InterviewSolution
Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 151. |
7caoca8ao |
| Answer» | |
| 152. |
Bastil ka kila par tippni likha |
| Answer» | |
| 153. |
नदियो का क्या लाभ है ? |
|
Answer» Nadiya hamare peene ke paani ke liye istemaal hoti hain Yeh hamari kheti-bhadi me iska ek aham yogdaan hain Nadiyo ka laabh nimnlikhit hain 1) yeh hamare vatawaran me ek aham bhumika nibhati hain |
|
| 154. |
democracy is what |
| Answer» It is the form of government in which the rurals are elected by the people | |
| 155. |
बाबर कोण थे |
| Answer» | |
| 156. |
गैर लोकतांत्रिक शासन वाले देशों के लोगों को किन किन मुश्किलों का सामना करना परता है ने |
|
Answer» Undemocratic country Unlogo ke pass freedom and rights nahi hota hau |
|
| 157. |
Largest planet of solar system |
| Answer» Jupiter is the largwst planet in the solar system | |
| 158. |
Bharat ke uttar medan ka vanan kere |
| Answer» | |
| 159. |
rudivadi kon the? |
| Answer» jo smaj me privartan nhi chahte the. wo rajtantra ke smarthak the.IF IT HELPS U PLEASE GIVE A THANKS PLEASE | |
| 160. |
Harit kranti kise kehte hai |
| Answer» | |
| 161. |
How can we correct our mistake? |
|
Answer» 9th To ask to others |
|
| 162. |
Chart of Major crops of india in English |
| Answer» | |
| 163. |
Eco 11 class questions in books |
| Answer» | |
| 164. |
Solutions of whole book |
| Answer» | |
| 165. |
लोकतांत्रिक क्या है |
|
Answer» किसी भी मुद्दे पर निर्णय होने से पूर्व सदस्यों के बीच में इस पर खुलकर चर्चा होती थी। सही-गलत के आकलन के लिए पक्ष-विपक्ष पर जोरदार बहस होती थी। उसके बाद ही सर्वसम्मति से निर्णय का प्रतिपादन किया जाता था। सबकी सहमति न होने पर बहुमत प्रक्रिया अपनायी जाती थी। कई जगह तो सर्वसम्मति होना अनिवार्य होता था। बहुमत से लिये गये निर्णय को ‘भूयिसिक्किम’ कहा जाता था। इसके लिए वोटिंग का सहारा लेना पड़ता था। तत्कालीन समय में वोट को \'छन्द\' कहा जाता था। निर्वाचन आयुक्त की भांति इस चुनाव की देख-रेख करने वाला भी एक अधिकारी होता था जिसे \'शलाकाग्राहक; कहते थे। वोट देने के लिए तीन प्रणालियां थीं-(1) गूढ़क (गुप्त रूप से) – अर्थात अपना मत किसी पत्र पर लिखकर जिसमें वोट देने वाले व्यक्ति का नाम नहीं आता था।(2) विवृतक (प्रकट रूप से) – इस प्रक्रिया में व्यक्ति संबंधित विषय के प्रति अपने विचार सबके सामने प्रकट करता था। अर्थात खुले आम घोषणा।(3) संकर्णजल्पक (शलाकाग्राहक के कान में चुपके से कहना) - सदस्य इन तीनों में से कोई भी एक प्रक्रिया अपनाने के लिए स्वतंत्र थे। शलाकाग्राहक पूरी मुस्तैदी एवं ईमानदारी से इन वोटों का हिसाब करता था।इस तरह हम पाते हैं कि प्राचीन काल से ही हमारे देश में गौरवशाली लोकतंत्रीय परम्परा थी। इसके अलावा सुव्यवस्थित शासन के संचालन हेतु अनेक मंत्रालयों का भी निर्माण किया गया था। उत्तम गुणों एवं योग्यता के आधार पर इन मंत्रालयों के अधिकारियों का चुनाव किया जाता था।मंत्रालयों के प्रमुख विभाग थे-(1) औद्योगिक तथा शिल्प संबंधी विभाग(2) विदेश विभाग(3) जनगणना(4) क्रय-विक्रय के नियमों का निर्धारणमंत्रिमंडल का उल्लेख हमें अर्थशास्त्र, मनुस्मृति, शुक्रनीति, महाभारत, इत्यादि में प्राप्त होता है। यजुर्वेद और ब्राह्मण ग्रंथों में इन्हें \'रत्नि\' कहा गया। महाभारत के अनुसार मंत्रिमंडल में 6 सदस्य होते थे। मनु के अनुसार सदस्य संख्या 7-8 होती थी। शुक्र ने इसके लिए 10 की संख्या निर्धारित की थी।इनके कार्य इस प्रकार थे:-(1) पुरोहित- यह राजा का गुरु माना जाता था। राजनीति और धर्म दोनों में निपुण व्यक्ति को ही यह पद दिया जाता था।(2) उपराज (राजप्रतिनिधि)- इसका कार्य राजा की अनुपस्थिति में शासन व्यवस्था का संचालन करना था।(3) प्रधान- प्रधान अथवा प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल का सबसे महत्वपूर्ण सदस्य था। वह सभी विभागों की देखभाल करता था।(4) सचिव- वर्तमान के रक्षा मंत्री की तरह ही इसका काम राज्य की सुरक्षा व्यवस्था संबंधी कार्यों को देखना था।(5) सुमन्त्र- राज्य के आय-व्यय का हिसाब रखना इसका कार्य था। चाणक्य ने इसको समर्हत्ता कहा।(6) अमात्य- अमात्य का कार्य संपूर्ण राज्य के प्राकृतिक संसाधनों का नियमन करना था।(7) दूत- वर्तमान काल की इंटेलीजेंसी की तरह दूत का कार्य गुप्तचर विभाग को संगठित करना था। यह राज्य का अत्यंत महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील विभाग माना जाता था।इनके अलावा भी कई विभाग थे। इतना ही नहीं वर्तमान काल की तरह ही पंचायती व्यवस्था भी हमें अपने देश में देखने को मिलती है। शासन की मूल इकाई गांवों को ही माना गया था। प्रत्येक गांव में एक ग्राम-सभा होती थी। जो गांव की प्रशासन व्यवस्था, न्याय व्यवस्था से लेकर गांव के प्रत्येक कल्याणकारी काम को अंजाम देती थी। इनका कार्य गांव की प्रत्येक समस्या का निपटारा करना, आर्थिक उन्नति, रक्षा कार्य, समुन्नत शासन व्यवस्था की स्थापना कर एक आदर्श गांव तैयार करना था। ग्रामसभा के प्रमुख को ग्रामणी कहा जाता था।सारा राज्य छोटी-छोटी शासन इकाइयों में बंटा था और प्रत्येक इकाई अपने में एक छोटे राज्य सी थी और स्थानिक शासन के निमित्त अपने में पूर्ण थी। समस्त राज्य की शासन सत्ता एक सभा के अधीन थी, जिसके सदस्य उन शासन-इकाइयों के प्रधान होते थे।एक निश्चित काल के लिए सबका एक मुख्य अथवा अध्यक्ष निर्वाचित होता था। यदि सभा बड़ी होती तो उसके सदस्यों में से कुछ लोगों को मिलाकर एक कार्यकारी समिति निर्वाचित होती थी। यह शासन व्यवस्था एथेन्स में क्लाइस्थेनीज के संविधान से मिलती-जुलती थी। सभा में युवा एवं वृद्ध हर उम्र के लोग होते थे। उनकी बैठक एक भवन में होती थी, जो सभागार कहलाता था।एक प्राचीन उल्लेख के अनुसार अपराधी पहले विचारार्थ \'विनिच्चयमहामात्र\' नामक अधिकारी के पास उपस्थित किया जाता था। निरपराध होने पर अभियुक्त को वह मुक्त कर सकता था पर दण्ड नहीं दे सकता था। उसे अपने से ऊंचे न्यायालय भेज देता था। इस तरह अभियुक्त को छः उच्च न्यायालयों के सम्मुख उपस्थित होना पड़ता था। केवल राजा को दण्ड देने का अधिकार था। धर्मशास्त्र और पूर्व की नजीरों के आधार पर ही दण्ड होता था।देश में कई गणराज्य विद्यमान थे। मौर्य साम्राज्य का उदय इन गणराज्यों के लिए विनाशकारी सिद्ध हुआ। परन्तु मौर्य साम्राज्य के पतन के पश्चात कुछ नये लोकतांत्रिक राज्यों ने जन्म लिया। यथा यौधेय, मानव और आर्जुनीयन इत्यादि।प्राचीन भारत के कुछ प्रमुख गणराज्यों का ब्योरा इस प्रकार है:-शाक्य- शाक्य गणराज्य वर्तमान बस्ती और गोरखपुर जिला (उत्तर प्रदेश) के क्षेत्र में स्थित था। इस गणराज्य की राजधानी कपिलवस्तु थी। यह सात दीवारों से घिरा हुआ सुन्दर और सुरक्षित नगर था। इस संघ में अस्सी हजार कुल और पांच लाख जन थे। इनकी राजसभा, शाक्य परिषद के 500 सदस्य थे। ये सभा प्रशासन और न्याय दोनों कार्य करती थी। सभाभवन को सन्यागार कहते थे। यहां विशेषज्ञ एवं विशिष्ट जन विचार-विमर्श कर कोई निर्णय देते थे। शाक्य परिषद का अध्यक्ष राजा कहलाता था। भगवान बुद्ध के पिता शुद्धोदन शाक्य क्षत्रिय राजा थे। कौसल के राजा प्रसेनजित के पुत्र विडक्घभ ने इस गणराज्य पर आक्रमण कर इसे नष्ट कर दिया था।लिच्छवि- लिच्छवि गणराज्य गंगा के उत्तर में (वर्तमान उत्तरी बिहार क्षेत्र) स्थित था। इसकी राजधानी का नाम वैशाली था। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बसाढ़ ग्राम में इसके अवशेष प्राप्त होते हैं। लिच्छवि क्षत्रिय वर्ण के थे। वर्द्धमान महावीर का जन्म इसी गणराज्य में हुआ था। इस गणराज्य का वर्णन जैन एवं बौद्ध ग्रंथों में प्रमुख रूप से मिलता है। वैशाली की राज्य परिषद में 7707 सदस्य होते थे। इसी से इसकी विशालता का अनुमान लगाया जा सकता है। शासन कार्य के लिए दो समितियां होती थीं। पहली नौ सदस्यों की समिति वैदेशिक सम्बन्धों की देखभाल करती थी। दूसरी आठ सदस्यों की समिति प्रशासन का संचालन करती थी। इसे इष्टकुल कहा जाता था। इस व्यवस्था में तीन प्रकार के विशेषज्ञ होते थे- विनिश्चय महामात्र, व्यावहारिक और सूत्राधार।लिच्छवि गणराज्य तत्कालीन समय का बहुत शक्तिशाली राज्य था। बार-बार इस पर अनेक आक्रमण हुए। अन्तत: मगधराज अजातशत्रु ने इस पर आक्रमण करके इसे नष्ट कर दिया। परंतु चतुर्थ शताब्दी ई. में यह पुनः एक शक्तिशाली गणराज्य बन गया।वज्जि- लिच्छवि, विदेह, कुण्डग्राम के ज्ञातृक गण तथा अन्य पांच छोटे गणराज्यों ने मिलकर जो संघ बनाया उसी को वज्जि संघ कहा जाता था। मगध के शासक निरन्तर इस पर आक्रमण करते रहे। अन्त में यह संघ मगध के अधीन हो गया।अम्बष्ठ- पंजाब में स्थित इस गणराज्य ने सिकन्दर से युद्ध न करके संधि कर ली थी।अग्रेय- वर्तमान अग्रवाल जाति का विकास इसी गणराज्य से हुआ है। इस गणराज्य में सिकंदर की सेनाओं का डटकर मुकाबला किया। जब उन्हें लगा कि वे युद्ध में जीत हासिल नहीं कर पायेंगे तब उन्होंने स्वयं अपनी नगरी को जला लिया।इनके अलावा अरिष्ट, औटुम्वर, कठ, कुणिन्द, क्षुद्रक, पातानप्रस्थ इत्यादि गणराज्यों का उल्लेख भी प्राचीन गंथों में मिलता है। लोकतंत्र (शाब्दिक अर्थ "लोगों का शासन", संस्कृत में लोक, "जनता" तथा तंत्र, "शासन",) या प्रजातंत्र एक ऐसी शासन व्यव व्यवस्था और लोकतांत्रिक राज्य दोनों के लिये प्रयुक्त होता है। यद्यपि लोकतंत्र शब्द का प्रयोग राजनीतिक सन्दर्भ में किया जाता है, किन्तु लोकतंत्र का सिद्धान्त दूसरे समूहों और संगठनों के लिये भी संगत है। मूलतः लोकतंत्र भिन्न भिन्न सिद्धान्तों के मिश्रण से बनते हैं, पर मतदान को लोकतंत्र के अधिकांश प्रकारों का चरित्रगत लक्षण माना जाता है। |
|
| 166. |
क्या सामाजिक विज्ञानं से इतिहास का कोई चैप्टर रिमूव किया गया है कृपया जानकारी दे |
| Answer» | |
| 167. |
Answer ch1 |
| Answer» | |
| 168. |
Atank kal aur usmai robespair dovara nibai gai bumika ka varnan |
| Answer» | |
| 169. |
What is tithe and what is livre |
|
Answer» Tithe was the annual produce or earning formerly paid as the tax for the support of church by clergy.Livre was the currency of France. These are the taxes paid by third estate of france to first and second estate Tithe was the tax collected by nobles and clergies from common. Livre was old currency of the France. ??? |
|
| 170. |
Hindi man chapter |
| Answer» | |
| 171. |
Hvhvjj |
| Answer» | |
| 172. |
Who was the ruler of russia in 1948, in1928 |
| Answer» | |
| 173. |
Gfjvkkj |
| Answer» | |
| 174. |
Robesphere ke rajya ko "aatnk ka rajya" kyon kehte hai? |
| Answer» | |
| 175. |
Which two penensular river flow throughtrug |
| Answer» i think Tapi and mardava | |
| 176. |
Robesphere ke rajya ko aatank ka rajha kyon kehte hai |
| Answer» | |
| 177. |
Jal vibhajak ka kare kiya hai |
| Answer» | |
| 178. |
What is loktantr and why |
| Answer» Logo dwara Chalae Jane Wale shaansan ko Loktantr Kehte hain .Isme Janta Apne chune gaye Pratinidhiyon dwara Desh par Sasan karti hai | |
| 179. |
सिंचाई के क्या स्रोत हैं |
| Answer» Rain | |
| 180. |
\'अहिंसा कायरता तो नहीं ?’ -उदाहरण सहित अपने विचार लिखिए । |
| Answer» यथद | |
| 181. |
https://goo.gl/search/HindiHindi, Indian languageFrance ki Arthik rajnitik Karan kya tha |
| Answer» | |
| 182. |
गुरुगोविन्द सिंह का वध कब हुआ था |
| Answer» Guru gobind singh ji ka vadh nhi hua tha | |
| 183. |
अंग्रेज भारत छोड़ो किसने नारा दिया था |
|
Answer» Mahatma Gandhi ??? Mahatma Gandhi Mahatma Ghandhi |
|
| 184. |
Why unemployment is increasing in India |
| Answer» The biggest reason for unemployment is population increasing in india.The population is increasing in india that\'s why some people do not get jobs. | |
| 185. |
Hydrozen ka formuka |
|
Answer» H2o H H²0 |
|
| 186. |
Write five demerits of democracy |
| Answer» | |
| 187. |
रूस का समराट कौन था |
| Answer» Hitler | |
| 188. |
CBSE CLASS 9 NOTES |
| Answer» | |
| 189. |
Where is waterloo |
| Answer» | |
| 190. |
Paschim ghat aur purvi ghat mein antar bataiye |
| Answer» | |
| 191. |
How many chapters are coming in first term in all subjects |
| Answer» | |
| 192. |
Bastil Ka kila |
| Answer» Bastille Ka Kila France Mein Paris Nagar Mein Tha | |
| 193. |
Himachal ki sabse lambi nadi koun si hai |
|
Answer» Sindhu Indus |
|
| 194. |
CBSE CLASS 9 SOCIAL SCIENCE NOTES IN HINDI MEDIUM |
| Answer» | |
| 195. |
Franchise Revolution |
| Answer» | |
| 196. |
Write about the whole chapter of nazi |
| Answer» | |
| 197. |
Give the brief description ok king Louis 16 |
| Answer» (i) Louis XVI was from the Bourbon family of kings, who ascended the throne of France In 1774.(ii) He was 20 years old when he got married to the Austrian princess Marie Antoinette.(iii) Under Louis XVI, France helped the thirteen American colonies to gain their independence from the common enemy, Britain. | |
| 198. |
Luios 16 |
| Answer» | |
| 199. |
Where are s.st sample paper |
| Answer» | |
| 200. |
Question no. 1 |
| Answer» Tehy8 | |