 
                 
                InterviewSolution
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    				| 1. | `6.0` डेसीमी त्रिज्या और `2.0` डेसीमी ऊँचाई के एक ठोस बेलन को पिघलाया जाता है और उसमे एक लंबवृत्तीय शंकु जिसकी ऊँचाई बेलन की तीन गुनी है, बनाया जाता है। शंकु का वक्रपृष्ठ ज्ञात कीजिए। | 
| Answer» प्रश्नानुसार बेलन के आधार की त्रिज्या `r=6.0` डेसीमी व बेलन की ऊँचाई `h=2.0` डेसीमी पिघलाने के बाद शंकु की ऊँचाई `=3xx2=6` डेसीमी `:.` तिर्यक ऊँचाई `l=sqrt(r^(2)+h^(2))=sqrt(36+36)=6sqrt(2)` `:.` शंकु का वक्रपृष्ठ `=pirl=pixx6xx6sqrt(2)=36sqrt(2)pi` वर्ग डेसीमीटर | |