InterviewSolution
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चोक-कुण्डली में प्रवाहित प्रत्यावर्ती धारा को वाटहीन धारा क्यों कहते है ? |
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Answer» चोक-कुण्डली ऊँचे प्रेरकत्व की प्रतिरोधहीन कुण्डली होती है शुद्ध प्रेरक में, वोल्टेज धारा से `90^(@)` अग्रगामी होता है | अतः शक्ति क्षय `barP = V_(rms) xx i_(rms) xx cos 90^(@) = 0` शून्य होने के कारण चोक-कुण्डली की धारा वाटहीन धारा कहलाती है | |
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