InterviewSolution
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एक प्रयोगशाला में d लंबाई की एक नगण्य भार वाली छड़ अपने एक किनारे O के प्रति एक तल में कोणीय वेग `omega` से घूम रही है (चित्र 16.W2) | छड़ के केंद्र A पर तथा दूसरे सिरे B पर, m द्रव्यमान के दो कण जुड़े है | A को मूलबिंदु मानकर उस फ्रेम S की कल्पना करें जिसके अक्ष प्रयोगशाला के फ्रेम के अक्षों के समानांतर हो | इस फ्रेम में B पर के कण का A पर के कण के सापेक्ष संवेग कोणीय निकालें | |
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Answer» प्रयोगशाला के फ्रेम के कण A का वेग `=omega((d)/(2))` तथा कण B का वेग `=omega d.` ये दोनों एक ही दिशा में है (छड़ के लंबवत) | चूँकि फ्रेम S प्रयोगशाला के फ्रेम के सापेक्ष स्थानांतरीय गति कर रहा है, B तथा A के सापेक्ष वेग `=omega d -(omega d)/(2)=(omega d)/(2)` अतः, B का A के सापेक्ष कोणीय संवेग, `m upsilon r=m cdot (omega d)/(2) cdot (d)/(2) = (1)/(4) m omega d^(2).` |
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