InterviewSolution
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हम चोक कुण्डली का प्रयोग प्रतिरोध के स्थान पर करते है क्योकि प्रतिरोधक में शक्ति क्षय अधिकतम तथा चोक में न्यूनतम होता है | प्रतिरोधक हेतु, अधिकतम प्रेरक हेतु, चोक कुण्डली |
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Answer» दिया है-प्राथमिक वोटलतेज `(V_(P)) = 23000 V ` `N_(P) = 4000` फेरे द्वितीयक वोल्टेज `(V_(s)) = 230 V` चूँकि ट्रांसफॉर्मर आदर्श है अतः इसमें ऊष्मन के रूप में शक्ति क्षय शून्य है | सूत्र प्रयुक्त करने पर, `(V_(s))/(V_(p)) = (N_(s))/(N_(p))` `(230)/(2300) = (N_(s))/(4000) `N_(s) = 400` अतः द्वितिययक कुण्डली में तार के फेरो की संख्या 400 है | |
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