InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
जब बीजाण्ड में बीजाण्ड वृन्त निभाग तथा बीजाण्डद्वार एक ही सीध में होते है, बीजाण्ड कहलाते है :A. एनाटोपसB. ऑर्थोटोपसC. हेमीएनाटोपसD. एम्फीटोपस |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 2. |
ऑर्थोटोपस बीजाण्ड में बीजाण्डद्वार तथा निभाग होते है :A. बीजाण्ड वृन्त से तिरछेB. बीजाण्ड वृन्त से `90^(@)` परC. बीजाण्ड वृन्त से सीधी रेखा मेंD. बीजाण्ड वृन्त के समानान्तर |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 3. |
त्रि-संलयन क्या है? यह कैसे और कहाँ होता है। त्रि-संलयन में भाग लेने वाले केन्द्रकों के नाम लिखिए। |
|
Answer» इस एक नर युग्मक केन्द्रीय कोशिका के द्वितीयक केन्द्रक के साथ समेकन करके त्रिगुणित प्राथमिक श्रूणपोष कोशिका बनाता है। भाग लेने वाले केन्द्रक: त्रिक-समेकन में तीन केन्द्रक भाग लेते हैं- एक नर युग्मक तथा दो पोलर केन्द्रक, जो समेकन करके द्वितीयक केन्द्रक बनाते हैं। |
|
| 4. |
युग्मनज द्वारा निर्मित किसी कायिक कोशिका से भ्रूण का बनना कहलाता है :A. असंगजननB. अपस्थानिक बहुभूणताC. अपबीजाणुताD. द्विगुणित बहुभ्रूणता |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 5. |
एक निषेचित बीजाण्ड में कुछ समय तक युग्मनज का प्रसुप्त रहने का क्या कारण है? |
| Answer» निषेचित वीजाण्ड में युग्मनज कुछ समय के लिए प्रसुप्त रहता है, क्योकि भ्रूण भ्रूणपोष के निर्माण के बाद ही विकसित होता है। इसीलिए युग्मनज भ्रूणपोष के निर्माण की प्रतीक्षा करता है। | |
| 6. |
पेरिस्पर्म शेष अंश है :A. अर्कीगोनियमB. बीजांडकाय काC. अथ्यावरण काD. भ्रूणपोष का |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 7. |
बीज के उस अंकुरण को जिसमे बीजपत्र भूमि में ऊपर आ जाते है , कहते है :A. अधोभूमिकB. भूम्युपरिकC. सजींव प्रजताD. इसमें से कोई नहीं |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 8. |
चमगादड़ द्वारा परागण कहलाता है :A. आर्नीथोफिलीB. किरोप्टेरोफिलीC. एंटोमिफिलीD. हाइडोफिली |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 9. |
परागण होता है :A. आवृतबीजी तथा शैवाल मेंB. आवृतबीजी तथा कवक मेंC. आवृतबीजी तथा टेरीडोफाइट मेंD. आवृतबीजी तथा अनावृतबीजी में |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 10. |
चींटी द्वारा परागण को कहते है :A. एंटीमोफिलीB. जुफिलीC. मेलेकोफिलीD. मरमिकोफिली |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 11. |
सियोन (Scion ) शब्द जुड़ा है :A. भ्रूण विज्ञान सेB. प्रकन्द सेC. ग्राफिंटग सेD. पेलियोबोटनी में |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 12. |
द्विनिषेचन का अर्थ है :A. दो अण्ड का संलयनB. अण्ड तथा तो परागकणों के परागकण केन्द्रको का संलयनC. एक नर युग्मक का अण्ड से तथा दूसरे नर युग्मक का सिनरजिड से संलयनD. एक नर युग्मक का अण्ड से तथा दूसरे नर युग्मक का द्वितीयक केन्द्रक से संलयन |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 13. |
मातृ पौधे के समान पौधे मिलते है :A. बीज सेB. कलम सेC. फल मेंD. संकरण में |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 14. |
प्रारूपित द्विबीजपत्री का भ्रूणकोष निषेचन के समय होता है :A. आठ-कोशिकायB. पाँच-कोशिकीयC. छः-कोशिकीयD. सात- कोशिकीय |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 15. |
अनिषेक जनन सामान्यतः मिलता है :A. अंगूर मेंB. आम मेंC. नींबू मेंD. लीची में |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 16. |
एक आवृतबीजी पौधे से सबसे अधिक अनुणित (haploid ) कोशिकाएँ मिलती है :A. लघुबीजाणुधानी की भित्ति मेंB. बीजाण्डकाय मेंC. गुरुबीजाणुधानी मेंD. भ्रूणकोष में |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 17. |
एगेव में वर्धि प्रजनन होता है :A. बुलबिल द्वाराB. सकर द्वाराC. स्टोलोन द्वाराD. राइजोम द्वारा |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 18. |
मोनोकार्पिक पौधे वे है :A. जिसमे एक फल में केवल एक बीज मिलता हैB. केवल एक फल ही पैदा करते हैC. जीवन चक्र में केवल एक बार पुष्प होता हैD. पुष्प में केवल एक अण्डप मिलता है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 19. |
बहुकेन्द्रकीय अवस्था उपस्थित होती है :A. शान्त क्षेत्र (Quiescent centre )B. मक्का (Maize )C. विभज्योतक ऊतक (Meristematic tissue )D. नारियल का तरल भ्रूणपोष |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 20. |
विपुसंन से क्या तात्पर्य है । एक पादप प्रजनक कब और क्यों इस तकनीक का प्रयोग करता है ? |
| Answer» कलिका अवस्था में पुंकेसटों को हटाने की क्रिया को विपुसन कहते है । | |
| 21. |
यदि किसी पौधे की बीजाणु मातृ कोशिका में 12 गुणसूत्र है , तो बताइए उसके बीजाण्डकाय , भ्रूणकोश के द्वितीयक केन्द्रक, अण्डकोशिका में तथा सहायक कोशिका में कितने केन्द्रक होंगे ? |
| Answer» बीजाणु मातृ कोशिका में 12 गुणसूत्र होने पर उस पौधे के बीजाण्डकाय में 12 , द्वितीयक में 12 , अण्डकोशिका में 6 तथा सहायक कोशिका में 6 गुणसूत्र होंगे । | |
| 22. |
कभी-कभी फलों वाले वृक्षों पर भरपूर फूल आने पर भी कम फल लगते है । कारण बताइए । |
| Answer» अम्भ्वतः सभी पुष्पो में परागण की क्रिया सम्पन्न न होने के कारण की भरपूर फूल आने पर भी कम फल लगते है । | |
| 23. |
वृध्दि पदार्थ अनिषेकफलन द्वारा आप कौन-से फलों के लिए इसका प्रयोग करेंगे और क्यों ? |
| Answer» संतरा , नींबू , तरबूज , अमरुद आदि फलों के लिए अनिषेकफलन तकनीक का प्रयोग करते है क्योकि एक प्रकार विकसित फल बीज रहित होने के कारण अधिक पसंद किये जाते है तथा इनका अधिक मूल्य मिलता है । | |
| 24. |
यदि किस पौधे के परागकणों में गुणसूत्रों की संख्या 24 है तो उसके फलों, नरयुग्मकों , बीजों तथा पत्तियों के कितने गुणसूत्र होंगे ? |
| Answer» परागकणों में 24 गुणसूत्र होने पर नर युग्मकों में 24 , फलों में 48 , बीजों में 48 तथा पत्तियों में 48 गुणसूत्र होंगे । | |
| 25. |
आस-पास के स्थनों में DDT के अधिक प्रयोग से समीप स्थित फल बगानों में फल कम संख्या में बनते है , यद्यपि DDT वह तक नहीं पहुचती । कारण बताइए । |
| Answer» DDT के अधिक प्रयोग से अनेक प्रकार के कीट नष्ट हो जाते है । इसमें ऐसे कीट भी हो सकते है जो फल वाले वृक्षों में फलों में परगण करते है । अधिकांश कीटों के DDT के प्रभाव से मरने पर समस्त पुष्पों में परागण नहीं हो पाता , केवल कुछ ही फलों में परागण हो पाता है । इसी कारण बागानों के निकटवर्ती स्थानों में DDT के अधिकाधिक प्रयोग से वृक्षों पर कम फल लगते है । | |
| 26. |
परागकरण हरे रंग के नहीं होते है , क्योकि इसमें :A. लवकों का अभाव होता हैB. लवक नष्ट हो जाते हैC. लवक वर्णकी लवक (Chromoplast ) में परिवर्तित हो जाते हैD. वाहकों को आकर्षित करते है |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 27. |
स्त्रीकेसर का वह भाग जो परागकण ग्रहण करता है :A. वर्तिकाB. अण्डाशयC. वर्तिकाग्रD. अण्ड |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 28. |
परागकणों की बाह्य भित्ति किसकी बनी होती है-A. सेल्यूलोज द्वाराB. स्पोरोपोलेनिन द्वाराC. पेक्टोसेल्यूलोज द्वाराD. लिग्निन द्वारा |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 29. |
एकबीजपत्री पौधों में रोपड़ सम्भव नहीं है, क्योकि :A. इसमें एधा का अभाव होता हैB. ये शाकीय होते हैC. इसमें संहवन पूल बिखरे हुए पाये जाते हैD. इसमें समानान्तर शिरविन्यास होता है |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 30. |
टेपीटप पाई जाती है :A. परागकोश भित्ति मेंB. अण्डाशय भित्ति मेंC. नर युग्मकोद्भिद मेंD. मादा युग्मकोद्भिद में |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 31. |
लघुवीजाणुजनन एवं गुरुवीजाणुजनन में अन्तर कीजिए। इन घटनाओं में किस प्रकार का कोशिका विभाजन सम्पन्न होता है? इन दोनों धटनाओं के अन्त में कौन-सी रचनाएँ बनती हैं? |
|
Answer» संकेत: लघुवीजाणुजनन एवं गुरुबीजाणुजनन में अन्तर के लिए निर्धारित प्रकरण में देखिए। विभाजन का प्रकार: अर्धसूत्री विभाजन लघुबीजाणुजनन: अन्तिम उत्पाद : परागकण स्थान : परागकोश में पराग के अन्दर गुरुबीजाणुजनन : अन्तिम उत्पाद : गुरुबीजाणु जो भ्रूण कोष बनाते हैं। स्थान : अण्डाशय। |
|
| 32. |
मादा युग्मकोद्भिद् के एकवीजाणुज परिवर्धन का वर्णन कीजिए। |
| Answer» जब मादा युग्मकोद्भिद् केवल एक गुरुबीजाणु से विकसित होता है तो इसे मादा युग्मकोद्भिद् का एकबीजी परिवर्धन कहते हैं। | |
| 33. |
निम्नलिखित शब्दों को परिवर्धन अनुक्रम के क्रमानुसार लिखिए। पराग कण, बीजाणुजन ऊतक, लघुवीजाणु चतुष्क, पराग जनक कोशिका, नर युग्मक |
| Answer» बीजाणुजनन कोशिका-पराग जनक कोशिका-लघुबीजाणु चतुष्क-पराग कण-पराग जनक कोशिका-नर युग्मक। | |
| 34. |
जीटोनोगैमी क्या है ? इसमें एक पुष्प से परागण दूसरे पुष्प में वर्तिकाग्र पर पहुँचता है । बताइए यह स्वपरागण है अथवा पर-परागण ? |
| Answer» एक की पौधे के परागण उसी पौधे के दूसरे पुष्प के वर्तिकाग्र पर पहुँचता है । किन्तु दोनों पुष्पो की जीनी संरचना समान होती है । अतः इसे स्वपरागण कहते है । | |
| 35. |
एक आवृतबीजी (ऐन्जियोस्पर्म) पुष्प में उन भागों के नाम बताइए जिनमें नर व मादा युग्मकोदभिदों का परिवर्धन होता है? |
| Answer» नर युग्मकोदभिद् परागकोश में परागको (pollen sacs) में तथा मादा युग्मकोद्भिद् अण्डाशय के अण्डकोप में। | |