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1.

ऐथेनॉल तथा एसिटिक अम्ल के मध्य क्रिया से ऐथिल ऐसीटेट नामक ऐस्टर बनता है। साम्य पर इस अभिक्रिया को निम्न प्रकार दर्शाया जा सकता है- `CH_(3)COOH(l)+C_(2)H_(5)OH)(l)hArr CH_(3)COOC_(2)H_(5)(l)+H_(2)O(l)` (i) इस अभिक्रिया के लिए सांद्रता अनुपात क्यू का व्यंजक लिखिए [ ध्यान दे की इस अभिक्रिया में जल न तो आधिक्य में है और न ही विलायक का कार्य करता है] (ii) 293 K पर `1.000` मोल ऐसीटिक अम्ल तथा `0.180` मोल एथेनॉल से प्रारम्भ करने पर अन्तिम साम्य मिश्रण में `` मोल एथिल ऐसीटेट उपस्थित होता है । साम्य स्थिरांक की गणना कीजिए । (iii) `0.500` मोल एथेनॉल तथा `1.000` मोल ऐसीटिक अम्ल से प्रारम्भ करने तथा ताप को `0.214` बनाए रखने पर कुछ समय पश्चात `` मोल ऐथिल ऐसीटेट प्राप्त होता है। क्या अभिक्रिया में साम्य स्थापित हो चूका है?

Answer» Correct Answer - `(ii) 3.319,(iii)` नहीं
(i) दी गयी अभिक्रिया के लिए सांद्रता भागफल , Q का व्यंजक निम्न है,
`Q=([CH_(3)COOC_(2)H_(5)(l)][H_(2)O(l)])/([CH_(3)COOH(l)][C_(2)H_(5)OH(l)])`
(ii) माना, साम्य स्थापित होने तक ऐसीटिक अम्ल के कुल क्ष मोल क्रिया मोल है। अतः दिए गये आँकड़ों के अनुसार,
`CH_(3)COOH(l)+C_(2)H_(5)OH(l)`
`{:("प्रारम्भिक मोल",1.000,0.180),("साम्य पर मोल",1.000-x,0.180-x):}`
`hArr CH_(3)COOC_(2)H_(5)(l)+H_(2)(l)`
`{:(0,0),(x,x):}`
चूँकि साम्य पर `0.171` मोल ऐथिल ऐसीटेट प्राप्त हुआ,
अतः `x=0.171`
यदि कुल आयतन V हो तब साम्य पर
`[CH_(3)COO] =(1.000-0.171)/(V)`
`=(0.829)/(V)"mol"L^(-11)`
`[C_(2)H_(5)OH]=(0.180-0.171)/(V)`
`=(0.009)/(V)"mol"L^(-1)`
`[CH_(3)COOC_(2)H_(5)]=(0.171)/(V) "molL^(-1)`
`[H_(2)O(l)]=(0.171)/(V)"mol"L^(-1)`
`K=([CH_(3)COOC_(2)H_(5)][H_(2)O])/([CH_(3)COOH][C_(2)H_(5)OH])`
`=((0.171)/(V)xx(0.171)/(V))/((0.829)/(V)xx(0.009)/(V))`
`=3.919`
(iii) `0.214` मल ऐथिल ऐसीटे केवल तभी प्राप्त होगा जब `CH_(3)COOH` के `0.214` मोल एथिल ऐल्कोहॉल के `0.214` मोल से क्रिया करे । अतः
`CH_(3)COOH(l)+C_(2)H_(5)OH(l)`
`{:("प्रारम्भिक मेल",1.000,0.500),("कुल समय पश्चात् मोल",1.000-0.214,0.500-0.214):}`
`hArr CH_(3)COOC_(2)H_(5)(l)+H_(2)O(l)`
`{:(0,0),(0.214,0.214):}`
दिए गये समय पर सांद्रता भागफल
`Q=(2.214xx0.214)/((1.000-0.214)(0.500-0.214))=0.214`
चूँकि सान्द्रत भागफल का मान `(0.204)` साम्य स्थिरांक `(3.919)` से बहुत कम है अतः साम्यवस्था प्राप्त नहीं हुई है।
2.

कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड का पूर्ण आयनन मानते हुए उनके `5xx10^(-5)M` विलयन का pH मात ज्ञात कीजिए ।

Answer» कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड का इस प्रकार होता है-
`Ca(OH)_(2) hArr Ca^(2+)+ 2OH^(-)`
`Ca(OH)_(2)` के 1 मोल के पूर्ण आयनन से `OH^(-)` के 2 मोल प्राप्त होते है ।
`[OH^(-)]=2xx5xx10^(-5)=10^(-4)`
`:. [H^(+)]xx[OH^(-)]=1xx10^(-14)`
`:. [H^(+)]=(10^(-14))/(10^(-4))=10^(-10)`
`:. [H^(+)]=10^(-pH)`
`:. pH=10`
3.

`0.05M` कैल्सियम ऐसीटेट `(CH_(3)COOH` के लिए `pK_(a)=4.74)` का pH मान है-A. `7.04`B. `9.37`C. `9.26`D. `8.71`

Answer» Correct Answer - D
4.

PH+POH का मान 298K परA. PKwB. KwC. 10D. 8

Answer» Correct Answer - A
5.

PH+POH का मान 298K परA. PKwB. 7C. KwD. 3

Answer» Correct Answer - A
6.

क्या द्रव `hArr` गैस समय को खुले पात्र में स्थापित किया जा सकता है ? यदि नहीं तो क्यों

Answer» नहीं(व्यख्या के लिए अध्याय देखे)
7.

निम्लिखित साम्यों में कोण-से गन स्थिर रहते है ? (i) ठोस `hArr` द्रव (ii) द्रव्य `hArr` गैस

Answer» (i) गलनांक (ii) वाष्प दाब
8.

निम्लिखित दशाओं में `` पर विलयन की प्राकृति बताइए - `(i) pH=7, (ii) pH lt7` तथा `pHgt7`

Answer» (i) उदासीन (ii) अम्लीय तथा (iii) क्षारीय
9.

लोहा अयस्क से स्टील बनाते समय जो अभिक्रिया होती है, वह आयरन (II) ऑक्साइड का कार्बन मोनोऑक्साइड के द्वारा अपचयन है एवं इससे धात्विक लौह एवं `CO_(2)` मिलते है । `FeO(s)+CO_(s)hArr Fe(s)+CO_(2)(g),K_(p)=0.265atm at 1050K` 1050K पर CO तथा `CO_(2)` के साम्य पर आंशिक दाब क्या होंगे, यदि उनके प्रारम्भिक आंशिक दाब है- `P_(CO)=1.4atm` तथा `P_(CO_(2))=0.80atm`

Answer» `FeO_(s)+CO_(g)hArr Fe(s)+CO_(2)(g)`
प्रारम्भ में दाब `" " 1.4 atm " " 0.80atm`
`Q_(P)=(P_(CO_(2)))/(P_(CO))=(0.80)/(1.4)=5.71`
चूँकि `Q_(p)gtK_(P)` अभिक्रिया विपरीत दिशा में अग्रसर होगी । इस पर `CO_(2)` का आंशिक दाब घटेगा जबकि CO का आंशिक दाब बढ़ेगा ।
माना की `CO_(2)` के आंशिक दाब में कमी P atm है।
`:.` साम्यवस्था पर,
`P_(CO_(2))=(0.80-P)atm` और `P_(CO)=(1.4+P)atm`
`:.K_(p)=(P_(CO_(2)))/(P_(CO))`
या `0.256=(0.80-P)/(1.4+P)`
या `0.256xx(1.4+P)=0.80-P`
या `0.371xx0.256P=0.80-P`
या `1.256P=0.429`
`P=(0.429)/(1.265)=0.399atm`
`:.` साम्यवस्था पर `P_(CO)=1.4+0.399k=1.739atm`
और `P_(CO_(2))=0.80-0.399=0.461atm`
10.

CCl4 निम्न में से हैA. लुइस अम्लB. आरेनियस क्षारC. लुइस क्षारD. इनमे से कोई भी नहीं

Answer» Correct Answer - D
11.

500 K ताप पर एक `20L` पात्र में `N_(2)` के `H_(2)` मोल `1.92` के `1.57` मोल एवं `NH_(3)` के `8.13` मोल का मिश्रण लिया जाता है। अभिक्रिया `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(3)(g)` के लिए `K_(c)` का मान `1.7xx10^(2)` है। क्या अभिक्रिया मिश्रण साम्य में है। यदि नहीं तो नेट अभिक्रया की दिशा क्या होगी ?

Answer» `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(3)(g)`
`Q_(c)=([NH_(3)(g)]^(2))/([N_(2)(g)](H_(2)(g)]^(3))`
`=([8.13//20]^(2))/([(1.57)/(20)]xx[(1.92)/(20)]^(3)) ( :. V=20L)`
`=2.38xx10^(3)`
दिया है, `K_(c)=1.7xx10^(2)`
स्पष्ट है की `Q_(c)gtK_(c)`
अतः अभिक्रिया साम्यवस्था में नहीं है क्योकि `Q_(c)neK_(c)` यह पश्चगामी दिशा में सम्पन्न होगी ।
12.

`pH=0` वाला जलीय विलयन होता है -A. अम्लीयB. उदासीनC. क्षारकीयD. उभयधर्मी

Answer» Correct Answer - A
13.

`H_(2)O` को लुईस क्षारक क्यों माना जाता हैं |

Answer» क्योकिं यह ऑक्सीजन परमाणु पर दो एकाकी इलेक्ट्रान युग्मों कि उपस्थिति के क एरान इलेक्ट्रान दाता कार्य करता है
14.

`10^(-8)N HCI` विलयन का `pH` मान ज्ञात कीजिए ।

Answer» जल का आयनन इस प्रकार होता है-
`H_(2)O hArr H^(+)+ OH^(-)`
मान लिया की जल आयनन से प्राप्त `H^(+)` की सांद्रता x मोल प्रति लीटर है । अतः जल के आयनन से प्राप्त `OH^(-)` की सांद्रता भी x मोल प्रति लीटर होगी। HCI की मोलरता उसकी नॉर्मलता के बराबर होती है। HCI के आयनन से प्राप्त `H^(+)` सांद्रता `10^(-8)` मोल प्रति लीटर होगी ।
`[H^(+)]xx[OH^(-)]=1xx10^(-14)`
`:. (x+10^(-8))xx x=1xx10^(-14)` ltbrउपरोक्त समीकरण को जल करने पर -
`x=9.5125xx10^(-8)`
`[h^(+)]x+10^(-8)`
`=9.5125xx10^(-8)+10^(-8)=1.05125xx10^(-7)`
`pH=-log_(10)[H^(+)]`
`=-log_(10)(1.05125xx10^(-7))=6.98`
15.

जल में `10^(-8)` ,मोलर `HCI` विलयन का pH मान है-A. 8B. `-8`C. 7 तथा के 8 मध्यD. 6 तथा के 7 मध्य

Answer» Correct Answer - D
16.

एक लीटर के पात्र में एक मोल `H_(2)` दो मोल `I_(2)` तथा तीन मोल `HI` को प्रवेश कराया गया । `490^(@)C` पर साय पर `H_(2),I_(2)` तथा HI की सांद्रता क्यों होगी ? `490^(@)C` पर इस अभिक्रिया के लिए साम्य सत्रांक का मान `45.9` है।

Answer» Correct Answer - `0.317, 1.317,4.366"mol"L^(-1)`
माना, साम्य स्थापित होने तक `H_(2)` के `alpha` मोल वियोजित होते है। अतः `alpha` मोल `H_(2),alpha` मोल `I_(2)` के साथ क्रिया करके `alpha` मोल `HI` बनाता है । इसलिए
`{:(,H_(2),+,I_(2),hArr,2HI),("प्रारम्भिक मोल",1,,,2,3),("साम्य पर मोल" ,1-alpha,,2-alpha,,2+2alpha):}`
अतः साम्य पर `[H_(2)]=(1-alpha)/(1),[I_(2)]=(2-alpha)/(1)`
[ कुल आयतन=1=L] साम्य के नियमानुसार `K=([HI]^(2))/([H_(2)][I_(2)])`
`:. 45.9=((3+2alpha)^(2))/((1-alpha)(2-alpha))`
या `45.9=(9+12alpha+4alpha^(2))/(2-3alpha+alpha^(2))`
या `45.9(2-3alpha+alpha^(2))=9+12alpha+4alpha^(2)`
`=91.8-137.7alpha+45.9alpha^(2)=9+12lpha+4alpha^(2)`
या `41.9alpha^(2)-149.9alpha+82.8=0`
या `alpha=(149.9 pmsqrt((-149.9)^(2)-3xx41.9xx82.8))/(2.41.9)`
`=0.683` या `2.89`
`alpha` का मान `2.89` मान्य नहीं क्योकिं यह 1 से अधिक है ।
`:. alpha=0.683`
`:.{:([H_(2)]=1-0.683.9,=,0.317"mol"L^(-1)),([I_(2)]=2-0.683,=,1.317"mol"L^(-1)),([HI]=3+2xx.683,=,4.366"mol"L^(-1)):}`
17.

सिल्वर ब्रोमाइड के एक संतृप्त घोल में सिल्वर आयन `(Ag^(+))` की सांद्रता `1xx10^(-6)` मोल प्रति लीटर है। ब्रोमाइड आयन `(Br^(-))` की वह न्यूनतम सांद्रता ज्ञात कीजिए, जो सिल्वर ब्रोमाइड `(AgBr)` को अवक्षेपित कर सके `AgBr` का विलयेता गुणफल `4xx10^(-13)` है।

Answer» सिल्वर ब्रोमाइड (AgBr) का विलयेता गुणफल
`K_(sp)=[Ag^(+)][Br^(-)]`
`[Ag^(+)]=1xx10^(-6)`
`[Br^(-)]=(K_(sp))/([Ag^(+)])=(4xx10^(-13))/(1xx10^(-6))=4xx10^(-7)`
अतः ब्रोमाइड आयनों का सांद्रण `4xx10^(-7)` मोल प्रति लीटर से अधिक होने पर सिल्वर ब्रोमाइड का अवक्षेपण हो जायेगा।
18.

सल्फ्यूरिक अम्ल के `0.005` मोलर जलीय विलयन का pH लगभग है-A. `0.005`B. 2C. 1D. `0.01`

Answer» Correct Answer - B
19.

किसी निश्चित ताप पर शुद्ध जल में हाइड्रोनियम आयन की सांद्रता `1.7xx10^(-7)"mol" L^(-1)` पायी गई । इस तप पर `K_(w)` का मान क्या होगा ?

Answer» `[H_(3)O^(+)]=[OH^(-)]=1.71xx10^(-7)"mol"L^(-1)`
अतः`K_(w)=(.17xx10^(-7))=2.92xx10^(-14)`
20.

शुध्द `NaOH` के `40 mg` को 10 लीटर आसवित जल में विलेय किया गया विलयन का pH मान है-A. 9B. 10C. 11D. 12

Answer» Correct Answer - B
21.

शुद्ध जल को `25^(@)C` से `80^(@)C` तक गर्म करने पर `K_(w)` का मान `1.0xx10^(-14)` से बढ़कर `0.25xx10^(-12)` हो जाता है `80^(@)C` पर जल की pH की गणना कीजिए तथा बताइये की जल की प्रकति क्या होगी?

Answer» सुध जल हेतु `K_(w)=[H^(+)][OH]`
`:. [H^(+)]=[OH^(-)]`
`:. [H^(2)]=K_(w)=0.25xx10^(-12)`
`:. [H^(+)]=0.5xx10^(-6)`
या `pH=-log[ 0.5xx10^(-6)]=6.3010`
चूँकि pH का पैमाना 0 से `12.602` हो गया है और `ph6.3010` मध्य बिंदु है, अतः गर्म करने पर जल की `pH6.3010` होगी और जल उदासीन ही रहेगा ।
22.

`80^(@)C` पर शुद्ध आसवित जल में `[H_(3)O^(+)]=1xx10^(-6)"mol"L^(-1)` है। इस ताप पर `K_(w)` का मान होगा -A. `1xx10^(-6)`B. `1xx10^(-12)`C. `1xx10^(-14)`D. `1xx10^(-5)`

Answer» Correct Answer - B
23.

निम्नलिखित में कौन से लुइस अम्ल है ? `H_(2)O,BF_(3),H^(+)` एवं `NH_(4)^(+)`

Answer» `BF_(3),H^(+)` तथा `NH_(4)^(+)`
24.

`HPO_(4)^(2-)`का संयुग्मी अम्ल है -A. `H_(2)PO_(4)^(-)`B. `PO_(4)^(3-)`C. `H_(3)P_(4)`D. `H_(3)PO_(3)`

Answer» Correct Answer - A
25.

`OH^(-)`का संयुग्मी क्षारक है-A. `O_(2)^(-)`B. `O^(-)`C. `H_(2)O`D. `O_(2)`

Answer» Correct Answer - A
26.

`H_(2)PO_(4)^(-)`का संयुग्मी क्षारक है-A. `PO_(4)^(-3)`B. `P_(2)O_(5)`C. `H_(3)PO_(4)`D. `HPO_(4)^(2-)`

Answer» Correct Answer - D
27.

डाईमेथिल एमीन का आयनन स्थिरांक `5.4xx10 ^(-4)` हैं । इसके 0.02 M विलयन की आयनन की मात्रा की गणना कीजिए । यदि यह विलयन NaOH प्रति 0.1 M हो तो डाईमेथिल एमीन का प्रतिशत आयनन क्या होगा ?

Answer» डाइमेथिल एमिन एक दुर्लब क्षार है। एक दुर्लब क्षार के लिए
`alpha=sqrt((K_(b))/(c))`
अतः डाइमेथिल एमिन के लिए,
`alpha=sqrt((5.4xx10^(-4))/(0.02))=0.164`
`0.1M NaOH` की उपस्थिति में इसका वियोजन घटेगा।
`(CH_(3))_(2)NH+H_(2)O`
प्रारम्भ में सान्द्रता `0.02M`
साम्यवस्था पर सान्द्रता `0.02-x`
`hArr (CH_(3))_(2)^(+)NH_(2)+OH^(-)`
`{:(-,-),(x,x):}`
`(OH^(-)` के `0.1M, 0.1 M NaOH` से प्राप्त होते है)
`:. K_(b)=(x(x+0.01))/(0.02-x)=(0.1x)/(0.02)`
( `:. x` बहुत छोटा है `x+0.1~~0.1` तथा `0.02-~~0.2)`
या `x=(5.4xx10^(-4)xx0.02)/(0.1)=1.08xx10^(-4)`
`:.` डाइमेथिल एमिन का प्रतिशत आयनन
`=("वियोजित मात्रा"xx100)/("पूर्ण मात्रा")`
`=(xxx100)/(0.02)=(1.08xx10^(-4)xx100)/(0.02)`
`0.54%`
28.

Al[(H2O)6]+++ का संयुग्म क्षार हैA. Al[(H2O)6]++B. Al[(H2O)5 OH]++C. Al[(H2O)6 OH]++D. Al[(H2O)6 OH]+++

Answer» Correct Answer - B
29.

तापमान 1000 K पर इस साम्य का 2NOCl(g)=2NO(g)+Cl2(g) kc का मान 3.75X10^-2 है, Kp का मान होगाA. 3.77B. 3.07C. 4.57D. 5.5

Answer» Correct Answer - B
30.

OH- निम्न में से हैA. लुइस अम्लB. लुइस क्षारC. आरेनियस क्षारD. आरेनियस अम्ल

Answer» Correct Answer - B
31.

NH3 का संयुग्म अम्ल हैA. NH4+B. NH2-C. NH--D. NH3+

Answer» Correct Answer - A
32.

BF3 निम्न में से हैA. लुइस क्षारB. लुइस अम्लC. आरेनियस क्षारD. इनमे से कोई भी नहीं

Answer» Correct Answer - B
33.

उत्क्रम अभिक्रिया का साम्य स्थिरांक अग्रिम अभिक्रिया के साम्य स्थिरांक सेA. समान होताB. व्युत्कृम होताC. दोनों हीD. इनमे से कोई भी नहीं

Answer» Correct Answer - B
34.

H2PO4- का संयुग्म क्षार हैA. H3PO4B. HPO4--C. H2PO3D. इनमे से कोई भी नहीं

Answer» Correct Answer - B
35.

Al[(H2O)6]+++ संयुग्म क्षारA. Al[(H2O)6]++B. Al[(H2O)5 OH]++C. Al[(H2O)6 OH]++D. Al[(H2O)6 OH]+++

Answer» Correct Answer - B
36.

500 K पर PCl5, PCl3 , Cl2 साम्यावस्था में है और उनकी सांद्रता क्रमशा 0.5M, 0.25 M, 0.75 M अभिक्रिया PCl5 (g)=PCl3(g)+Cl2 (g) के लिए Kp का मान हैA. 15.4B. 13.78C. 10.33D. 35.48

Answer» Correct Answer - A
37.

PCl5 निम्न में से हैA. लुइस क्षारB. लुइस अम्लC. आरेनियस क्षारD. इनमे से कोई भी नहीं

Answer» Correct Answer - B
38.

दूध कॉफी, टमाटर रस, नींबू तथा अण्डे की सफेदी के `pH` का मान क्रमशः `6.8,5.04.2,2.2` तथा `7.8` है। प्रत्येक के सांगत `` आयनन की सांद्रता ज्ञात कीजिए

Answer» `:. [H^(+)]=[H_(3)O^(+)]`
`:.` दूध में `[H_(3)O^(+)]=antilog_(10)[-pH]`
`=antilog_(10)(-6.8)`
`=1.58xx10^(-7)"molL^(-1)`
कॉफी में `[H_(3)O^(+)]=antilog_(10)[-5.0]`
`1.0xx10^(-5)"mol"L^(-1)`
टमाटर जूस में `[H_(3)O^(+)]=antilog_(10)-(4.2)`
`6.31xx10^(-5)"molL^(-1)`
नींबू के रस से `[H_(3)O^(+)]=antilog_(10)-(-2.2)`
`6.31xx10^(-3)"molL^(-1)`
अण्डे की सफेदी में `[H_(3)O^(+)]=antilog_(10)-(-7.8)`
`=1.58xx10^(-8)"mol"L^(-1)`
39.

निम्नलिखित जैविक द्रवों, जिनकी `pH` दी गयी है , की हाइड्रोजन आयनन सांद्रता परक्लित कीजिए- (क) मानव पेशीय द्रव्य `6.83` (ख) मानव उदर द्रव्य (ग) मानव रुधिर `7.38` (घ) मानव लार, `6.4`

Answer» `pH=-log_(10)[H_(3)O^(+)]`
`:. [H_(3)P^(+)]= "antilog"_(10)(-pH)`
(क) मानव पेशीय द्रव्य `[H_(3)O^(+)]`
`=antilog_(10)(-6.83)=1.47xx10^(-7)"mol"L^(-1)`
ख) मानव उदर द्रव्य `[H_(3)O^(+)]`
`=antilog_(10)(1.2)=6.3xx10^(-2)"mol"L^(-1)`
(ग) मानव रुधिर `[H_(3)O^(+)]`
`=antilog_(10)(-7.38)=64.1xx10^(-8)"mol"L^(-1)`
(घ) मानव लार, `[H_(3)O^(+)]`
`=antilog_(10)(-6.4)=3.98xx10^(-7)"mol"L^(-1)`
40.

अभिक्रिया `A_(2)(g)+B_(2)(g)hArr2AB(g)` के लिए `100^(@)C` पर साम्य शिरांक का मान 50 है। यदि एक मोल `A_(2)` युक्त एक लीटर के फ्लास्क को 2 मोल `B_(2)` युक्त दो लीटर के फ्लास्क से संयुक्त किया जाए तो `73K` पर `AB` के कितने मोल बनेगे ?

Answer» Correct Answer - `1.87`
दोनों फ्लास्कों को संयुक्त करने पर कुल आयतन `=1+2=3L`
माना, साम्य स्थापति होने तक `a_(2)` के x मोल क्रिया करते है। दी गयी समीकरण के अनुसार x मोल `A_(2),x` मोल `B_(2)` से क्रिया करके 2x मोल AB बनाएंगे ।
अतः `A_(2)(g)+B_(2)(g)hArr 2AB(g)`
`{:("प्रारम्भिक मोल",1,2,0),("साम्य पर मोल",1-x,2-x,2x):}`
अतः साम्यवस्था पर, `[A_(2)]=(1-x)/(3),[B_(2)]=(2-x)/(3)`
तथा `[AB]=(2x)/(3)`
साम्यवस्था के नियमानुसार,
`K=([AB]^(2))/([A_(2)][B_(2)])`
या `50=(((2x)/(3))^(2))/(((1-x)/(3))((2-x)/(3)))=(4x^(2))/((1-x)(2-x))`
या `50=(4x^(2))/(2-3x+x^(2))`
या `4x^(2)=100-150x+50x^(2)`
या `46x^(2)-150+100=0` या
या `23x^(2)-75x+50=0`
या `x=(75pmsqrt((-75)^(2)-4xx23xx50))/(2xx23)`
`=0.934` या `2.326`
`x=2.326` मान सम्भव नहीं है। अतः `x=0.934`
साम्य पर AB के मोल `=2x=2xx0.934`
`=1.87`
41.

1 मोल `N_(2)` तथा 3 मोल `PCI_(5)` को `227^(@)C` पर गर्म किये गए `100` लीटर के एक पात्र में रखा गया। साम्य दाब पर `2.05` वायुमण्डल पाया गया है। गैसों का व्यवहार आदर्श मानते हुए, `PCI_(5)` के वियोजन की मात्रा तथा निम्न अभिक्रिया `PCI_(5)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)` के लिए `K_(c)` की गणना कीजिए।

Answer» Correct Answer - `0.33,0.20atm`
माना साम्य स्थापति होने तक `PCI_(5)` के x मोल वियोजित होते है ।
अतः `PCI_(5)(g) hArr PCI_(3)(g)+I_(2)(g)`
`{:("प्रारम्भिक मोल",3,0,0),("साम्य पर मोल",3-x,x,x):}`
चूँकि प्रारम्भ 1 मोल `N_(2)` भी ली गयी है। अतः साम्य पर मोलों कुल संख्या
`=3-x+x+x+1=4+x`
दिया है `P=2.05atm,V=100,T=227+273=500K`
आदर्श गैस समीकरण के अनुसार।
`PV=nRT`
`:. 2.05xx=(4+x)xx0.0821xx500`
या `4+x=(2.05xx100)/(0.0821xx500)=4.99`
`:.x=4.99-4=0.99`
अतः `PCI_(5)` के वियोजन की मात्रा
`=("वियोजित हुए मोलों की संख्या")/("मोलों की कुल संख्या")`
`=(0.99)/(3)=.=033`
`:.` आंशिक दाब = मोल प्रभाज `xx` कुल दाब
`:.P_(PCI_(3))=(3-x)/(4+x)=2.05=(3-0.99)/(4+0.99)xx0.05`
`=0.826 atm`
`P_(PCI_(3))=(x)/(4+x)xx2.05=(0.99)/(4+0.99)xx2.05` ltbr gt `=0.407atm`
तथा `P_(PI_(2))=(x)/(4+x)xx2.05=(0.99)/(4+0.99)xx2.05`
`=0.407 atm`
समवयवस्था के नियमानुसार
`K_(p)=(P_(CPI_(3))*P_(CI_(2)))/(P_(PCI_(5)))= (0.707xx0.407)/(0.826)=0.20 atm`
42.

ठोस `NH_(4)HS` की कुछ मात्रा को एक ऐसे फ्लास्क में रखा गया जिसमे एक निश्चि ताप तथा `0.50` वायुमण्डल दाब पर अमोनिया गैस पहले से उपस्थित थी । फ्लास्क में अमोनियम हाइड्रोजन सल्फाइड `NH_(3)` तथा `H_(2)S` गैसों में विघटित हो जाता है । विघटन अभिक्रिया में साम्य स्थापित हो जाने पर फ्लास्क के कुल दाब में `0.84` वायुमण्डल की वृद्धि होती है । इस ताप पर `NH_(4)HS` के विघटन के लिए साम्य स्थिरांक है-A. `0.11`B. `0.17`C. `0.18`D. `0.30`

Answer» Correct Answer - A
43.

HI (g) का एक नमूना `0.2atm` दाब पर एक फ्लास्क में रखा जाता है साम्य पर HI (g ) का आंशिक दाब 0.04 atm है यहाँ दिए गए साम्य के लिए `K _(p )` का मान क्या होगा ? `2HI (g) hArr H_(2)(g)+I_(2)(g)`

Answer» `2HI(g)hArrH_(2)(g)+I_(g)`
प्रारम्भिक दाब `0.2 atm`
साम्यवस्था पर दाब `0.04 atm " " (0.2-0.04)/(2)" "(0.2-0.04)/(2)`
`=0.08atm=0.08atm`
` [ :. (0.2.0.04)]HI` के दाब में कमी है।]
`:.K_(p)=(P_(H_(2))xxP_(I_(2)))/(O_(HI)^(2))=(0.08xx0.08)/((0.04)^(2))=4.0`
44.

1127 K एवं `1 atm` दाब पर `CO` तथा `CO_(2)` के गैसीय मिश्रण में साम्यवस्था पर ठोस कार्बन में `9.55%` (भारात्मक) CO है। `C(s)+CO_(2)(g)hArr2CO(g)` उपरोक्त ताप पर अभिरक्रिया के लिए `K_(c)` के मन की गणना कीजिए ।

Answer» इत्यादि साम्यवस्था पर गैसीय मिश्रण का कुल द्रव्यमान `100g` है तो
f `CO(g)` का द्रव्यमान `=90.55g`
तथा `CO_(2)(g)` का द्रव्यमान`=100-90.55=9.45g`
`:.CO(g)` के मोलों की संख्या `=(9.45)/(44)=0.215`
(CO का मोलर द्रव्यमान `=28,CO_(2)` का मोलर द्रव्यमान =44)
गैसीय मोलों की कुल संख्या `3.234+0.215=3.499`
`:.P_(CO)=(3.234)/(3.449)xx1=0.938atm`
तथा `P_(CO_(2))=(0.215)/(3.449)xx1=0.062atm`
( `:.` आंशिक दाब =`("मोलों की संख्या")/("मोलों की कुल संख्या")xxx` कुल दाब)
अतः अभिक्रिया के लिए
`C(s)+CO_(2)(g)hArr 2CO(g)`
`K_(p)=(P^(2)CO)/(PCO_(2))=((0.398)^(2))/(0.062)=14.19`
उपरोक्त अभिक्रिया के लिए
`Deltan=2-1=1`
`:.K_(p)=K_(c)(RT)^(Deltan)`
`:.K_(C)=(K_(p))/((RT)^(Deltan))=(14.19)/((0.0821xx11.27)^(1))=0.153`
45.

एक उत्क्रमणीय अभिक्रिया में अभिकारकों का सांद्रण दोगुना करनी पर साम्य स्थिरांक हो जाएगाA. दोगुनाB. आधाC. एक चौथाईD. समान रहेगा

Answer» Correct Answer - D
46.

फॉस्जीन `(COCl_(2))` के वियोजन को निम्न पक्रार दर्शाया जाता है- `COCl_(2)(g)hArr Co (g) +Cl_(2)(g)` जब साम्यवस्था पर उपरोक्त तीनों गैसों के मिश्रण को स्थिर ताप पर संपीडित किया जाता है तब (i) मिश्रण में CO कि मात्रा पर क्या प्रभाव होता है ? (ii) `COCI_(2)`के दाब पर क्या प्रभाव होता है ? (iii) अभिक्रिया के साम्यवस्था स्थिरांक पर क्या प्रभाव होता है ?

Answer» (i) घटती है (ii) बढ़ता है (iii) अपरिवर्तित रहता है ।
47.

निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए साम्य स्थिरांक का व्यंजक लिखिए - `(i) 2SO_(2)(g)+O_(2)hArr 2SO_(3)(g)` `(ii) BaSO_(4)(s)hArr Ba^(2+)(aq)+SO_(4)^(2-)(aq)` `(iii) HCI(aq)+H_(2)O(l)hArrH_(3)O^(+)(aq)+Cl^(-)(aq)`

Answer» `(i) K=([SO_(3)]^(2))/([SO_(2)]^(2)[O_(2)]) (ii) K=[Ba^(2+)][SO_(4)^(2)]`
(iii) `K=([H_(3)O^(+)][CI^(-)])/([HCI])`
48.

473 K ताप पर निर्वात में `PCI_(5)` का एक नमूना एक फ्लास्क में लिया गया। साम्य स्थापित होने पर `PCI_(5)` की सान्द्रता `0.5xx10^(-1)"mol"L^(-1)` पायी गई, यदि `K_(c)` का मान `8.3xx10^(-3)` है तो साम्य पर `PCI_(5)` एवं `CI_(2)` की सान्द्रताएँ क्या होगी ? `PCI_(2)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)`

Answer» `PCI_(5)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)`
चूँकि `PCI_(3)(g)` तथा `CI_(2)(g)` के मोलो की संख्या समान है, उनकी साम्यवस्था पर सान्द्रताएँ भी समान होंगी ।
माना की साम्यवस्था पर,
`[PCI_(3)(g)]=[CI_(2)(g)]=x"mol"L^(-1)`
साम्यवस्था पर, `[PCI_(5)]=0.5xx10^(-1)"mo"L^(-1)` (दिया गया है)
`:.K_(c)=([PCI_(3)(g)][CI_(2)(g)])/([PCI_(5)(g)])`
`:. 8.3xx10^(-3)=(x xx x)/(0.5xx10^(-1))`
या `x=(8.3xx10^(-3)xx0.5xx10^(-1))^(1//2)=0.02`
अतः `[PCI_(3)(g)]=(CI_(g)]=0.02"mol"L^(-1)`
49.

अभिक्रिया `H_(2)+I_(2)hArr2HI` में साम्यवस्था पर मिश्रण में `3.0` ग्राम हाइड्रोजन `2.54` ग्राम आयोडीन तथा `128.0` ग्राम हाइड्रोजन पाये गए। इस अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक की गणना कीजिए| `[H=1,I=127]`

Answer» `H_(2)`का अणुभार `=2xx1=2`
`I_(2)` का अणुभार `=2xx127=254`
HI का अणुभार `=1+127=128`
मान लिए की साम्यवास्था पर मिश्रण का आयतन V लीटर है। अतः
`[H_(@)](3.0)/(2xxv)=(1.5)/(V)`
`[I_(2)]=(2.54)/(254xxV)=(1)/(100V)`
`[HI]=(128.0)/(128xxv)=(1)/(v)`
द्रव्य-अनुपाती क्रिया के नियम के अनुसार-
साम्य स्थिरांक `(K_(c))=([HI]^(2))/([H_(2)]xx[I_(2)])=((1)/(V)xx(1)/(V))/((1.5)/(V)xx(1)/(100V))=66.67`
50.

उच्च ताप पर अभिक्रिया `N_(2)+ O_(2)hArr2NO` के लिए साम्य स्थिरांक का मान `6.0xx10^(-4)` है। साम्यवास्था में नाइट्रोजन का सांद्रण `0.10` मोल/लीटर और ऑक्सीजन का सांद्रण `0.20` मोल प्रति लीटर हो तो साम्यवस्था में नाइट्रिक ऑक्साइड का सांद्रण क्या है?

Answer» द्रव्य-अनुपाती क्रिया के नियम के अनुसार -
साम्य स्थिरांक `(K_(c))=([NO]^(2))/([N_(2)]xx[O_(2)])`
प्रश्नानुसार `K_(c)=6.0xx10^(-4),[N_(2)]=0.10"मोल"//"लीटर" "तथा" [O_(2)]=0.020"मोल"//"लीटर"`
`6.0xx10^(-4)=([NO]^(2))/(0.10xx0.020)`
`[NO]=sqrt(6.0xx10^(-4)xx0.10xx0.020)`
`=1.09xx10^(-3)` मोल/लीटर