InterviewSolution
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एक प्रत्यावर्ती धारा परिपथ में 1 हेनरी प्रेरकत्व की कुण्डली, 0.2 `muF` धारिता का संधारित्र तथा 3000 ओम का प्रतिरोध, एक 200 वोल्ट व `1000/2pi` चक्र/सेकण्ड के स्त्रोत के साथ श्रेणीक्रम में जुड़े है | गणना कीजिये : (i) परिपथ में प्रतिबाधा, (ii) धारा तथा वोल्टेज के बीच कलान्तर तथा (iii) कुण्डली, संधारित्र व प्रतिरोध के सिरों के बीच विभवान्तर | |
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Answer» प्रश्नानुसार परिरोध `R = 3000` ओम, प्रेरकत्व `L =1` हेनरी, धारिता `C = 0.2 muF = 0.2 xx 10^(-6)` फैरड तथा आवृत्ति `f = ((1000)/(2pi))` सेकण्ड`""^(-1)` प्रेरकीय प्रतिघात, `X_(L) = omegaL = 2pifL = 2xx pi xx ((1000)/(2pi))xx1` ltbr. = 1000 ओम तथा धारितीय प्रतिघात, `X_(C) = (1)/(omegaC) = (1)/(2pifC)` `=(1)/(2xxpixx((1000)/(2pi))xx(0.2xx10^(-6)))=5000` ओम (i) परिपथ में प्रतिबाधा, `Z = sqrt(R^(2) + (X_(L) ~ X_(C))^(2)) = sqrt((3000)^(2) + (4000)^(2))` = 5000 ओम (ii) यदि धारा तथा वोल्टेज के बीच कलान्तर `phi` हो ,तब, `tan phi = (X_(L) ~ X_(C))/( R) = (4000)/(3000) = 1.33` `therefore " "phi = tan^(-1) (1.33)` ` = 53^(@)` (iii) परिपथ में धारा, `i_(rms) = (V_(rms))/(Z) = (200)/(5000) = 0.04` ऐम्पियर कुण्डली के सिरों पर विभवान्तर, `V_(L) = i_(rms) = xx X_(L) = 0.04 xx 1000` = 40 वोल्ट संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर, `V_(C) = i_(rms) xx X_(C) = 0.04 xx 5000` = 200 वोल्ट प्रतिरोध के सिरों पर विभवान्तर, `V_(C) = i_(rms) xx X_(C) = 0.04 xx 3000` = 120 वोल्ट |
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