InterviewSolution
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बचपन के संस्कारों से मुक्ति पाना मधु के लिए क्यों मुश्किल है? क्या आपके लिए भी ऐसा करना मुश्किल है? |
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Answer» मधु में स्वच्छता के प्रति जो सनकीपन तक का भाव है, वह उसके जन्मजात संस्कारों के कारण है। मनुष्य जिन परिस्थितियों में जन्म लेता और बढ़ता है वह सदा के लिए उसके व्यक्तित्व का अंग बन जाती हैं। उनसे मुक्त होना मधु के लिए भी इसी कारण मुश्किल है। मैं भी अपने संस्कारों से बँधा हुआ हूँ। मैं उनसे मुक्त होने का प्रयास तो कर सकता हूँ पर सफल होने का दावा नहीं कर सकता। |
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