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Answer» भारत में फौलाद बनाने की प्रक्रिया बहुत ही पुरानी है । - दमास्कस से तलवार बनाने के लिए लोहे का आयात किया जाता था ।
- भारत में आधुनिक रूप से लोहा बनाने का प्रथम कारखाना तमिलनाडु के पोटौनोवा में स्थापित हुआ था । परंतु यह बंद हो । गया था ।
- पश्चिम बंगाल में सर्वप्रथम कुल्टी में कच्चे लोहे का सफल उत्पादन हुआ ।
- सन् 1907 में झारखंड के जमशेदपुर में लोहे के कारखाने की स्थापना से उत्पादन बड़े स्तर पर शुरू हुआ था ।
- पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में तथा कर्णाटक के भद्रावती में अन्य कारखाने स्थापित हुए ।
- भिलाई, राउरकेला, दुर्गापुर में भी लोहा-फौलाद का कारखाना स्थापित किया गया ।
- बोकारो, विशाखापट्टनम और सेलम में आधुनिक तथा बड़े कारखाने स्थापित किये गये ।
- लोहा-फौलाद बनाने के लिए लोह अयस्क, कोयला, चूना पत्थर, मेग्निज का कच्चे माल के रूप में उपयोग होता है ।
- गुजरात में हजीरा के पास मिनी स्टील प्लान्ट प्रस्थापित किया गया है ।
- टाटा के अलावा लौहा-फौलाद के कारखानों का संचालन ‘स्टील ऑथोरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (S.A.I.L.)’ करती है ।।
- भारत का लोहा-फौलाद उत्पादन में विश्व में पाँचवा स्थान है ।
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