1.

‘अनुरागी चित्त’ की कवि ने क्या विशेषता बताई है? इसका आशय क्या है? स्पष्ट कीजिए।

Answer»

कवि कहता है इस अनुराग (प्रेम) में मग्न हृदय की अद्भुत प्रकृति को समझ पाना बड़ा कठिन है। यह ज्यों-ज्यों श्याम (काला) रंग में डूबता है, उतना ही उतना उजला होता चला जाता है। यह परस्पर विरोधी कथन है। इस कथन का आशय है कि व्यक्ति जितना-जितना श्याम (श्रीकृष्ण) के रंग (भक्ति या प्रेम) में डूबता है, त्यों-त्यों उसका हृदय पवित्र और प्रसन्न होता चला जाता है।



Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions