InterviewSolution
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Ans in hindi please |
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Answer» कवि कहता है कि मेरा मन पेड़ों को पकड़ कर झूले रहा है, सावन के बादल आओं तुम सब मुझे घेर कर गांवों, कवि कहता है कि इन्द्र धनुष के झूले में सब लोंग मिलकर झूलते हैं, बार बार आता रहे ये सावन लोगों के जीवन में खुशियां लेकर। Explanation: कवि का आशय है कि गांव में सावन आया है, चारों तरफ खुशी का माहौल है, बच्चे पेड़ों की टहनियां पकड़ कर झूले रहे हैं, गांव के सब लोग नाच रहे हैं, गा रहे हैं , खुशियां मना रहे हैं, इन्द्र धनुष के रंगों की तरह सब मिल गये है,सब जाति धर्म के लोंग , सावन सबके लिए एक जैसा पानी बरसा रहा है , सभी लोग खुश हैं, भगवान करे ये सावन बार बार आये और सबको खुश करे व सबके दिलों को छुएं, ताकि लोंग एक दूसरे की जाति धर्म भूलाकर सबसे प्यार कर सकें और सबकी इज्जत करें। please mark me a BRAINLIST |
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