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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

उन घटनाओं के नाम लिखिए जिनसे प्रकाश की तरंग प्रकृति का पता चलता है ।

Answer» परावर्तन, अपवर्तन, व्यतिकरण, विवर्तन एवं ध्रवुण ।
2.

ध्वनि तरंगों की प्रकृति अनुप्रस्थ नहीं होती है , प्रमाण दीजिए ।

Answer» क्योंकि ध्वनि तरंगों में ध्रुवण की घटना नहीं होती ।
3.

प्रकाश की तरंग प्रकृति का प्रमाण निम्न घटना से नहीं मिलता -A. अपवर्तनB. विवर्तनC. व्यतिकरणD. ध्रुवण।

Answer» Correct Answer - A
4.

वह घटना जो प्रकाश की अनुप्रस्थ प्रकृति दर्शाती है, कहलाती है-A. व्यतिकरण,B. विवर्तन,C. अपवर्तन,D. ध्रुवण।

Answer» Correct Answer - (iv)
5.

वह घटना जो प्रकाश की अनुप्रस्थ तरंग प्रकृति दर्शाती है, है-A. व्यतिकरणB. विवर्तनC. ध्रुवणD. अपवर्तन

Answer» Correct Answer - C
6.

ध्रुवण की घटना से प्रकाश की प्रकृति सम्बंधित क्या जानकारी मिलती है ?

Answer» प्रकाश अनुप्रस्थ तरंग है,
7.

कंपनी तल एवं ध्रुवण तल के बीच कितना कोण बनता है ?

Answer» Correct Answer - `90^(@)`
8.

ध्रुवण तल और कम्पन तल समान्तर होते हैं ।

Answer» Correct Answer - असत्य
9.

ध्रुवण कोण पर किसी तल से परावर्तित एवं अपवर्तित किरणों के बीच का कोण ………… होता है ।

Answer» Correct Answer - `90^(@)`
10.

ध्रुवण तल एवं कम्पन तल परस्पर............. होते हैं ।

Answer» Correct Answer - लंबवत
11.

एक प्रकाश तरंग के कम्पन तल और ध्रुवण तल के बीच कोण होता है-A. `90^(@)`B. `0^(@)`C. `180^(@)`D. `120^(@)`

Answer» Correct Answer - A
12.

व्यतिकरण के प्रयोग में I तथा 9 I तीव्रता के दो स्त्रोत प्रगोग किये गये है|उन बिन्दुओ पर परिमानी तीव्रता ज्ञात कीजिये जहाँ (i ) संपोषी व्यतिकरण हो (ii ) विनाशी व्यतिकरण हो|

Answer» परिणाम तीव्रता `I_(R)=I_(1)+I_(2)+2sqrt(I_(1)I_(2))cosphi` जहाँ `phi ` कलान्तर है
प्रश्नानुसार `I_(1)=I, I_(2)=9I`
(i) संतोषी व्यतिकरण की स्थिति में-
`I_(R)=I_(max)="("sqrt(I_(1))+sqrt(I_(2))")"^(2)="("sqrtI+sqrt(9I)")"^(2)`
`="("4sqrtI")"^(2)=16I`
(ii) विनाशी व्यतिकरण की स्थिति में-
`I_(R)=I_(min)="("sqrt(I_(1))-sqrt(I_(2))")"^(2)="("sqrtI-sqrt(9I)")"^(2)="("-2sqrtI")"^(2)=4I`
13.

किसी माध्यम (जैसे जल ) में प्रकाश की चाल निर्वात में प्रकाश की चाल की अधिक है न्यूटन के कणिका सिद्धांत द्वारा इस आशय की भविष्यवाणी कैसे की गई है । क्या जल में प्रकाश की चाल प्रयोग द्वारा ज्ञात करके एक भविष्यवाणी की पुष्टि हुई? यदि नहीं, तो प्रकाश के चित्रण का कौन-सा विकल्प प्रयोगनुकूल है ।

Answer» Correct Answer - न्यूटन के कणिका सिद्धांत के अनुसार, अपवर्तन में, विरल माध्यम से सघन माध्यम में प्रवेश करते समय आपतित कण सतह के लंबवत आकर्षण बल का अनुभव करता है। इसकी परिणति वेग के अभिलम्ब घटक कि वृद्धि में होगी । लकिन पृष्ठ के अनुदिश घटक नियत रहता है । इसका तात्पर्य
`C "sin" i = u "sin" r` या `(u)/(c) = ("sin" i)/("sin"r) = n;` क्योंकि `n gt 1, u gt c` है ।
यह अवधारणा प्रायोगिक परिणामों के विरुद्ध है `(u lt c)` । प्रकाश का तरंग सिद्धांत प्रयोग संगत है ।
14.

तरंग संचरण की चाल को प्रभावित कर सकने वाले कुछ संभावित कारकों की सूची है : (i) स्रोत की प्रकृति , (ii) संचरण की दिशा , (iii) स्रोत और / या प्रेक्षक की गति , (iv) तरंगदैधर्य , तथा (v) तरंग की तीव्रता । बताइये कि: (a) निर्वात में प्रकाश की चाल, (b) किसी माध्यम (माना काँच या जल ) में प्रकाश की चाल इनमे से किन कारकों पर निर्भर करती है ?

Answer» Correct Answer - (a) निवार्त में प्रकाश कि चाल एक सार्वत्रिक नियतांक है जो सूचीबद्ध कारकों में से किसी पर भी निर्भर नहीं है । विशेषतः यह एक आश्चर्यजनक तथ्य है कि स्रोता तथा प्रेक्षक कि सापेक्ष गति पर भी निर्भर नहीं सकता है । यह तथ्य आइंस्टाइन के आपेक्षिकता के विशिष्ट सिद्धांत का मूल अभिगृहित है ।
(b) प्रकाश कि चाल कि माध्यम पर निर्भरता
(i) स्रोता कि प्रकृति पर निर्भर नहीं है (प्रकाश कि चाल का निर्धारण माध्यम के संचरण गुणों से है । यह तथ्य अन्य तरंगों के लिए भी सत्य है, जैसे ध्वनि-तरंगों एवं जल-तरंगों अदि के लिए )।
(ii) समदैशिक माध्यम के लिए संचरण दिशा पर निर्भर नहीं करता है।
(iii) स्रोता तथा माध्यम कि सापेक्ष गति पर निर्भर नहीं करता लेकिन प्रक्षेक तथा माध्यम कि सापेक्ष गति पर निर्भर करता है ।
(iv) तरंगदैघ्र्य पर निर्भर करता है ।
(v) तीव्रता पर निर्भर नहीं करता (यधपि अधिक तीव्र किरण-पुंज के लिए यह स्थिति अधिक जटिल है तथा यहाँ हमारे लिए महत्वपूर्ण नहीं है ।
15.

(b) जैसा कि आप मूल पाठ में जान चुके हैं कि विवर्तन तथा व्यतिकरण पैटर्न में तीव्रता का वितरण समझने का आधारभूत सिद्धांत तरंगों का रेखीय प्रत्यारोपण है । इस सिद्धांत की तर्क संगति क्या है ?

Answer» विवर्तन एवं व्यतिकरण पैटर्न में तीव्रता विस्तारण को समझने के लिए तरंग विस्थापनों के रेखीय अध्यारोपण के सिद्धांत को समझना आवश्यक है । परिणामी तरंग दो अवकल समीकरण से व्यक्त करते हैं । यदि `y_(1)" व " y_(2)` , इस समीकरण के हल होंगें , तो `y_(1)" व "y_(2)` , का रेखीय योग भी समीकरण को संतुष्ट करेगा ।
16.

हाइगेन्स के तरंग सिद्धांत में उन सभी बिन्दुओ का बिन्दुपथ जिनके कम्पन की कला समान हो, कहलाता है-A. किरणB. दोलकC. तरंगाग्रD. हाफ पीरियड जोन

Answer» Correct Answer - C
17.

आप मूल पाठ में जान चुके हैं की हाइगेन्स का सिद्धांत परावर्तन और अपवर्तन के नियमों के लिए किस प्रकार मार्गदर्शक है । इसी सिद्धांत का उपयोग करके प्रत्यक्ष रीती से निगमन (deduce) कीजिए की समतल दर्पण के सामने राखी किसी वस्तु का प्रतिबिंब आभासी बनता है, जिसकी दर्पण से दूरी, बिंब से दर्पण की दूरी के बराबर होती है ।

Answer» Correct Answer - बिंदु बिंब को केंद्रे लेकर दर्पण को स्पर्श करते हुए एक वृत खीचिए। यह गोलीय तरंगाग्र का बिंब से दर्पण पर पहुंचने वाला समतलीय भाग है । अब दर्पण कि उपस्थिति एवं अनुपस्थिति में t समय के बाद उसी तरंगाग्र कि इन्हीं स्थितियों को आरेखित कीजिए । आप दर्पण के दोनों ओर स्थित दो एक जैसे चाप पाएँगे। सरल ज्यामिति के उपयोग से, प्रवर्तित का केंद्रे (बिंब का प्रतिबिंब) दर्पण से बिंब कि बराबर दूरी पर दिखाई देगा ।
18.

वायु में प्रकाश की चाल `3.0xx10^(8)` मीटर/ सेकण्ड है। अपवर्तनांक वाले काँच में प्रकाश की चाल होगी-A. `1.0xx10^(8)` मीटर/ सेकण्डB. `2.0xx10^(8)` मीटर/ सेकण्डC. `1.0 xx10^(8)` मीटर/ सेकण्डD. `2.5xx10^(8)` मीटर/ सेकण्ड

Answer» Correct Answer - (ii)
19.

किसी सघन माध्यम में क्रान्तिक कोण निम्न से व्यक्त होता है- `i_(c)=tan^(-1)((5)/(7))` सधन माध्यम का अपवर्तनांक विरल माध्यम के सापेक्ष है-A. `1.4,`B. `1.6,`C. `(sqrt74)/(6),`D. `(sqrt74)/(4).`

Answer» Correct Answer - (ii)
20.

एक तारा पृथ्वी की और आ रहा है|स्पेक्ट्रम में इसकी रेखाये किस भाग की और विसपित होगी ?A. लालB. अवरक्तC. नीलाD. हरा

Answer» Correct Answer - C
21.

द्विक - प्रिज्म के एक प्रयोग में 5000Å` तरंग लम्बाई के प्रकाश के कला - संबद्ध स्त्रोतों से 1.0 मीटर दुरी पर रखे पर्दे पर 5 मिमी चौड़ाई फ्रिंज प्राप्त होती है। दोनों कला - संबद्ध स्त्रोतों कि बीच दुरी है -A. 1.0 मिमीB. 0.1 मिमीC. 0.05 मिमीD. 0.01 मिमी

Answer» Correct Answer - B
`beta=(lambda D)/(d)," से "d=(lambdaD)/(beta).`
22.

एक गतिमान टारे से पृथ्वी पर प्राप्त प्रकाश तरंग की लम्बाई में `0.05%` की कमी प्रेक्षित की जाती है। पृथ्वी के सापेक्ष - निकट आ रहा है।A. `1.5xx10^(5)` मी/ से के वेग से दूर जा रहा हैB. `1.5xx10^(5)` मी/ से के वेग से निकट आ रहा है।C. `1.5xx10^(4)` मी/ से के वेग से दूर जा रहा हैD. `1.5xx10^(4)` मी/ से के वेग से निकट आ रहा है।

Answer» Correct Answer - B
`(Delta lambda)/(lambda)=(v)/(c)` से , `(0.05)/(100)=(v)/(3xx10^(8))` तरंगदैर्ध्य में कमी हो रही है अतः निकट आ रहा है।
23.

एक तारे से आने वाले प्रकाश का प्रेक्षित तरंगदैर्ध्य `3737Å` है जबकि वास्तविक तरंगदैर्ध्य `3700Å` है। पृथ्वी के सापेक्ष तारे का वेग होगा -A. `3xx10^(5)` मीटर/सेकण्डB. `3xx10^(6)` मीटर/सेकण्डC. `3.7xx10^(7)` मीटर/सेकण्डD. `3.7xx10^(6)` मीटर/सेकण्ड

Answer» Correct Answer - B
`(Delta lambda)/(lambda)=(v)/(c)` से , `(3737-3700)/(3700)=(v)/(3xx10^(8))`.
24.

व्यतिकरण की घटना सिद्ध करती है-A. तरंग प्रकृतिB. अनुप्रस्थ तरंग प्रकृतिC. अनुदैधर्य तरंग प्रकृतिD. कण प्रकृति

Answer» Correct Answer - A
25.

ववर्तन की घटना होती है-A. यांत्रिक तरंगो मेंB. विधुत-चुम्बकीय तरंगो मेंC. दोनों मेंD. इनमे से किसी में नहीं

Answer» Correct Answer - C
26.

दूरस्थ तारे से आने वाले प्रकाश की स्पेक्ट्रमी रेखा का तरंगदैर्ध्य `0.032%` बढ़ता हुआ प्रतीत होता है। दृष्टि रेखा की दिशा में तारे का वेग ज्ञात कीजिए ।

Answer» सूत्र - `Deltalambda=(u)/(c). lambda " या "u=c.(Delta lambda)/(lambda)`
दिया है - `(Delta lambda)/(lambda)=0.032%=(0.32)/(100)=32xx10^(-5)`
`c=3xx10^(8)` मीटर/सेकण्ड
उपर्युक्त सूत्र में मान रखने पर ,
`u=3xx10^(8)xx32xx10^(-5)`
`=96xx10^(3)`
`=9.6xx10^(4)` मीटर/सेकण्ड |
27.

दो पहाड़ियों कि चोटी पर दो मीनारें एक-दूसरे से किमी की दूरी 40 पर हैं । इनको जोडने वाली रेखा मध्य में आने वाली किसी पहाड़ी के 50 मीटर ऊपर से होकर गुजरती है। उन रेडियो तरंगों की अधिकतम तरंगदैधर्य ज्ञात कीजिए, जो मीनारों के मध्य बिना पर्याप्त विवर्तन प्रभाव के भेजी जा संके ।

Answer» Correct Answer - 12.5 cm
28.

विवर्तन को प्रेक्षित करने के लिये अवरोधक का आकार-A. तरंग-दैधर्य की कोटि का होना चाहियेB. तरंग-दैधर्य से पर्याप्त बड़ा होना चाहियेC. तरंग-दैधर्य का आधा होना चाहियेD. तरंग-दैधर्य से कोई सम्बन्ध नहीं

Answer» Correct Answer - A
29.

दो पहाड़ियों कि छोटी पर मीनारे एक-दूसरे से 40 किमी० कि दुरी पर है|इनको जोड़ने वाली रेखा, मध्य में आने वाली किसी पहाड़ी के 50 मीटर ऊपर से होकर गुजरती है|उन रेडियो तरंगो कि अधिकतम तरंगदैधर्य ज्ञात कीजिए जो मीनारों के मध्य बिना पर्याप्त विवर्तन प्रभाव के भेजी जा सके|

Answer» minaro के मध्य कोई बाधा नहीं है अतः रेडियो तरंगे बिना विवर्तन के पहाड़ी से 20 किमी० कि दुरी तक फेल जाती है विवर्तन का फैलाव 50 मीटर से अधिक ऊपर नहीं होना चाहिए|
अर्थात फ्रेसनेल दुरी `(Z_(F))=20`किमी० `=20xx10^(3)` मीटर a =50 मीटर
`Z_(F)=(a^(2))/(lamda)`
`lamda=(a^(2))/(Z_(F))=(50xx50)/(20xx10^(3))=1250xx10^(-4)` मीटर
अतः रेडियो तरंगो कि अधिकतम तरंगदैधर्य `0.125`मीटर है|
30.

निम्न में से किस रंग के प्रकश की चाल जल में सबसे अधिक होगी ?A. लालB. पीलाC. हराD. बैंगनी

Answer» Correct Answer - A
31.

ध्वनि तरंगो में आपवत्ति विस्थापन के लिए डॉप्लर का सूत्र निम्नलिखित दो स्थिति में थोड़ा-सा भिन्न है- (i) स्त्रोत विरामावस्था में तथा प्रेक्षक गति में हो, तथा (ii) स्त्रोत गति में parantu प्रेक्षक विरामावस्था में हो|जबकि प्रकाश के लिए डॉप्लर के सूत्र निश्चित रूप से निर्वात में, इन दोनों स्थितियों में एकसमान है|ऐसा क्यों है ? स्पष्ट कीजिए|क्या आप समझते है कि ये सूत्र किसी माध्यम में प्रकाश गमन के लिए भी दोनों स्थितियों में पूर्णतया एकसमान होंगे ?

Answer» ध्वनि तरंगो के संचरण हेतु पढ़थ्रिक माधयम कि आवश्यकता होती है|अवस्था (i ) व (ii ) में, स्त्रोत तथा श्रोता कि आपेक्षिक गति के कारण दोनों अवस्थाओं में भिन्न-भिन्न आवृत्ति प्रपात होती है|अतः दोनों अवस्थाओं में डॉप्लर प्रभाब में प्रभावी सूत्र भी भिन्न है|जबकि प्रकाश में डॉप्लर प्रभाव में दोनों स्थितियों में आवृत्ति समान होगी जहाँ स्टॉर्ट तथा श्रोता कि आपेक्षिक गति नहीं अपितु बिच कि दुरी प्रभावी होती है|
32.

एक राडार स्टेशन से एक वायुमान की और `6xx10^(8)` हर्ट्ज आवृत्ति के संकेत भेजे जाते है|यदि वायुमन से परावर्तित संकेत की आवृत्ति भेजे गये संकेत की आवृत्ति से `1xx10^(3)` हर्ट्ज अधिक मालूम हो तो वायुयान किस दिशा में किस वेग से जा रहा होगा? (संकेत का वेग `x=3xx10^(8)` मीटर/सेकण्ड)

Answer» माना वायुयान का वेग v है|चूँकि संकेत की आभासी आवृत्ति राडार स्टेशन पर बड़ी हुई प्रतीत होती है अतः वायुयान राडार स्टेशन की और आ रहा है|
यदि स्टेशन से भेजे गये संकेत की वास्तविक आवृत्ति f हो तो वायुयान पर पहुंची आभासी आवृत्ति
`f_(1)=fsqrt((c+v)/(c-v))" "...(1)`
यह आवृत्ति `f_(1)` वायुयान से परावर्तित होकर राडार स्टेशन पर पहुँचती है अतः राडार स्टेशन पर पहुँचे परावर्तित संकेत की आभासी आवृत्ति
`f_(2)=f_(1)sqrt((c+v)/(c-v))=fsqrt((c+v)/(c-v))*sqrt((c+v)/(c-v))=f((c+v)/(c-v))`
अथवा `f_(2)=f[(1+(v)/(c))/(1-(v)/(c))]" "...(2)`
चूँकि आवृत्ति में परिवर्तन वास्तविक आवृत्ति की तुलना में नगण्य है अतः समी० (2 ) से,
`f_(2)=f(1+(v)/(c))(1+(v)/(c))^(-1)`
`=f(1+(v)/(c))(1+(v)/(c))`
[द्विपद प्रमेय से `(1+x)^(n)~~1+nx` यदि `x ltlt1`]
`=f(1+(v)/(c))^(2)`
`=f(1+(2v)/(c))`
`Deltaf=f_(2)-f=2f""(v)/(c)`
मान रखने पर `1xx10^(3)=(2xx6xx10^(8)xxv)/(3xx10^(8))`
`v=250` मीटर/सेकण्ड
33.

यंग के द्विस्लिट प्रयोग में निकाय की अधिकतम एवं न्यूनतम तीव्रताओं का अनुपात `4:1` है। कला- संबद्ध स्त्रोतों के आयामों का अनुपात होगा -A. `3:1`B. `3:1`C. `2:1`D. `1:1`

Answer» Correct Answer - C
`(I_("max"))/(I_("m,in"))=((a_(1)+a_(2))^(2))/((a_(1)-a_(2)))=(4)/(1) rArr (a_(1)+a_(2))/(a_(1)-a_(2))=(2)/(1)`
34.

दो कला संबद्ध स्त्रोत `S_(1)" व "S_(2)` एक-दूसरे से d दुरी पर विभक्त है - पर्दे पर प्राप्त फ्रिंज होगी - A. बिंदुB. सरल रेखाC. अर्द्धवृत्तीयD. समकेंद्रीय वृत्त

Answer» Correct Answer - D
`S_(1)" व "S_(2)` बिंदु स्त्रोत है, पथांतर दिशा से स्वतंत्र होता है अतः फ्रिंजे संकेद्रित वृत्त होगी ।
35.

`I_(1)`व `I_(2)` तीव्रता की दो तरंगे व्यतिकरण उत्पन्न करती है|व्यतिकरण प्रतिरूप में विपर्यास सबसे अच्छा होगा जब-A. `I_(1)=I_(2)`B. `I_(1) gt gt gt I_(2)`C. `I_(1)gtI_(2)`D. `I_(1)` या `I_(2)` शून्य हो

Answer» Correct Answer - A
36.

जब एक दूरस्थ प्रकाश-स्रोत के पथ में एक सूक्ष्म वृत्तीय अवरोध प्रतिष्ठापित कर दिया जाता है, तो अवरोध की छाया के मध्य में एक चमकीला धब्बा (स्पॉट) दिखाई देता है। समझाएँ, ऐसा क्यों होता है?

Answer» वृत्तीय अवरोध ( किनारें ) से विवर्तित तरंगों में संपोषी व्यतिकरण के कारण छाया के केंद्र पर दीप्त बिंदु प्राप्त होता है ।
37.

ज्यामितीय छाया में प्रकाश के अतिक्रमण को कहते हैं -A. व्यतिकरणB. ध्रुवणC. विवर्तनD. वर्ण - विक्षेपण ।

Answer» Correct Answer - C
38.

चार पोलेराइड इस प्रकार रखे है कि प्रत्येक कि संचरण अक्ष अपने से पहले वाले पलराइड कि अक्ष से `30 ^(@)` पर उसी दिशा में झुकी है |यदि प्रथम पोलेराइड पर `I _(0 )` तीव्रता का अध्रुवित प्रकाश पुँज आपतित हो तो अंतिम पोलेराइड से निर्गत प्रकाश कि तीव्रता ज्ञात कीजिये|

Answer» प्रथम पोलेराइड पर आपतित प्रकश अध्रुवित है|इसकी तीव्रता `I _(0 )` है|अतः मैलस के नियम से,
यह समतल-ध्रुवित प्रकाश ह अतः दूसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश कि तीव्रता
`I_(1)=(I_(0))/(2)`
`I_(2)=I_(1)cos^(2)30^(@)=(I_(0))/(2)((sqrt3)/(2))^(2)=3/8I_(0)`
इसी प्रकार, तीसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश कि तीव्रता
`I_(3)=I_(2)cos^(2)30^(@)=(3I_(0))/(2)((sqrt3)/(2))^(2)=(9)/(32)I_(0)`
अन्तिम अर्थात चौथे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश कि तीव्रता
`I_(4)=I_(3)cos^(2)30^(@)=(9I_(0))/(32)((sqrt3)/(2))^(2)=(27)/(128)I_(0)`
39.

दो पोलेराइड परस्पर क्रोसित रखे है|इनमे से एक को `60 ^(@) ` घुमा देने पर आपतित अध्रुवित प्रकश का कितने प्रतिशत पारगमित हो जायेगा?

Answer» प्रथम पोलेराइड पर आपतित प्रकाश अधृवीत है|यदि आपतित प्रकश की तीव्रता `I _(0 )` हो तो प्रथम पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता, मैलस की नियम से
`I_(1)=(I_(0))/(2)` (यह समतल-ध्रुवित प्रकश है, जो दूसरे पोलेराइड पर गिरता है.)
प्रारम्भ में, पोलेराइड परस्पर क्रोसित है अर्थात इनकी ध्रुवण दिशाओ के बीच कोण `90 ^(@) ` है|
अतः दूसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I_(1)cos^(2)90^(@)=` शून्य है.
एक पोलेराइड को `60 ^(@)` घुमा देने पर, पोलेराइडों की ध्रुवण दिशाओ के
`theta=90^(@)-60^(@)=30^(@)`
अतः दीसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता, मैलस के नियम से-
`I_(2)=I_(1)cos^(2)30^(@)=(I_(0))/(2)((sqrt3)/(2))^(2)=(3I_(0))/(8)`
`(I_(2))/(I_(0))=3/8`
तीव्रता का परागमित प्रतिशत `=(I_(2))/(I_(0))xx100=3/8xx100=37.5%`
40.

दो पोलेराइड इस प्रकसर रखे है की उनकी ध्रुवण दिशाओ के बीच `45^(@)` का कोण है यदि पहले पोलेराइड पर साधारण प्रकाश आपतित हो तो दूसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता आपतित तीव्रता के कितने प्रतिशत होगी ?

Answer» माना पहले पोलेराइड पर आपतित अध्रुवित प्रकश की तीव्रता `I_(0)` है|
मैलस के नियम से, प्रथम पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता
`I_(1)=(I_(0))/(2)`
यह प्रकाश समतल-ध्रुवित है जिससे वैधुत क्षेत्र के कम्पन प्रथम पोलेराइड की ध्रुवण दिशा में होंगे|यह प्रकाश दूसरे पोलेराइड पर आपतित होता है जिसकी ध्रुवीय अक्ष प्रथम पोलेराइड की ध्रुवीय अक्ष से `theta=45^(@)` कोण पर है|मैलस के नियम से, दूसरे पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता
`I_(2)=I_(2)cos^(2)45^(@)`
`=(I_(0))/(2)((1)/(sqrt2))^(2)=(I_(0))/(4)`
`(I_(2))/(I_(0))=1/4`
निर्गत तीव्रता (प्रतिशत) `(I_(2))/(I_(0))xx100=1/4xx100=25%`
41.

एक पोलेराइड को घूमने पर निर्गत प्रकाश की तीव्रता बदलती है तथा विशेष स्थति में न्यूनतम (अशून्य) हो जाती है|आपतित प्रकाश है-A. a.अध्रुवितB. b.आंशिक ध्रुवितC. c.पूर्णता ध्रुवितD. d. कोई भी

Answer» Correct Answer - C
42.

एक पोलेराइड को घूमने पर निर्गत प्रकश की तीव्रता बदलती है तथा विशेष स्थिति में शून्य हो जाती है|आपतित प्रकाश है-A. अध्रुवितB. आंशिक ध्रुवितC. पूर्णता ध्रुवितD. कोई भी

Answer» Correct Answer - A
43.

एक पोलेराइड को घूमने पर निर्गत प्रकाश की तीव्रता में कोई परिवर्तन नहीं होता|आपतित प्रकाश है-A. अध्रुवितB. आंशिक ध्रुवितC. पूर्णता ध्रुवितD. कोई भी

Answer» Correct Answer - D
44.

एक प्रकश पुंज के मार्ग में दो क्रांसित पोलेराइड A व B रखे है|इनके बीच में एक अन्य पोलेराइड C ऐस प्रकार रखा जाता है कि इसकी ध्रुवण अक्ष पोलेराइड C की ध्रुवण अक्ष से `theta ` कोण बनाती है |(A ) यदि पोलेराइड A से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I _(0 )` हो तो पोलेराइड B से निर्गत प्रकाश की तीव्रता क्या होगी? (B) पोलेराइड A पर आपतित अध्रुवित प्रकाश की तीव्रता क्या है?

Answer» दिया है-पोलेराइड A से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I_(A)=I_(0)`
(A ) A से निर्गत प्रकाश पोलेराइड C पर गिरता है पोलेराइड A तथा C की ध्रुवण अक्षो के बीच कोण `theta ` है|अतः पोलेराइड C से निर्गत प्रकाश की तीव्रता
`I_(C)=I_(A)cos^(2)theta=I_(0)cos^(2)theta`
यह प्रकाश पोलेराइड B पर गिरता है|पोलेराइड B तथा C की ध्रुवण अक्ष के बीच कोण `(90^(@)-theta)` है|अतः पोलेराइड B से निर्गत प्रकाश की तीव्रता
`I_(B)=I_(C)cos^(2)(90^(@)-theta)`
`=(I_(0)cos^(2)theta)sin^(2)theta" "[becausecos(90^(@)-theta)=sin theta]`
`=(I_(0))/(4)sin^(2)2theta`
(B) यदि पोलेराइड A पर अध्रुवित प्रकश की तीव्रता I हो तो इससे निर्गत प्रक्साह की तीव्रत
`I_(0)=I//2`
अतः `I=2I_(0)`
45.

प्रकाश का ध्रुवण सिद्ध करता है -A. प्रकाश की कणिका सिद्धांतB. प्रकाश की अनुप्रस्थ तरंग प्रकृतिC. प्रकाश की क्वाण्टम प्रकृतिD. प्रकाश की अनुदैर्ध्य तरंग प्रकृति।

Answer» Correct Answer - B
46.

यंग के द्वि - लिस्ट प्रयोग में फ्रिंज - चौड़ाई `beta` हैं । यदि सम्पूर्ण व्यवस्था `mu` अपवर्तनांक वाले द्रव में रख दी जाए , तो अब फ्रिंज - चौड़ाई कितनी हो जाएगी ?

Answer» फ्रिंज-चौड़ाई `beta=(lambdaD)/(d)` किन्तु `lambda prop (1)/(mu)` अतः `beta prop (1)/(mu)`
या `(beta_(1))/(beta_(2))=(mu_(2))/(mu_(1))`
`rArr" "(beta)/(beta_(2))=(mu)/(mu_(1)) rArr beta_(2)=(beta)/(mu).`
47.

ईथर माध्यम क्या है ?

Answer» ईथर एक काल्पनिक माध्यम है, जिसका घनत्व बहुत ही कम तथा प्रत्यास्थता बहुत अधिक होती है। यह सम्पूर्ण ब्रह्मण्ड में व्याप्त है।
48.

दो तरंगों की तीव्रताओं का अनुपात `1:9` है। यदि ये दोनों तरंगों व्यतिकरण करती हों, तो महत्तम और न्यूनतम सम्भव तीव्रताओं का अनुपात ज्ञात कीजिए ।

Answer» सूत्र : `(I_("max"))/(I_("min"))=((a_(1)+a_(2))^(2))/((a_(1)-a_(2))^(2))`
दिया है : `" "(I_(1))/(I_(2))=(1)/(9)`
या `" "(a_(1)^(2))/(a_(2)^(2))=(1)/(9)," "[because I prop a^(2)]`
या `" "(a_(1))/(a_(2))=(1)/(3)`
मानलो `a_(1)=x` तथा `a_(2)=3x.` अतः`" "(I_("max"))/(I_("min"))=((x+3x)^(2))/((x-3x)^(2))`
`=((4x)^(2))/((-2x)^(2))=(4)/(1).`
49.

तरंगों के दो बिंदुओं में कितने का कलांतर होता है ?

Answer» Correct Answer - शून्य
50.

व्यतिकरण की घटना केवल ……………. स्रोतों से ही संभव है ।

Answer» Correct Answer - कला संबद्ध