InterviewSolution
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आनुवंशिक रूपांतरित फसलो की तीन हानियां लिखिए। |
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Answer» आनुवंशिक रूपांतरित फसलो के उत्पादन के लाभ (Advantages of Production of Genetically Modified (GM) crops) जैव प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके कई पादपों में लाभप्रद गुणों का निवेश किया जाता है। जैव प्रौद्योगिकी से विकसित आनुवंशिकता रूपांतरित फसलो के लाभप्रद गुण निम्नलिखित है- 1 इस प्रकार के फसलो में पोषण गुणवत्ता में सुधार (Improvement in Nutritional Quality) हुआ है, जैसे- अधिक उत्पादन, अच्छे प्रोटोन घटक तथा अच्छे आवश्यक गुणों जैसे- गेहूँ की अच्छी बेकिंग गुणवत्ता तथा जौ की अच्छी माल्टिंग गुणवत्ता आदि का विकास इस प्रकार की फसलो में हुआ है। 2 लवण एवं सूखा सहिष्णुता- इस प्रकार की फसले अजैव प्रतिबलो (Abiotic stresses) जैसे- ठंडा, सूखा, लवण, ताप आदि के प्रति अधिक सहिष्णु (Tolerant) होती है। 3 इस प्रकार की फसले रासायनिक पीड़कनाशको पर कम निर्भर करती है। 4 इस प्रकार की फसले कटाई के पश्चात होने वाले नुकसान को कम करती है। 5 इस प्रकार की फसले ऐसे पादपों के विकास में सहायक है जिनसे वैकल्पिक संसाधनों के रूप में औधोगिक इकाइयो में वसा, ईधन, औषधीय पदार्थो (Pharmaceutical) की आपूर्ति भी की जाती है। आनुवंशिक रूपांतरित फसलो के उत्पादन से हानि (Disadvantages of Production of Genetically Modified crops) आनुवंशिक रूपांतरित फसलो से कुछ हानियां भी होती है, जो निम्न है- 1 इस प्रकार की कुछ फसलो में बीज उत्पन्न करने की शक्ति नहीं होती, जिससे प्रत्येक वर्ष किसान को नए बीज खरीदने पड़ते है। 2 छोटे किसान प्रत्येक बार इन फसलो को नहीं ऊगा सकते क्योकि ये फसले बहुत महँगी पड़ती है। 3 इस प्रकार की फसलो से लोगो में एलर्जी उत्पन्न होने की संभावना रहती है। |
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