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| 1. | “अपरिचित से भय में जीवन का कोई गूढ़ रहस्य छिपा जान पड़ता है।” इस कथन का तर्कपूर्ण समर्थन कीजिए। | 
| Answer» अपरिचित से भय में जीवन का कोई गूढ़ रहस्य छिपा जान पड़ता है। जंगली जातियों में परिचय का क्षेत्र विस्तृत नहीं होता। वे अपरिचित लोगों से डरते हैं। बच्चों में भी अपरिचित लोगों से भय होने का भाव पाया जाता है। वे धीरे-धीरे भय मुक्त होते हैं तथा अपने माता-पिता तथा नित्य सामने आने वाले थोड़े-से लोगों से ही घुल-मिल जाते हैं। अपरिचित व्यक्ति को देखकर वे घर में घुस जाते हैं। पशुओं में भी अपरिचित से भय का भाव पाया जाता है। पालूत जानवर की अपेक्षा दूसरे जानवर अधिक डरते हैं। वो किसी मनुष्य को सामने पाकर भाग जाते हैं अथवा उस पर हमला कर देते हैं। धर्म में भी अपरिचित के प्रति भय पाया जाता है। धर्म में जिनको सम्माननीय और पूज्य माना जाता है, वे शक्तियाँ अज्ञात और अपरिचित ही होती हैं। उनकी दण्ड देने और पीड़ित करने की शक्ति से भय होने के कारण ही लोग उनकी पूजा-स्तुति करके उनको प्रसन्न रखते हैं और उनके कोप से बचना चाहते हैं। धार्मिक देवता रहस्यपूर्ण होते हैं। अज्ञात शक्ति के भय से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ही उनकी पूजा की जाती है। पूजा की भावना के पीछे उनके प्रति आभार की भावना भी है। प्रसिद्ध समाजशास्त्री लॉक ने ईश्वर को भी इसी कारण मानव कल्पित माना है।. | |