1.

4. केवल पढ़ने के लिए दी गई रामदरश मिश्र की कविता 'चिट्ठियाँ' ध्यानपूर्वक पढ़िए और विचार कीजिए कि क्या यह कविता केवल लेबॉक्स में पड़ी निर्धारित पते पर जाने के लिए तैयार चिट्ठियों के बारे में हैया रेल के डिब्बे में बैठी सवारी भी उन्हीं चिट्ठियों की तरह हैं जिनके पारउनके गंतव्य तक का टिकट है। पत्र के पते की तरह और क्या विद्याल.भी एक लेटर बाक्स की भाँति नहीं है जहाँ से उत्तीर्ण होकर विद्यार्थी अनेकक्षेत्रों में चले जाते हैं? अपनी कल्पना को पंख लगाइए और मुक्त मन इस विषय में विचार-विमर्श कीजिए।​

Answer» PLEASE MARK me BRAINLIST please mark me brainlist please mark me brainlist


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