1.

एक अवाष्पशील विलेय (जो वियोजित नहीं होता है) की सूक्ष्म मात्रा को `56.8cm^(3)` बेंजीन (घनत्व `=0.889gcm^(-3)` ) में विलेय किया गया । कमरे के तापमान पर इस विलयन का वाष्प दाब 98.88 mm Hg पाया गया जबकि बेंजीन का वाष्प दाब 100 mm Hg था । इस विलयन की मोललता की गणना कीजिए । यदि इस विलयन का हिमांक बेंजीन की अपेक्षा `0.73^(@)C` कम है तो बेंजीन के मोलल हिमांक अवनमन स्थिरांक का मान होगा ?

Answer» Correct Answer - `0.1436m,5.08"K kg mol"^(-1)`
बैंजीन का द्रव्यमान = घनत्व `xx` आयतन
`=0.889xx56.8`
`=50.5g=0.0505kg`
`:.` बैंजीन के मोल `=(50.5)/(78)=0.647`
(`because` बैंजीन का अणुभार = 78)
शुद्ध बैंजीन का वाष्प दाब `(p^(@))=100"mm Hg"`
विलयन का वाष्प दाब `(p)=98.88"mm Hg"`
चूँकि विलयन तनु है अंतः राउल्ट के नियमानुसार
`(p^(@)-p)/(p^(@))=(n)/(N)`
या `(100-98.88)/(100)=(n)/(0.647)`
या `n=((100-98.88)/(100))xx0.647=7.25xx10^(-3)`
`:.` विलयन की मोललता `=("विलेय के मोलो की संख्या")/(kg " में विलायक का द्रव्यमान")`
`=(7.25xx10^(-3))/(0.0505)=0.1436`
पुनः `DeltaT_(f)=K_(f)xxm`
`:." "0.73=K_(f)xx0.1436`
या `K_(f)=(0.73)/(0.1436)=5.08"K kg mol"^(-1)`


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