This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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प्रस्तुत वाक्यों में रस पहचानें।see the attached image and answer only when you are sure. Also the source of your answer if any. |
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Hindi ke is dohe ka kya Arth Hai Rahiman dhaaga Prem Ka Mat Todo chatkay Tute se Fir Na Jude Jude ganth Pad Jaaye |
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Latter Ka new format |
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Answer» SENDER's Address Date Salutation Subject Body Your's faithfully Sender's INTRO |
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Vakyon ko shuddh karke likhiye. |
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Answer» Hye ♥♥ Here is the answer. |
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Please make 5 sentences if know sanskrit |
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Answer» i m gonna TYPE in english
Ok gurl i hope this helps |
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Vilom Shabd likhiye nikrist |
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Answer» anikshit is the VILOM of nikshit |
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difference between anishchit sankhyavachak visheshan and anishchit parimanvachak visheshan in hindi . Explain in hindi with good examples. |
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Answer» Answer: 1 .संख्यावाचक विशेषण (SANKHYA VACHAK VISHESHAN): संख्या संबंधी विशेषता बताने वाले शब्दों को संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं: निश्चित संख्यावाचक विशेषण: जहाँ संख्या निश्चित हो, जैसे तीन कलम , चार किताब। अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण: जहाँ संख्या अनिश्चित हो जैसे सैंकड़ों छात्र, अनेक बालक । 2. परिमाणवाचक विशेषण (Parinam Vachak Visheshan): वह विशेषण जो अपने विशेष्यों की निश्चित या अनिश्चित मात्रा का बोध कराए, परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं । इसके दो भेद होते हैं निश्चित परिमाणवाचक विशेषण:- जहाँ नाप, तोल या माप निश्चित हो, जैसे एक किलो दाल, दो मीटर कपडा । अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण: :- जहाँ नाप, तोल या माप अनिश्चित हो जैसे कुछ पैसे, थोड़ी नमकीन । please MARK it as BRAINLIEST |
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Vilom Shabd likhiye bahusankhyak |
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Answer» बहुसंख्यक = अल्पसंख्यक |
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अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य कोप्रापना पऋ लिखिए जिसमें पुस्तकालय में हिंदी की पत्रिकाओं का समुचित प्रबंधकराने क अनुरोध किया गया हो |
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Answer» जीवन हमेशा एक-सा नहीं रहता। परिवर्तन को स्वीकार कर ही हम अपनी हताशा-निराशा से उबर सकते हैं और समय के साथ चलकर अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं...क धनी व्यक्ति को व्यवसाय में बड़ा नुकसान उठाना पड़ा। उसे लगने लगा कि उसकी जिंदगी में घटाटोप अंधेरा भर गया है। उसके मन में आत्महत्या का विचार उपजा। वह जैसे ही नदी में कूदने जा रहा था, किसी ने उसे पीछे से पकड़ लिया। वह कोई मुसाफिर था। आत्महत्या करने की कोशिश करने वाला व्यक्ति फूट-फूट कर रोने लगा, 'आपने मुझे क्यों बचा लिया, ऐसी जिंदगी से मर जाना ही अच्छा है।' उस व्यक्ति की पूरी कहानी सुनकर मुसाफिर बोला, 'तुम यह मानते हो कि पहले तुम सुखी थे?' वह व्यक्ति बोला, 'हां, मेरी जिंदगी में उजाला ही उजाला था, लेकिन अब अंधेरे के सिवा कुछ नहीं बचा।' मुसाफिर ने कहा, 'क्या तुम नहीं जानते कि दिन के बाद रात ही आती है और रात के बाद दिन ही आता है?' वह व्यक्ति बोला- 'यह तो सभी लोग जानते हैं।''जानते हो तो आत्महत्या क्यों कर रहे थे? तुमने जब सुखी जीवन को स्वीकार किया, तो अब दुखी जीवन को क्यों स्वीकार नहीं करते। जबकि तुम्हें पता है इस रात के बाद फिर दिन ही आना है।'परिवर्तन प्रकृति का नियममहान दार्शनिक अरस्तू ने कहा है, परिवर्तन प्रकृति का नियम है। हम प्रकृति के इस नियम को जब भी मानने से इनकार करने लगते हैं, तब हम दुखी होते हैं, अवसाद से घिर जाते हैं। हमें स्वीकारना होगा कि जब अच्छे दिन स्थायी नहीं रहते, तो बुरे दिन भी नहीं रहेंगे। जो व्यक्ति इस सत्य को जान लेता है, वह कभी निराश-हताश नहीं होता। उसका कर्मशील जीवन मजबूत होकर सामने आता है।गतिशीलता से होगा विकासदरअसल, परिवर्तन को स्वीकारना ही हमें गतिशील बना सकता है। हम समय की ऐसी रेलगाड़ी के साथ-साथ चल रहे हैं, जिसमें रुकने का मतलब पिछड़ जाना होता है। जीवन के सफर का वास्तविक आनंद हम तभी उठा सकते हैं, जब हम समय के साथ चलें, पुराने स्टेशनों (जड़ रीति-रिवाजों और पुरानी अवधारणाओं) को छोड़ते जाएं और नए स्टेशनों (समय के अनुकूल नवीनता) को अपनाते जाएं। परिवर्तन शाश्वत है। समय के साथ किसी भी वस्तु, विषय और विचार में भिन्नता आती है। मौसम बदलते हैं। मनुष्य की स्थितियां बदलती हैं। समय के साथ उत्तरोत्तर बदलने को ही विकास कहा जाता है। यदि हम बदलाव से मुंह चुराएंगे, तो हमारा विकास नहींहो सकेगा।सड़ जाता है ठहरा जलवैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो संसार में कोई भी पदार्थ नहीं, जो स्थिर रहता है। उसमें कुछ न कुछ परिवर्तन सदैव होता रहता है। इसी तरह समाज में भी परिवर्तन होता है। समाज शास्त्री मैकाइवर का कहना है कि समाज परिवर्तनशील है। यदि हम समाज में निरंतरता को बनाए रखना चाहते हैं तो हमें यथास्थिति को छोड़ अपने आचार-व्यवहार को परिवर्तनोन्मुख बनाना ही होगा। तभी हमारी प्रगति संभव है। इसके उलट, यदि हम परिवर्तन को स्वीकार नहीं करते, तो हम रूढि़वादी हो जाते हैं। ठहरे हुए जल की तरह, जिसका सड़ना निश्चित है। रूढि़वादी लोग स्त्री स्वतंत्रता, समान अधिकार, स्त्रियों की शिक्षा आदि शुभ परिवर्तनों को स्वीकार नहीं कर पाते और अंदर ही अंदर दुखी होकर स्वयं को जलाते रहते हैं।मुश्किलों से आती है ऊर्जापरिवर्तन को स्वीकारना साहस का काम है। क्योंकि इसके लिए गतिशील-कर्मशील होना होगा, जीवन में आई मुश्किलों से संघर्ष करना होगा। संघर्ष ही हमारे जीवन में विकास के बीज बोता है। एक लोक कथा है। एक बार एक किसान भगवान से नाराज हो गया कि वे कभी बारिश-ओले से फसल चौपट कर देते हैं, तो कभी तूफान से। उसने भगवान से प्रकृति का संचालन एक साल के लिए अपने हाथ में ले लिया। उसकी फसलों के लिए जितनी जरूरत थी, किसान ने उतना पानी बरसाया। तूफान आने नहीं दिया। जब धूप की जरूरत हुई तो सूरज चमका दिया। उसने फसल के हर खतरे को रोक दिया। सचमुच गेहूं की फसल बहुत अच्छी हुई। बड़ी-बड़ी बालियां लग गईं, लेकिन जब फसल काटी गई, तो पता चला कि बालियों के अंदर गेहूं के दाने तो थे ही नहीं। फिर किसान भगवान से बोला, 'भगवन, यह आपने क्या किया।' भगवान ने कहा, 'जो किया, तुमने ही किया। बालियों में बीज इसलिए नहीं आए, क्योंकि पौधों को तुमने चुनौती दी ही नहीं। उनके पास कोई संकट नहीं था। गेहूं के पौधे संघर्ष की अपनी ताकत खो चुके थे। ऐसे में उनकी सृजनात्मकता भी खो चुकी थी।'जीवन का स्वादइसी तरह हमारे जीवन में जो विपरीत परिस्थितियां आती हैं, वे ही हमारे विकास और सृजनात्मकता में सहायक बनती हैं। बस, हमें बिना आपा खोए उनसे संघर्ष करना चाहिए। अगर हम यह चाहते हैं कि हमारे जीवन में अच्छा ही घटित होता रहे और बुरा कुछ भी न हो, तो यह अच्छा भी बुरा लगने लगेगा। जीवन में दुख और सुख दोनों ही आते हैं। हम हमेशा मीठा ही खाते रहें, तो उससे ऊब जाएंगे। लेकिन यदि नमकीन खाने के बाद मीठा खाएंगे, तो वह ज्यादा स्वादिष्ट लगेगा। इसलिए जीवन में आए परिवर्तनों को स्वीकारें और जीवन के स्वाद का पूरा आनंद लें। |
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भ्रमरगीत की विशेषताएँ लिखिए ।(class 10 surdas) |
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Answer» पदों में रूपक उत्प्रेक्षा अलंकार ओं का प्रयोग किया है। वियोग श्रृंगार रस का चित्रण विशेष रूप से उल्लेखनीय है । गोपिया उनकी वाकपटुता, व्यंग्यात्मक है। ब्रज भाषा का प्रयोग हुआ है। |
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HOMOPHONES MEANING IN HINDI. NO SPAMMING PLEASE . TOMORROW I AM HAVING MY EXAM |
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Answer»
homophones Matlab EK jese word jinke do meaning hote he jese : UDAR,udhar prepare well BEST OF LUCK |
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Vilom Shabd likhiye Ghatak |
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Answer» Explanation: |
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I need the answer fast please friends |
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Answer» वीर+उचित = वीरोचित, पीत+अम्बर =पीताम्बर |
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Speech on artificial intelligence in hindi |
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Answer» A.i is KNOWN as the FIFTH GENERATION of COMPUTER |
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Summary of the poem parvath Pradesh maim pavas |
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Answer» hope U ADJUST with the handwritings...,,, all the best for ur Hindi EXAMS....!!!!,, |
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1. पृथ्वी दिवस' पर बेहतर भविष्य बनाने हेतु 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए। |
Answer» पृथ्वी दिवस पर बेहतर भविष्य बनाने के लिए जो बातें हमें ध्यान में रखनी चाहिए वे निम्नलिखित हैExplanation: हमारे सभी ग्रहों में से पृथ्वी एक ऐसा ग्रह है जहां पर जिंदगी है जहां पर पहाड़ झरने नदी कई सारे पेड़ पौधे कई सारे जंतुओं और बहुत सारे लोग पाए जाते हैं इंसान भी पाया जाता है जहां पर कई किसम की प्रजातीय भी पायी जाती है | हमारे सभी ग्रहों में पृथ्वी एक ऐसा ग्रह जहां पर नदी पहाड़ वन जीव जंतु प्रजातियां और मनुष्य के लिए जीवन पाया जाता है मनुष्य के जीवन के लिए उचित वातावरण होता है फिर भी हम इन सभी चीजों की परवाह किए बिना अपने लालच में आकर हम दूसरे जीव-जंतु पेड़-पौधे और कई सारे प्राकृतिक वातावरण को नुकसान पहुंचाने में लग जाते हैं और इस तरीके से इस समस्या को दूर करने के लिए अपने दिनों में एक दिन पृथ्वी दिवस के रूप मे मनाते हैं | इस पृथ्वी दिवस पर हम लोगों को जागरूक करते हैं हम पृथ्वी के महत्व के बारे में बताते हैं कि यह हमारे जीवन के लिए कितना महत्वपूर्ण है अगर हम किसी जीव जंतु या किसी भी दूसरे या दूसरे जीवो को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए उनको नुकसान पहुंचाने से या अपने आप को नुकसान पहुंचाने से अप्रत्यक्ष रूप से हमारी पृथ्वी को ही नुकसान होता है जिस पर हम सब रहते हैं पृथ्वी दिवस पर हमें लोगों को जागरूक करना चाहिए कि हम पृथ्वी के महत्व के बारे में समझें और इसमें जो भी प्राकृतिक चीजें हैं उनके संरक्षण के बारे में सोचें ताकि हमारे जीवन पर बना रहे और पृथ्वी कैसा अनोखा ग्रह है जहां पर जीवन बहुत ही संभव है जहां पर बहुत सारे तरीके के जीव जंतु रहते हैं | |
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रोहित - कैसे हो राहुलराहुल - मैं ठीक हूं और तुम कैसे हो रोहित - मैं ठीक हूं राहुल - आज तो गणतंत्र दिवस है नारोहित - हां मैं तो भूल गया था मुझे भी तैयारियां करनी हैराहुल - हां मुझे भी करनी हैरोहित - अब मैं घर जाता हूंराहुल - ठीक है translate in English |
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Answer» Answer: Rohit: How are you RAHUL? Rahul: I am FINE. What about you? Rohit: I am fine. Rahul: Today is Republic day, isn't it? Rohit: Oh I FORGOT about it. I have to do some preparation. Rahul: I also have to do some preparation. Rohit: Now, I'm GOING home. Rahul: OKAY |
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बडे भाई सहब lesson का सार लिखीये। class 10 chaper 1 hindi |
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Answer» Answer: hyeeee dude ✌️✌️✌️ye kon SA CHAPTER H |
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Samwad naye vidhayalay me do bachche k bich |
| Answer» | |
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Ghar mein badho daam se Kabir ka kya aashay hai |
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Answer» hijjhibjlivylgu highjkxrsxfjkfjjjvuyc U |
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*૮= આ ઈનપુટ ઉપર પ્રક્રિયા કરીને ઉપયોગક્તને પરિણામ આપે છે. આ પરિણામનેસામાં આવે છે. કયૂટર આ ડેટા, સૂચનાઓ અને ગણતરી કર્યા પછીનાં પરિણામનો મેમરીમ૧ ફરી ઉપયોગ કરવા માટે યાદ રાખી શકે છે. કયૂટરની કાર્યપદ્ધતિનો આ સરળ પ્રવાહ આકૃતિ 1.1InputTakes data andInstructions fromusersProcessRemembers dataand executesinstructionsOutputPresents resultsto the usersઆકૃતિ 1.1 : લાક્ષણિક કયૂટરની કાર્યપદ્ધતિs, આપણે કમ્યુટરનો ઉપયોગ કરીએ, ત્યારે દરેક સમયે એ જરૂરી નથી કે કયૂટરને ફરી બધી રેઅને વિપુલ પ્રમાણમાં ડેટા ફરી એન્ટર કરવો પડે. આપણે ડેટા અને સૂચનાઓને કયૂટરની અંદકરી શકીએ છીએ કે જેથી તે મશીન (કમ્યુટર) સમજી શકે, એટલે કે, કયૂટર વાંચી શકે તેin linTinge), સુચનાઓનો સંગ્રહ કોઈ કાર્યના પુનરાવર્તન માટે ઉપયોગી બને છે. |
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Answer» ANSWER:I can't UNDERSTAND the language. Explanation: |
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आकछात्रोपयोगी सहायक सामग्रीकक्षा 10हिन्दीसत्र: 2018-19 |
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Answer» भाई मुझे QUESTION ही समझ मे नही आया । |
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(3) निम्नलिखित सामासिक शब्द का विग्रह करके उसका प्रकार लिखिए ।सत्यशोधक। |
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Answer» सत्य की शोधक - संबंध तत्पुरुष. |
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Summary of the poem thop by viren dangvaal |
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Answer» MARK as BRAINLIEST ✨✨✨✨✨ |
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NOWLEDGE। इनमें से कौन सी गेहूं की उच्च पैदावार देनेवाली बीज-किस्म है, जिसका भारत की हरितक्रांति में योगदान था? |
| Answer» | |
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(५) शाळेत येताना दोन मित्रांमधील शब्दकोशासंबंधी संवाद लिही। |
| Answer» | |
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Birsa Munda ka sambandh kis Rajya se hai?1)Madhya Pradesh 2)Chattisgarh3)Bihar4)Jharkhand |
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Answer» BIRSA MUNDA ka sambhandh kis Rajya SE HAI? Answer- Option 4 JHARKHAND |
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3. निम्नलिखित शब्दों में से अनुस्वार और अनुनासिक वाले शब्द अलग-अलग लिखिए-गया, मा, पाँच, वंचित, हूँ, माँगने, पांडव, शांत, बाँध, संहारक, संसार, जाऊंगा। |
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Answer» वंचित , पांडव ,शांत , संहारक,संसार, जाऊंगा।ye sab अनुस्वार HAIN . tumne गया, मा inme bindi ni lagayi PEHLE btao konsi bindi h inme . baki jw bache hue anunasik h . अं बिंदी वाले शब्द अनुस्वार होते हैं। अँ जहाँ पर ईस बिंदी का use hoh ta h wo अनुनासिक hote h . |
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Summary of the poem Kabir ke dhohe |
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Answer» MARK as BRAINLIEST ✨✨✨✨ |
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अपने क्षेत्र की नालियों तथा सड़कों की समुचित सफाई न होने परस्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र लगभग 80-100 शब्दों में लिखिए ।अथवा |
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Answer» सेवा में, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी , नगर निगम , शिमला । दिनांक : 12-02-2017 शिमला 171001 विषय : क्षेत्र की नालियों तथा सड़कों की समुचित सफाई ना होने पर स्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र | महोदय, सविनय निवेदन यह है कि मेरा नाम अजय कुमार है | मैं सी.पी.आर.आई कॉलोनी कनलोग में रहता हूँ| मैं आपको अपने क्षेत्र की सफाई संबंधी दुर्व्यवस्था के बारे में बताना चाहता हूँ| क्षेत्र की गली की नालियों तथा सड़कों में कूड़ा-करकट, मलबे आदि के ढेर लगे रहते हैं और गंदा पानी बहता रहता है| इन पर मच्छर-मक्खियां मंडराते रहते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। हमारे कॉलोनी में सफाई हेतु नगर निगम का कोई सफाई-कर्मचारी काम पर नहीं आता है। अतः प्रार्थना है कि हमारे कॉलोनी की इस दुरवस्था पर ध्यान देते हुए इसे यथाशीघ्र सुधारने का प्रयत्न आरम्भ किया जाए जिससे समस्याओं को और अधिक बढ़ने से रोका जा सके । धन्यवाद। भवदीय, अजय कुमार सी.पी.आर.आई कॉलोनी शिमला | READ more on Brainly.in - brainly.in/question/13096155#readmore |
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Plz tell the answer .रेखांकित वाक्य में कौन सा उपवाक्य होगा? |
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Answer» Answer: ISME kriyavisheshan upvakya hoga kyoki ye na hi (ki)se shuru ho rhaa hai SIR na hi(ho)se to ab samajh me AAYE to ISE brainliest mark kr DENA please Explanation:yahi sabse satik answer hai |
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The given figure is a semicircle with 12 cm diameter. Find out its circumference.12 cm5. The radius of a circular pond is 28 m. A path of 1.4 m width is present around it. Find38 |
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Answer» Answer: circumference of semi CIRCLE =12+132/7=30.8cm |
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मास्टर जी की आवाज अब क्रम उतयी थी वे रेलमाडी के बार मैं बता रहा थे |
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Answer» KAUN SI CLASS KA question HAI ye I don't understand this question |
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Kon konse ras hindi se hataye gaye hai |
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कित पदों का परिचय लिखिए -प्रतिदिन राष्ट्रीय ध्वज विद्यालय में फहराया जाता है |
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Answer» Answer: pratidin = kalvachak kriya vesheshan rashtriya dhuaj= sangya, jativachak sangya vidyalaya MEIN = sangya, jativachak sangya, adhikaran karak fahraya JATA hai = kriya, SAKARMAK kriya . . Baki AP pulling ,streeling ek VACHAN vagaira khud likh lena |
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वर्तमान युग में अस्पतालों की बढ़ती उपयोगिता |
| Answer» | |
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(ii) अर्थ के आधार पर वाक्य परिवर्तन कीजिए :थोड़ी बातें हुईं। (निषेधार्थक वाक्य) |
| Answer» | |
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5 sentences on rainbow in hindi |
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Answer» Answer: HEY MATE HERE'S YOUR ANSWER GIVENExplanation:
इन्द्रधनुष (RAINBOW) आम तौर पर वर्षा के बाद दिखाई देता है इसे अंग्रेजी में रेनबो (Rainbow) के नाम से भी पुकारा जाता है। आकाश में इन्द्रधनुष का बनना बारिश की बूदों का कमाल होता है बारिश के मौसम में यहीं बूंदे एक प्रिज्म का काम करती हैं एक प्रिज्म में देखने पर सूर्य की किरणें सात COLORS में दिखाई देती हैं रोज़ाना जो हम सूर्य की रोशनी देखते हैं वो सफ़ेद नहीं होती बल्कि वह सात रंगों से मिलकर बनी होती हैं परन्तु बारिश के मौसम में यह हमें सातरंगों में दिखाई देने लगती है । PLZ MARK AS BRAINLIST |
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Hindi ka CBSE ka syllabus 10 class ka board ka |
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Answer» no yrrr mara pas nahi HA hindi ka syllabus ma or ma ORIYA LIYA tha yrrr |
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Katha lekhan in hindi on any topic |
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Answer»
kashtache PHAD.... एक म्हातारा शेतकरी होता. त्याला पाच तरूण मुलं होती. पण ती आळशी होती. कष्ट करणे त्यांना अजिबात माहिती नव्हते. फक्त वडिलांच्या पैशांवर मजा मारणे एवढेच त्यांचे काम. त्यांचे वडील मात्र फार कष्ट करत. मुलांच्या आळशीपणामुळे त्यांच्या मनात विचार यायचा, की आपण गेल्यानंतर यांचे काय होणार. त्यांचा संसार कसा उभा रहाणार ? शेवटी त्यांना एक कल्पना सुचते. ते एके दिवशी आपल्या पाचही मुलांना बोलावतात व सांगतात की आपल्या पूर्वजांनी या शेतात सोन्यांच्या नाण्यांचा हंडा पुरला आहे. मी उद्या गावाला गेल्यावर तुम्ही शेत खणा व ते धन काढून पाचही जणांत वाटून घ्या. दुसर्या दिवशी तो शेतकरी गावी गेल्यानंतर या पाच जणांनी सोन्याच्या हंड्यासाठी सर्व शेत खणून काढले. पण त्यांना काही तो हंडा सापडला नाही. मग त्यांनी विचार केला की एवढे खणले आहे तर येथे धांन्य पेरावे. म्हणून त्यांनी तेथे धांन्य पेरले. त्या हंगामात चांगला पाऊस पडला. त्यामुळे त्यांना भरघोस उत्पन्न मिळाले. ते त्यांनी बाजारात विकले. त्यांना भरपूर धन मिळाले. परगावाहून जेव्हा त्यांचे वडील आले, तेव्हा या पाच मुलांनी ते गेल्यानंतर काय झाले ते सांगितले. तेव्हा ते म्हणाले, 'मी तुम्हाला ज्या धनाची गोष्ट करत होतो ते हेच धन. जर तुम्ही अशीच मेहनत दररोज केलीत, तर तुम्हाल दरवर्षी असे धन मिळेल. उपदेश- कष्टाचे फळ गोड असते. |
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Nagarjun Kavita ka bhavarth |
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Answer» Tulsi dash Explanation: |
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letter on aapki Chhoti bahan chhatrawas mein rahakar padhati hai use Samay ka mahatva batata hua letter likha hindi ma |
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Answer» EXPLANATION:Step-by-step |
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नागार्जुण कविता का भावाथ class 10 |
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Answer» ये फसल कविता का भावार्थ है। Explanation: PLZ MARK as BRAINLIEST.... |
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Paryavarnache bhaan thevun hodi saajri kara 2 to 3 sentences |
| Answer» | |
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नेम्न समस्त पदो का विग्रह करके समास का नाम लिखिए। 1. विद्यार्जन 2. संतोषधन |
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Answer» विद्या को अर्जित करनेवाले संतोष रूपी धन |
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