InterviewSolution
| 1. | 
                                    दिए गए पद्यांशों को फ्ढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर लिखिएशक्ति के विद्युत्कण जो व्यस्तविकल बिखरे हैं, हो निरुपाय;समन्वय उसका करे समस्त ।विजयिनी मानवता हो जाय।(i) उपर्युक्त पद्यांश के शीर्षक और कवि का नाम लिखिए।(ii) रेखांकित अंश की व्याख्या कीजिए।(iii) इन पंक्तियों में श्रद्धा ने मनु को कौन-सी बात बताई है?(iv) समस्त सृष्टि की रचना किनसे हुई है?(v) श्रद्धा मनु को किस प्रकार मानवता का साम्राज्य स्थापित करने के लिए प्रेरित करती हैं? | 
                            
| 
                                   
Answer»  (i) प्रस्तुत पद्यांश श्री जयशंकर प्रसाद के ‘कामायनी’ महाकाव्य से हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘काव्यांजलि’ में संकलित ‘श्रद्धा-मनु’ शीर्षक कविता से उद्धृत है।  | 
                            |