InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
बेन्जीन में तीन द्वि-आबंध होते हैं फिर भी यह अत्यधिक स्थायी है, क्यों? |
| Answer» बेंजीन में उपस्थित तीनों द्विआबंधों के 6`pi`-इलेक्ट्रॉन अस्थानीकृत (delocalised) रहते हैं। अस्थानीकृत इलेक्ट्रॉनों की ऊर्जा स्थानीकृत इलेक्ट्रॉनौ की तुलना में कम होने के कारण बेंजीन अणु अत्यधिक स्थायित्व प्राप्त कर लेता है। | |