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    				This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | बताएँ कि (iv) `SO_(3)^(2-)` लूइस भस्म है । | 
| Answer» `SO_(3)^(2-)`और `H_(2)O` के बीच अभिक्रिया इस प्रकार होती है - `underset("भस्म")(SO_(3)^(2-)) + underset( "अम्ल")(H_(2)O) rarrHSO_(3)^(-) + OH^(-)` चूँकि `SO_(3)^(2-)` प्रोटीन ग्रहण कर `HSO_(3)^(-)` में बदल जाता है, अतः यह ब्रॉन्स्टेड भस्म है । | |
| 2. | किसी अम्लीय विलयन में हाइड्रोजन आयनों का सांद्रता `0.01` है । बताएँ कि विलयन में हाइड्रॉक्साइड आयन का सांद्रण क्या है । | 
| Answer» `:. [H^(+)] xx [OH^(-)] = 1 xx 10^(-14) mol^(2) L^(-2)` `:. [OH^(-)] = (1 xx 10^(-14) mol^(2) L^(-2))/([H^(+)])` `[OH^(-)] = (1 xx 10^(-14) mol^(2)L^(-2))/(1 xx 10^(-2) mol L^(-))` `= 1 xx 10^(-12) mol L^(-)` `= 1 xx 10^(-12) M` | |
| 3. | बताएँ कि (vi) `HSO_(4)^(-)` अम्ल और भस्म दोनों है । | 
| Answer» `HSO_(4)^(-)` ब्रॉन्स्टेड अम्ल है, क्योकि यह प्रोटॉन प्रदान करता है । `underset("अम्ल")(HSO_(4)^(-)) + underset( "भस्म" )(H_(2)O) hArr H_(3)O^(+) + SO_(4)^(2-)` | |
| 4. | ब्रॉन्स्टेड भस्मों के लिए संयुग्मी अम्ल लिखें। `CH_(3)COO^(-) +H^(+) rarr CH_(3)COOH` | 
| Answer» प्रत्येक के संयुग्मी अम्ल में एक प्रोटॉन अधिक चाहिए । `CH_(3)COO^(-) + H^(+) rarr CH_(3)COOH` अतः `CH_(5)COOH,CH_(3)COO^(-)` भस्म का संयुग्मी अम्ल है । `NH_(3) + H^(+) rarr NH_(4)^(-)` अतः `NH_(4)^(+),NH_(3)`भस्म का संयुग्मी अम्ल है । `SO_(4)^(2-) +H^(+) rarrHSO_(4)^(-)` अतः `HSO_(4)^(-),SO_(4)^(2-)`भस्म का संयुग्मी अम्ल है । | |
| 5. | निम्नलिखित ब्रॉन्स्टेड अम्लों का संयुग्मी भस्म क्या हैं| `H_(2)SO_(4), H_(2)CO_(3), H_(3)PO_(4)` | 
| Answer» प्रत्येक के संयुग्मी भस्म में एक प्रोटॉन कम होना चाहिए । `H_(2)SO_(4) rarr H^(+) + HSO_(4)^(-)` अतः, `HSO_(4)^(-), H_(2)SO_(4)` अम्ल का संयुग्मी भस्म है । `H_(2)CO_(3) rarr H^(+) + HCO_(3)^(-)` `HCO_(3)^(-),H_(2)CO_(3) `अम्ल का संयुग्मी भस्म है । `H_(5)PO_(4) rarr H^(+) + H_(2)PO_(5)^(-)` `H_(2)PO_(4)^(-), H_(3)PO_(4)` अम्ल का संयुग्मी भस्म है । | |
| 6. | `10^(-3) N` विलयन में अयोनियम क्लोराइड के जल-अपघटन की मात्रा और जल-अपघटन स्थिरांक की गणना करें । `K_(B) = 1.8 xx 10^(-5)` और `K_(w) = 1.0 xx 10^(-14)` ) | 
| Answer» `h = 0.00074, K_(h) = 5.55 xx 10^(-10)` | |
| 7. | अभिक्रिया `2SO_(2) + O_(2) hArr 2SO_(3)` के लिए `727^(@)C` ताप पर साम्य स्थिरांक `K_(p) = 3.50 atm^(-1)` है । यदि अभिक्रिया कराए जाने वाले फ्लास्क में कुल दाब 1 atm और साम्यावस्था में `O_(2)` का आंशिक दाब `0.1` atm हो तो `SO_(2)` और `SO_(3)` के आँशिक दाबों की गणना करें । | 
| Answer» `2 SO_(2) + O_(2) hArr 2SO_(3)` मान लें कि `SO_(2)` का आंशिक दाब x atm है । अतः, `SO_(3)` का आंशिक दाब = (कुल दाब का आंशिक दाब - `O_(2)` का आंशिक दाब - `SO_(2)` का आंशिक दाब) `= (1-0.1 - x) atm = (0.9 -x) atm` अब `K_(p) = ((p_(SO_(3)))^(2))/((p_(SO_(3)))^(2) xx (p_(O_(2))))` `3.5 ((0.9 - x)^(2))/(x^(2) xx 0.1)` या `0.35 x^(2) = (0.9 -x)^(2)` या`((0.9 -x)/(x))^(2) = 0.35` या `(0.9-x)/(x) = sqrt(0.5) = 0.5916` या `x = 0.56` अर्थात, `SO_(2)` का आंशिक दाब `= 0.56 atm` और`SO_(3)` का आंशिक दाब `= (0.9 - 0.56) = 0.34 atm` . | |
| 8. | अभिक्रिया `2NO + Cl_(2) hArr 2NOCl` के लिए `20^(@)C` ताप पर `K_(P)` का मान `1.9 xx 10^(3) atm^(-1)` है । इसी ताप पर `K_(c)` के मान की गणना करें । `(R = 0.0821 L-atm K^(-1) mol^(-1))` | 
| Answer» `K_(p) = K_(c) + (RT)^(Deltax)` या `K_(c) = (K_(p))/((RT)^(Deltax))` प्रश्नानुसार , `T = 273 + 20 = 293 K` `R= 0.0821 L-atm K^(-) mol^(-1)` `Deltax = 2 - (2 + 1) = - 1` `K_(p) = 1.9xx 10^(3) atm^(-)` `:. K_(c) = (1.9 xx 10^(3))/((0.0821 xx 293)^(-1))` `= 1.9 xx 10^(3) xx (0.0821 xx 293)` ` = 4.57 xx 10^(4)`. | |
| 9. | बताएँ कि (ii) `H_(2)O` उभयधर्मी होता है | | 
| Answer» `H_(2)O` की `HCl` से अभिक्रिया होने पर `H_(2)O` प्रोटॉन प्राप्त करता है । अतः ब्रॉन्स्टेड भस्म है । `underset("भस्म")(H_(2)O) + underset( "अम्ल")(HCl)rarrH_(3)O^(+) + Cl^(-)` किन्तु `NH_(3)` के साथ अभिक्रिया से प्रोटॉन प्रदान करता है , अतः इसमें यह ब्रॉन्स्टेड अम्ल है | `underset("अम्ल")(H_(2)O) + underset("भस्म")(NH_(3)) rarr OH^(-) + NH_(4)^(+)` अतः `H_(2)O` उभयधर्मी होता है । | |
| 10. | बताएँ कि (iii) `NaOH` ब्रॉन्सटेड भस्म होता है । | 
| Answer» `NaOH` और `HCl` के बीच अभिक्रिया होने पर `NaOH` का `OH^(-)`प्रोटॉन प्राप्त करता है, अतः `NaOH` ब्रॉन्स्टेड भस्म है । `NaOH + HCl rarr NaCl + H_(2)O` `OH^(-) + H^(+) rarr H_(2)O` | |
| 11. | `HSO_(4)^(-), H_(2)O`तथा`NH_(3)` ब्रॉन्स्टेड अम्ल तथा ब्रॉन्स्टेड भस्म दोंनो प्रकार के काम कर सकते है । प्रत्येक के लिए संगत संयुग्मी अम्ल तथा भस्म लिखें । | 
| Answer» `{:(,"संयुग्मी अम्ल","संयुग्मी अम्ल"),(HSO_(4)^(-), H_(2)SO_(4)^(-), SO_(4)^(2-)),(H_(2)O, H_(3)O^(2),OH^(-)),(NH_(3),NH_(4)^(+),NH_(2)^(-)):}` | |
| 12. | बताएँ कि (i) `H_(2)SO_(4)` ब्रॉन्सटेड अम्ल है । | 
| Answer» `H_(2)SO_(4)` जल के साथ इस प्रकार अभिक्रिया करता है - `H_(2)SO_(4) + H_(2)O rarr H_(3)O^(+) + HSO_(4)^(-)` चूँकि `H_(2)SO_(4)` प्रोटॉन प्रदान करता है, अतः यह ब्रॉन्स्टेड अम्ल है । | |