InterviewSolution
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निबंध लेखनमेरे जीवन का लयScientists |
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Answer» इंजीनीयर , साइंटिस्ट मेरे जीवन का लक्ष्य है एक बड़ा इंजीनीयर और साइंटिस्ट बनना और बहुत धन कमाकर धनवान बनना और एक व्यापार कम्पेनी चलाना । इस लक्ष्य को पाने के लिये मैं बहुत कोशिश करूंगा । मुझे पढ़ाई बहुत अच्छा लगता है। मैं सब विषय पसंद करता हूँ और अच्छी तरह समझने के लिये मेहनत करता हूँ । आगे जाकर मैं एक विख्यात विश्वविद्यालय में पढूंगा । मुझे अपने देश की भलाई लिये भी कुछ करने का सोचता हूँ। मेरे दोस्त और मेरे माता और पिताजी भी मुझसे सहमत हैं । वे मुझे अपना हाथ भी देंगे मेरे जिंदगी में आगे बढ़ने के लिये । अच्छे इंजनीयर बनने के लिए दिमाग तेज और स्वस्थ रखना पड़ता है। मैं कसरत (एक्सर्साइज), जोगिंग करता हूँ । आजकल तकनीकी ज्ञान की बहुत खासता है। मैं नए नए तकनीकों को सीखने में व्यस्त रहता हूँ । अपने अपने दोस्तों और रिशतेदारों के साथ अच्छा व्यवहार करता हूँ और नाता रखता हूँ । मैं उच्च श्रेणी के अच्छे किताबें पढ़ता हूँ और नए प्रौध्योगिकी (TECHNOLOGY) को सीख कर अपना जीवन में विकास लाने की कोशिश करता हूँ। मैं एक इंजीनीरींग की संस्था की स्थापना करूंगा। मैं उसका निर्देशक और अध्यक्ष बनूँगा । अच्छे और ईमानदार प्रबन्धक होने का उम्मीद और विसवास रखता हूँ। =========================== डाक्टर वैद्य चिकित्सा एक माननीय और पवित्र पेषा है। मैं एक डाक्टर बनकर लोगों की बीमारियों की इलाज करूंगा। सबको तदुरूस्त कर दूंगा। इस से सब खुश होंगे। मैं अपने परिवार को भी तंदुरुस्त और खुश रख सकूंगा । बच्चों को एक ऊंचे श्रेणी और दर्जे में रहने का प्रबंध कर सकता हूँ। मैं ईमान दारी से लोगों की सेवा करूंगा और बहुत पैसे भी कमाऊँगा । मैं एक अस्पताल बनाना चाहता हूँ। उसमें मैं अपने दोस्तोंके साथ मिल कर लोगों के रोगों की इलाज करूंगा । आजकल संसार में बहुत चीजों में मिलावट हो रहा है। प्रदूषण , गंदगी फाइल रहा है। मैं अपने बच्चों को अच्छे संस्कार , आरोग्यसूत्र और आदतें सिखाऊँगा । और अपने देश में ही नहीं, विदेशों में भी काम करना चाहुंगा । अपने परिवार को दुनिया घुमाउंगा और उन्हें खुश रखूँगा। कभी कभी स्वास्थ्य संबन्धित अभयानों में भाग लूँगा। अगर हो सके तो मैं यूनाइटेड नेशन्स (यू. एन.) में काम करूंगा । मैं एक अस्पताल की स्थापना करना चाहता हूँ। मैं अपने देश और मुल्क की भी सहायता करूंगा । इस से अपने देश की भी सेवा कर सकूंगा । मैं एक मेडिकल डिरेक्टर यानि निर्देशक या चैर्मन बनना चाहूँगा । ============================ जीव वैज्ञानिक मैं एक बहुत बड़ा मशहूर जीव वैज्ञानिक बनाना चाहता हूँ । जैसे कि डॉ जगदीश चन्द्र बोस , चारलेस डार्विन जिन्हों ने बहुत बड़ा काम किया और नाम कमाया । प्रकृतिक विज्ञान की एक शाखा है जीव विज्ञान। लेकिन आजकल तो जीव विज्ञान बहुत आगे अद्भुत प्रगति पाया है । इस शास्त्र में कुछ खोज, विकास, अनुसंधान करना इतना आससन नहीं हैं । मैं बहुत कोशिश करूंगा। मुझे बचपन से ही जीव विज्ञान में दिलचस्पी है । मैं पेड़ , पौधे और जानवर और मनुष्यों के बारे में पढ़ूँगा। खास करके मनुष्यों के बारे में । उनके भौतिक गुणों के बारे में, जीव राशियों के अभ्युदय (डेव्लपमेंट) के बारे में, अनु, परमाणु, कण, रसायनों के बारे में खूब पढ़ूँगा। जीव राशियों के पोषण के बारे में, पोषण में अनुसंधान करूंगा । मुझे जीन (GENES) और प्रोटीन (PROTEIN) के संबन्धित शास्त्रों में दिलचस्पी है। जीवोंके रोगों कों निरोध करने वाले नए नए रसायन, दवाएं , अच्छे पोशाककारी आहार, बनावूँगा । जनता के लिए अक्सर स्वास्थ्य अभियानों का प्रबंध करूंगा। मेरे लक्ष्य लो पाने के लिए मैं हर दिन पढ़ता हूँ । मैं विज्ञान (परिशोधन) प्रयोग शाला में प्रयोग करना अच्छा लगता हैं। मेरे अध्यापकों से बात करता हूँ । प्रोजेक्ट का काम भी करता हूँ । आगे चलकर मैं एक काबिल वैज्ञानिक, या अधिकारीतंत्रिक प्रशासक (आई. ए. एस. या आई. एफ. एस.) बनकर और ऊंचे श्रेणी पर पहुंचूँगा । =========================== सनदी लेखाकार (चार्टर्ड अकाउंटेंट) मेरे जीवन का लक्ष्य है, एक बड़ा , मशहूर , नेक, माननीय आदमी बनना, बहुत सारे पैसे कमाना। अभी मेरे लक्ष्य हैं खूब पढ़ना, अच्छा रांक पाना और पढ़ाई पूरा करना। उस के बाद एक अच्छे कमाऊ संस्था की स्थापना करना होगा मेरा लक्ष्य । मुझे मैं एक महालेखाकार बनाना चाहूँगा। मुझे लेखा संबंधित काम अच्छे लगते हैं। मैं ईमानदारी से काम करना चाहता हूँ । मैं वित्त संबन्धित आयुक्त , निर्देशक , प्रशसक बनना चाहूँगा। मेरे दोस्त और परिवार वाले भी मेरी अपने लक्ष्य पाने की कोशिश में मुझे अपना हाथ और साथ भी देंगे । वे मेरी सहायता करेंगे मेरी जिंदगी में मुझे आगे बढ़ने के लिये । आज कल वित्त संबंधित और लेखे संबन्धित कामकाजों में कोम्प्यूटर , इंटरनेट और आधुनिक तकनीकी विज्ञान की बहुत जर्रोरत है। मैं इन पर खास ध्यान देता हूँ। और अपने आप को सब के आगे रखता हूँ । और मैं आगे जाकर मेरे अपने माता पिताओं का अच्छा देखबाल करुंगा । एक अच्छी सी लड़की से शादी करुंगा और अपने वंश को आगे बढ़ाऊंगा । अपने बच्चों को अच्छे संस्कार सिखाऊंगा और इस काबिल बनाऊंगा कि वे बहुत बड़े, प्रसिद्ध आदमी बनें । उनको अच्छे शिस्क्षा दूंगा , संस्कार सिखाऊँगा, उनको रहने के लिए एक अच्छा और सुरख्षित प्रबंध करूंगा। |
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खाया नहाएगाकूदा थाखाता हैखेलना हैदौड़ा थाघूमेगादेखूगापढ़ रहा हैजा रहा हैगायाआएगाInme se Kal Alag karke digiye |
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Answer» कौनसा काल अलग करना है काल के तो तीन भेद होते है । |
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* 22."मसनद" शब्द का अर्थ क्या है? 1.पलंग 2.तकिया |
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Jahnaviदो बंदरी के बीच बातचित |
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Answer» एक बांदरी ने कहाँ बहन आपका पति कहा है दूसरी बांदरी ने कहा बहन तुझे क्यों बताऊ दूसरी बांदरी ने कहा मै तो इसलिए पूछ रही थी क्युकी वो बोहोत दिन से नहीं दिख रहे है |
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I will mark brainlist those who will answer and those who will give wrong answer i will report them |
| Answer» SOIL utensills have MANY NUTRIENTS etcExplanation: | |
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Tolle examples of the Mughal Lyle and areNodern ArchitectureThe Butto further added to our web beritage. They were the one theprogret Nette teve camerashardham and NewTemple and Akshardham Men in de one ofthe examples of modern andKਦਿਓOUR FESTIVALSIndia is a land of festivals. Ne other country in the world clamangfestivals. We celebrate the National festivalske dependence Day Reyand Gandhi JayantiThe festivals which are based on the change of seasons are one andOnam. The religious festivals are Jantamashtami, Holl Nehaver Jayanti Ganesh |
| Answer» | |
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प्र.6. अपनी पढ़ाई के विषय में सूचित करते हुए पिता जी को पत्र लिखिए। |
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Answer» रवींद्र नगरकोलकातादिनांक : 13-3-2008आदरणीय पिताजीसादर चरण स्पर्श!आशा है, घर में सब कुशल-मंगल होगा। मैं यहाँ पढ़ाई में संलग्न हूँ। पिछली परीक्षाओं में मैं अधिक अच्छे अंक नहीं ले पाया। गणित और भौतिकी में कुछ अध्याय मुझे ठीक-से समझ नहीं आए थे। इस कारण इन दोनों परीक्षाओं में मैंने कुछ प्रशन बिना हल किए छोड़ दिए थे। अब मैंने अपने अध्यापकों से अलग समय लेकर वे प्रशन समझ लिए हैं। अब मुझे कोई कठिनाई नहीं है। आशा है, आगे से आपको मेरी कोई शिकायत सुनने को नहीं मिलेगी।माताजी को चरण स्पर्श तथा स्नेहा को स्नेह! आपकामृणाल सेन |
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Sardham ka arth kya hota hai? |
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Answer» euueueuuehrgrgfhhfudududjjd |
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प्र. 2) अंग्रेजो के द्वारा किए गए जुल्मों का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए । उत्तर का आधार आपके द्वारा पठित 'कैदी और कोकिला' नामक कविता होनी चाहिए । |
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Answer» 8vyicoydkydksystjstegsgsgdyfhfugu |
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जांच के दौरान पुलिस को किन-किन दिशा निर्देशों का पालन करना पड़ता है |
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Answer» any BOY or GIRL under 15 years should not be called for INVESTIGATION I have only one point SORRY |
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15. सूरज डूबते ही क्या हुआ? 1.तेज़ प्रकाश 2.चारों ओर अंधकार 3.शाम हो गई |
| Answer» | |
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14. चिलम औधी" होने से के तात्पर्य है? 1.सूर्य का ताप कम होना 2.किसान का सो जाना 3.बारिश होना |
| Answer» 3 BRO CORRECT EXPLANATION:shkahahjakkajaijshsjkak | |
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'29' अङ्कस्य कृते पदम् चिनुत- |
| Answer» TION:- राधेश्याम द्विवेदीभगवान की आराधना नृत्य है। नृत्य एक सशक्त अभिव्यक्ति व आकर्षक होती है। भरतनाट्यम नृत्य ईसा पूर्व 10वीं से 7वीं शताब्दी के बीच रचित चीनी कविताओं के संकलन ‘द बुक ऑफ़ सोंग्स’ के प्राक्कथन में कहा गया है- “भावनाएं द्रवित हो बनते शब्द जब शब्द नहीं होते अभिव्यक्त हम आहों से कुछ कहते हैं आहें भी अक्षम हो जायें तब गीतों का माध्यम चुनते हैं गीत नहीं पूरे पड़ते, तो अनायास हमारे हाथ नृत्य करने लगते हैं पाँव थिरकने लगते हैं” नृत्य एक सशक्त अभिव्यक्ति है जो पृथ्वी और आकाश से संवाद करती है। हमारी खुशी हमारे भय और हमारी आकांक्षाओं को व्यक्त करती है। नृत्य अमूर्त है फिर भी जन के मन के संज्ञान और बोध को परिलक्षित करता है। मनोदशाओं को और चरित्र को दर्शाता है। संसार की बहुत सी संस्कृतियों की तरह ताइवान के मूल निवासी वृत्त में नृत्य करते हैं। उनके पूर्वजों का विश्वास था कि बुरा और अशुभ वृत्त के बाहर ही रहेगा। हाथों की श्रंखला बनाकर वो एक दूसरे के स्नेह और जोश को महसूस करते हैं, आपस में बांटते हैं और सामूहिक लय पर गतिमान होते हैं। और नृत्य समानांतर रेखाओं के उस बिंदु पर होता है जहाँ रेखाएं एक-दूसरे से मिलती हुई प्रतीत होती हैं। गति और संचालन से भाव-भंगिमाओं का सृजन और ओझल होना एक ही पल में होता रहता है। नृत्य केवल उसी क्षणिक पल में अस्तित्व में आता है। यह बहुमूल्य है। यह जीवन का लक्षण है। आधुनिक युग में, भाव-भंगिमाओं की छवियाँ लाखों रूप ले लेती हैं। वो आकर्षक होती है। परन्तु ये नृत्य का स्थान नहीं ले सकतीं क्योंकि छवियाँ सांस नहीं लेती। नृत्य जीवन का उत्सव है।MARK ME AS BRAINLIST | |
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साफ-साफ शब्द का यज्ञम शब्द लिखिए |
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Answer» बिल्कुल साफExplanation:I HOPE this ANSWER is HELPFUL for you so PLEASE MARK me as brainst. |
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वादी meaning in Hindi |
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Answer» पीछा करनेवाला,EXPLANATION:LIKE and FOLLOW if it HELPS you PLEASE |
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दूसरी कठपुतलियों की बात सुनकर पहली कठपुतली क्या सोचने लगी |
| Answer» EXPLANATION:Dusri kathputliyon KI baat sunkar pehli KATHPUTLI sochne LAGI ki yeh kaise ichha USKE man me jagi..Hope it helps u... | |
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संप्रदान कारक में कौन सी विभक्ति लगती है |
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Answer» :::}>⬇️जिसके लिए कोई कार्य किया जाए, उसे संप्रदान कारक कहते हैं। अथवा - कर्ता जिसके लिए कुछ कार्य करता है, अथवा जिसे कुछ देता है उसे व्यक्त करने वाले रूप को संप्रदान कारक कहते हैं। लेने वाले को संप्रदान कारक कहते हैं। इसका विभक्ति चिह्न 'के लिए' हैं।Explanation: HOPE it's HELP you ✌️✌️ |
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पुदील शक आकारले प्रमाला लानही खिडकी टॉक शाय |
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Answer» पीड़ित परेशान, टालमटोल कर रही पुलिस कायमगंज, संवाद सहयोगी : फर्रुखाबाद रोड पर ग्राम पपड़ी मिलिक.Explanation: |
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चित्र में क्या-क्या है 6 कझ हिंदी इकाई 4 |
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Answer» I CANT UNDERSTAND it OK |
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आपके लाडले बेटे की रीढ़ की हड्डी भी है या नहीं...," यह कथन किसके द्वारा कहा गया था? शंकर के द्वाराबाबू राम स्वरूप के द्वाराउमा के द्वाराबाबू गोपाल प्रसाद के द्वारा |
| Answer» BAPU GOPAL parsd KA dywra | |
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वर्तमान समय की समस्याओं पर 10 वाक्य लिखिए और समस्याओं को कैसे ठीक करना है भारत की वह 10 वाक्य लिखिए और भारत पर 10 पंक्तियों की कविता लिखी है अगर आपने सही आंसर दिया तो आपको मैं ब्रेंस माफ करूंगी tuition homework |
| Answer» EXPLANATION:परिवर्तन चक्र तीव्र गति से घूम रहा है। सामाजिक स्थिति बहुत तेजी से बदल रही है। ऐसे में मनुष्य एक विचित्र से झंझावात में फंसा हुआ है। बाह्म रूप से चारों और भौतिक एवं आर्थिक प्रगति दिखाई देती है, सुख-सुविधा के अनेकानेक साधनों का अंबार लगता जा रहा है, दिन-प्रतिदिन नए-नए अविष्कार हो रहे है, पर आंतरिक दृष्टि से मनुष्य टुटता और विखरता जा रहा है। उसका संसार क प्रति विशवास, समाज के प्रति सद्भाव और जीवन के प्रति उल्लास धीरे-धीरे समाप्त हो रहा है। अब तो समाज में चारों और आपसी सौहादर्र समरसता एवं सात्विकता क स्थान पर कुटिलता, दुष्टता और स्वार्थपरता ही दृष्टिगोचर पाते है। जो देश कभी जगत्गुरू हुआ करता था, उसी भारतवर्ष क राष्ट्रीय, सामाजिक,पारिवारिक एवं व्यक्तिगत जीवन में चतुर्दिक अराजकता और उच्छृंखलता छाई हुई है। जीवन मूल्यों एवं आदर्शो के प्रति आस्था-निष्ठा की बात तो कोर्इ सोचता ही नहीं। वैचारिक शुन्यता और दुष्प्रवृत्तियों के चक्रव्यूह में फंसा हुआ दिशाहीन मनुष्य पतन की राह पर फिसलता जा रहा है। उसे संभालने और उचित मार्गदर्शन देने वालों का भी आभाव ही दिखाई पड़ता है। कुछ गिने-चुने धार्मिक-आध्यात्मिक सगठन, सामाजिक संस्थाएँ और प्रतिष्ठान ही इस दिशा में सक्रिय है अन्यथा अधिकांश तो निजी स्वार्थ एवं व्यवसायिक दृष्टिकोण से ही कार्यरत लगते है। ईमानदारी , मेहनत और सत्यनिष्ठा के साथ नि:स्वार्थ भाव से स्वेच्छापूर्वक जनहित के कार्य करने वालों को लोग मुर्ख ही समझते है। उनके परिश्रम एवं भोलेपन का लाभ उठाकर वाहवाही लूटने वाले समाज के ठेकेदार सर्वत्र दिखाई देते है। समाज सेवा का क्षेत्र हो या धर्म-अध्यात्म अथवा राजनिति का, चारों और अवसरवादी,सत्तालोलुप , आसुरी प्रवृति के लोग ही दिखाई देते हैं। शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र, में जहाँ कभी सेवा के उच्चतम आदर्शो का पालन होता था, आज व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा के केंद्र बन गए है। व्यापार में तो सर्वत्र कालाबाजारी, चोरबाजारी,बेईमानी मिलावट, टैक्सचोरी आदि ही सफलता के मूलमंत्र समझे जाते है। त्याग,बलिदान, शिष्टता, शालीनता, उदारता, ईमानदारी , श्रमशीलता का सर्वत्र उपहास उड़ाया जाता है। सामान्य नागरिक से लेकर सत्ता के शिखर तक अधिकांश व्यक्ति अनीति-अनाचार में आकंठ डूबे हुए है। प्रत्येक के मन में निजी स्वार्थ व महत्वाकांक्षाओं के साथ-साथ ईर्ष्या , घृणा, बैर की भावनाएँ जड़ जमाए हुए है। ऐसी विकृत मानसिकता क चलते मनुष्य वैज्ञानिक प्रगति से प्राप्त सुख-सुविधा के अनेकानेक साधनों का दुरूपयोग ही करता रहाता है। फलत: उसका शरीर अंदर से खोखला होकर अनेकानेक रोगों का घर बनता जा रहा है। मनुष्य की इच्छाओं व कामनाओं की कोई सीमा नहीं है, धैर्य व संयम की मर्यादाएं टुट रही है, अहंकार व स्वार्थ का नशा हर समय सिर पर सवार रहता है। ऐसी स्थिति में क्या सामाजिक समरसता व सहयोग की भावना जीवित रह सकती है? सुख, शांति व आंनद के दर्शन हो सकते है? जहाँ चारों और धनबल और बाहुबल का नंगा नाच हो रहा हो, घपलों-घोटालों का बोलबाला हो, वह समाज क्या कभी वास्तविक प्रगति कर सकता है? मानव के इस पतन-पराभव का कारण खोजने का यदि हम सच्चे मन से प्रयास करें ता पता चलेगा कि सारी समस्याओं की जड़ पैसा है। सारा संसार ही अर्थ प्रधान हो गया है। प्रत्येक व्यक्ति हर समय अधिक से अधिक धन कमाने की उधेड़बुन में लगा रहता है। इसके लिए अनीति, अनाचार, भ्रष्टाचार जैसे सभी साधनों का खुलेआम प्रयोग किया जाता है। इस प्रकार कमाए हुए धन के कारण ही समाज में मूल्यविहीन भोगवादी संस्कृति का अंधानुकरण और विलासिता का अमर्यादित आचरण सर्वत्र देखा जा सकता है। यह सब जानते समझते हुए भी आदमी पैसे के पीछे पागल हो रहा है। युवा वर्ग पर इसका प्रभाव- आज का युवा वर्ग ऐसे ही दुषित माहौल में जन्म लेता है और होश संभालते ही इस प्रकार की दुखद एवं चितांजनक परिस्थितियों से रूबरू होता है। आदर्शहीन समाज से उसे उपयुक्त मार्गदर्शन नहीं मिलता और दिशाहीन शिक्षा पद्धति उसे और अधिक भ्रमित करती रहती है। ऐसे दिगभ्रमित और वैचारिक शून्यता से ग्रस्त युवाओं पर पाश्चात्य अपसंस्कृति का आक्रमण कितनी सरलता से होता है, इसे हम प्रत्यक्ष देख ही रहे है। भोगवादी आधुनिकता क भटकाव में फंसी युवा पीढ़ी दुष्प्रवृतियों के दलदल में धंसती जा रही है। विश्विद्यालय और शिक्षणसंस्थान जो युवाओं की निर्माणस्थली हुआ करते थे आज अराजकता एवं उच्खर्लाता के केंद्र बन गए है। वहाँ मूल्यों एवं आदर्शो के प्रति कहीं कोई निष्ठा दिखाई ही नहीं देती। सर्वत्र नकारात्मक एवं विध्वंसक गतिविधियाँ ही सक्रिय रहती है। ऐसे शिक्षक व विद्याथ्री जिनमें कुछ सकारात्मक और रचनात्मक कार्य करने की तड़पन हो, बिरले ही मिलते है। इसी का परिणाम है कि हमारा राष्ट्रीय एवं सामाजिक भविष्य अंधकारमय लग रहा है। | |
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Patang udata smaya kon kon so sabdhaniya baratani chahiye es par ek sambandh likhiya |
| Answer» 1. PLEASE HOLD the thread safely.Explanation:because it can CUT your hands. | |
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दिल्ली से इजिप्ट तक की यात्रा का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए। |
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Answer» yfffhfuguguhhhhihhjhi |
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Which presentation is one in which you dont have ro use the mouse and keys |
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Answer» Open your PowerPoint presentation. Click the [SLIDE SHOW] tab > From the "Set Up" group, click "Set Up Slide Show". From the resulting dialogue box, check "Loop CONTINUOUSLY until 'Esc'" under the "Show OPTIONS" section > Click [OK].Explanation: |
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कोयल की चीख कवि को किस समय सुनाई दी? A. सुबह के समयB. दोपहर 12:00 बजे के समयC. अर्धरात्रि के समयD. शाम के समय |
| Answer» TION:कवि को अंदेशा है कि कोयल कैदियों पर ढाए जाने वाले घोर अत्याचारों को देखकर द्रवित हो उठी है। इसलिए दुख के मारे आधी रात में ही उसके मुख से चीख निकल पड़ी है। | |
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Saal keese khatam ho 1) duth dahie se 2) shakker dahi se 3) biscuts misri se |
| Answer» 2) SHAKKAR dahi sevase kis saal KI baat HAI? | |
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कोनसा शब्द पुलिंग है?1 गोदावरी२.पंजाबी३. झंड |
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Answer» झंड... पुल्लिंग शब्द है |
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दो शाखा पर बैठे यासुकी-चान और तोतो-चान बाते कर रहे थे । उस समय यासुकी-चान , त्तोत्तो-चान को _______ के बारे मैं बता रहा था । (क) रेडियो(ख) मोबाइल फोन(ग) टेलीविजन(घ) ग्रामोफोन |
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Answer» टेलीविज़न सही उत्तर है जैसा कि दिमागी तौर पर कृपया का पालन करें |
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तत्सम शब्दों के तद्भव रू लिखें। कंटक_ । कर्पूर_ |
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Answer» okExplanation:xuxxuxudududididididiididufuficidyxixuxu |
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The state of matter which has more inter moleculas space in between the molecules |
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Answer» jsjwkxj GE ksksknjejaokjfjskjxjjdjrjdjxjfjskjzjxkfnskzkfjdnnakskjjfjs |
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प्रश्न 1- निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (1x4=4) सारा घर धूल से अट गया| खांसते -खांसते सब बेदम हो गए |सारी धूल जो दरी पर थी ,जो फर्श पर थी, सबके सिरों पर जम गई |नाको और आंखों में घुस गई| बुरा हाल हो गया सबका |हम लोगों को तुरंत आंगन में निकाला गया| वहां हम लोगों ने फौरन झाड़ू देने का फैसला किया | झाड़ू क्योंकि एक थी और तनख्वाह लेने वाले उम्मीदवार बहुत ,इसलिए क्षण -भर में झाड़ू के पुर्जे उड़ गए | जितनी सींके जिसके हाथ पड़ी ,वह उनसे ही उल्टे- सीधे हाथ मारने लगा | अम्मा ने सिर पीट लिया | भई , यह बुजुर्ग काम करने दे तो इंसान काम करें| जब जरा जरा सी बात पर टोकने लगे तो बस, हो चुका काम | i. पाठ और इसके लेखक का नाम लिखिए | ii. बच्चे क्या काम कर रहे थे ? iii. धूल उड़ने से क्या हुआ ? Iv. बच्चों का काम करने के बारे में क्या विचार था ? |
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Answer» यह तो बड़ा क्या आप कहानी है लिख दिए हैं क्या आपको पता नहीं है इधर कौन है पाठ के लेखक का नाम लिखिए बच्चे क्या कर रहे थे ढूंढने क्या हुआ बच्चों का काम करने के बारे में क्या विचार है आपका है तो आपका ही सॉल्व करना चाहिए ना |
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Ang isip at kilos loob ay nararapat na _____,_______,______ |
| Answer» MEANING OF THE WRITTEN STATEMENT PLEASE | |
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Dateमाता यशोदा ने क्या समझाकर बालका गुस्सा ओत किया ?का |
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Answer» पौराणिक ग्रंथों में यशोदा को नंद की पत्नी कहा गया है। भागवत पुराण में यह कहा गया है देवकी के पुत्र भगवान श्री कृष्ण का जन्म देवकी के गर्भ से मथुरा के राजा कंस के कारागार में हुआ। कंस से रक्षा करने के लिए जब वासुदेव जन्म के बाद आधी रात में ही उन्हें यशोदा के घर गोकुल में छोड़ आए तो उनका पालन पोषण यशोदा ने किया। भारत के प्राचीन धार्मिक ग्रंथों में बालक कृष्ण की लीलाओं के अनेक वर्णन मिलते हैं। जिनमें यशोदा को ब्रह्मांड के दर्शन, माखनचोरी और उसके आरोप में ओखल से बांध देने की घटनाओं का सूरदास ने सजीव वर्णन किया है। यशोदा ने बलराम के पालन पोषण की भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जो रोहिणी के पुत्र और सुभद्रा के भाई थे। उनकी एक पुत्री का भी वर्णन मिलता है जिसका नाम एकांगा था। EXPLANATION: |
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5. मुरालिवला ने कितनी मुरलियां बनवाई है? 1.केवल दो 2.एक हजार 3.अनगिनत |
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Answer» तीन हजारExplanation: PLEASE MARK me the BRAINLIEST. |
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गीता धीरे धीरे चलती है इस वाक्य में धीरे-धीरे क्या है |
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Answer» क्रिया – विशेषण परिभाषा रू- जो अविकारी शब्द क्रिया की विशेषता बताते हैं, उन्हें क्रिया-विशेषण कहते हैं। जैसे - जैसे – गीता तेज चलती है. |
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4: मुरली वाला के अनुसार मुरली का असली दाम क्या था? 1.दो पैसे 2.तीन पैसे 3.एक पैसा |
| Answer» | |
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स्कूल बंद था फिर भी तोत्तो-चान स्कूल क्यों गई ? (क) स्कूल देखने(ख) अध्यापिका के बुलाने पर(ग) अपनाया गया पेड़ स्कूल के पास होने के कारण(घ) यासुकी-चान अधिक दूर नहीं चल सकता था |
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Answer» which offers online services) or a consultancComment on the socialwhich helps in developing websites for such companies.Study different ASPECTS they KEEP in mind while preparing business plans for e-busineInclude information regarding the payment mechanisms, security and safety of BUSHETRANSACTIONS. The RISKS involved in e-business should also be covered. Also includesteps they follow while implementing the PLAN and starting the business.7In Today, |
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इरावीकुलगम राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए संरक्षित हैं ? 1(अ) नील गाय(ब) नीलगिरी बकरे(स) हाथी(स) शेर |
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Answer» लगम राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए संरक्षित हैं ?नीलगिरी बकरे |
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3. मुरली वाला ग्राहकों के बारे में क्या सोचता था? ' 1.ग्राहक हमेशा यह सोचता है कि दुकानदार अधिक मूल्य में वस्तु बेचकर उसे लूट रहा है 2.ग्राहक जल्दी से सामान नहीं खरीदता 3.इनमे से कोई नहीं |
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Answer» ग्राहक हमेशा यह सोचता है कि दुकानदार अधिक मूल्य में वस्तु बेचकर उसे लूट रहा है |
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नीलकंठ और राधा साथ साथ रहते थे तो किसे दरार आती थी |
| Answer» KUBJA KO darar AATI thiiplease MARK as BRAINLIEST | |
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26 जनवरी के दिन पर डायरी लिखिए |
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Answer» tion:26 जनवरी 1930 को गुलाम भारत में पहला स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था जिसमे बंगाल वासियों की भूमिका नहीं थी। 26 जनवरी 1931 को उसकी पुनरावृत्ति थी परन्तु इस बार कलकत्ता में इसकी तैयारियाँ जोरो पर थी। इसीलिए कलकत्ता वासियों के लिए यह दिन महत्वपूर्ण था। कलकत्ते के प्रत्येक भाग में झंडे लगाए गए थे। |
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यदि अंग्रेजी पुलिस को बुला लेता तो क्या होता |
| Answer» GHI yaaarrerrrr | |