1.

1.00 kg जल में कितने ग्राम KCl घोला जाए कि इसका हिमांक घटकर `-8.0^(@)C` हो जाये ? `(K_(f)(H_(2)O)=1.88^(@)C"kg mol"^(-1))` (परमाणु द्रव्यमान - K=39, Cl=35.5)

Answer» Correct Answer - 158.5 g
Kcl विलयन में निम्न प्रकार पूर्णतया वियोजित होता है-
`{:(,KCl,hArr,K^(+),+,Cl^(-)),("प्रारम्भ में ","1 मोल",,-,,-),("वियोजित के पश्चात",-,,"1 मोल",,"1 मोल"):}`
`i=("विलयन में मोलो की संख्या")/("प्रयुक्त मोलो की संख्या")=(1+1)/(1)=2`
माना, 1.00 kg जल में घोलने के लिए w g KCl की आवश्यकता है । अंतः विलयन की मोललता,
`m=(w//74.5)/(1)=(w)/(74.5)`
आवश्यक `DeltaT_(f)=0-(-8.0)=8.0^(@)C`
हिमांक में अवनमन की परिवर्द्धित समीकरण के अनुसार
`DeltaT_(f)=ixxK_(f)xxm`
`8=2xx1.88(w)/(74.5)`
या `w=(8xx74.5)/(2xx1.88)=158.5g`
अंतः KCl का आवश्यक द्रव्यमान 158.5 g है |


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