InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
994 तीच फिर सार भाव कविता को जिनकपक्तियों में आए हैं, उन्हें दाँटी-कसिलोजवाला साड़ी नही बचता है।कभी खिलानेवाला भी साँक्या साडी ले आता हैसाड़ी तो वह कपड़े वालाकभी-कभी दे जाता है। |
| Answer» WOW NICE POEM GREAT nice......... | |