1.

NaCl के एक डेसीनॉर्मल विलयन का परासरण दाब 300 K पर 4.6 atm है । इसकी वियोजन की मात्रा की गणना कीजिए ।

Answer» NaCl जल में घुलकर `Na^(+)` तथा `Cl^(-)` आयनो में वियोजित होता है है यदि प्रारम्भ में NaCl का एक लिया जाये तथा उसकी वियोजन की मात्रा `alpha` हो तो ,
`{:(,NaCl,hArr,Na^(+),+,Cl^(-)),("प्रारम्भ में","1 मोल",,-,,-),("साम्यावस्था में",(1-alpha)"मोल",,alpha"मोल",,alpha"मोल"):}`
`:.`साम्यावस्था में कुल मोलो की संख्या `=1-alpha+alpha+alpha=1+alpha`
अतएव NaCl के लिए वांट हॉफ कारक,
`i=("विलयन में मोलो की संख्या")/("लिये गये मोलो की संख्या")=(1+alpha)/(1)=1+alpha`
प्रश्नानुसार, विलयन देसीनॉर्मल है । अतएव,
लिए गये NaCl के मोलो की संख्या (n)=0.1
विलयन का आयतन (V)=1L
परासरण दाब `(pi)=4.6" atm"`
ताप = 300 K
परासरण दाब की परिवर्द्धित समीकरण के अनुसार,
`piV="in RT"`
मानो को प्रतिस्थापित करने पर,
`4.6xx1=(1+alpha)xx0.1xx0.0821xx300`
या `alpha=((4.6)/(0.1xx0.0821xx300))-1=0.868`
अतएव NaCl की वियोजन की मात्रा 0.868 अथवा `86.8%` है


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