InterviewSolution
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धातु की एक पतली गोलिया कोस (spherical shell) की त्रिजिया 0.25 मीटर है तथा इस पर -0.2 मिक्रोसॉलुम्न `(muC)` आवेश है इसके कारन एक बिन्दु पर वैधुता चैत्र की त्रीवता कीजिये जबकि बिंदु (i) कोस के भीतर है (ii) कोस के ठीक भार है तथा (iii) कोस के केंद्र से 3.0 मीटर की दुरी पर है |
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Answer» (i) अवेश्चित कोस के भीतर किसी भी बिंदु पर विधुत चैत्र की ट्रिवटरा सुनिए है (ii) बरम बिंदु के लिए कोस इस प्रकार करती है जैसे की सम्पूर्ण आवेश इसके केंद्र पर रखा हो अतः यदि कोस की त्रिज्यीय R है तब कोस के ठीक बहार कसी बिंदु पर विधुत चैत्र की त्रीवता `E=(1)/(4piepsilon_(0)) (q)/(R^(2))` रसोनुसार =0.2 मिक्रोसॉलुम्न `0.2xx10^(-6)` कॉलम तथा R=0.25 मीटर `therefore E=(9.0xx10^(9) ("न्यूटन मीटर"^(2))/("कॉलम"^(2))xx(0.2xx10^(6))"कॉलम")/(0.25 "मीटर"^(2))` `2.88xx10^(4) "न्यूटन"//" कॉलम"` (iii) अवेश्चित्त कोस के भर कोस के केन्देर से दुरी `r(gtR)` पर विधुत चैत्र की तरिता `E=(1)/(7pi epsilon_(0)) (q)/(R^(2))` `=(9.0xx10^(9))("न्यूटन मीटर"^(2))/("कॉलम"^(2)) xx(0.2xx10^(-6)"कॉलम")/(3.0 "मीटर"^(2))` `=200" न्यूटन/कॉलम"` |
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