InterviewSolution
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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. |
प्रश्न 1.33 में वर्णित कण की इलेक्ट्रॉन के रूप में कल्पना कीजिए जिसको `v_(x)=2.0xx10^(6)ms^(-1)` के साथ प्रक्षेपित किया गया है । यदि 0.5 सेमी। की दूरी पर रखी प्लेटों के बीच विद्युत् क्षेत्र E का मान `9.1xx10^(2)N//C` हो , तो ऊपरी प्लेट पर इलेक्ट्रॉन कहाँ टकराएगा ? `(|e|=1.6xx10^(-19)C, m_(e)=9.1xx10^(131)" किग्रा.")` |
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Answer» दिया है - `y = 0.5 सेमी = 0.5xx10^(-2)` मी. `m_(e)=9.1xx10^(-31)" किग्रा."` `v_(x)=2.0xx10^(6)ms^(-1), E=9.1xx10^(2)NC^(-1), L=?` `rho=e=1.6xx10^(19)C` सूत्र - `" "y=(eEL^(2))/(2m_(e)vx^(2))` ltBrgt या `" "L^(2)=(2m_(e)v_(x)^(2)y)/(eE)` `L^(2)=(2xx9.1xx10^(-31)xx(2xx10^(6))^(2)xx0.5xx10^(-2))/(1.6xx10^(-19)xx9.1xx10^(2))` या `" "L^(2)=2.5xx10^(-4)` या `" "L^(2)=2.5xx10^(-4)` या `" "L=1.58xx10^(-2)"मी"~~1.6" मी."` |
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| 2. |
एकसमान विद्युत - क्षेत्र आवेशित कण की गति गुरुत्व के अधीन स्वतंत्रतापूर्वक गिरते कण से किस प्रकार भिन्न है? |
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Answer» विद्युत क्षेत्र के कारण q आवेश पर लगने वाला बल qE होगा। । m द्रव्यमान व q आवेश के कण की क्षेत्र में त्वरण `(qE)/(m)` होगा । अतः विरामावस्था से गति करते हुए L लम्बाई के विद्युत क्षेत्र को तय करने में लगा समय `L=(1)/(2)(qE)/(m).t^(2)," "9s=ut +(1)/(2)at^(2)" से "` या `" "t=sqrt((2Lm)/(qE))` या `" "t prop sqrtm` स्पष्ट है कि लगा समय द्रव्यमान पर निर्भर करता है जबकि स्वतंत्रतापूर्वक गिरते कण के लिए लगा समय द्रव्यमान पर निर्भर नहीं करता । यह इसलिए होता है क्योंकि बिना गुरुत्वीय द्रव्यमान के आवेश को देखना कठिन है। |
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| 3. |
कोई विद्युत क्षेत्र घनात्मक x के लिए धनात्मक X - दिशा में एकसमान है तथा उसी परिमाण के साथ परन्तु ऋणात्मक x के लिए, ऋणात्मक X - दिशा में गतिमान है। `E=200 hatiN//C` जबकि `x gt 0` तथा `E=-200 hatiN//C` जबकि `x lt 0` है। 20 सेमी. लम्बे, 5 सेमी त्रिज्या के किसी लंबवृत्तीय सिलिण्डर का केंद्र मूलबिंदु तथा X - अक्ष के इस प्रकार अनुदिश है कि इसका एक फलक निम्न चित्रानुसार `x=+10` सेमी. तथा दूसरा फलक `x=-10` सेमी. पर है। (a ) प्रत्येक चपटे फलक से गुजरने वाला नेट बहिमुर्खी फ्लक्स कितना है? (b ) सिलिण्डर के पार्श्व से गुजरने वाला फ्लक्स कितना है? (c ) सिलिण्डर से गुजरने वाला नेट बहिर्मुखी फ्लक्स कितना है? (d ) सिलिण्डर के भीतर नेट आवेश कितना है? |
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Answer» (a ) चित्र से स्पष्ट है कि बाएँ फलक पर E तथा `DeltaS` परस्पर समांतर हैं अतः ये बहिमुर्खी फ्लक्स है। `phi_(L)=vecE.vec(DeltaS)=-200 hati.DeltaS` `=+200DeltaS" चूँकि "hati. DeltaS=-DeltaS` `=+200xxpi(0.05)^(2)` `=+1.57"N m"^(2)C^(-1)` दाएँ फलक पर `vecE` एवं `vec(DeltaS)` समांतर हैं अतः `vecE=200 hatiN//C` या `" "Deltavec(S)=DeltaS.hati=pi(0.05)^(2)hatim^(2)` अतः बाहर की और कुल फ्लक्स `phi_(E)=vecE.DeltavecS` `=1.57"N m"^(2)C^(-1)` (b ) सिलिण्डर के भुजा के सिरों के किसी भी बिंदु पर विद्युत फ्लक्स E पर `DetlaS` के अभिलंबवत है अतः `vecE.Delta vecS=0` अर्थात सिलिण्डर के पार्श्व के बाहर फ्लक्स का मान शून्य होगा। (c ) सिलिण्डर से बाहर गुजरने वाला कुल फ्लक्स `phi_(E)=phi_(L)+phi_(R)=1.57+1.57=3.14"N m"^(2)C^(-1)` (d ) सिलिण्डर के अंदर नेट फ्लक्स का मान गॉस के नियम द्वारा ज्ञात किया जा सकता है । अतः `q=epsilon_(0)phi` `=3.14xx8.854xx10^(-12)C` `=2.78xx10^(-11)C.` |
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| 4. |
`0.4 muC` आवेश के किसी छोटे गोले पर किसी अन्य छोटे आवेशित गोले के कारण वायु में `0.2 N` बल लगता है। यदि दूसरे गोले पर `0.8 muC` आवेश हो तो (a) दोनों गोलों के बीच कितनी दुरी है? |
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Answer» दिया है- `q_(1) = 4 muC = 4 xx 10^(-6)C` `q_(2) = 0.8 muC` `= - 0.8 xx 10^(-6)C` `F = 0.2 N, r = ?` `F = (1)/(4pi epsi_(0)) (q_(1) q_(2))/(r^(2))` या `r^(2) = (1)/(4pi epsi_(0)) (q_(1)q_(2))/(F)` `r = (9 xx 10^(9) xx 0.4 xx 10^(-6) xx 0.8 xx 10^(-6))/(0.2)` या `r = 12 xx 10^(-2) = 0.12 m = 12 cm` |
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| 5. |
`0.4muC` आवेश के किसी छोटे गोले पर किसी अन्य छोटे आवेशित गोले के कारण वायु में 0.2 N बल लगता है। यदि दूसरे गोले पर `0.8muC` आवेश हो, तो (a ) दोनों गोलों के बीच कितनी दुरी है? (b ) पहले गोले के कारण कितना बल लगता है? |
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Answer» दिया ह - `q_(1)=4muC=4xx10^(-6)C` `q_(2)=-0.8muC=-0.8xx10^(-6)C` `F=0.2N, r= ?` प्रयुक्त सूत्र - `F=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q_(1)q_(2))/(r^(2))` या `" "r^(2)=(1)/(4pi epsilon_(0))(q_(1)q_(2))/(F)` `=(9xx10^(9)xx0.4xx10^(-6)xx0.8xx10^(-6))/(0.2)` `=144xx10^(-4)` या `" "r=12xx10^(-2)=0.12` मी. या `" "r = 12 `सेमी । (b ) चूँकि `vecF_(12)=vecF_(12)` अतः दूसरे गोले पर पहले गोले के कारण आरोपित बल का मान 0.2 N होगा । |
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| 6. |
2.4 मी. व्यास के किसी एकसमान आवेशित चालक गोले का पृष्ठीय आवेश घनत्व `80.0mu//Cm^(2)` है- (a ) गोले का आवेश ज्ञात कीजिए - |
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Answer» दिया है - व्यास = 2.4 मी. अतः`" "` त्रिज्या `r=(2.4"मी.")/(2)=1.2" मी."` `sigma=80muCm^(-2)=80xx10^(-6)Cm^(-2)` गोले का आवेश `q=4pir^(2)sigma` `=4xx3.14xx(1.2)^(2)xx80xx10^(-6)` `=1.45xx10^(-3)C` |
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| 7. |
एक पतली`b = 2a` की चकती में a त्रिज्या का सकेंद्री छिद्र किया गया। एकसमान आवेश घनत्व `sigma` है। केंद्र से h ऊंचाई पर विद्युत क्षेत्र `(h lt lt a)` का मान होगा - A. `(sigmah)/(2a epsilon_(0))`B. `(sigma h)/(4aepsilon_(0))`C. `(sigmah)/(8a epsilon_(0))`D. `(sigmah)/(a epsilon_(0))`. |
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Answer» Correct Answer - a आवेशित चालक से x दुरी पर अक्षीय स्थिति से, विद्युत - क्षेत्र `E=(sigma)/(2epsilon_(0))[1-(1)/(sqrt(R^(2)+x^(2)))]` पूर्ण चकती R = 2a के कारण h ऊँचाई पर विद्युत - क्षेत्र `E_(1)=(sigma)/(2epsilon_(0))[1-(h)/(sqrt(4a^(2)+h^(2)))]` `=(sigma)/(2epsilon_(0))[1-(h)/(2a)]," "[hlt lt a]` h ऊँचाई R = a पर चकती के कारण विद्युत-क्षेत्र `E_(2)=(sigma)/(2epsilon_(0))[1-(h)/(2a)]` अतः सम्पूर्ण चकती के कारण विद्युत - क्षेत्र `E=E_(1)-E_(2)=(sigmah)/(4epsilon_(0)a)` |
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| 8. |
एक आवेश q , आवेशों `q_(1)` व `q_(2)` में विभक्त हो जाता है जिनके मध्य की दुरी r है। अतः `q_(1)` व `q_(2)` के मध्य अधिकतम प्रतिकर्षण की स्थिति में संबंध स्थापित कीजिए । |
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Answer» माना `q_(1)+q_(2)=q` अर्थात `q_(2)=q-q_(1)` प्रतिकर्षण बल `F=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q_(1)(q-q_(1)))/(r^(2))` अधिकतम बल के लिए, `" "(dF)/(dq_(1))=0` या `" "(d)/(dq_(1))([q_(1)(q-q_(1))])/(4pi epsilon_(0)r^(2))=0` या`" "(d)/(dq_(1))[q_(1)(q-q_(1))]=0, [because 4pi epsilon_(0)r^(2)=1]` या `" "(d)/(dq_(1))[qq_(1)-q_(1)^(2)]=0` या `" "q-2q_(1)=0` या `" "q_(1)=(q)/(2)` अतः `" "q_(2)=q-q_(1)=a-(q)/(2)=(q)/(2)` अर्थात `q_(1)=q_(2)=(q)/(2)`. |
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| 9. |
-10^(-8)कुलॉम और 10^(-8)कुलॉम के दो आवेश एक - दूसरे से 10cm की दुरी पर रखे जाते हैं। दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के अनुदिश `+10^(-8)` कुलॉम आवेश से 0.05 मीटर की दुरी पर ऋणावेश से विपरीत विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता व दिशा ज्ञात कीजिए । |
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Answer» (c) `E=(1)/(4pi epsilon_(0))(2p)/((r^(2)-l^(2))^(2))` `=(9xx10^(9)xx2xx10^(-8)xx0.1)/([(0.1)^(2)-(0.05)^(2)]^(2))` `=(18)/([0.01-0.0025]^(2))=(18)/((0.0075)^(2))` `=3.2xx10^(5)NC^(-1)` |
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| 10. |
`Cu^(++)` पर कितने कुलॉम आवेश है? |
| Answer» `q = n e " से "q=2xx1.6xx10^(-19)=3.2xx10^(-19)` कूलॉम | | |
| 11. |
यदि शुद्ध जल का परावैद्युतांक 81.0 हो, तो उसकी निरपेक्ष विद्युतशीलता कितनी होगी? `( epsilon_(0)=8.86xx10^(12)"कुलॉम"^(2)//"न्यूटन मीटर"^(2) )` |
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Answer» `epsilon=epsilon_(0)epsilon_(r)=81xx8.86xx10^(-12)` `=7.18xx10^(-10)C^(2)//N-m^(2).` |
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| 12. |
दो बिंदु आवेश `q_(A)=3muC` तथा `q_(B)=-3muC` निर्वात में एक - दूसरे से 20 सेमी. दूरी पर स्थित हैं। (b) यदि `1.5xx10^(-9)C` परिणाम का कोई ऋणात्मक परिक्षण आवेश इस बिंदु पर रखा जाए ,तो यह परिक्षण आवेश कितने बल का अनुभव करेगा ? |
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Answer» (b) बल `F=q_(0)F` `=1*5xx10^(-9)xx5*4xx10^(6)` `=8*1xx10^(-3)N(vecOA" के अनुदिश ")` |
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| 13. |
दो बिंदु आवेश `q_(A) = 3 muC` तथा `q_(B) = -3muC` निर्वात में एक-दूसरे से दुरी पर स्थित है- यदि `1.5 xx 10^(9) C` परिमाण का कोई ऋणात्मक परीक्षण आवेश इस बिंदु पर रखा जाये तो यह परीक्षण आवेश कितने बल का अनुभव करेगा? |
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Answer» बल `vec(F) = q_(0) vec(E)` `= 1.5 xx 10^(-9) xx 5.4 xx 10^(6)` `= 8.1 xx 10^(-3)N` (`vec(OA)` के अनुदिश)। |
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| 14. |
दो आवेशों `2muC` और `-2muC` एक - दूसरे से `10^(-2)` मीटर दुरी पर स्थित हैं। इस द्विध्रुव की निरक्षीय स्थिति हैं। इस द्विध्रुव की निरक्षीय स्थिति में इससे 0.3 मीटर दुरी पर विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए । |
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Answer» दिया है - `q=2muC=2xx10^(-6)" कुलॉम "2a=10^(-2)` मीटर तथा r = 0.3 मीटर . E = ? `therefore" "p=2xx10^(-6)xx10^(-2)=2xx10^(-8)` कुलॉम /मीटर सूत्र - `E=(1)/(4piepsilon_(0)).(p)/(r^(3))` `E=(9xx10^(9)xx2xx10^(-8))/((0.3)^(3))=(180)/(27xx10^(-3))` `=6.6xx10^(3)` न्यूटन/कुलॉम |
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| 15. |
दो बिंदु आवेश `+3muC" और "-3muC` एक - दूसरे से अल्प दुरी `2xx10^(-3)` मीटर पर स्थित हैं। इस वैद्युत द्विध्रुव से 0.6मीटर की दुरी पर निरक्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता क्या होगी ? द्विध्रुव को `90^(@)` के कोण से घुमा देने पर उसी बिंदु पर विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता क्या होगी ? |
| Answer» `E=(1)/(4pi epsilon_(0))(p)/(r^(3)), 90^(@)` से अक्षीय घुमाने पर बिंदु अक्षीय स्थिति में होगा | |
| 16. |
`pm10muc` के दो आवेश एक - दूसरे से 5.0 mm की दुरी पर स्थित हैं । (a ) इस द्विध्रुव के अक्ष पर द्विध्रुव के केंद्र O से चित्र (a ) में दर्शायें अनुसार , धनावेश की और 15 सेमी दुरी पर स्थित किसी बिंदु p पर तथा (b ) द्विध्रुव के अक्ष के अभिलंबवत O से चित्र (b ) के अनुसार गुजरने वाली रेखा से 15 सेमी दुरी पर स्थित किसी बिंदु Q पर विद्युत - क्षेत्र का मान ज्ञात कीजिए । |
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Answer» दिया है - `q=10muC=10xx10^(-6)C=10^(-5)C,` `2a=5mm=5xx10^(-3)m, r=15" सेमी "=15xx10^(-2)" मी."` (a ) बिंदु p पर आवेश`+10muC` के कारण विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `E_(p)=(1)/(4pi epsilon_(0)).(2p)/(r^(3))=(1)/(4pi epsilon_(0))(2(qxx2a))/(r^(3))` `=9xx10^(9)xx(2xx10^(-5)xx5xx10^(-3))/((15xx10^(-2))^(3))` `=2.66xx10^(5)"NC"^(-1)" "`(`vec(AB)` के अनुदिश ) (b ) आवेश Q की निरक्षीय स्थिति में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `E_(Q)=(1)/(4pi epsilon_(0))(p)/(r^(3))` `=(1)/(4pi epsilon_(0))((q.2a))/(r^(3))=(9xx10^(9)xx10^(-5)xx5xx10^(-3))/((15xx10^(-2))^(3))` `=1.33xx10^(-5)"NC"^(-1)" "` (`vec(BA)` के अनुदिश ) |
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| 17. |
दो समान आवेशों Q को मिलाने वाली रेखा के मध्य बिंदु पर q आवेश स्थित है। आवेशों का यह निकाय संतुलन में रहेगा, यदि q का मान है -A. `(Q)/(4)`B. `(-Q)/(4)`C. `(Q)/(2)`D. `(-Q)/(2)` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 18. |
`4muC` के दो बराबर तथा विपरीत आवेशों के बीच की दुरी 5 सेमी है। इस वैद्युत द्विध्रुव के आघूर्ण की गणना कीजिए । |
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Answer» `p=qxx2a=4xx10^(-6)xx5xx10^(-2)` `=20xx10^(-8)=2xx10^(-7)` सेमी |
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| 19. |
एक बिंदु आवेश के कारण 3 मीटर की दुरी पर विद्युत क्षेत्र 500 न्यूटन/कूलॉम है। आवेश का परिमाण होगा -A. `2.5muC`B. `2muC`C. `1muC`D. `0.5muC` |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 20. |
विद्युत फ्लक्स अदिश राशि है या सदिश? |
| Answer» विद्युत फ्लक्स एक अदिश राशि है। | |
| 21. |
किसी बिंदु आवेश के कारण उस बिंदु को केंद्र मानकर खींचें गये 10 सेमी त्रिज्या के गोलीय गॉसिय पृष्ठ पर विद्युत फ्लक्स `-1.0xx10^(3)Nm^(2)//C` है - (a ) यदि गॉसिय पृष्ठ की त्रिज्या दो गुनी कर दी जाए तो पृष्ठ से कितना फ्लक्स गुजरेगा ? |
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Answer» दिया है - `phi_(E)=-1.0xx10^(3)Nm^(2)//C, r=10.0` सेमी यदि गॉसिय पृष्ठ की त्रिज्या को दो गुनी कर दिया जाये तब भी उसके पृष्ठ से गुजरने वाले फ्लक्स का मान वही होगा , क्योंकि फ्लक्स का मान आवेश पर निर्भर करता है। अतः गॉसिय पृष्ठ से गुजरने वाला वैद्युत वाला वैद्युत फ्लक्स `-1.0xx10^(3)Nm^(2)//C` होगा । |
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| 22. |
किसी क्षेत्र E में रखे आवेश Q पर कार्यरत बल कितना होता है? |
| Answer» Correct Answer - `F = QE` | |
| 23. |
उस बिंदु आवेश का परिमाण क्या होगा जो 60 सेमी की दुरी पर 2 न्यूटन/कूलॉम का विद्युत - क्षेत्र उत्पन्न करता है-A. `8xx10^(-11)C`B. `2xx10^(-12)C`C. `3xx10^(-11)C`D. `6xx10^(-10)C` |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 24. |
वैद्युत द्विध्रुव आघूर्ण की दिशा क्या होती है? यह अदिश राशि है या सदिश । |
| Answer» ऋणावेश से धनावेश की और, सदिश राशि। | |
| 25. |
`phi_(E)=-5xx10^(3)" न्यूटन - मीटर"^(3)` प्रति कुलॉम का विद्युत फ्लक्स 20 सेमी त्रिज्या के गॉसिय पृष्ठ से गुजरता है। आवेश उसके केंद्र पर स्थित है, तब - (i ) गॉसिय पृष्ठ द्वारा घेरे गये आवेश की गणना कीजिए । |
| Answer» (i) सूत्र - `phi_(E)=(q)/(epsilon_(0))" से "q=phi_(E)xx epsilon_(0),`कूलॉम | |
| 26. |
निम्नलिखित में से कौन - से चित्र विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करते - चित्र (c ) |
| Answer» (c) विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करता, क्योंकि दो बल रेखाएँ एक-दूसरे को कभी नहीं कटती । | |
| 27. |
चित्र में A B और C तीन आवेशित कण दिखाये गये हैं जो एकसमान विद्युत - क्षेत्र में गति करते हैं। तीनों आवेशों के चिन्ह बताइये । किस कण का आवेश और द्रव्यमान का अनुपात अधिक है? |
| Answer» A और B ऋणावेश है तथा C में धनावेश है। (क्योंकि विजातीय आवेशों में आकर्षण होता है) कण C का आवेश और द्रव्यमान का अनुपात अधिक है। कण C में आवेश अधिक और उसका द्रव्यमान कम है। अतः उसका विक्षेप अधिक होगा । | |
| 28. |
निम्नलिखित में से कौन - से चित्र विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करते - चित्र (a ) |
| Answer» (a)विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करता, क्योंकि विद्युत क्षेत्र रेखाएँ चालक के तल के लंबवत करता नहीं करता हैं। | |
| 29. |
निम्नलिखित में से कौन - से चित्र विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करते - चित्र (b ) |
| Answer» (b) विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित करता है। | |
| 30. |
E तीव्रता वाले विद्युत क्षेत्र में रखे q आवेश पर कितना बल लगेगा ? |
| Answer» Correct Answer - `F=qE`. | |
| 31. |
एक बिंदु पर `15muC` आवेश पर 2.25 न्यूटन का बल कार्य करता है। उस बिंदु पर विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता क्या होगी ? |
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Answer» दिया है- `q=15muC=15xx10^(-6)C, F=2.25` न्यूटन , E = ? सूत्र - `F=qE` से, `E=(F)/(q)=(2.25)/(15xx10^(-6))=0.15xx10^(6)` `=1.5xx10^(-6)` न्यूटन/कुलॉम |
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| 32. |
एक `alpha-`कण 5*10^4 न्यूटन/कुलॉम के विद्युत क्षेत्र में रखा है। उस पर लगने वाले बल की गणना कीजिए । (`e=1.6xx10^(-19)` कुलॉम) |
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Answer» `F=qE rArr 2xx1.6xx10^(-19)xx5xx10^(4)` [ `alpha` कण में 2 प्रोटॉन होते हैं q = 2e] `rArr 16xx10^(-15)=1.6xx10^(-14)N.` |
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| 33. |
चित्र के अनुसार किसी समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर स्थित आवेशों q, q तथा `-q` है। प्रत्येक आवेश पर लगने वाले बल की गणना कीजिए । |
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Answer» उपरोक्त चित्रानुसार माना A, B, C पर आवेश q, q व `-q` स्थित है । A पर स्थित आवेश q पर अन्य आवेशों, जैसे `-B` पर स्थित आवेश q के कारण बल `vec(F_(12)), vec(BA)` के अनुदिश होगा तथा C पर स्थित `-q` आवेश के कारण `vec(F_(11)), vec(A)C` बल के अनुदिश है। समांतर चतुर्भुज नियम द्वारा A पर स्थित आवेश q पर कुल बल `vec(F_(1))` है। अतः `vec(F_(1))=Fhatr_(1)` यहाँ `hatr_(1),vec(B)C` के अनुदिश एकांक सदिश है। आवेशों के प्रत्येक जोड़े के लिए आकर्षण या प्रतिकर्षण बलों के परिमाण समान हैं तथा `F=(q^(2))/(4pi epsilon_(0)l^(2))` इसी प्रकार B पर स्थित आवेश q पर कुल बल `vec(F_(2))=F hatr_(2)` जहाँ `hatr_(2), vec(A)C` के अनुदिश एकांक सदिश है। अतः `F_(3)=sqrt(F_(1)^(2)+F_(2)^(2)+2F_(1)F_(2)cos theta) hati` या `" "F_(3)=sqrt(F^(2)+F^(2)+2F xx F cos 60^(@)) hatr` या `" "vec(F_(3))=sqrt3 Rhatr` जहाँ `hatr, angleABC` के समद्विभाजक की दिशामें एकांक सदिश है जिसकी दिशा `angleBCA` को समद्विभाजित करने वाली रेखा के अनुदिश है। |
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| 34. |
तीन आवेश `q_(1),q_(2),q_(3)` में प्रत्येक का आवेश q के बराबर तथा l भुजा वाले समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर स्थित है। चित्र के अनुसार त्रिभुज के केंद्र पर स्थित आवेश Q (जो q का सजातीय ) पर लगने वाले परिणामी बल का मान ज्ञात कीजिए । |
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Answer» माना दिये गये समबाहु त्रिभुज ABC की भुजा l है। भुजा BC और लम्ब AD डालने पर , `AD=AC cos 30^(@)=((sqrt3)/(2))l` तथा A से केन्द्रक की दुरी `AD=((2)/(3))AD=((1)/(sqrt3))l` अतः A पर स्थित आवेश q के कारण Q पर बल `vec(F_(1))=(3)/(4pi epsilon_(0)).(Qq)/(l^(2))," "`(`vec(AO)` के अनुदिश ) इसी प्रकार B स्थित आवेश q के कारण Q पर बल `vec(F_(2))=(3)/(4pi epsilon_(0)).(Qq)/(l^(2))," "` (`vec(BO)`के अनुदिश ) अतः C पर स्थित आवेश q के कारण Q पर बल `vec(F_(3))=(3)/(4pi epsilon_(0)).(Qq)/(l^(2))," "` (`vec(CO)` के अनुदिश ) बलों `vec(F_(2))` तथा `vec(F_(3))` का परिणामी समांतर चतुर्भुज नियम द्वारा `((3)/(4pi epsilon_(0)).(Qq)/(l^(2))),OA` के अनुदिश है। अतः Q पर कुल बल `=(3)/(4pi epsilon_(0)).(Qq)/(l^(2))(hatr - hatr)=0` यहाँ, `hatr` OA के अनुदिश एकांक सदिश है । सममिति द्वारा भी यह स्पष्ट है कि उन तीनों बलों का योग शून्य होगा । |
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| 35. |
ABC एक समबाहु त्रिभुज है जिसकी प्रत्येक भुजा की लम्बाई 5 सेमी है। A पर `+100` स्थैत कूलॉम तथा B पर `-50` स्थैत कूलॉम का आवेश स्थित है। बिंदु C पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता तथा दिशा ज्ञात कीजिए । |
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Answer» `E^(2)=E_(1)^(2)+E_(2)^(2)+2E_(1)E_(2) cos 120^(@)` `E_(1)=(100)/(5^(2)) " और "E_(2)=(50)/(5^(2))` `therefore " "tan theta=(E_(1) sin 120^(@))/(E_(2)+E_(1)cos 120^(@))` `cos 120^(@)=(1)/(2), sin 120^(@)=(sqrt3)/(2)` 5.291 डाइन प्रति स्थैत कूलॉम BC के लंबवत |
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| 36. |
एक बंद पृष्ठ के लिए अंदर और बाहर की और गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स क्रमशः `8xx10^(3)` और `4xx10^(3)` न्यूटन मीटर प्रति कूलॉम है। तब पृष्ठ के अंदर कुल आवेश है -A. `4xx10^(3)C`B. `-4xx10^(3)C`C. `(-4xx10^(3))/(epsilon_(0))C`D. `-4xx10^(3)epsilon_(0)C` |
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Answer» Correct Answer - b `q=phi_(E).epsilon_(0)=(-8xx10^(3)+4xx10^(3))epsilon_(0)` `-4xx10^(3)epsilon_(0)` कूलॉम| |
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| 37. |
किसी आसमान विद्युत - क्षेत्र से `30^(@)` के कोण पर एक वैद्युत द्विध्रुव रखा हुआ है। द्विध्रुव अनुभव करेगा-A. क्षेत्र की लंबवत दिशा में केवल एक स्थानांतरीय बलB. एक बल-आघूर्ण तथा एक स्थानांतरीय बल दोनोंC. केवल एक बल-आघूर्णD. क्षेत्र की दिशा में केवल एक स्थानांतरीय बल । |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 38. |
निम्नलिखित में से कौन - से चित्र विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करते - चित्र (d ) |
| Answer» (d) विद्युत क्षेत्र रेखाओं को प्रदर्शित नहीं करता , क्योंकि विद्युत क्षेत्र रेखाएँ ऋणावेश से कभी प्रारम्भ नहीं होती । | |
| 39. |
1 कुलॉम आवेश वाले दो कणों के बीच की दुरी 1 किमी है। उनके बीच लगने वाले बल की गणना कीजिए । |
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Answer» प्रश्नानुसार, `q_(1)=q_(2)=1C, r=1` किमी `=10^(3)` मीटर `therefore" "` आवेशों के मध्य लगने वाला बल `F=(1)/(4pi epsilon_(0))(q_(1)q_(2))/(r^(2))=9xx10^(9)xx(1xx)/((10^(3))^(2))` `=9xx10^(9-6)` `therefore" "F=9xx10^(3)` न्यूटन |
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| 40. |
E तीव्रता वाले विद्युत - क्षेत्र में q आवेश रखने पर उस पर लगने वाला होगा -A. `F=(E)/(q)`B. `F=(q)/(E)`C. `F=qE`D. `F=E-q` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 41. |
धातु के एक गोले A पर `+10muC` आवेश है। इसे दूसरे समान गोले B से स्पर्श कराया जाता है। गोले A पर कितना आवेश रह जायेगा ? |
| Answer» Correct Answer - `+5muC.` | |
| 42. |
एक वैधुत द्विध्रुव को आसमान विद्युत - क्षेत्र के (i ) समांतर और (ii ) अभिलंबवत रखा जाता है। वैधुत द्विध्रुव की गति की विवेचना कीजिए । |
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Answer» (i ) वैधुत द्विध्रुव पर एक परिणामी बल कार्य करेगा जिससे वह बल की दिशा में गति करेगा । (ii ) वैधुत द्विध्रुव पर एक बलयुग्म तथा एक बल लगेगा जिससे उसमें घूर्णन तथा स्थानांतरीय दोनों प्रकार की गतियाँ होंगी । |
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| 43. |
प्रत्येक 1 कुलॉम के दो आवेश 1 कि. मी. की दुरी पर स्थित हैं। उनके बीच लगने वाला बल हैं-A. `9xx10^(3)` न्यूटनB. `9xx10^(-3)` न्यूटनC. `1.1xx10^(-4)` न्यूटनD. `10^(-4)` न्यूटन |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 44. |
गुहिया युक्त एक चालक को आवेश दिया जाता है। यदि गुहिया के अंदर बिंदु A विद्युत - क्षेत्र `E_(A)` गुहिया के बाहर चालक के अंदर बिंदु B विद्युत - क्षेत्र `E_(B)` तथा चालक के बाहर बिंदु C विद्युत - क्षेत्र `E_(C)`है तो बिंदु A, B और C पर विद्युत - क्षेत्र `E_(A),E_(B)` और `E_(C)` के मान होंगे -A. `E_(A)=0, E_(B)=0, E_(C)=0`B. `E_(A)=0, E_(B)=0, E_(C) ne 0`C. `E_(A) ne 0, E_(B)=0, E_(C) ne 0`D. `E_(A) ne 0, E_(B) ne 0, E_(C)ne0.` |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 45. |
एक वैधुत द्विध्रुव से r दुरी पर स्थित किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र का मान अनुक्रमानुपाती होता है -A. `(1)/(r)` केB. `(1)/(r^(2))` केC. `(1)/(r^(3))` केD. `r^(2)` के | |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 46. |
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक हैं -A. जल/कुलॉमB. न्यूटन/कुलॉमC. वोल्टD. न्यूटन/वोल्ट । |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 47. |
विद्युत क्षेत्र की तीव्रता से क्या तात्पर्य है? उसका मात्रक एवं विमीय सूत्र भी लिखिए। |
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Answer» विद्युत क्षेत्र में किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता, उस बिंदु पर रखे एकांक धन आवेश पर लगने वाले बल के बराबर होती है। यह एक सदिश राशि होती है। इसकी दिशा वह होती है जिसमे एकांक धनावेश पर बल लगता है। यदि बिंदु आवेश q के कारण किसी बिंदु P पर रखे परीक्षण `q_(0)` आवेश पर लगने वाला बल `vec(F)` हो, तो बिंदु P पर विद्युत तीव्रता `vec(E) = (vec(F))/(q_(0))` S.I पद्धति में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मात्रक न्यूटन/कॉलम है। `[E] = [(F)/(q_(0))] = [(MLT^(-2))/(AT)]` `= [MLT^(-3) A^(-1)]` |
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| 48. |
विद्युत क्षेत्र तीव्रता के S.I. मात्रक लिखिए। |
| Answer» Correct Answer - न्यूटन/कॉलम | |
| 49. |
विद्युत बल रेखाएँ लम्बाई के अनुदिश संकुचित होती हैं जबकि अनुप्रस्थ रूप से फैली होती हैं। यह क्या दर्शाती हैं? |
| Answer» लम्बाई के अनुदिश संकुचन विपरीत आवेशों के मध्य आकर्षण को दर्शाता है जबकि अनुप्रस्थत: फैलाव समान आवेशों के मध्य प्रतिकर्षण बल को दर्शाता है। | |
| 50. |
गॉस का निंयम सत्य होगा, यदि किसी आवेश के कारण बल निम्नानुसार परिवर्तित होता है-A. `r^(-1)`B. `r^(-2)`C. `r^(-3)`D. `r^(-4)` |
| Answer» Correct Answer - a | |