

InterviewSolution
Saved Bookmarks
1. |
e STT ool 26800 Ber O |
Answer» <p>आज की बढ़ती हुई महंगाई और भागती-दौड़ती जीवनशैली को देखा जाए तो एकल परिवारों के केवल नुकसान ही नहीं कई फायदे भी नज़र आते हैं।वर्तमान आर्थिक हालात ऐसे नहीं हैं कि घर का एक सदस्य आजीविका कमा कर लाए और बाकी सदस्य उतने से ही संतुष्ट हो अपना जीवन यापन करने की बात सोचें।जबकि पहले परिस्थितियां ऐसी नहीं थीं।पहले एक व्यक्ति की आमदनी पूरे परिवार का भरण-पोषण करने के लिए काफी थी इसलिए उस वक्त तो संयुक्त परिवार की महत्ता समझ में आती थी किंतु बदलते दौर में संयुक्त परिवार की व्यवहार्यता पर प्रश्न चिंह लगना स्वाभाविक है।</p><p>2)आज के प्रतिस्पर्धा प्रधान समाज में पति-पत्नी दोनों ही कमाते हैं और अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए हर संभव प्रयत्न भी करते हैं।ताकि उनके बच्चे आगे चलकर अच्छा ओहदा, मान प्रतिष्ठा और धन को प्राप्त कर पाएं साथ ही समाज में एक प्रतिष्ठित नागरिक की भांति जीवन व्यतीत कर सकें।</p><p>आमतौर पर देखा गया है कि भौतिकवादी समाज में मनुष्य की सामाजिक प्रतिष्ठा भी उसकी धन-सृजन क्षमता पर ही निर्भर करती है, और परिवारिक सदस्यों की अधिकता धन अर्जित करने में बाधा बन कर उभर सकती है, जिसके फलस्वरूप एकल परिवार ही बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं।</p><p>इसके अलावा तनाव से भरी जीवनशैली में मनुष्यों की सहनशक्ति में भी कमी आने लगी है।छोटी-छोटी बातों पर जल्दी ही आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया जाता है, जिससे संबंध विच्छेद होने की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती हैं।पारिवारिक सदस्य जितने कम होंगे, मनमुटाव कीआशंकाएं उतनी ही कम होंगी।ऐसे हालातों में एकल परिवार सार्थक सिद्ध होते हैं।</p> | |