InterviewSolution
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3. इस covid-19 महामारी का हमारे सार्वजनिक जीवन मे प्रभाव और परिणाम। |
| Answer» TION:कोरोना वायरस महामारी इस सदी का सबसे बड़ा वैश्विक संकट है। इसका विस्तार और गहराई बहुत ज्यादा है। इस सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से पृथ्वी पर 7.8 अरब लोगों में से हर एक को खतरा है। इस बीमारी ने पूरे विश्व-के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और सभी बाजारों को बाधित कर दिया है।कोरोना वायरस ने जिस तरह से दुनिया के देशों की सरकारों की क्षमताओं या उनकी कमजोरियों को उजागर किया है, उससे काफी हद तक निश्चित है कि यह राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्र में मौजूदा तौर-तरीकों में स्थायी रूप से ऐसे बड़े बदलाव लाएगा, जो केवल बाद में ही चलकर पूरी तरह स्पष्ट हो पाएंगे।कोरोना वायरस महामारी से पैदा वित्तीय और आर्थिक संकट 2008-2009 की बड़ी मंदी के प्रभाव से ज्यादा हो सकता है। बर्लिन की दीवार के गिरने या लेहमैन ब्रदर्स के पतन की तरह कोरोना वायरस महामारी भी एक बड़ी घटना है। इसके दूरगामी परिणामों की हम आज केवल कल्पना ही कर सकते हैं।कोरोनो वायरस ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के उन आर्थिक दोषों को भी उजागर किया है, जिनकी अभी तक शांति काल में अनदेखी करना बहुत आसान था। कोविड-19 महामारी वैश्विक आर्थिक गति की दिशाओं को भले ही मौलिक रूप से नहीं बदलेगी लेकिन यह कुछ ऐसी प्रवृत्तियों की गति को और तेज कर देगी, जो पहले से ही चल रही हैं।कोरोना वायरस विश्व के औद्योगिक विनिर्माण के मौजूदा मूल सिद्धांतों को कमजोर कर रहा है। वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाएं पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक दोनों रूप से समस्याओं से घिरी हुईं थीं। | |