिक महासागर(ग) आर्कटिक महासागर ।(घ) प्रशान्त महासागर

Answer»

सही विकल्प है (ग) आर्कटिक महासागर

20.

निम्नलिखित में विश्व का सर्वाधिक लवणता वाला सागर कौन-सा है?(क) मृत सागर ।(ख) बाल्टिक सागर(ग) काला सागर(घ) अजोव सागर

Answer»

सही विकल्प है (क) मृत सागर

21.

महासागरीय जल की लवणता को समझाइए।

Answer»

सागरीय जल में लवणों की उपस्थिति से उत्पन्न खारेपन को महासागरीय जल की लवणता कहा जाता है।

22.

महासागरीय मग्न तट से आप क्या समझते हैं?

Answer»

यह समुद्र के नितल का अति मन्द ढालयुक्त भाग है, जो महाद्वीप के चारों ओर फैला हुआ है।

23.

समुद्री जल की लवणता क्या है?

Answer»

महासागरीय जल के खारेपन अथवा उसमें स्थित लवण की मात्रा को ही महासागरीय लवणता कहते हैं। महासागरीय जल की औसत लवणता लगभग 35 प्रति हजार अर्थात् 1000 ग्राम समुद्री जल में 35 ग्राम लवण पाया जाता है।

24.

ताप प्रवणता क्या है?

Answer»

महासागरीय गहराई में जहाँ तापमान में तीव्र कमी आती है उसे ताप प्रवणता कहते हैं। ऐसा अनुमान है कि जल के कुल आयतन का लगभग 90 प्रतिशत गहरे महासागर में ताप प्रवणता के नीचे पाया जाता है। इस क्षेत्र में तापमान 0° सेल्सियस पहुँच जाता है।

25.

विभिन्न महासागरों के सबसे गहरे गर्गों की सूची बनाइए।

Answer»

महासागरीय गर्त महासागरों के सबसे गहरे भाग होते हैं। अभी तक महासागरों में लगभग 57 गर्ते की खोज की गई है जिसमें सबसे अधिक गर्त प्रशान्त महासागर में स्थित है। प्रमुख महासागरीय गर्गों की संख्या इस प्रकार है

1. प्रशान्त महासागर 32, 

2. अटलाण्टिक महासागर 19, 

3. हिन्द महासागर 6.

26.

समुद्र में नीचे जाने पर आप ताप की किन परतों का सामना करेंगे? गहराई के साथ तापमान में भिन्नता क्यों आती है?

Answer»

महासागर की सतह से विभिन्न गहराई तक जल के तापमान के आधार पर कई परतें मिलती हैं। सामान्यतः मध्य एवं निम्न अक्षांशों में ऐसी हीं निम्नलिखित तीन ताप परतें मिलती हैं-
⦁    गर्म महासागरीय जल की सबसे ऊपरी परत जो लगभग 500 मीटर मोटी होती है, का तापमान 20°C से 25°C के बीच होता है।
⦁    ताप प्रवणता परतं जो पहली परत के नीचे स्थित होती है, में गहराई बढ़ने के साथ तापमान में तीव्र | गिरावट आती है।
⦁    बहुत अधिक ठण्डी परत जो गम्भीर महासागरीय तली तक विस्तृत होती है।
महासागरों में उच्च तापमान प्रायः उसकी ऊपरी सतह पर ही पाया जाता है, क्योंकि महासागर का यह भाग प्रत्यक्ष रूप से सूर्य की ऊष्मा प्राप्त करता है। इसके साथ गहराई पर जाने में सूर्य का ताप कम प्राप्त होता है, इसलिए सागरीय जल के तापमान में गहराई बढ़ने के साथ-साथ भिन्नताएँ मिलती हैं।

27.

हम पृथ्वी को नीला ग्रह क्यों कहते हैं?

Answer»

जल हमारे सौरमण्डल का दुर्लभ पदार्थ है। सौरमण्डल में पृथ्वी ग्रह के अतिरिक्त अन्यत्र कहीं जल नहीं है। इस दृष्टि से पृथ्वी के जीवन सौभाग्यशाली हैं कि यह एक जलीय ग्रह है, अन्यथा पृथ्वी पर जीव-जन्तुओं का अस्तित्व ही नहीं होता। वस्तुतः सौभाग्य से पृथ्वी के धरातल पर जल की प्रचुर आपूर्ति है। इसीलिए पृथ्वी को नीला ग्रह कहा जाता है।

28.

लवणता को प्रति समुद्री जल में घुले हुए नमक (ग्राम) की मात्रा से व्यक्त किया जाता है(क) 10 ग्राम(ख) 100 ग्राम(ग) 1,000 ग्राम(घ) 10,000 ग्राम

Answer»

सही विकल्प है (ग) 1,000 ग्राम

29.

महाद्वीपीय सीमान्त क्या होता है?

Answer»

महाद्वीपीय सीमान्त वह क्षेत्र है जहाँ महासागर महाद्वीपों से मिलते हैं। प्रत्येक महाद्वीप का सीमान्त उथले समुद्रों तथा खाड़ियों से घिरा होता है। इसकी ढाल प्रवणता अत्यन्त कम होती है, जिसका औसत लगभग 1 डिग्री या इससे भी कम हो सकता है।

30.

निम्नलिखित में से कौन महासागरीय तली में सबसे ऊपर स्थित होता है?(क) महाद्वीपीय मग्नतट(ख) महाद्वीपीय मग्नढाल(ग) महासागरीय द्रोणी(घ) महासागरीय गर्त

Answer»

सही विकल्प है (क) महाद्वीपीय मग्नतट

31.

महाद्वीपीय ढालों की उत्पत्ति कैसे हुई है?

Answer»

महासागरीय ढाल महासागरीय तल का एक सँकरा भाग होता है। इनकी उत्पत्ति महाद्वीपों के किनारे मुड़ने तथा अवसादों की मोटी परत एकत्रित होने के फलस्वरूप हुई है।

32.

सागरीय मैदानों का विस्तार कहाँ मिलता है?

Answer»

सागरीय मैदानों का विस्तार 20° उत्तरी अक्षांश से 60° दक्षिणी अक्षांशों के मध्य अधिक पाया जाता है। महासागरों के विचार से प्रशान्त महासागर में सागरीय मैदान अधिक मिलते हैं।

33.

विश्व के कम एवं अधिक लवणता वाले क्षेत्रों के नाम लिखिए।

Answer»

विश्व के कम और अधिक लवणता वाले क्षेत्र निम्नानुसार हैं
⦁    भूमध्य रेखा पर कम लवणता,
⦁    व्यापारिक पवनों के क्षेत्रों (आयनमण्डल) के समीप कम लवणता,
⦁    पछुआ पवनों के क्षेत्रों में कम लवणता,
⦁    ध्रुवीय प्रदेशों में कम लवणता।

34.

महासागरों के तापमान वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों को परीक्षण कीजिए।

Answer»

महासागरीय जल के तापमान वितरण को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं
1. अक्षांश-ध्रुवों की ओर सौर विकिरण की मात्रा घटने के कारण महासागरों के सतही जल का तापमान विषुवत् वृत्त से ध्रुवों की ओर घटता जाता है।
2. स्थल तथा जल का असमान वितरण-उत्तरी गोलार्द्ध के महासागर दक्षिणी गोलार्द्ध के महासागरों की अपेक्षा स्थल के बहुत बड़े भाग से सम्बद्ध हैं। इसलिए उत्तरी गोलार्द्ध दक्षिणी | गोलार्द्ध की अपेक्षा अधिक ऊष्मा ग्रहण करता है।
3. प्रचलित हवाएँ-स्थलों की ओर से महासागरों की ओर चलने वाली हवाएँ समुद्री सतह के गर्म जल को तट से दूर धकेल देती हैं जिसके परिणामस्वरूप नीचे का ठण्डा जल ऊपर की ओर आ
जाता है। परिणामस्वरूप इस प्रक्रिया से समुद्र के तापमान में वृद्धि हो जाती है।
4. महासागरीय धाराएँ-गर्म समुद्री धाराएँ ठण्डे क्षेत्रों के जल का तापमान बढ़ा देती हैं, जबकि ठण्डी धाराएँ गर्म समुद्री क्षेत्रों के जल का तापमान कम कर देती हैं। उदाहरण के लिए-गल्फ-स्ट्रीम गर्म जलधारा यूरोप के पश्चिमी तट के जल का तापमान बढ़ा देती है। इसके विपरीत लेब्रेडोर की ठण्डी जलधारा उत्तरी अमेरिका के उत्तरी-पूर्वी तट के तापमान को कम कर देती है।

35.

विश्व का सबसे बड़ा महासागर एवं सबसे गहरा गर्त कौन-सा है?

Answer»

विश्व का सबसे बड़ा महासागर प्रशान्त महासागर एवं सबसे गहरा गर्त मेरियाना (11,033 मीटर) है जो प्रशान्त महासागर में स्थित है। 

36.

महासागरीय तलीय उच्चावच पर प्रकाश डालिए तथा इसकी लपरेखा स्पष्ट कीजिए।

Answer»

महासागरीय तल

महासागरों की तली को धरातल अत्यन्त विषम होता है। भूपटल की भाँति सागरीय तली में भी पर्वत, पठार, मैदान, गर्त आदि पाए जाते हैं, जिन्हें महासागरीय उच्चावच कहते हैं। पृथ्वी के ऊँचे भागों की अपेक्षा महासागर कहीं अधिक गहरे हैं। महासागरों की गहराई पर प्रकाश डालते हुए प्रो० जॉन मूरे ने लिखा है-“3,500 मीटर से अधिक ऊँचा भाग समस्त भूमण्डल का मात्र 1% है, जबकि समुद्रों में 3,500 मीटर से अधिक गहरे भाग 46% हैं। वस्तुतः महासागरीय नितल का अधिकांश भाग 3 किमी से 6 किमी तक गहरा है

महासागरीय तल की रूपरेखा

महासागरीय नितल को उच्चावच की दृष्टि से निम्नलिखित भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है

⦁    महाद्वीपीय मग्नतट (Continental Shelf)
⦁    महाद्वीपीय ढाल (Continental Slope)
⦁    गहन सागरीय मैदान (Deep Sea Plains)
⦁    महासागरीय पठार (Oceanic Plateaus)
⦁    महासागरीय गर्त (Oceanic Deeps)