InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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निम्न में से अनुचुम्बकीय (paramagnetic) प्रजाति है :A. `S_(8)`B. `S_(6)`C. `S_(2)`D. `S_(2)^(2-)` |
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Answer» Correct Answer - C वाष्प अवस्था में, सलफल `S_(2)` अणु के रूप में होता है, जिसमे दो अयुग्मित इलेक्ट्रॉन [प्रतिबन्धित (antibonding) `pi^(**)` कक्षक] होते हैं । |
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| 52. |
ऑक्सीजन अणु अनुचुम्बकीय प्रदर्शित करता है, क्यों ? |
| Answer» ऑक्सीजन में दो अयुग्मित इलेक्ट्रॉन होते हैं जिसके कारण यह अनुचुम्बकीय है । | |
| 53. |
`CH_(4), C Cl_(4), CHCl_(3)` में किसका द्विध्रव आघूर्ण अधिकतम होगा ? |
| Answer» Correct Answer - `CHCl_(3)` | | |
| 54. |
निम्नलिखित में जल में विलेय अणु को छाँटिए - `CS_(2),C_(2)H_(5)OH, C Cl_(4),CHCl_(3)` |
| Answer» `C_(2)H_(5)OH`, H-बन्ध के कारण । | |
| 55. |
निम्न में से किस अणु/आयन में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन नहीं है ?A. `O_(2)`B. `O_(2)^(2-)`C. `B_(2)`D. `N_(2)^(+)` |
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Answer» Correct Answer - C MO सिद्धान्त देखें । |
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| 56. |
निम्नलिखित युग्मों में अधिक अनुनाद स्थयित्व वाला आयन/अणु छाँटिए । (a) `HNO_(3)` तथा `NO_(3)^(-)` (b) `H_(2)C=O` तथा `H overset("O")overset("||")("C")-O^(-)` |
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Answer» (a) `NO_(3)^(-)` चूँकि `NO_(3)^(-)` की तुल्य ऊर्जा की तीन अनुनादी संरचनाऐं होती है जबकि `HNO_(3)` की दो संरचनऐं होती हैं क्योंकि H-से जुडी ऑक्सीजन शेष दो से भिन्न होती है । (b) `H overset("O")overset("||")("C")-O^(-)` की दो समान अनुनादी संरचनाऐं होती है जबकि `H_(2)C=O` की अनुनादी संरचनऐं बहुत महत्वपूर्ण नहीं होती है । |
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| 57. |
निम्न युग्मों में कौन-से युग्म की संरचना (isostructural) नहीं है ?A. डायमण्ड तथा सिलिकोन कार्बाइडB. `NH_(3),PH_(3)`C. `XeF_(4),XeO_(4)`D. `SiCl_(4),PCl_(4)^(+)` |
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Answer» Correct Answer - C `XeF_(4)` में Xe `sp^(3)d^(2)` -संकरित होता है तथा इसकी संरचना वर्गाकार पटल (squar planar) होती है । जबकि `XeO_(4 )` में `Xe sp^(3)`- संकरित होता है तथा इसकी संरचना चतुष्फलकीय (tetrahedral) होती है । |
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| 58. |
निम्न में से किस अणु का सेवाधिक द्विध्रुव आघूर्ण है ?A. `NH_(3)`B. `NF_(3)`C. `CO_(2)`D. `CH_(4)` |
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Answer» Correct Answer - A `NH_(3)` का द्विध्रुव आघूर्ण 1.46 D है । `CO_(2), CH_(4)` तथा `NF_(3)` का द्विध्रुव आघूर्ण शून्य है । |
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| 59. |
निम्न में से कौन-सा एक युग्म समसंरचनात्मक (अर्थात जिसका आकार तथा संकरण एक ही है) होगा ?A. `BCl_(3)` और `BrCl_(3)`B. `NH_(3)` और `NO_(3)^(-)`C. `NF_(3)` और `BF_(3)`D. `BF_(4)^(-)` और `NH_(4)^(+)` |
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Answer» Correct Answer - D `BF_(4)^(-)` तथा `NH_(4)^(+)` दोनों `sp^(2)`-संकरित है तथा दोनों की चतुष्फलकीय संरचना है । |
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| 60. |
निम्न में से किस युग्म में द्विध्रुव-प्रेरित द्विध्रुव अन्योन्य क्रिया होगी ?A. `SiF_(4)`और He परमाणुB. `H_(2)O` और ऐल्कोहॉलC. `Cl_(2)` और `C Cl_(4)`D. HCl और He परमाणु |
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Answer» Correct Answer - D यह क्रिया ध्रुवीय तथा अध्रुवीय अणुओं के बीच होती है । |
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| 61. |
पाँच तत्वों A, B, C, D व E के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास नीचे दिये गये हैं - `A=1s^(2),2s^(2),2p^(6),3s^(2)` `B=1s^(2),2s^(2),2p^(6),3s^(1)` `C =1s^(2),2s^(2),2p^(1)` `D =1s^(2),2s^(2),2p^(5)` `E =1s^(2),2s^(2),2p^(6)` निम्नलिखित के संयोग से बनने वाले यौगिक का सूत्र बताओ । (a) A तथा D (b) B तथा D (c ) केवल D (d) केवल E |
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Answer» A = क्षारीय मृदा धातु (Mg) B = क्षार धातु (Na) C = बोरॉन (B) D = हैलोजन (F) E = अक्रिय गैस (Ne) (a) `AD_(2)(MgF_(2))` (b) BD (NaF) (c ) `D_(2)(F_(2))` (d) E (Ne) |
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| 62. |
`BaCl_(2)` विद्धुत-संयोजी यौगिक क्यों है ? |
| Answer» Ba व Cl की विद्युत-ऋणात्मकता में अधिक अन्तर होने के कारण । | |
| 63. |
विद्युत-संयोजी यौगिकों का आयनन शीघ्र होता है, क्यों ? |
| Answer» विद्युत-संयोजी यौगिकों में आयन विद्युत-स्थैतिक बलों के द्वारा बँधे रहते हैं । ध्रुवीय विलायक जब आयनों के बीच में आ जाता है तो विद्युत-संयोजी बल क्षीण हो जाते हैं जिससे ये यौगिक आयनिक हो जाते हैं । | |
| 64. |
NaCl (अथवा KCl) विद्युत-संयोजी हैं, क्यों ? |
| Answer» क्योंकि क्षार धातुओं (Na अथवा K) तथा Cl कि विद्युत-ऋणात्मकताओं में आयनिक बन्ध बनने के लिए पर्याप्त अन्तर होता है । | |
| 65. |
`AgNO_(3)` में साधारण नमक मिलाने पर श्वेत अवक्षेप आ जाता हैं जबकि `CHCl_(3)` के मिलाने पर नहीं, क्यों ? |
| Answer» साधारण नमक (NaCl) में क्लोरीन, क्लोराइड आयन `(Cl^(-))` की अवस्था में रहती है जबकि `CHCl_(3)` में C व Cl के बीच सहसंयोजी बन्ध होता है । | |
| 66. |
निम्नलिखित परमाणुओं से इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण द्वारा धनायनों तथा ऋणायनों में विरचन (निर्माण) को लुईस बिन्दु प्रतीकों की सहायता से दर्शाइए - (क) K तथा S (ख) Ca तथा O (ग) Al तथा N |
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Answer» (क) `underset(("2,8,8,1"))(2overset(.)(K))+underset(("2,8,6"))underset(..)overset(..)(S): rarr 2K^(+)[:overset(..)underset(..)(S):]^(2-)` यहाँ 2K से दो इलेक्ट्रॉन का परिवर्तन होता है । (ख) `underset(("2,8,8,2"))overset(..)(Ca)+underset(("2,6"))underset(..)overset(..)(O): rarr Ca^(2+)[:underset(..)overset(..)(O):]^(2-)` (ग) `underset(("2,8,3"))overset(..)(.Al)+underset(("2,5"))overset(..)(.N): rarr Al^(3+)[:underset(..)overset(..)(N):]^(3-)` |
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| 67. |
हाइड्रोजन हैलाइडों को बढ़ते आयनिक लक्षण के क्रम में लिखो । |
| Answer» `HI lt HBr lt HCl lt HF` | | |
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कार्बन, चार हाइड्रोजन परमाणुओं के साथ संयोग करके अपना अष्टक पूर्ण कर लेता है किन्तु कभी भी दो C -परमाणु आपस में `C-=C ` बनाकर अपना अष्टक पूर्ण नहीं करते, क्यों ? |
| Answer» क्योंकि केवल तीन p-कक्षकों की उपस्थिति में दो C- परमाणुओं के बीच दो ही `pi` -बन्ध बन सकते है, तीन नहीं अतः C-C के बीच चार बन्ध (`1 sigma` व `3 pi`) नहीं बन सकते । | |
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शहद के गाढ़ा होने का कारण है ? |
| Answer» Correct Answer - H -बन्ध । | |
| 70. |
`H_(2)SO_(4)` एक अधिक श्यानता (viscous) का द्रव है, क्यों ? |
| Answer» प्रबल H -बन्ध के कारण । | |
| 71. |
सामान्य ताप पर `H_(2)O` द्रव है जबकि `H_(2)S` गैस है, क्यों ? |
| Answer» `H_(2)O` में अन्तरानुक H -बन्ध होते हैं । | |
| 72. |
HF द्रव है, जबकि HCl गैस है, क्यों ? |
| Answer» HF में अन्तराणुक हाइड्रोजन बन्ध होते है । | |
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`gt C=C lt` का द्विबन्ध C-C के एकल बन्ध की अपेक्षा दुर्बल होता हैं क्यों ? |
| Answer» `gt C=C lt` का द्विबन्ध `pi`-बन्ध होने के कारण दुर्बल होता हैं क्योंकि यह पार्श्व अतिव्यापन से बना होता है । | |
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`LiCl, NaCl, KCl, BeCl_(2)` में से ऐल्कोहॉल में कौन-सा सर्वाधिक विलेय होगा ? |
| Answer» `BeCl_(2)` (सर्वाधिक सहसंयोजी है) । | |
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NaCl व CuCl में कौन अधिक सहसंयोजी है ? |
| Answer» CuCl , यद्यपि `Na^(+), Cu^(+)` आयन से छोटा है किन्तु `Cu^(+)` की बाह्रा कक्ष में 18 इलेक्ट्रॉन हैं । | |
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`BaI_(2), BaBr_(2), BaCl_(2), BaF_(2)` को गलनाँक के घटते क्रम में लिखो - |
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Answer» `BaF_(2)gt BaCl_(2)gt BaBr_(2)gt BaI_(2)` हैलाइडों के आकार का घटता क्रम `I^(-)gt Br^(-)gt Cl^(-)gt F^(-)` है अतः इनके Ba लवण की जालक ऊर्जा उपरोक्त कर्म में होगी । |
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| 77. |
FeO एवं `Fe_(2)O_(3)` में किसकी जालक ऊर्जा अधिक है ? |
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Answer» `Fe_(2)O_(3)` (`because` आवेश अधिक है) । जालक ऊर्जा के आधार पर वैद्युत-संयोजी यौगिकों के गलनांकों की तुलना की जा सकती है । जिस यौगिक की जालक ऊर्जा अधिक होती है । उनके गलनांक अधिक होते है । |
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| 78. |
NaCl व CuCl में से जल में कौन अधिक विलेय है ? |
| Answer» NaCl (अधिक विद्युत-संयोजी है) । | |
| 79. |
o-नाइट्रोफिनॉल की अपेक्षा p-नाइट्रोफिनॉल कम वाष्पशील है, क्यों ? |
| Answer» o-नाइट्रोफिनॉल में अन्तः अणुक H -बन्ध होता है जबकि p-नाइट्रोफिनॉल में अन्तराणुक H -बन्ध होता है । | |
| 80. |
जल में घनत्व बर्फ से अधिक होता है, क्यों ? |
| Answer» बर्फ की विशेष चतुष्फलकीय संरचना जो H -बन्ध के कारण होती है । | |
| 81. |
`PH_(3)` का क्वथनाँक `NH_(3)` से कम क्यों होता है ? |
| Answer» `NH_(3)` में H -बन्ध होते हैं । | |
| 82. |
HF का क्वथनाँक HCl से ऊँचा है, क्यों ? |
| Answer» HF में अन्तराणुक H -बन्ध होते हैं । | |
| 83. |
थयो ईथर (R-S-R) का क्वथनाँक ईथर (R-O-R) से अधिक होता है, क्यों ? |
| Answer» थायो ईथर का अणुभार उसके तुल्य ईथर से अधिक हैं अतः थायो ईथर के अणुओं के बीच वाले वान्डर वाल्स बल ईथर के अणुओं के बीच लगने वाले बलों की तुलना में प्रबल होते हैं । | |
| 84. |
निम्नलिखत में केन्द्रीय परमाणु पर सर्वाधिक बन्ध कोण के अनु को छाँटिए - `BeF_(2), BF_(3), CH_(4), NH_(3), H_(2)O` | |
| Answer» `BeF_(2) (180^(@))` | | |
| 85. |
`PH_(3)` में H-P-H बन्ध कोण `93^(@)` होता है जबकि `PH_(4)^(+)` में यह `109.5^(@)` होता है, क्यों ? |
| Answer» `PH_(4)^(+)` आयन में फॉस्फोरस का एकाकी इलेक्ट्रॉन युग्म `H^(+)` के साथ उपसहसंयोजी बन्ध बना लेता हैं जिस कारण `PH_(4)^(+)` में lp-bp प्रतिकर्षण बल विलुप्त हो जाते हैं । `PH_(3)` में lp -bp प्रतिकर्षण बन्ध कोण को कम कर देता है । | |
| 86. |
`HCl , H_(2)O ` तथा `NH_(3)` में किसका क्वथनाँक सर्वाधिक होता हैं ? |
| Answer» `H_(2)O`, क्योंकि O की विधुत-ऋणात्मकता N से उच्च होती है अतः `H_(2)O` में बना H-बन्ध `NH_(3)`में बने H-बन्ध से शक्तिशाली होता है जबकि HCl में H-बन्ध नहीं बनता । | |