1.

दो कुण्डलियों के एक युग्म का अन्योन्य प्रेरकत्व `1.5` हेनरी है। यदि प्राथमिक कुण्डली में बहने वाली `20` ऐम्पियर की धारा को `0.05` सेकण्ड में शून्य कर दिया जाए , तो द्वितीयक कुण्डली में उत्पन्न प्रेरित विधुत वाहक बल का मान ज्ञात कीजिए । यदि द्वितीयक कुण्डली में `300` फेरे हों, तो इसमें कितना फ्लस्क-परिवर्तन होगा ।

Answer» Correct Answer - 600 वोल्ट, 0.1 वेबर


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