InterviewSolution
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अनेक प्रयोगों में प्रकाश कणों के समूह के रूप में व्यवहार करता है जिन्हें फोटॉन कहा जाता है। 400 nm के प्रकाश के फोटॉन की ऊर्जा लगभग `3eV(1eV=1.6xx10^(-19)J)` होती है। यदि इसे न्यूटन के जमाने के प्रकाश की कणिका मान जाए तथा फोटॉन की ऊर्जा को कणिका की गतिज ऊर्जा माना जाए तो कणिका का द्रव्यमान कितना होगा ? इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान से इसका अनुपात क्या होगा ? |
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Answer» यदि कणिका का द्रव्यमान m हो,तो `(1)/(2) mv^(2)=3.16xx10^(-19)J` या `m=(2xx3xx1.6xx10^(-19)J)/((3xx10^(8)m//s)^(2))=7xx10^(-37)kg.` इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान, `m_(e)=9.1xx10^(-31)kg.` अतः, `(m)/(m_(e))=(7xx10^(-37))/(9.1xx10^(-31))~~8xx10^(-7).` |
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