1.

बेंजीन, m-डाईनाइट्रोबेंजीन तथा टॉलूईन में से किसका नाइट्रीकरण आसानी से होता है और क्यों?

Answer» टॉलूईन, क्योंकि `-CH_3` ग्रुप एक इलेक्ट्रॉन त्यागने वाला समूह है और रिंग की क्रियाशीलता को बढ़ाता है। इसके विपरीत - `NO_2` ग्रुप एक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने वाला समूह है, जो रिंग की क्रियाशीलता को कम कर देता है। यही कारण है कि टॉलूईन का नाइट्रीकरण सर्वाधिक सरलतापूर्वक हो जाता है।


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