1.

अन्योन्य प्रेरण गुणांक या प्रेरकत्व की परिभाषा तथा मात्रक लिखिए।

Answer» किन्ही दो कुंडलियों के अन्योन्य प्रेरण गुणांक का अन्योन्य प्रेरकत्व का आंकिक मान द्वितीयक कुंडली से सम्बद्ध उस चुम्बकीय फ्लक्स के बराबर होता है, जो उस समय उत्पन्न होता है जब प्राथमिक कुंडली में एकांक धारा प्रवाहित होती है। यह अदिश राशि हैं।
अन्योन्य प्रेरकत्व का मात्रक हेनरी होता है।


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