InterviewSolution
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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विशेषण का नाम लिखे।१)कोयल का स्वर ( मिठा) हैं। |
| Answer» | |
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Ghanth suchi hindi me kayese likha jata hai |
Answer» घंतplz MARK me as BRAINLIEST |
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वाक्य व्यंजन definition and examples in hindi |
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Answer» ..................................... |
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1) अपने मित्र को पत्र लिखकर बताइए कि कोरोना नामक बीमारी के कारण जनजीवन पर क्य असर पड़ रहा है? |
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Answer» he is the f and the f is the only PERSON in mumbai who is the only person in this country to be the f of idea that they have to be able and .by are pe on the FOLLOWING DAY to |
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अपने बारे में परिचय देते हुए 10(दस) वाक्यों का एक अनुच्छेद लिखिए जिसमें सिर्फ सरल वाक्य हों। |
| Answer» | |
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Write an application to book seller to send books in urdu language |
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Answer» Answer: Address City Dated Sir, I need some BOOKS for my studies . Ur one the famous BOOK seller , so please PARCEL me the books which are marked down. Please check the parcel is properly PACKED or not. Name of the books. No of copies 1) English grammar class 4 2 2)hindi NCERT book class 4. 1 3) maths tables book. 1 Yours faithfully Name Please mark as the Brainliest Answer and give thanks to my all Answers. |
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गुणवान पक्षी तोता क्यू है? |
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Answer» तोते के रूप में वर्गीकृत होने के लिए, एक पक्षी के पास एक घुमावदार चोंच होनी चाहिए। यही कारण है कि उन्हें कभी-कभी हुकबिल भी कहा जाता है। उनके पास ज़ीगोडैक्टिल पैर भी होना चाहिए, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक पैर में दो आगे की ओर दो और पीछे की ओर चार पैर होते हैं; मनुष्यों के विरोधी अंगूठे और उंगलियों की तरह थोड़ा सा। आशा है कि यह आपकी मदद करता है मुझे दिमाग लगाओ |
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Class 9 hindi chapter 1 mp board |
Answer» mention chapter name PLEASE.....but i m not from mp BOARD...SORRY |
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Insaan allah ke baad kisse jyada maafi mangta hai |
Answer» इंसान से ही............... |
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नेताजी सुभाष चंद्र की मूर्ति पर चश्मे लगाने के पीछे कैप्टन की क्या सोच थी |
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Answer» HEY MATE your ANSWER is here ⬇️ ⬇️⬇️⬇️ उत्तर - कैप्टन के हृदय में देश प्रेम की भावना कूट - कूट कर भरी थी । वह नेताजी की चश्माविहीन मूर्ति देखकर आहत होता था और उस कमी को पूरा करने के लिए अपने सीमित आय से भी चश्मा लगा दिया करता था ताकि नेताजी का व्यक्तित्व अधूरा ना दिखे । |
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III. Answer the questions given below after1. What were the results of Battle of Buxar?discussion. |
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Answer» Answer:The battle RESULTED in the 1765 Treaty of ALLAHABAD, in which the Mughal Emperor surrendered sovereignty of Bengal to the British. Lord Robert Clive, the victor at the Plassey, became the first GOVERNOR of Bengal. Losses: British East India COMPANY, fewer than 1,000 casualties of 8,000; Indian states, 6,000 of 35,000. Explanation: gimme brainliest pls |
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उत्तराखंड में पिछले सप्ताह भूकंप आ गया था आप अपने मित्र के साथ भूकंप पीड़ितों की मदद के लिए जाना चाहते हैं आप अपने मित्र और संभल के बीच हुए संवाद का लेखन कीजिए आप समीर हैं |
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Answer» If A = 1,2 B = 3,4 find the NUMBER of RELATIONS from A to B. Explanation: If A = 1,2 B = 3,4 find the number of relations from A to B.l |
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उदय पुलिस सेवा में जाना चाहता है जबकि उमंग इंजीनियर बनना चाहता है दोनों के बीच होने वाली बातचीत को संवाद रूप में लिखिए |
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Answer» I am not UNDERSTAND your QUESTION BRIO |
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क्रिया शब्दों को पहचान कर उनके भेद लिखिएवह पुस्तक पढ़ रहा हैवह सदैव मुस्कुराते रहते हैं (2) |
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Answer» 2nd-Akarmak kriya |
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kabir ne sakhi mein kis thara ki basha ka prayog kiya hein ? please give answer for 3 marks or 5 marks |
| Answer» | |
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Vijay Babu ek grahak ke aur murliwala ek vikreta donon apne apne paksh ke samarthan mein kya tak pesh karte Hain |
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Answer» Here is your ANSWER: एक ग्राहक के रूप में विजय बाबू अपना तर्क पेश करते हुए कहते है कि तुम लोगों को झुठ बोलने की आदत होती है। सबको एक ही भाव से सामान बेचते हो ग्राहक को अधिक दाम बताकर उलटा ग्राहक पर ही एहसान का बोझ लाद देते हो। एक विक्रेता के रूप में मुरलीवाला अपना तर्क पेश करता हुआ कहता है – आपको चीज़ों की असली लागत का अंदाजा नहीं है इसलिए दुकानदार चाहे हानि उठाकर ही चीज़ें क्यों न बेचे पर ग्राहक को हमेशा यही लगता है कि हम उन्हें लूट रहे हैं। ग्राहक को दुकानदार पर विश्वास नहीं होता है। मुरलीवाला कहता है कि असली दाम – दो पैसा ही है, मैंने पूरी एक हज़ार बनवाई थी। |
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1. कोरोना वायरस से जूझने के लिए अहम भूमिका निभाने वाले 'कोविड़ हीरोज़' का आभार व्यक्त करने के लिए विभिन्न स्लोगन और चित्रों का प्रयोग करते हुए एक आकर्षक विज्ञापन तैयार करें |
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Answer» वह कोरोना वायरस से संक्रमित थीं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश .. |
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बंदर का दो दो पर्यायवाची |
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Answer» Answer: vaanar, kapish Explanation: plz mark as BRAINLIEST and FOLLOW me |
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बाल का दो दो पर्यायवाची |
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Answer» बाल - केश , बच्चा (पर्यायवाची शब्द) |
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जनसंख्या : समस्या और समाधान पर निबंध |
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Answer» हमारे देश में अनेकों जटिल समस्याएँ हैं जो देश के विकास में अवरोध उत्पन्न करती हैं । जनसंख्या वृदधि भी देश की इन्हीं जटिल समस्याओं में से एक है । संपूर्ण विश्व में चीन के पश्चात् भारत सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है । परंतु जिस गति से हमारी जनसंख्या बढ़ रही है उसे देखते हुए वह दिन दूर नहीं जब यह चीन से भी अधिक हो जाएगी । हमारी जनसंख्या वृदधि की दर का इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् मात्र पाँच दशकों में यह 33 करोड़ से 100 करोड़ के आँकड़े को पार कर गई ह । देश में जनसंख्या वृद्धि के अनेकों कारण हैं । सर्वप्रथम यहाँ की जलवायु प्रजनन के लिए अधिक अनुकूल है । इसके अतिरिक्त निर्धनता, अशिक्षा, रूढ़िवादिता तथा संकीर्ण विचार आदि भी जनसंख्या वृदधि के अन्य कारण हैं । देश में बाल-विवाह की परंपरा प्राचीन काल से थी जो आज भी गाँवों में विद्यमान है जिसके फलस्वरूप भी अधिक बच्चे पैदा हो जाते हैं । शिक्षा का अभाव भी जनसंख्या वृद्धि का एक प्रमुख कारण है । परिवार नियोजन के महत्व को अज्ञानतावश लोग समझ नहीं पाते हैं । इसके अतिरिक्त पुरुष समाज की प्रधानता होने के कारण लोग लड़के की चाह में कई संतानें उत्पन्न कर लेते हैं । परन्तु इसके पश्चात् उनका उचित भरण-पोषण करने की सामर्थ्य न होने पर निर्धनता व कष्टमय जीवन व्यतीत करते हैं । देश ने चिकित्सा के क्षेत्र में अपार सफलताएँ अर्जित की हैं जिसके फलस्वरूप जन्मदर की वृदधि के साथ ही साथ मृत्युदर में कमी आई है । कुष्ठ, तपेदिक व कैंसर जैसे असाध्य रोगों का इलाज संभव हुआ है जिसके कारण भी जनसंख्या अनियंत्रित गति से बढ़ रही है । इसके अतिरिक्त जनसंख्या में बढ़ोतरी का मूल कारण है अशिक्षा और निर्धनता । आँकड़े बताते हैं कि जिन राज्यों में शिक्षा-स्तर बढ़ा है और निर्धनता घटी है वहाँ जनसंख्या की वृद्धि दर में भी ह्रास हुआ है । बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि प्रांतों में जनसंख्या वृद्धि दर सबसे अधिक है क्योंकि इन प्रांतों में समाज की धीमी तरक्की हुई है । देश में जनसंख्या वृद्धि की समस्या आज अत्यंत भयावह स्थिति में है जिसके फलस्वरूप देश को अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है । देश में उपलब्ध संसाधनों की तुलना में जनसंख्या अधिक होने का दुष्परिणाम यह है कि स्वतंत्रता के पाँच दशकों बाद भी लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या गरीबी रेखा के नीचे जीवन-यापन कर रही है ।इन लोगों को अपनी आम भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है । हमने निस्संदेह नाभिकीय शक्तियाँ हासिल कर ली हैं परंतु दुर्भाग्य की बात है कि आज भी करोड़ों लोग निरक्षर हैं । देश में बहुत से बच्चे कुपोषण के शिकार हैं जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि एक स्वस्थ भारत की हमारी परिकल्पना को साकार रूप देना कितना दुष्कर कार्य है । बढ़ती हुई जनसंख्या पर अंकुश लगाना देश के चहुमुखी त्रिकास के लिए अत्यंत आवश्यक है । यदि इस दिशा में सार्थक कदम नहीं उठाए गए तो वह दिन दूर नहीं जब स्थिति हमारे नियत्रंण से दूर हो जाएगी । सर्वप्रथम यह आवश्यक है कि हम परिवार-नियोजन के कार्यक्रमों को और विस्तृत रूप दें । जनसंख्या वृदधि की रोकथाम के लिए केवल प्रशासनिक स्तर पर ही नहीं अपितु सामाजिक, धार्मिक एवं व्यक्तिगत स्तर पर प्रयास आवश्यक हैं । सभी स्तरों पर इसकी रोकथाम के लिए जनमानस के प्रति जागृति अभियान छेड़ा जाना चाहिए । भारत सरकार ने विगत वर्षों में इस दिशा में अनेक कदम उठाए हैं परंतु इन्हें सार्थक बनाने के लिए और भी अधिक कठोर कदम उठाना आवश्यक है । देश के स्वर्णिम भविष्य के लिए हमें कुछ ऐसे निर्णय भी लेने चाहिए जो वर्तमान में भले ही अरुचिकर लगें परंतु दूरगामी परिणाम अवश्य ही सुखद हों – जैसे हमारे पड़ोसी देश चीन की भाँति एक परिवार में एक से अधिक बच्चे पर पाबंदी लगाई जा सकती है । अधिक बच्चे पैदा करने वालों का प्रशासनिक एवं सामाजिक स्तर पर बहिष्कार भी एक प्रभावी हल हो सकता है । यदि समय रहते इस दिशा में देशव्यापी जागरूकता उत्पन्न होती है तो निस्संदेह हम विश्व के अग्रणी देशों में अपना स्थान बना सकते हैं । |
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प्रश्न 1- निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उत्तर दो-विद्यार्थी जीवन को मानव जीवन की रीढ़ की हड्डी कहे तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी नही होगी। विद्यार्थीकाल में बालक में जो संस्कार पर जाते है जीवन भर वही संस्कार अमिट रहता है। इसीलिए यही काल आधारशिलाकहा गया है। यदि यह नीय दृढ बन जाती है तो जीयन गड और सुखी बन जाता है। यदि इस काल में बालककाष्ट सहन कर लेता है तो उसका स्वास्थ्य सुदर बनता है। यदि मन लगाकर अध्ययन कर लेता है तो उसे शानमिलता है, उसका मानसिक विकास होता है। जिस वृक्ष को प्रारम्भ से सुन्दर सिंचन और खाद मिल जाती है, वहपुष्पित एवं पल्लवित होकर संसार को सौम देने लगता है। इसी प्रकार विद्यार्थी काल में जो बालक श्रम, अनुशासनएवं समय नियमन के टोचे में ढल जाता है. यह आदर्श विद्यार्थी बन कर सभ्य नागरिक बन जाता है। सभ्य नागरिकके लिए जिन-जिन गुणों की आवश्यकता है, इन गुणों के लिए विद्यार्थी काल ही तो सुदर पाठशाला है। यहाँ परसाथियों के बीच रहकर वे सभी गुण आ जाने आवश्यक है, जिनकी विद्यार्थी को अपने जीवन में आवश्यकता होती है।क) विया जीवन को मानव जीवन की रीट की हड्डी क्यों माना गया है?ख) लेखक ने वृक्ष का उदाहरण देकर क्या समझाना चाहा है?ग) आदर्श विद्यार्थी से क्या तात्पर्य है।यो सभ्य नागरिक के लिए आवश्यक गुण कर और कैसे आते है?ड) एक आदर्श विद्यार्थी में कौन-कौन से गुण होने चाहिए। |
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Answer» आपको और आपके परिवार को हमारी तरफ से हरियाली तीज की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भगवान आपको और आपके पूरे परिवार को हमेशा खुश रखे |
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Hindi 7th class please send me answer |
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Answer» Explanation: 1. हमारा मन दुसरे की मदद करने का मन करता है।और हमारा मन खेल कुद करने का करता है। |
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पृथ्वी का दो पर्यायवाची |
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Answer» Answer: पृथ्वी का दो पर्यायवाची - धरती , भूमि Please mark as the BRAINLIEST Answer and GIVE THANKS to my all Answers. |
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Hey guys .... Pls tell the striling of behenoi ... ... NO SPAMMING |
| Answer» | |
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77लिखितम्I. उचितम् उनChoose ti1. तेनालीप्रतिदिनम् एवमेव आपणं गत्वा किञ्चिदपि क्रेतुमसमर्थैः तैःपूर्णं सप्ताहमेवमेव यापितम्। सप्ताहानन्तरं नृपः तान् पृष्टवान्यत् भवद्भिः कथं तस्य धनस्य उपयोगः कृतः? लज्जिताःते सर्वे नतमस्तका: भूत्वा नृपम् निवेदितवन्तः यत् आपणेतव मुखदर्शनं कर्तुम् असमर्थाः वयं न किमपि क्रीतवन्तः।तदा नृपेण तेनालीराम: पृष्टः तेन च नृपाय बहूनि उपयोगीनिवस्तूनि दर्शितानि। क्रोधित: नृपः तं पृष्टवान् यत् मममुखदर्शनं विनैव त्वमेतानि सर्वाणि वस्तूनि क्रीतवान्?त्वया मम आदेश: उल्लङ्घितः। तेनालीराम: विहस्यावदत्-मया भवदादेश: पूर्णत: पालितः। अहंकस्यापि वस्तूनि: क्रयात् पूर्वमेव पणे अङ्कितम् भवतः मुखं दृष्टवान्।भवतः आज्ञाञ्च गृहीत्वैव अहम् एतानि वस्तूनि क्रीतवान्। नृपः तस्य बुद्धिचातुर्यं दृष्ट्वाअतिप्रसन्नोऽभवत्। सर्वे सभासदाः च लज्जिता: तूष्णीमेव स्थितवन्तः।(क)2. इति म(क)3. तदा(क4. असशब्दार्थाःII. रिक्तFill in%3Dप्राक्पहले (Before); यथेष्टानि = इच्छित (Desired); सुवर्ण-मुद्रासहस्रम् = सोने के हजार सिक्के(Thousand of gold coins); अगृह्य = बिना लिए ही (Without taking)- शर्त (Condition);1. त |
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Answer» HHH KNOW can of svjkssbbshj but gfsstuu he fdssdgjj I didhsvsvvsgsvsvgggggggg |
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SAR LEKHAN ME MUKHYA ROOP SE SAMPOORN LEKH KA BHAG LIKHA JATA HAI- i. 1/2 ii. 1/1 iii. 1/3 iv. 1/4 |
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Answer» The answer is a option D |
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आपके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। अतः छात्रवृत्ति के लिए अपने विद्यालय की प्रधानाचार्या जी को पत्र लिखिए - |
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Answer» आपको और आपके परिवार को हमारी तरफ से हरियाली तीज की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भगवान आपको और आपके पूरे परिवार को हमेशा खुश रखे |
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सार लेखन में मुख्य रूप से संपूर्ण भाग likha jata |
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Answer» आपको और आपके परिवार को हमारी तरफ से हरियाली तीज की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भगवान आपको और आपके पूरे परिवार को हमेशा खुश रखे |
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Bahanoi ka ling parivartan |
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Answer» भाई होगा बहनोई का लिंग होगा |
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जब अप किसी वशतु को ध्यान से देखते हैं तो कया लाभ होता है |
| Answer» | |
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Paragraph in hindi about unity |
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Answer» एकता में बल है एक कहावत है जिसे लगभग सभी ने सुना है। यह अक्सर छोटी कक्षाओं में नैतिक विज्ञान पाठ्यक्रम का एक हिस्सा होता है। इस कहावत का अर्थ सरल और गहरा है। हालांकि इसका मतलब यह है कि मजबूत बने रहने के लिए हमें एकजुट रहना चाहिए लेकिन इसका पालन करना आज की प्रतिस्पर्धी दुनिया में मुश्किल सा लगता है। विडंबना यह है कि कैसे हमें एकजुट रहना सिखाया जाता है पर फिर भी हमारे जीवन में हर कदम पर हमें एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए सिखाया जाता है। “यूनियन इज़ स्ट्रेंथ”, “यूनाइटेड वी स्टैंड,डिवाइड वी फाल", "स्ट्रेंग्थ इज इन यूनिटी" जैसी कई संबंधित कहावतें अतीत में गढ़ी गई हैं। कई कहानियां भी यह बताने के लिए लिखी गई है कि कैसे एकजुट रहने और दूसरों के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तें बनाए रखने से शक्ति बनती है। जब हम एकजुट हो जाते हैं तो हम किसी भी चीज या किसी के साथ भी लड़ सकते हैं क्योंकि हम ज्यादा शक्तिशाली हो जाते हैं। दूसरी ओर अगर हम अपने पड़ोसियों, मित्रों और रिश्तेदारों से लड़ते हैं और लगातार यह साबित करने की कोशिश करते हैं कि हम उनके मुकाबले बेहतर हैं तो अंत में हम अकेले रह जाएंगे। यह तथ्य प्रत्येक संबंध के साथ-साथ हमारे व्यावसायिक जीवन के लिए भी सच है। जब हम एक टीम के रूप में काम करते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं तो हम किसी भी परियोजना पर बेहतर तरीके से काम करने में सक्षम होते हैं। इसके विपरीत अगर हमारी टीम के भीतर ही संघर्ष होता है तो हम कमज़ोर पड़ सकते हैं। is it GOOD : ) |
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गिल्लू का मनपसंद खाद्य पदार्थ कौन सा था |
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Answer» Answer: |
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10 muhavare ka prayog karte hue mobile phone per anuchchhed |
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Answer» ....what is this ...... |
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Aman pustak padhega karm vachya mai |
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Answer» क्रिया के उस परिवर्तन को वाच्य कहते हैं, जिसके द्वारा इस बात का बोध होता है कि वाक्य के अन्तर्गत कर्ता, कर्म या भाव में से किसकी प्रधानता है। इनमें किसी के अनुसार क्रिया के पुरुष, वचन आदि आए हैं। वाच्य के तीन प्रकार हैं - कर्मवाच्य (PASSIVE Voice) भाववाच्य (IMPERSONAL Voice) |
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गायी जी ने सध्योग भारीतन चपा स्वराननिशा परि मान आपूफी किनी मु, पर ससूरपोगाभारोत र जाना है तो वे कौन से होगाऔर भाप कौनसे तरीके अपनाएंगी। |
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Answer» what is this. ............... |
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SAR LEKHAN ME MUKHYA ROOP SE SAMPOORNA LEKH KA BHAG LIKHA JATA HAI. i. 1/2 ii. 1/1 iii. 1/3 iv. 1/4 |
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Answer» UB gvuik, vgy7uikm cftgyuijk cftyujm vgyuik, bvgty678ikm cdrt5y6ujnn vcdrt56ujn cfrt6ujm vft67ik, vfgty7uikm |
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पुस्तक में से उपसर्ग जोड़कर निम्नलिखित शब्दों से नए शब्द बनाए हुई परी पद |
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Answer» उपसर्ग = आलय मूल शब्द = जगह, स्थान नए शब्द = पुस्तकालय plz MARK me a BRAINLIEST answer |
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परदेशीकौनथा? उसकेदूसरेदिनकयाकिया |
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Answer» परदेशी स्वयं सम्राट अशोक थे | दूसरे दिन सुबह उठकर परदेशी ने शिशुपाल को धन्यवाद देकर उससे विदा ली... |
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4 simple line on flower in hindi |
| Answer» | |
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Pls answer fast I need it for test |
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Answer» ohh Explanation: i cannot answer this QUESTIONS |
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8 12 20 10 6 4 ka samantar Madhya ki ganana kijiye |
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Answer» Explanation: 8,12,20,10,6,4 Now 8+12+20+10+6+4/6 = 60/6 =10 ANS. |
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बेटी के नाम पाठभाग से संबंधित कुछ सवाल1यह किस शैली में लिखी गई है?2 बेटी के नाम पाठभाग किससे संबंधित है ?3 यह पत्र किसका है और किसके नाम पर है? |
| Answer» | |
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Can you give short sentence for shakthi, karthavya, jeevan, abhiman, balidhan in hindi |
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Answer» उत्तर प्रदेश के साथ अधिकतर उत्तर भारत के सरकारी स्कूल में 1961 से ही गाई जाने वाली सबसे प्रसिद्ध प्रार्थना। वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्त्तव्य मार्ग पर डट जावें। पर-सेवा पर-उपकार में हम, जग(निज)-जीवन सफल बना जावें॥ ॥ वह शक्ति हमें दो दयानिधे...॥ हम दीन-दुखी निबलों-विकलों के, सेवक बन संताप हरें। जो हैं अटके, भूले-भटके, उनको तारें खुद तर जावें॥ ॥ वह शक्ति हमें दो दयानिधे...॥ छल, दंभ-द्वेष, पाखंड-झूठ, अन्याय से निशिदिन दूर रहें। जीवन हो शुद्ध सरल अपना, शुचि प्रेम-सुधा रस बरसावें॥ ॥ वह शक्ति हमें दो दयानिधे...॥ निज आन-बान, मर्यादा का, प्रभु ध्यान रहे अभिमान रहे। जिस देश-जाति* में जन्म लिया, बलिदान उसी पर हो जावें॥ ॥ वह शक्ति हमें दो दयानिधे...॥ * काफी जगहों पर देश-जाति की जगह देश-राष्ट्र प्रयोग में लाया जाता है। इस कविता के लेखक मुरारीलाल शर्मा बालबंधु थे। जन्म- 1893 ग्राम - साइमल की टिकड़ी जिला- मेरठ, उत्तर-प्रदेश निधन- 4 नवम्बर 1961 |
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