This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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अफना की फनी खूबियों को वाजिब कीजिए उर्दू में आंसर |
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Answer» मैं उर्दू नहीं जानता हूं इसीलिए मैं आपको सवाल का जवाब नहीं दे सकता |
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ख्याल का आविष्कार किसने किया था |
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Answer» माना जाता है कि ख़याल गायकी का अविष्कार 12वीं शताब्दी में महान संगीतकार और कवि हजरत अमीर खुसरो ने किया था. |
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Vigyan ke chamatkar par nibandh in 100 words In Hind |
| Answer» | |
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निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए दिए गए विकल्पों में से पट जास्त गोरा चाला-अतुलनीय(क) जिसकी उपमा न हो-• अत्युत्तम(ख) जिसका अंत न हो-• अंतत:• अकथनीय(ग) जो कहा न जा सके-• अवर्णनीय.• सच्चरित्र(घ) अच्छे आचरण वाला-सदाचारीशिवित शब्दों के लिए दिए गए विकल्पों में से उचित वाक्यांश पर सही जर |
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Answer» मुझे नहीं पता सॉरी आप मुझे क्यों पूछ रहे हो आंसर |
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तुम्हें हमारे यहां काम करते हुए – – –1 pointतीन महीने हुए हैं।दो वर्ष हुए हैं।दो महीने हुए हैं। |
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Answer» तीन महीने हुए हैं।....... PLZ mark me as brainlist becoz i NEED only ONE brainliest PINT to MOVE further |
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फपु.जातिHarichसंज्ञा कापयोग त्यति वायकघेता है?रूपमेंकबउदारणदकरस्पन्नकरेजातिवाचक संज्ञा का प्रयोग व्यक्तिवाचक संज्ञा के रूप में कब होता है उदाहरण देकर स्पष्ट करें |
| Answer» | |
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लाख की चूड़ियां कैसे बनती है |
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Answer» लाख की चूड़ियाँ लाख नामक पदार्थ से बनती हैं। पहले लाख को गर्म करके पिघलाया जाता है। फिर लकड़ी की चौखट पर उसे सलाख के समान पतला करके चूड़ी का आकार दिया जाता है। तत्पश्चात् गोल बेलन जैसे गुटके मैं डालकर उन्हें सही आकार देकर रंगा जाता है । |
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Hey guys plz ans me nd plz no spamming this time plz guys kbhi toh rehm kr Liya kro plz ans it if u know ,else don't |
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Answer» हमारा रहने का तरीका बताता है कि हम किस तरह से कामकाज करते हैं और यह भी बताता है कि हमारे संस्कार कैसा है मानव जीवन को हमेशा अपना जीवन और संस्कार अच्छे रखनी चाहिए जिससे वह आगे की तरक्की अच्छा कर सके |
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3. Mention to demands made by passengers when the bus stoppest? |
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Answer» ok will surely do that. |
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Explain the chapters |
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Answer» which chapter you cannot MENTION the chapter name hope you understand what i am trying to TELL
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Aatamnirbhar bharat how can role the students in income of national |
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Answer» Answer: PLZE MARK it as brainliest answer... Explanation: CHECK from google... |
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Tmhre bhai ki maa ke bete ki patni tmhri bhabhi ni h to kya h |
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Answer» तुम्हारे भाई की माँ के बाते की पत्नी तुम्हारी भाभी नी तो क्या है ? इसका सही जबाव है भाभी यह ब्लड रिलेशन रीजनिंग का प्रश्न है| इन प्रश्नों को हल करने के लिए दिमाग की जरूरत होती है | यह देखने और पढ़ने में बहुत सरल होते है | इस प्रश्नों का उत्तर प्रश्न में होता है| तर्कशक्ति या रीजनिंग सभी परीक्षाओं के लिये बहुत महत्वपूर्ण विषय है। प्रश्नों को ध्यान-पूर्वक पढ़ने व समझने की आवश्यकता है। |
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Write a conversation between1. A tree and a stree lamp 2. Two people in topic of covid 19Important Is conversation is is Hindi and try to keey your imagination in it |
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Answer» click on the TEXT it is a pic but it is looking LIKE text click on the text it is a pic but it is looking like text Hope it helps click on the text it is a pic but it is looking like text Hope it helps Please mark BRAINLIEST click on the text it is a pic but it is looking like text Hope it helps Please mark brainliest U will get points |
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प्रश्न 5 फादर बुलके के झुँझला जाने का क्या कारण था ? |
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Answer» Don't KNOW so SORRY. . . . . . . . . . . . . . . . . . . ......... |
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६) समुद्र ने किन दो बेहियो का हाथ थामा है? |
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Answer» नदियों को माँ मानने की परम्परा हमारे यहाँ काफ़ी पुरानी है। लेकिन लेखक नागार्जुन उन्हें और किन रूपों में देखते हैं? उत्तर:- नदियों को माँ मानने की परंपरा भारतीय संस्कृति में अत्यंत पुरानी है। नदियों को माँ का स्वरुप तो माना ही गया है लेकिन लेखक नागार्जुन ने उन्हें बेटियों, प्रेयसी व बहन के रूपों में भी देखते है। NCERT Solutions for CLASS 7 Hindi Himalya KI Batiyan 2. सिंधु और ब्रह्मपुत्र की क्या विशेषताएँ बताई गयी हैं? उत्तर:- सिंधु और ब्रह्मपुत्र हिमालय की दो ऐसी नदियाँ हैं जिन्हें ऐतिहासिकता के आधार पर पुल्लिंग रूप में नद भी माना गया है। इन्हीं दो नदियों में सारी नदियों का संगम भी होता है। प्राकृतिक और भौगोलिक दृष्टि से भी इनकी महत्ता है। कहा जाता है कि ये दो ऐसी नदियाँ हैं जो दयालु हिमालय की पिघले हुए दिल की एक-एक बूँद से निर्मित हुई हैं। इनका रूप विशाल और विराट है। इनका रूप इतना लुभावना है कि सौभाग्यशाली समुद्र भी पर्वतराज हिमालय की इन दो बेटियों का हाथ थामने पर गर्व महसूस करता है। NCERT Solutions for Class 7 Hindi Himalya Ki Batiyan 3. काका कालेलकर ने नदियों को लोकमाता क्यों कहा है? उत्तर:- नदियाँ युगों-युगों से मानव जीवन के लिए कल्याणकारी रहीं है। ये युगों से एक माँ की तरह हमारा भरण-पोषण करती है। इनका जल भूमि की उर्वराशक्ति बढ़ाने में विशेष भूमिका निभाता है। इसलिए नदियाँ माता के समान पवित्र एवं कल्याणकारी है। मानव नदी को दूषित करने के में कोई कसर नहीं छोड़ता परन्तु इसके बावजूद भी अपार दुःख सहकर भी इस प्रकार का कल्याण केवल माता ही कर सकती है। अत: काका कालेलकर ने नदियों की माँ समान विशेषताओं के कारण उन्हें लोकमाता का दर्जा दिया है। 4. हिमालय की यात्रा में लेखक ने किन-किन की प्रशंसा की है? उत्तर:- हिमालय की यात्रा में लेखक ने हिमालय की अनुपम छटा की, नदियों की अठखेलियों की, बरफ से ढँकी पहाड़ियों की, पेड़-पौधों से भरी घाटियों की, देवदार, चीड, सरो, चिनार, सफैदा, कैल से भरे जंगलों की प्रशंसा की है। 5. यह लेख 1947 में लिखा गया था। तब से हिमालय से निकलनेवाली नदियों में क्या-क्या बदलाव आए हैं? उत्तर:- हिमालय से निकलने वाली नदियाँ अब अपनी पवित्रता और मूल रूप को प्रदूषण के कारण खो चुकी है। 6. अपने संस्कृत शिक्षक से पूछिए कि कालिदास ने हिमालय को देवात्मा क्यों कहा है? उत्तर:- हिमालय ने देवताओं का वास होने के कारण कालिदास ने हिमालय को देवात्मा कहा है। NCERT Solutions for Class 7 Hindi Himalya Ki Batiyan • भाषा की बात 7. अपनी बात कहते हुए लेखक ने अनेक समानताएँ प्रस्तुत की हैं। ऐसी तुलना से अर्थ अधिक स्पष्ट एवं सुंदर बन जाता है। उदहारण (क) संभ्रांत महिला की भाँति वे प्रतीत होती थीं। (ख) माँ और दादी, मौसी और मामी की गोद की तरह उनकी धारा में डुबकियाँ लगाया करता। अन्य पाठों से ऐसे पाँच तुलनात्मक प्रयोग निकालकर कक्षा में सुनाइए और उन सुंदर प्रयोगों को कॉपी में भी लिखिए। उत्तर:- 1.सचमुच दादी माँ शापभ्रष्ट देवी-सी लगी। 2.बच्चे ऐसे सुंदर जैसे सोने के सजीव खिलौने। 3.हरी लकीर वाले सफ़ेद गोल कंचे। बड़े आँवले जैसे। 4.बड़े मियाँ के भाषण की तूफ़ान मेल के लिए कोई निश्चित स्टेशन नहीं है सुनने वाला थककर जहाँ रोक दे वही स्टेशन मान लिया जाता है। 5.संध्या को स्वप्न की भाँति गुजार देते थे। |
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| 18371. |
Please see the full pic and answer need help in 1 hour please |
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Answer» Explanation:
picture { display: BLOCK; width: 100%; text-align: CENTER; } |
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Samay ke upar kam se kam teen naare banaiye:-1.2.3. |
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Answer» Answer: SAMAY anmol hai samay KO barbaad naa karo istemal karo samay lotkar nhi AATA |
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Please ans please story |
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Answer» plz FOLLOW MEPLZ give me brainiest plz follow meplz give me brainiest plz follow me
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कहानी लेकिन अमित के दो बच्चे थे - पढ़ाई -घर - |
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Answer» पहले तुम पूरा क्वेश्चन लिखो तभी तो हम आंसर दे पाएंगे अभी आधा अधूरा क्वेश्चन लिख कर हमसे आंसर पूछ ले |
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कुरुक्षेत्र के युद्ध का वर्णन अपने शब्दों में करें।plzz answer correctly in hindi |
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Answer» कुरुक्षेत्र युद्ध, जिसे महाभारत युद्ध भी कहा जाता है, हिंदू महाकाव्य कविता महाभारत में वर्णित एक युद्ध है। हस्तिनापुर के सिंहासन के लिए चचेरे भाई, कौरवों और पांडवों के दो समूहों के बीच एक वंशवादी उत्तराधिकार संघर्ष से संघर्ष पैदा हुआ। इसमें प्रतिद्वंद्वी समूहों के सहयोगी के रूप में भाग लेने वाले कई प्राचीन राज्य शामिल थे। युद्ध का स्थान उत्तर भारत के कुरुक्षेत्र में हुआ है। केवल इन अठारह दिनों का जिक्र करने के बावजूद, युद्ध की कहानी पुस्तक के एक चौथाई से अधिक रूपों, महाकाव्य के भीतर इसके सापेक्ष महत्व का सुझाव देती है, जो युद्धरत परिवारों के दशकों तक फैला हुआ है। कथा में दोनों पक्षों के विभिन्न नायकों की व्यक्तिगत लड़ाई और मृत्यु, सैन्य संरचनाओं, युद्ध कूटनीति, पात्रों के बीच बैठकों और चर्चाओं और इस्तेमाल किए गए हथियारों का वर्णन किया गया है। युद्ध (अध्याय छह से दस तक) से जुड़े अध्याय (परा) पूरे महाभारत में सबसे पुराने माने जाते हैं |
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| 18376. |
2. निम्नलिखित शब्दों का समानार्थी शब्द लिखिए ।मनिषा, देह, तरवर, सोना, कुंभ3. निम्नलिखित शब्दों का विपरीत शब्द लिखिए।जनम, दुर्लभ, सज्जन, साधु |
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Answer» सोना-सुवर्ण, स्वर्ण देह - काय, तन, शरीर कुंभ- कलश, घड़ा, गगरा, घट मनीषा – बुद्धि, स्तुति तरुवर - पेड़, द्रुम जन्म- मृत्यु दुर्लभ- सुलभ सज्जन - दुर्जन साधु- असाधु |
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| 18377. |
कोरोना के इस संकट समय मे देश के नाम संदेश लिखिये |
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Answer» Answer: तीन महीने पहले चीन के वुहान शहर से हुआ कोरोना का कहर देखते ही देखते दुनिया के लगभग सभी देशों तक पहुंच गया है। कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या दुनियाभर में चार लाख तक पहुंच गई है और 17 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इटली में तो कोरोना के कारण चीन से भी ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। कोरोना को लेकर कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति है, अर्जेन्टीना में भी 20 मार्च को लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। भारत में भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है, जिसे देखते हुए 24 मार्च को रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है।हालांकि जनता कर्फ्यू की सफलता देखते हुए कई राज्यों में 22 मार्च को ही लॉकडाउन या कर्फ्यू लागू कर दिया गया था लेकिन अब भारत में कोरोना के मंडराते खतरे के मद्देनजर देशभर में लॉकडाउन कर दिया गया है। देश में अभी तक कोरोना के करीब साढ़े पांच सौ मामले सामने आ चुके हैं और कोरोना का खतरा निरन्तर गहरा रहा है। खतरे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दो सप्ताह में ही देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या दस गुना से ज्यादा हो गई। यही कारण है कि केन्द्र सरकार सहित तमाम राज्य सरकारें इसे द्वितीय चरण से तीसरे चरण में पहुंचने से रोकने के लिए कमर कस रही हैं। आमतौर पर जब भी कोई प्राकृतिक संकट आता है तो कुछ देशों अथवा राज्यों तक ही सीमित रहता है लेकिन इस बार का संकट ऐसा है, जिसने विश्वभर की पूरी मानव जाति को संकट में डाल दिया है। इसलिए देश के प्रत्येक नागरिक को अब अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए कि कोरोना के आसन्न खतरे को हल्के में लेना देश के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। दरअसल अभी तक विज्ञान कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है। ऐसी स्थिति में भारत में कोरोना के गहराते खतरे को देखते हुए हर किसी की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है क्योंकि भारत जैसे सवा अरब से भी अधिक आबादी वाले विकास के लिए प्रयत्नशील देश पर कोरोना का संकट कोई सामान्य बात नहीं है। कोरोना के इसी आसन्न खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक सप्ताह में दो बार राष्ट्र के नाम अपने संदेश में देशवासियों से बचाव के लिए संयम का संकल्प लेने का आव्हान किया और घरों से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।
एक ओर जहां कोरोना का खतरा गहरा रहा है, वहीं सोशल मीडिया के जरिये कोरोना को लेकर बहुत सारी अफवाहें भी फैलाई जा रही हैं, कोरोना को लेकर मजाक बनाया जा रहा है, आज की परिस्थितियों को देखते यह सब ठीक नहीं है। सोशल मीडिया के इस तरह के दुरूपयोग पर लगाम लगाए जाने की जरूरत है। दुनियाभर के विशेषज्ञ एक स्वर में कह रहे हैं कि कोरोना की अब तक कोई वैक्सीन नहीं बनी है और न ही इसका कोई इलाज है, वहीं सोशल मीडिया के ‘महाज्ञानी’ लोग कोरोना को लेकर बेतुका ज्ञान बांट रहे हैं। कोई करेले का जूस पीने से कोरोना वायरस महज दो घंटे में लुप्त हो जाने का दावा करते हुए इस संदेश को तेजी से वायरल करने को कह कर रहा है तो कोई गौमूत्र के सेवन से कोरोना से बचने की सलाह दे रहा है। इसी प्रकार कुछ लोग लहसुन, प्याज, गर्म पानी, विटामिन सी, स्टेरॉयड, शराब इत्यादि के जरिये कोरोना को भगाने की उलजुलूल सलाह दे रहे हैं। नोवेल कोरोना श्वसन संबंधी रोग है और कोरोना वायरस को 75 प्रतिशत अल्कोहल छिड़कने तथा उससे साफ करने से ही मारा जा सकता है, शराब पीकर नहीं। आज के समय में सोशल मीडिया पर फैलती अफवाहों पर तत्काल प्रभाव से अंकुश लगाए जाने की सख्त जरूरत है। कई बार गलत सूचनाओं के कारण समाज में दहशत का माहौल भी बन जाता है। प्रत्येक नागरिक का कर्त्तव्य है कि देश को कोरोना के बड़े खतरे से बचाने के लिए ऐसी अफवाहों से बचते हुए केवल सरकार तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का ही पालन किया जाए। अच्छा होगा, अगर कोरोना को लेकर बेतुके ज्ञान बांटने के बजाय सोशल मीडिया प्लेटफार्म का लोगों को जागरूक करने के लिए बेहतर उपयोग किया जाए।
इसे भी पढ़ें: सामाजिक दूरी नहीं बनाएंगे तो सदैव के लिए अपनों से दूर हो जाएंगे कोरोना को लेकर बहुत सारे लोगों के मन में अभी भी यह भय व्याप्त है कि कोरोना का संक्रमण होने के पश्चात् मौत निश्चित है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है। अभी तक के आंकड़े देखें तो कोरोना संक्रमण के बाद भी दुनियाभर में हजारों मरीज ठीक हो चुके हैं। हाल ही में एम्स द्वारा मरीजों के लिए जारी जागरूकता दिशा-निर्देश पुस्तिका में स्पष्ट किया गया है कि कोरोना संक्रमित केवल 20 फीसदी मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता पड़ती है, जिनमें से कुछ को गहन चिकित्सा निगरानी कक्ष में रखना पड़ता है जबकि 80 फीसदी मरीज घर में आइसोलेशन में रहकर खुद ही ठीक हो जाते हैं। एम्स द्वारा जारी इस पुस्तिका में बताया गया है कि लोगों को कोरोना को लेकर घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने और भीड़-भाड़ से बचने तथा सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को अपनाने की जरूरत है। एम्स विशेषज्ञों के मुताबिक जिन मरीजों को उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर जैसे रोग हैं, उन्हें कोरोना का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे मरीज भीड़-भाड़ से बचें और बार-बार हाथ धोते रहें। एम्स की जागरूकता दिशा-निर्देश पुस्तिका के अनुसार कोरोना वायरस फर्श अथवा जमीन पर कितने समय तक रहता है, इसका कोई निश्चित आंकड़ा नहीं है लेकिन कुछ अध्ययनों के अनुसार फर्श पर यह वायरस कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक जीवित रह सकता है, जो तापमान तथा परिस्थितियों और फर्श की प्रकृति पर निर्भर करता है। पुस्तिका के मुताबिक अगर फर्श संक्रमित है तो फर्श को संक्रमण रोधी तरल पदार्थ से साफ-सुथरा रखें और सर्दी जुकाम, छींक या बुखार से पीड़ित व्यक्तियों से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रहें। कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर उपाय यही है कि साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें और भीड़भाड़ वाली जगहों के साथ-साथ अफवाहों से भी व्यापक दूरी |
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| 18378. |
(ग) तुकांत शब्द लिखो-सृष्टिवृष्टिधीरेगरमीपहाड़ीसूखे(घ) |
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Answer» SORRY I can not answer. |
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| 18379. |
18 काबदल कहाँरकहाँ का हने वाला था?बदलू कहां का रहने वाला था |
| Answer» | |
| 18380. |
Agar himalaya na hota toh bharat koh kon kon si samesyao kaa samna karna pasdega |
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Answer» आसमान को छूने वाली, चमकीली बर्फ से ढकी ये चोटियां हिमालय पर्वत की है। इन्हीं पर्वतों में दुनिया की सबसे ऊंची चोटियां हैं। यही से गंगा-यमुना, सिंधु-सतलज जैसी साल भर बहने वाली नदियां निकलती है। इन पर्वतों की घाटियों और ढलानों पर भी लोग रहते है। कैसे होंगे उनके गांव-शहर? कैसा होगा उनका जीवन? आओ, पढ़े। |
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| 18381. |
(४) किस महिने मे गाँव के चारो और पानी हिलोरे लेता था? |
| Answer» | |
| 18382. |
Paropkar se aap kya samajhte hain?Paropkar ke madhyam se samaj ko kaise majboot kiya Ja sakta hain. |
Answer» ANSWER:पर+ उपकार=परोपकारExplanation: पर+ उपकार,अर्थात दूसरों पर उपकार करना ही परोपकार कहलाता है!जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति विशेष पर उपकार करते हैं तो वे परोपकारी व्यक्ति कहलाते हैं! तथा जब हमारे अंदर किसी पर उपकार करने की भावना जागृत होती है तब हम समझ सकते हैं कि हमारे समझ को मजबूती मिल रही है! |
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| 18383. |
Prachin kal me sani ko kaisa grah samjhte the |
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Answer» Prachin KAAL mein shani ko kuch LOG bura maante the par AISA kuch NAHI hota |
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| 18384. |
Write an as exact from sunny day as Sunil Gavaskar and the question is what would have happened if nankaka had not visited to the hospital again on second day |
| Answer» | |
| 18385. |
Give me anyone please |
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Answer» we don't have the same SYLLABUS as yours |
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| 18386. |
तणानि खादन्ति।नया४. पदपरिचयं कुरुत।मूलधातुः लकारः पुरुषः वचनम्विस्मन्तिपरित्यजन्ति |
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Answer» difjgspdkkysoeto xufs97 |
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| 18387. |
Nirmalikit unseen passage का उत्तर दे।plz हेल्प |
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Answer» Answer: you can get a good deal for the update on the below mail from the other side of the family are in my thoughts are that we have been doing some research and I have a meeting in person and I am not SURE if it is a great way home and I'll get back to your place and time for the meeting and then I have no money and no I don't have a CREDIT CARD or do we NEED to |
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| 18388. |
Sub: MathematicsContact to-1. সঠিক উত্তটি নির্বাচন করাে :-i) V3 বহুপদী সংখ্যামালার মাত্রা - a.. b.2, c1, d.0* |
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Answer» Cant UNDERSTAND the HANDWRITING PLEASE write in another language please. |
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| 18389. |
कुल्हारगतिया कीउ जाही का आवाय अपने शब्दो में लिखिएMy NoteBookSign. |
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Answer» EXPLANATIONPLEASE GIVE me the answer this QUESTION |
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| 18390. |
7. गौड़ीय संप्रदाय के संस्थापक हैं : |
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Answer» प्राचीनकाल में देव, नाग, किन्नर, असुर, गंधर्व, भल्ल, वराह, दानव, राक्षस, यक्ष, किरात, वानर, कूर्म, कमठ, कोल, यातुधान, पिशाच, बेताल, चारण आदि जातियां हुआ करती थीं। देव और असुरों के झगड़े के चलते धरती के अधिकतर मानव समूह दो भागों में बंट गए। पहले बृहस्पति और शुक्राचार्य की लड़ाई चली, फिर गुरु वशिष्ठ और विश्वामित्र की लड़ाई चली। इन लड़ाइयों के चलते समाज दो भागों में बंटता गया। |
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| 18391. |
Ouakarnic shabd Jose khate hai |
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Answer» WRITE proprperly , i don't UNDERSTAND |
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| 18392. |
Bhartendu ka sandhi vichchhed |
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Answer» भारत + इंदु = भारतेन्दु |
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| 18393. |
कोमलता - संज्ञा का भेद पहचानिए plzz tell answer fast |
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Answer» भाववाचक संज्ञा ...... |
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| 18395. |
Ram bhajni di guwandan Kon si |
| Answer» | |
| 18396. |
nirmalikit hindi unseen passage का उत्तर दे। उसको आप पेन से भी लिख सकते हो । plz हेल्प करे । उत्तर सटीक दिजिए |
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Answer» Answer: 1. गंगा का जल साधारण पानी से अलग इसलिए है क्योंकि उसका जल काफी समय तक रखने के बावजूद अशुद्ध नहीं होता। 2 गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री या गोमुख के नाम से भी जाना जाता है।गोमुख से भागीरथी नदी निकलती है और देवप्रयाग नामक स्थान पर अलकनंदा नदी से मिलकर आगे गंगा के रूप में प्रवाहित होती है। 3 भागीरथी के देवप्रयाग तक आते आते इसमें कुछ चट्टाने घुल जाती है जिसमें इसके जल में ऐसी छमता पैदा हो जाती है जो उसके पानी को सड़ने नहीं देती। 4 में को निर्मल रखने के लिए हमें सकारात्मक विचार सोचने चाहिए। 5 नकारात्मक |
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| 18397. |
नयन का इंद्राजाल अभिराम पंक्ति का भाव espast कीजिए |
| Answer» | |
| 18398. |
Plastic ki dor kya nuksaan pahuncha sakti hai |
| Answer» | |
| 18399. |
13. 'अंग दर्पण' किस कवि की रचना है?(B)मुबारक(A) रसलीन(C) बेनी प्रवीन(D) रामसिंह |
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Answer» Answer: HEY MATE,, here is your answer.. (A) रसलीन |
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| 18400. |
२०) पीली पदमा कर का मुहान लिजिए8) मृत्य होगाD) कोई नहीA) शिकार हो जाता८) बीमार पड़ना |
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Answer» A shikar hona ok THANKS for questioning |
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