1.

चुम्बकीय बल रेखा की परिभाषा लिखिए। इसके, कोई तीन गुण लिखिए।

Answer» चुम्बकीय बल रेखाएँ-चुम्बकीय बल रेखाएँ वे वक्राकार पथ हैं, जिनके किसी भी बिंदु पर खींची गयी स्पर्श रेखा उस बिंदु पर परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा प्रदर्शित करता है।
चुम्बकीय बल रेखाओं के गुण निम्नलिखित हैं-
(i) ये रेखाएँ चुम्बक के बाहर उत्तरी ध्रुव से दक्षिणी ध्रुव तक तथा चुम्बक के अंदर दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव तक जातो हैं अर्थात् बन्द वक्र बनाती हैं।
(ii) इन बल रेखाओं के किसी भी बिंदु पर खींची गयी स्पर्श रेखा उस बिंदु पर परिणामी क्षेत्र (बल) की दिशा को प्रदर्शित करती है।
(iii) दो बल रेखाएँ एक-दूसरे को कभी नहीं काटती हैं।
(iv) ये रेखाएँ जहाँ घनी होती हैं, चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता अधिक तथा जहाँ विरल होती हैं वहाँ चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता कम होती है।
(v) ये रेखाएँ एक-दूसरे को लम्बाई के लम्बवत् प्रतिकर्षित करती है।
(vi) ये बल रेखाएँ खींची हुई डोरी के समान लम्बाई में सिकुड़ने का प्रयास करती है।


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