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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 1. | भारत में सबसे पहले स्थापित की गई लौह-इस्पात कम्पनी निम्नलिखित में से कौन-सी है-(क) भारतीय लौह एवं इस्पात कम्पनी (आई०आई०एस०सी०ओ०)(ख) टाटा लौह एवं इस्पात कम्पनी (टी०आई०एस०सी०ओ०)(ग) विश्वेश्वरैया लौह तथा इस्पात कारखाना(घ) मैसूर लोहा तथा इस्पात कारखाना। | 
| Answer» (ख) टाटा लौह एवं इस्पात कम्पनी (टी०आई०एस०सी०ओ०)। | |
| 2. | कौन-सा औद्योगिक अवस्थापना का एक कारण नहीं है-(क) बाजार(ख) पूँजी(ग) जनसंख्या घनत्व(घ) ऊर्जा। | 
| Answer» (ग) जनसंख्या घनत्व। | |
| 3. | हुगली औद्योगिक प्रदेश का केन्द्र है-(क) कोलकाता-हावड़ा(ख) कोलकाता-रिशरा(ग) कोलकाता-मेदनीपुर(घ) कोलकाता-कोन नगर। | 
| Answer» (क) कोलकाता-हावड़ा। | |
| 4. | नई औद्योगिक नीति की घोषणा कब की गई-(a) सन् 1991 में(b) सन् 1994 में(c) सन् 2001 में(d) सन् 2011 में। | 
| Answer» (a) सन् 1991 में। | |
| 5. | औद्योगिक समूहन की पहचान के लिए उपयोग में लाए गए सूचकों के नाम लिखिए। | 
| Answer» स्थानीकरण के अनुकूल कारकों के प्रभाव से उद्योगों के समूहन की पहचान के लिए अनेक मापदण्डों का उपयोग किया जाता है। ये मापदण्ड (सूचक) हैं- ⦁    औद्योगिक इकाइयों की संख्या, | |
| 6. | भिलाई इस्पात संयन्त्र किस राज्य में है(a) छत्तीसगढ़(b) मध्य प्रदेश(c) उत्तर प्रदेश(d) कर्नाटक। | 
| Answer» (a) छत्तीसगढ़। | |
| 7. | चीनी उत्पादन में प्रथम स्थान पर है-(a) उत्तर प्रदेश(b) महाराष्ट्र(c) तमिलनाडु(d) कर्नाटक। | 
| Answer» सही विकल्प है (b) महाराष्ट्र। | |
| 8. | लोहा तथा इस्पात कारखाना सर्वप्रथम कहाँ लगाया गया-(a) पश्चिम बंगाल में(b) उत्तर प्रदेश में(c) गुजरात में(d) ओडिशा में। | 
| Answer» (a) पश्चिम बंगाल में। | |
| 9. | लोहा-इस्पात उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है, ऐसा क्यों? | 
| Answer» लोहा-इस्पात उद्योग के विकास ने भारत में औद्योगीकरण के द्वार खोल दिए हैं। लगभग सभी क्षेत्र लोहा-इस्पात उद्योग पर निर्भर करते हैं। लोहा-इस्पात उद्योग में अन्य उद्योगों के लिए मशीनीकरण उपकरण आदि तैयार होते हैं। इसके विभिन्न उत्पाद अन्य उद्योगों के लिए कच्चा माल हैं। जीवन का प्रत्येक क्षेत्र लोहे से प्रभावित है; इसलिए यह उद्योग किसी देश के औद्योगिक विकास का आधार है। | |
| 10. | चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग क्यों है? | 
| Answer» चीनी उद्योग मूलत: गन्ने पर आधारित है और गन्ना एक मौसमी फसल है, अत: भारत में चीनी उद्योग एक मौसमी उद्योग है। | |
| 11. | बड़े पैमाने के उद्योग को समझाइए। | 
| Answer» बड़े पैमाने के उद्योग-इन उद्योगों की एक इकाई में बहुत बड़ी संख्या में श्रमिक कार्य करते हैं। इस प्रकार के उद्योग बहुत बड़ी मात्रा में विविध प्रकार का कच्चा माल, पूँजी, शक्ति एवं कुशल श्रम का प्रयोग करते हैं। इन उद्योगों की अन्य विशेषताएँ उच्च गुणवत्ता वाली अत्यधिक मात्रा का उत्पादन और जटिल प्रबन्ध व्यवस्था है। पटसन, सूती कपड़ा, चीनी, मशीनी औजार से सम्बन्धित उद्योग ‘बड़े पैमाने के उद्योग’ कहलाते हैं। | |
| 12. | चीनी उद्योग की उन्नति के लिए सुझाव दीजिए। | 
| Answer» चीनी उद्योग को उन्नत बनाने के सुझाव निम्नलिखित हैं- ⦁    चीनी उत्पादन का ढंग आधुनिक करना होगा। . | |
| 13. | नई औद्योगिक नीति के उद्देश्य क्या थे? | 
| Answer» नई औद्योगिक नीति के उद्देश्य निम्नलिखित थे- ⦁    उद्योगों से मिलने वाले लाभों की निरन्तरता को बनाए रखना। | |
| 14. | कृषि आधारित उद्योग किसे कहते हैं? कृषि पर आधारित उद्योगों के दो उदाहरण उनके कच्चे माल के नामों के साथ दीजिए। | 
| Answer» कृषि आधारित उद्योग-ऐसे उद्योग जिनके उत्पाद के लिए कच्चा माल कृषि से प्राप्त किया जाता है, “कृषि आधारित उद्योग’ कहलाते हैं। उदाहरण ⦁    चीनी उद्योग-कच्चा माल गन्ना। | |
| 15. | विनिर्माण उद्योग के सिद्धान्त को समझाइए। | 
| Answer» विनिर्माण उद्योग का सिद्धान्त-विनिर्माण उद्योग का एक सिद्धान्त यह है कि स्वरूप बदलने पर यदि वस्तु की क्षमता और उपयोगिता बढ़ती है तो उसका मूल्य भी बढ़ता है। उदाहरणत: कपास की तुलना में सूत का मूल्य अधिक होता है, परन्तु जब सूत से कपड़ा बनाया जाता है तो परिणामस्वरूप उसकी उपयोगिता और मूल्य दोनों बढ़ जाते हैं। | |
| 16. | पेट्रो-रासायनिक उद्योग के लिए कच्चा माल क्या है? इस उद्योग के लिए कुछ उत्पादों के नाम बताइए। | 
| Answer» पेट्रो-रासायनिक उद्योग के लिए कच्चा माल खनिज तेल तथा प्राकृतिक गैस है। इस उद्योग के प्रमुख उत्पाद हैं ⦁    बहुलक, | |
| 17. | कच्चे माल के आधार पर उद्योगों को वर्गीकृत कीजिए। | 
| Answer» कच्चे माल के आधार पर उद्योगों को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है- ⦁    कृषि आधारित उद्योग; जैसे-सूती वस्त्र उद्योग। | |
| 18. | ज्ञान आधारित उद्योग का उदाहरण है-(a) सॉफ्टवेयर(b) चिकित्सा उपकरण(c) कम्प्यूटर हार्डवेयर(d) उपर्युक्त सभी। | 
| Answer» (d) उपर्युक्त सभी। | |
| 19. | निजीकरण का क्या अर्थ है? | 
| Answer» निजीकरण का अर्थ है-देश के अधिकतर उद्योगों के स्वामित्व, नियन्त्रण तथा प्रबन्ध का निजी क्षेत्र में किया जाना। | |
| 20. | उपभोक्ता पदार्थ उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» ये वे उद्योग हैं जिनके उत्पाद का प्रयोग प्राय: दैनिक जीवन में अधिकतर लोग करते हैं। कागज, पैन, घड़ियाँ, वस्त्र, खाद्य पदार्थ इत्यादि के उद्योग उपभोक्ता उद्योग के उदाहरण हैं। | |
| 21. | स्वतन्त्र उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» स्वतन्त्र उद्योग-स्वतन्त्र उद्योग वे उद्योग होते हैं जो किसी स्थान विशिष्ट से बँधे नहीं होते। वे थोड़े से लाभों को ध्यान में रखकर किसी भी स्थान पर स्थापित हो जाते हैं, अत: उनके उत्पाद की लागत में थोड़ा-सा फर्क पड़ते ही वे अपना स्थान बदल लेते हैं। स्वतन्त्र उद्योग उन निष्कर्षण उद्योगों से भिन्न होते हैं जो किसी एक कारक अर्थात् कच्चे माल के स्रोत से बँधे होते हैं या उन सेवाओं से जिनका बाजार के समीप होना आवश्यक है अथवा ऐसे उद्योगों से जिनमें भारी पूँजी लगी हुई है और वे अब कभी स्थानान्तरित नहीं किए जा सकते। | |
| 22. | वैश्वीकरण क्या है? | 
| Answer» मुक्त व्यापार तथा पूँजी और श्रम की मुक्त गतिशीलता द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को अन्य देशों की अर्थव्यवस्था से जोड़ना ‘वैश्वीकरण’ है। | |
| 23. | निजी उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» निजी उद्योग में उद्योग का स्वामित्व किसी एक व्यक्ति, कुछ व्यक्तियों के समूह अथवा कम्पनी के पास होता है। उदाहरण-टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी। | |
| 24. | मध्यम पैमाने के उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» वे उद्योग जिनमें बड़े उद्योगों की अपेक्षा थोड़े श्रमिकों की सहायता से उत्पादन कार्य किया जाता है वे मध्यम पैमाने के उद्योग कहलाते हैं। रेडियो, टी०वी० आदि मध्यम पैमाने के उद्योग माने जाते हैं। | |
| 25. | विनिर्माण उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» कच्चे और अर्द्ध-निर्मित माल को मशीनों की सहायता से उपयोगी निर्मित माल में बदलने वाले उद्योग ‘विनिर्माण उद्योग’ कहलाते हैं। | |
| 26. | बड़े पैमाने के उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» ऐसे उद्योग जिनमें श्रमिकों की संख्या अधिक होती है, बड़े पैमाने के उद्योग कहलाते हैं; जैसे—लोहा-इस्पात उद्योग तथा सूती वस्त्र उद्योग। | |
| 27. | छोटे पैमाने के उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» ऐसे उद्योग जो स्थानीय आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं, जिनमें काम करने वाले श्रमिकों की संख्या कम होती है तथा जिन्हें प्रारम्भ करने के लिए थोड़ी पूँजी की आवश्यकता होती है, वे छोटे पैमाने के उद्योग कहलाते हैं; जैसे-साबुन बनाना, बीड़ी बनाना आदि। | |
| 28. | सहकारी उद्योग से क्या आशय है? | 
| Answer» जब कुछ लोग एक सहकारी समिति बनाकर किसी उद्योग को चलाते हैं तो उसे ‘सहकारी उद्योग’ कहते हैं। | |
| 29. | उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले चार कारकों के नाम लिखिए। | 
| Answer» उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले कारक- ⦁    कच्चे माल की उपलब्धता, | |
| 30. | ज्ञान आधारित उद्योग किसे कहते हैं? | 
| Answer» ऐसे उद्योग जिन्हें उत्पादन के लिए विशिष्ट नए ज्ञान, उच्च प्रौद्योगिकी और निरन्तर शोध और अनुसन्धान की आवश्यकता रहती है, ‘ज्ञान आधारित उद्योग’ कहलाते हैं। | |
| 31. | भारत के लोहे और इस्पात के कोई चार कारखानों के नाम लिखिए। | 
| Answer» लोहे और इस्पात के कारखानों के नाम निम्नलिखित हैं- ⦁    टाटा लोहा और इस्पात कम्पनी (TISCO), जमशेदपुर; | |
| 32. | भारत की इलेक्ट्रॉनिक राजधानी किसे कहा जाता है-(a) बंगलुरु(b) मुम्बई(c) कोलकाता(d) चेन्नई। | 
| Answer» (a) बंगलुरु। | |
| 33. | लौह-इस्पात उद्योग को आधारभूत उद्योग क्यों माना जाता है? | 
| Answer» लौह-इस्पात उद्योग एक आधारभूत उद्योग-लौह-इस्पात उद्योग आधुनिक औद्योगिक एवं आर्थिक विकास की धुरी बन गया है। इसे आधारभूत उद्योग माना जाता है, क्योंकि यह देश के औद्योगिक विकास की बुनियाद की रचना करता है। इसके उत्पाद (स्टील) से ही अन्य उद्योगों की मशीनों व अवसंरचना का निर्माण होता है इसलिए इसे अन्य उद्योगों की जननी भी कहा जाता है। | |
| 34. | भारत में सूचना प्रौद्योगिकी क्रान्ति के प्रमुख प्रभाव क्या हैं? | 
| Answer» सूचना प्रौद्योगिकी का भारत की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा है। सूचना प्रौद्योगिकी ने देश में आर्थिक और सामाजिक विकास की नई सम्भावनाएँ खोल दी हैं। इसने व्यापार प्रक्रिया को बाह्य स्रोत सम्बन्धी बना दिया है। भारतीय सॉफ्टवेयर उद्योग देश की अर्थव्यवस्था में तेजी से उभरकर आया है जिसके द्वारा व्यापार तथा अन्य क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है। | |
| 35. | भारत में सूती वस्त्र उद्योग के विकास के कारणों को समझाइए। | 
| Answer» भारत में सूती वस्त्र उद्योग के विकास के निम्नलिखित कारण हैं- ⦁    भारत एक उष्ण कटिबन्धीय देश है। सूती वस्त्र पहनना गर्म और आर्द्र जलवायु में आरामदायक रहता है। | |
| 36. | सूती वस्त्र उद्योग के दो सेक्टरों के नाम बताइए। वे किस प्रकार भिन्न हैं? | 
| Answer» भारतीय सूती वस्त्र उद्योग दो सेक्टरों में विभक्त है- ⦁    संगठित एवं संगठित सेक्टर में मिल उद्योग शामिल किए जाते हैं, जबकि विकेन्द्रित सेक्टर में हथकरघों (खादी सहित) तथा विद्युत करघों में उत्पादित कपड़ा आता है। | |
| 37. | ‘स्वदेशी’ आन्दोलन ने सूती वस्त्र उद्योग को किस प्रकार विशेष प्रोत्साहन दिया? | 
| Answer» ‘स्वदेशी’ आन्दोलन ने भारतीय सूती वस्त्र उद्योग को बहुत प्रोत्साहित किया। इस आन्दोलन में ब्रिटेन में बने वस्त्रों का बहिष्कार किया गया और भारतीय सामानों को उपयोग में लाने का आह्वान किया गया। ब्रिटेन में निर्मित वस्त्रों को आम जनता के सामने जलाया गया ताकि लोग ब्रिटिश वस्त्रों को त्यागकर भारतीय वस्त्रों को अपनाएँ। | |
| 38. | मुम्बई में सबसे पहला सूती वस्त्र कारखाना स्थापित किया गया, क्योंकि-(क) मुम्बई एक पत्तन है(ख) यह कपास उत्पादक क्षेत्र के निकट स्थित है(ग) मुम्बई एक वित्तीय केन्द्र था(घ) उपर्युक्त सभी। | 
| Answer» (घ) उपर्युक्त सभी। | |
| 39. | भारत में सर्वप्रथम सूती वस्त्र उद्योग कहाँ शुरू हुआ-(a) कोलकाता(b) मुम्बई(c) अहमदाबाद(d) कानपुर। | 
| Answer» सही विकल्प है (b) मुम्बई। | |
| 40. | टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी कहाँ पर स्थित है-(a) हजारीबाग(b) भिलाई(c) जमशेदपुर(d) कोलकाता। | 
| Answer» (c) जमशेदपुर। | |